रविवार, 19 सितंबर 2021

राहुल ने हवाला देते हुए सरकार पर कटाक्ष किया

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर कोरोना रोधी टीकों की ढाई करोड़ से अधिक खुराक दिए जाने और अन्य दिनों में यह संख्या अपेक्षाकृत कम रहने का हवाला देते हुए रविवार को सरकार पर कटाक्ष किया और कहा कि अब ‘इवेंट’ खत्म हो चुका है।
उन्होंने पिछले 10 दिनों के दौरान ‘कोविन’ पर टीकाकरण की उपलब्ध संख्या से जुड़ा एक ग्राफ भी ट्विटर पर साझा किया। जिसमें दर्शाया गया है कि 17 सितंबर को रिकॉर्ड संख्या में टीकों की खुराक दी गई, लेकिन अन्य दिनों यह आंकड़ा अपेक्षाकृत बहुत कम रहा। कांग्रेस नेता ने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा, ”इवेंट खत्म हो चुका है।” उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर देश में लोगों को टीकों की ढाई करोड़ से अधिक खुराक दी गई थीं।

नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ मोर्चा खोला: सीएम

इकबाल अंशारी         
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे चुके अमरिंदर सिंह की ओर से नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ मोर्चा खोलने की पृष्ठभूमि में रविवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अमरिंदर कोई ऐसा कदम नहीं उठाएंगे। जिससे कांग्रेस पार्टी को नुकसान हो।
उन्होंने यह भी कहा कि कई बार आलाकमान को विधायकों एवं आमजन से मिले फीडबैक के आधार पर निर्णय लेने पड़ते हैं और ऐसे क्षणों में लोगों को अपनी अंतरात्मा की आवाज सुननी चाहिए। गहलोत ने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब एक दिन पहले अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और कहा कि विधायकों की बार-बार बैठक बुलाए जाने से उन्होंने खुद को अपमानित महसूस किया, जिसके बाद यह कदम उठाया।
अमरिंदर सिंह ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सिद्धू पर निशाना साधा और दावा किया कि उनके पाकिस्तान से रिश्ते हैं तथा उनको मुख्यमंत्री बनाने से पंजाब का बेड़ा गर्क हो जाएगा। गहलोत ने एक बयान में कहा, ”मुझे उम्मीद है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह जी ऐसा कोई कदम नहीं उठाएंगे जिससे कांग्रेस पार्टी को नुकसान हो।
कैप्टन साहब ने स्वयं कहा कि पार्टी ने उन्हें साढे़ नौ साल तक मुख्यमंत्री बनाकर रखा है। उन्होंने अपनी सर्वोच्च क्षमता के अनुरूप कार्य कर पंजाब की जनता की सेवा की है।” उनके मुताबिक, ”आलाकमान को कई बार विधायकों एवं आमजन से मिले फीडबैक के आधार पर पार्टी हित में निर्णय करने पड़ते हैं।
मेरा व्यक्तिगत तौर पर भी मानना है कि कांग्रेस अध्यक्ष कई नेताओं, जो मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में होते हैं, उनकी नाराजगी मोल लेकर ही मुख्यमंत्री का चयन करते हैं। परंतु वही मुख्यमंत्री को बदलते वक्त आलाकमान के फैसले को नाराज होकर गलत ठहराने लग जाते हैं।” उन्होंने कहा कि ऐसे क्षणों में अपनी अंतरात्मा को सुनना चाहिए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गहलोत ने कहा, ”मेरा मानना है कि देश फासीवादी ताकतों के कारण किस दिशा में जा रहा है, यह हम सभी देशवासियों के लिए चिंता का विषय होना चाहिए।
इसलिए ऐसे समय हम सभी कांग्रेसजनों की जिम्मेदारी देश हित में बढ़ जाती है। हमें अपने से ऊपर उठकर पार्टी व देश हित में सोचना होगा।” उन्होंने जोर देकर कहा, ”कैप्टन साहब पार्टी के सम्मानित नेता हैं एवं मुझे उम्मीद है कि वह आगे भी पार्टी का हित आगे रखकर ही कार्य करते रहेंगे।”
उधर, गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने शनिवार को अपने एक ट्वीट से विवाद खड़ा होने के बाद इस्तीफा दे दिया। शर्मा ने ट्वीट किया था, ”मजबूत को मजबूर, मामूली को मगरूर किया जाए, बाड़ ही खेत को खाए, उस फसल को कौन बचाए।” उनके इस ट्वीट को पंजाब के घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में कई लोगों ने कांग्रेस आलाकमान पर सवाल खड़े करने के रूप में देखा।

'पूर्वानुमान सेवाओं के उन्नयन’ एक योजना बनाई

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। सरकार ने आने वाले वर्षों में मौसम पूर्वानुमान को और अधिक सटीक बनाने एवं समय पर इससे संबंधित जानकारी के प्रसार के लिए ‘पूर्वानुमान सेवाओं के उन्नयन’ नामक एक उप-योजना बनाई है।जिससे मौसम खराब होने संबंधी भविष्यवाणी में तीन से छह घंटे तक का सुधार हो सकता है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि आने वाले वर्षों में मौसम पूर्वानुमान को सटीक एवं प्रभावी बनाने तथा समय पर इसकी जानकारी के प्रसारण के लिए योजना पर काम किया जा रहा है।
वायुमंडलीय एवं जलवायु अनुसंधान प्रेक्षण प्रणालियों और सेवाओं का प्रतिरूपण (एक्रॉस) योजना के तहत ‘पूर्वानुमान सेवाओं के उन्नयन’ नामक एक उप-योजना बनाई गई है।” उन्होंने कहा कि इससे नेटवर्क में सुधार और संख्यात्मक मॉडलिंग क्षमता में सुधार होगा तथा मौसम पूर्वानुमान को अधिक सटीक बनाया जा सकेगा। अधिकारी ने कहा कि मौसम पूर्वानुमान को सटीक बनाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमता (एआई) का उपयोग करने पर भी काम चल रहा है।
इन प्रयासों से मौसम खराब होने संबंधी पूर्वानुमान में तीन से छह घंटे तक का सुधार हो सकता है।” पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, ‘पूर्वानुमान सेवाओं के उन्नयन’ की उप-योजना के तहत आधुनिक प्रचालन पूर्वानुमान प्रणाली, बहुआयामी जोखिम पूर्व चेतावनी प्रणाली, गरज तूफान मूल्यांकन, शहरी मौसम विज्ञान सेवा तथा खगोल सेवाओं को विकसित करने एवं उन्नत बनाया जाएगा। इसके अलावा जल मौसम विज्ञान सेवा एवं पर्यटन पूर्वानुमान सेवाओं को उन्नत बनाने पर काम किया जाएगा।
मंत्रालय के मुताबिक, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अपनी उच्च निष्पादन कम्प्यूटिंग प्रणाली (एचपीसी) को 6.8 पेटाफ्लाप्स तक उन्नत बनाया है और इसके साथ ही साल 2022 तक उच्च निष्पादन कम्प्यूटिंग प्रणाली को 10 पेटाफ्लाप्स से बढ़ाकर 40 पेटाफ्लाप्स करने तथा साल 2024 तक 100 पेटाफ्लाप्स करने की योजना बनाई गई है। इसके अनुसार, डॉप्लर मौसम रडार और उपग्रह डाटा का उपयोग करते हुए भारी वर्षा के संदर्भ में फिलहाल ‘नाउकास्ट’ प्रारूप में अर्थात 2-3 घंटे पहले बादल फटने संबंधी पूर्वानुमान व्यक्त किया जा रहा है।

प्रयागराज में भूकंप के तेज झटके महसूस किये गए

पंकज कपूर        
रुद्रप्रयाग। प्रयागराज जनपद में आज रविवार को भूकंप के झटके महसूस किये गये हैं। दोपहर 12 बजकर 21 मिनट पर इनको महसूस किया गया है। इसकी तीव्रता 3.3 रिक्टर नापी गई है। हालांकि कहीं से भी किसी प्रकार के कोई नुकसान की सूचना नहीं है। ज्ञात रहे कि उत्तराखंड के विभिन्न जनपद भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील हैं, जिनमें रूद्रप्रयाग भी शामिल है।
उत्तराखंड भूकंप के लिहाज से जोन चार और पांच में विभक्त है। बताया जा रहा है कि रूद्रप्रयाग में भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल आये और कुछ देर के लिए भय का माहौल कायम हो गया।  ज्ञात रहे कि गत 11 सितंबर को भी सुबह करीब 5 बजकर 58 मिनट पर चमोली, पौड़ी, अल्‍मोड़ा आदि जिलों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, जोशीमठ के निकट रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.6 थी। बार—बार प्रदेश के अलग—अलग जनपदों में भूकंप के झटके महसूस किये जाना खतरे का संकेत भी हो सकता है।

बरेली और यूपी में ऐतिहासिक काम किये गए: सांसद

सदींप मिश्र           
बरेली। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद संतोष गंगवार ने राज्य सरकार के साढ़े चार साल पूरे होने के मौके पर विकास भवन सभागार में प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि बरेली और यूपी में ऐतिहासिक काम किये गये हैं। बिना भेदभाव के प्रत्येक एरिया में कार्य कराए गए हैं। बरेली तेजी से बदल रही है।
पुलों के निर्माण से यातायात सुगम हो गया है। प्रदेश सरकार की साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल में किसान सम्मान निधि लागू करने में प्रथम, आवास योजना में प्रथम, -स्वच्छ भारत मिशन में शौचालय निर्माण में प्रथम, ‘सौभाग्य योजना’ में विद्युत कनेक्शन देने में प्रथम आया है।
गन्ना, चीनी, गेहूं, आलू, हरी मटर, आम, आंवला और दुग्ध उत्पादन में प्रथम आया है।
गन्ना किसानों को 1.43 लाख करोड़ से अधिक गन्ना मूल्य का भुगतान हुआ है। गरीब कल्याण अन्न योजना में 15 करोड़ लोगों को मुफ़्त राशन वितरण किया गया है। डेढ़ करोड़ से अधिक श्रमिकों को मनरेगा में रोजगार और नौकरी एवं रोज़गार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई।
प्रदेश में बेरोज़गारी दर जो वर्ष 2017 में 17.5 प्रतिशत थी वो मार्च 2021 में घटकर 4.1 प्रतिशत रह गई है। इस दौरान सांसद धर्मेंद्र कष्यप, शहर विधायक डा अरुण कुमार, राजेश कुमार मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल, डीएम नितीश कुमार, सीडीओ चंद्रमोहन गर्ग आदि मौजूद रहे।

संस्करणों में 6 एयरबैग उपलब्ध कराएं: गड़करी

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि छोटी कारों में भी सुरक्षा की दृष्टि से पर्याप्त संख्या में एयरबैग होने चाहिए। आमतौर पर छोटी कारों की खरीद कम आय वर्ग वाले मध्यवर्गीय लोगों द्वारा की जाती है। गडकरी ने सवाल किया कि वाहन कंपनियां सिर्फ अमीर लोगों द्वारा खरीदी जाने वाली बड़ी कारों में ही आठ एयरबैग क्यों उपलब्ध कराती हैं।
गडकरी ने साक्षात्कार में कहा कि छोटी सस्ती कारों में अधिक एयरबैग की अपील वह सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कर रहे हैं। उनका यह बयान ऐसे समय आया है जबकि वाहन उद्योग ने इस बात को लेकर चिंता जताई है कि ऊंचे कराधान तथा सख्त सुरक्षा और उत्सर्जन नियमों की वजह से उनके उत्पाद महंगे हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि छोटी कारों की खरीद निम्न मध्यम आय वर्ग के लोगों द्वारा की जाती है। यदि उनकी कारों में एयरबैग नहीं होगा, तो दुर्घटना की स्थिति में उनकी जान जा सकती है। ऐसे में मैं सभी कार विनिर्माताओं से अपील करूंगा कि वे अपने वाहनों के सभी संस्करणों में कम से कम छह एयरबैग उपलब्ध कराएं।
इस बात को स्वीकार किया अतिरिक्त एयरबैग से छोटी कारों की लागत कम से कम 3,000 से 4,000 रुपये बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा, ”हमारे देश में गरीबों को भी पूरी सुरक्षा मिलनी चाहिए। बेबाकी से अपनी राय रखने वाले गडकरी ने कहा कि अमीर लोगों के लिए आप आठ एयरबैग देते हैं। सस्ती कारों के लिए आप सिर्फ दो-तीन एयरबैग की पेशकश करते हैं। ऐसा क्यों।

कर्मस्थली छपरौली में भारी भीड़ जुटनी शुरू हुईं

हरिओम उपाध्याय       
छपरौली। स्वर्गीय चौधरी अजीत सिंह की श्रद्धांजलि सभा एवं जयंत चौधरी की रस्म पगड़ी कार्यक्रम में चौधरी चरण सिंह की कर्मस्थली छपरौली में भारी भीड़ जुटनी शुरू हो गई है।
राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह का कोरोना संक्रमण के चलते निधन हो गया था। उनके निधन के बाद कोरोना काल के चलते उनकी श्रद्धांजलि सभा नहीं हो पाई थी। अब जब कोरोना के केस लगातार कम हो रहे हैं। तब राष्ट्रीय लोकदल एवं किसानों ने स्वर्गीय चौधरी अजीत सिंह की श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करने एवं उनके पुत्र रालोद के अध्यक्ष जयंत चौधरी की रस्म पगड़ी के लिए सभा का आयोजन छपरौली में करने का फैसला लिया गया। छपरौली रालोद का सियासी गढ़ रही है। श्रद्धांजलि सभा एवं रस्म पगड़ी कार्यक्रम सभा का समय सुबह 10 बजे रखा गया था, लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों से रालोद के कार्यकर्ता एवं किसान छपरौली पहुंचने शुरू हो गए थे। समाचार लिखे जाने तक कार्यक्रम स्थल चारों तरफ से भर गया है जबकि छपरौली पहुंचने वाले सभी रास्तों पर बस एवं कारों का काफिला कार्यक्रम स्थल की ओर पहुंच रहा है।

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात...