सोमवार, 20 सितंबर 2021

सुरक्षाकर्मियों की टीम ने बोगी का निरीक्षण किया

हरिओम उपाध्याय        
वाराणसी। राजेंद्र नगर से नई दिल्ली जा रही 02309 तेजस राजधानी एक्सप्रेस  के कोच नम्बर A-5 पर रविवार देर शाम उपद्रवी तत्वों ने पथराव कर दिया। इससे बर्थ संख्‍या 41 का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया। संयोग अच्छा था कि किसी यात्री को चोट नहीं लगी। घटना से यात्री दहशत में नजर आए। ट्रेन के डीडीयू जंक्शन पहुंचने पर रेलवे सुरक्षाकर्मियों की टीम ने बोगी का निरीक्षण किया। साथ ही बर्थ पर बैठे यात्री की कुशलता जानी। फिलहाल पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है।
बताया जा रहा है कि बिहार के बक्सर में उपद्रवी तत्वों ने तेजस राजधानी एक्सप्रेस पर पथराव कर दिया। जिससे कोच संख्या A-5 (212137/C) के बर्थ संख्या 41 का शीशा एक परत टूट गया। हालांकि उस बर्थ पर बैठे यात्री को किसी प्रकार की चोट नहीं आई। इसके साथ ही ट्रेन से सफर कोच संख्या A-5 का यात्री राहुल गोगोई ने बताया कि मेरा बर्थ संख्या 38 है। लेकिन सफर के दौरान जब बर्थ संख्या 41 हमने खाली देखा तो हम वहीं बैठ गए। वहीं यात्री ने बताया ट्रेन बक्सर स्टेशन के आसपास थी तभी किसी ने पथराव कर दिया. जिससे बर्थ संख्या 41 का शीशा टूट गया। इस दौरान डीडीयू जंक्शन से ट्रेन 22:22 पर अपने गंतव्य के लिए रवाना हुई।

राजस्थान में छठवीं सेे आठवीं तक के खुलें स्कूल

नरेश राघानी         
जयपुर। राजस्थान में वैश्विक महामारी कोरोना का असर कम होने के बाद आज कक्षा छठवीं सेे आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए भी स्कूल खुल गये।
सुबह स्कूल खुलते ही इन कक्षा के विद्यार्थी भी अपने स्कूल पहुंचे जहां स्कूलोंं के मुुख्य द्वार पर अध्यापकों द्वारा बच्चों के स्कूल पहुंचनने पर उनका स्वागत किया गया। इस दौरान बच्चों की तापमान जांच करके मास्क पहने बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिया गया। इसके बाद कक्षा में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठाया गया। टीचर ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया।
बच्चों के लंबे समय के बाद स्कूल पहुंचने पर स्कूलों की रौनक बढ़ गई वहीं बच्चे भी स्कूल पहुंचकर काफी खुश हैं। फिलहाल प्रत्येक दिन अलग बैच के बच्चों को पढ़ाया जाएगा। ऐसे में कई छात्र घर बैठकर भी ऑनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे। अभी स्कूूलों में कोरोना के मद्देनजर कैंटीन आदि को बंद रखा गया है और अध्यापक बच्चों के साथ ही कक्षा में ही अपना खाना खायेंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए कहा "मेरा सभी शैक्षणिक संस्थान मालिकों एवं बच्चों के माता पिता से निवेदन है कि बच्चों की सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा जारी की गई एसओपी की सख्ती से पालना करें।

खेल: ड्वेन ब्रावो पर कैप्टन महेन्द्र ने गुस्सा जताया

कविता गर्ग        
मुंबई। आईपीएस प्रारंभ हो चुके है। चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के मैच का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में ड्वेन ब्रावो पर कैप्टन महेन्द्र सिंह धोनी ने गुस्सा जताया है। वैसे इस मैच में चेन्नई ने ही जीत हासिल की है।
मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच हुए मैच का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में मैच के पारी के बीच चेन्नई सुपर किंग्स के कैप्टन महेन्द्र सिंह धोनी ड्वेन ब्रावो की गलती के कारण गुस्सा हो गये। मैच के दौरान मुंबई की ओर से टिक कर खेल रहे सौरभ तिवारी का जब कैच छूटा तो महेन्द्र सिंह धोनी ने ड्वेन ब्रावो के विरूद्ध गुस्सा जताया। दिखाई दे रहा था कि पश्चात में ब्रावो महेन्द्र सिहं धोनी से नजरें नहीं मिला पा रहे थे। जब यह वाकय हुआ 6 विकेट हो गये थे और 115 रन बना लिये थे। 18वें ओवर का ओवर की तिवारी चौथी गेंद कर रहे थे। इस गेंद पर कैच उठा डवेन ब्रावो और धोनी दोनों दौड पडे लेकिन दोनों की कॉल न सुनने की वजह से कैच छूट गया। अचानक धोनी के सामने ब्रावो आ गये और कैच छूट गया। यह चेन्नई ने ही जीत लिया था लेकिन दो बार जीवनदान मिलने पर भी सौरव तिवारी अपनी टीम को नहीं जिता जाये।

'जुम्मा-चुम्मा' पर डांस करते नजर आएंगे अमिताभ

कविता गर्ग       
मुंबई। बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन कौन बनेगा करोड़पति 13 के आगामी एपिसोड में सुपरहिट गाने 'जुम्मा-चुम्मा दे दे' पर डांस करते नजर आएंगे।
अमिताभ, कौन बनेगा करोड़पति 13 के आगामी एपिसोड में अपने सुपरहिट गाने 'जुम्मा-चुम्मा दे दे' पर डांस करते नजर आएंगे। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। अमिताभ बच्चन का यह गाना सुपरहिट फिल्म 'हम' का है। अमिताभ बच्चन ने इंस्टाग्राम पर कई तस्वीरें शेयर की है।
तस्वीरें शेयर करते हुए अमिताभ बच्चन ने लिखा है, 'जुम्मा-चुम्मा कौन बनेगा करोड़पति के सेट पर' । इसके साथ उन्होंने हंसने वाली इमोजी शेयर की है। जुम्मा चुम्मा गाने को सुदेश भोसले ने गाया था, यह काफी सुपरहिट गाना था।

21 सितंबर तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया

पंकज कपूर     
देहरादून। बरसात का सीजन अपने अंतिम दिनों में भी राज्य के लोगों के लिए मुसीबत बनकर उभरा है। वहीं प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट बदल ली है वहीं मौसम विभाग ने राज्य के 5 जिलों में अगले 48 घंटे यानि कि 21 सितंबर तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
उत्तराखंड में लगातार करवट बदल रहा मौसम लोगों के लिए परेशानी की वजह बना हुआ है जिसके चलते राज्य में लगातार भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं सामने आ रही हैं। वहीं मौसम विभाग के मुताबिक 20 और 21 सितंबर को देहरादून , नैनीताल , अल्मोड़ा ,पिथौरागढ़ , पौड़ी जिले में भारी बारिश के आसार हैं जबकि कई स्थानों पर पहाड़ी दरकने और भूस्खलन होने की आशंका है बता दें कि राज्य के पहाड़ी इलाकों में बारिश का कहर जारी है।
वहीं चमोली से भी आजभारी नुकसान की खबरें सामने आई हैं इसे देखते हुए मौसम विभाग ने अब चेतावनी जारी करते हुए लोगों को सतर्क रहने को कहा है साथ ही विभाग में लोगों कोबारिश के दौरान नदी नालों से भी दूर रहने की चेतावनी दी है। इसके अलावा विभाग ने सभी जिलों के अधिकारियों को सूचना देकर अलर्ट रहने को कहा है।

टीकाकरण करने के मुद्दे पर दो हफ्ते में जवाब मांगा

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने दिव्यांगों का घर-घर जाकर टीकाकरण करने के मुद्दे पर सोमवार को केंद्र से दो हफ्ते के अंदर जवाब मांगा है। न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति बी वी नागरत्ना की पीठ ने केंद्र को नोटिस जारी करते हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से विकलांगों के टीकाकरण के लिए अब तक उठाए गए कदमों और मामले पर सरकार के प्रस्तावों के बारे में भी मदद मांगी।
सुनवाई की शुरुआत में गैर सरकारी संगठन इवारा फाउंडेशन की ओर से पेश अधिवक्ता पंकज सिन्हा ने कहा कि दो दस्तावेज हैं, जिनमें से एक इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का है जिसमें कहा गया है कि अधिकतम कवरेज सुनिश्चित करने के लिए घर-घर जाकर कोविड-19 टीकाकरण किए जाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि झारखंड और केरल ने सफलतापूर्वक ऐसा किया है और इसलिए दिव्यांगों के लिये ऐसा किया जा सकता है। पीठ ने कहा कि याचिका में दिव्यांगों के लिए घर-घर जाकर टीकाकरण, टीकाकरण के कार्यक्रम में वरीयता और कोविन पोर्टल के अलावा दिव्यांगों के लिए एक समर्पित हेल्पलाइन की राहत मांगी गई है।
पीठ ने कहा कि याचिकाकर्ता ने दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम पर भरोसा किया है, जो उचित समायोजन के सिद्धांत की परिकल्पना करता है। सिन्हा ने न्यायालय से अनुरोध किया कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भी नोटिस जारी किया जाए। पीठ ने सिन्हा से कहा कि अगर वह ऐसा करेगी तो उनके जवाब प्राप्त होने में दो महीने का समय लग जाएगा।
पीठ ने कहा, “हम पहले केंद्र को नोटिस जारी कर रहे हैं कि इस संबंध में उनक क्या रुख है और अगर राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों को नोटिस जारी करने की आवश्यकता हुई, तो हम हमेशा भविष्य में ऐसा कर सकते हैं।

पंजाब में नेता चन्नी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लीं

अमित शर्मा          
चंडीगढ़। पंजाब में कांग्रेस विधायक दल के नेता चरणजीत सिंह चन्नी ने सोमवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। चन्नी पंजाब में मुख्यमंत्री बनने वाले दलित समुदाय के पहले व्यक्ति हैं। उनके साथ सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओम प्रकाश सोनी ने मंत्री पद की शपथ ली जो राज्य के उप मुख्यमंत्री हो सकते हैं। रंधावा जट सिख और सोनी हिंदू समुदाय से आते हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी शपथ ग्रहण होने के कुछ मिनटों के बाद राजभवन पहुंचे और तीनों नेताओं को बधाई दी। 
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी को पहुंचने में कुछ मिनटों का विलंब हो गया था। चन्नी दलित सिख (रामदासिया सिख) समुदाय से आते हैं और अमरिंदर सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री थे। वह रूपनगर जिले के चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। वह इस क्षेत्र से साल 2007 में पहली बार विधायक बने और इसके बाद लगातार जीत दर्ज की।
वह शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन के शासनकाल के दौरान साल 2015-16 में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी थे। रंधावा गुरुदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। वह अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार में कारागार मंत्री थे। सोनी अमृतसर (मध्य) विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं और पिछली सरकार में स्कूली शिक्षा मंत्री थे। रंधावा और सोनी को इस सरकार में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपकर कांग्रेस ने सामाजिक समीकरण को साधने की कोशिश की है।
अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने के बाद चन्नी को कांग्रेस विधायक दल का नया नेता चुना गया। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि चन्नी मुख्यमंत्री पद के लिए राहुल गांधी की पसंद हैं। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री चन्नी आज दिन में पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से मुलाकात कर उन्हें मनाने की कोशिश कर सकते हैं।
अमरिंदर सिंह ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और कहा था कि विधायकों की बार-बार बैठक बुलाए जाने से उन्होंने अपमानित महसूस किया, जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया। इस्तीफा देने से पहले अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर हालिया राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर पीड़ा व्यक्त की और इस बात को लेकर चिंता जताई कि इन घटनाक्रम से राज्य में अस्थिरता आ सकती है।

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...