राणा ओबराय
कैथल। कैथल के मॉडल टाऊन निवासी आढती सत्यवान व उनकी पत्नी की हुई हत्या को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिह सुरजेवाला ने उनके बेटे व परिवारजनो से मुलाकात की। तत्पश्चात कैथल की अनाज मंडी में प्रेसवार्ता को सम्बोधित किया। सुरजेवाला ने कहा कि खट्टर सरकार के पिछले 7 सालो के शासन में कैथल की अनाज मंडी और मॉडल टाउन में भय का माहौल है। आढ़ती, व्यापारी, दुकानदार ख़ौफ़ के साये में जी रहे हैं। औरतें-बच्चे सैर तक करने से कतरा रहे हैं। मंडी हड़ताल पर है, दुकानें बंद हैं।
गौरतलब है कि परसों दोपहर दिन दहाड़े कैथल में घर में घुसकर बुजुर्ग दंपति की बेरहम तरीके से चाकूओं से गोदकर हत्या कर दी गई थी। लेकिन हत्यारे अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। शहर में लगातार चोरी, डकैती, लूटपाट और हत्याओं से हर नागरिक अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछले 7 सालों से हरियाणा प्रदेश व कैथल शहर सहित पूरे जिले में गुंडो का आतंक इस कद्र हावी है कि दिन दहाड़े गुंडे सरेआम हत्या कर रहे हैं। बदमाश हावी हैं, जनता भयभीत है और भाजपा-जजपा सरकार सत्ता के नशे में सोई है। आज दिन दहाड़े आढ़ती सत्यवान व उनकी पत्नी की घर में घुसकर हत्या करना ये दर्शाता है कि कैथल में गुंडों का आतंक व दहशतगर्दी का आलम दोबारा फिर चरम सीमा पर है।
कांग्रेस के महासचिव रणदीप सिह सुरजेवाला ने कहा कि सिर्फ इतना ही नही बल्कि यही हाल बाक़ी दर्दनाक हत्याओं का भी है। 6 साल पहले भी 18 मई 2015 की दोपहर को कैथल की नई अनाज मंडी में दिन दहाड़े बाइक सवार बदमाश ने आढ़ती मनीष को गोली मारकर हत्या कर दी थी। बीते कुछ वर्षों में यह जिले का सबसे चर्चित हत्याकांड रहा। लेकिन 6 साल के बाद भी इस हत्या की कोई गुत्थी सुलझ नही पाई है। कैथल जिले के गांव करोड़ा में 23 जनवरी 2017 की रात को विकास की गांव में हुई थी हत्या। 5 साल बाद भी आज तक कोई सुराग नही लगा। अक्टूबर 2019 में गांव तितरम के पास ईंट भट्ठे पर काम करने वाले मजदूर की 3 साल की बच्ची के हाथ-पांव काट दिए गए, फिर आंखें निकालकर निर्मम हत्या कर दी जाती है, लेकिन हत्यारो का आज तक कोई सुराग नहीं।
गांव क्योड़क में हांसी बुटाना नहर किनारे 5 मार्च 2021 की सुबह वारदात को अंजाम दिया जाता है, कोई शिनाख्त नहीं और 5 महीने से ज्यादा का समय बीतने के बाद भी हत्यारो का कोई सुराख नहीं। न अपराधियों का अता-पता है। न कोई पकड़ा गया है और न ही किसी को न्याय मिला है।