मंगलवार, 14 सितंबर 2021

हिंदी रीमेक में मल्होत्रा के साथ काम करेंगें राजकुमार

कविता गर्ग            
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता राजकुमार राव सुपरहिट तेलुगू फिल्म हिट के हिंदी रीमेक में सान्या मल्होत्रा के साथ काम करते नजर आयेंगे।
राजकुमार राव अपनी आने वाली फिल्म हिट को लेकर चर्चा में हैं और उन्‍होंने इस पर काम भी शुरू कर दिया है। सान्‍या मल्‍होत्रा के साथ राजकुमार तेलुगू थ्रिलर 'हिट' के हिंदी रीमेक में नजर आएंगे। तेलुगू थ्रिलर हिट में विश्‍वाक सेन लीड रोल में नजर आए थे और इसकी कहानी एक ऑफिसर के इर्द-गिर्द थी जो होमिसाइड इंटरवेन्‍शन टीम (हिट) का हिस्‍सा होता है और एक गायब हो चुकी महिला के रेस्‍क्‍यू के लिए वह सबकुछ करता है।
टी-सीरीज के ऑफिशल सोशल मीडिया हैंडल से अनाउंस किया गया कि फिल्‍म पर काम शुरू हो गया है। फिल्‍म को लेकर सान्‍या भी काफी एक्‍साइटेड हैं और उन्‍होंने अपनी इंस्‍टाग्राम स्‍टोरी में लिखा कि वह टीम के साथ जुड़ने का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं।

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 73.61 पर पहुंचा रुपया

कविता गर्ग           
मुंबई। घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख और विदेशी कोष के निरंतर प्रवाह के बीच मंगलवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले सात पैसे चढ़कर 73.61 पर पहुंच गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 73.62 पर खुला और फिर पिछले बंद भाव के मुकाबले सात पैसे की बढ़त दर्ज करते हुए 73.61 पर आ गया। शुरुआती सौदों में रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले गिरकर 73.65 पर पहुंच गया था।
रुपया सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 73.68 पर बंद हुआ था। इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.10 प्रतिशत गिरकर 92.58 पर आ गया। विदेशी संस्थागत निवेशक सोमवार को पूंजी बाजार में शुद्ध खरीदार थे।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार उन्होंने 1,419.31 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। घरेलू शेयर बाजार के मोर्चे पर, 30 शेयरों वाला बीएसई सेसेंक्स 244.08 अंक या 0.42 प्रतिशत की बढ़त के साथ 58,421.84 पर कारोबार कर रहा था। इसी तरह, व्यापक एनएसई निफ्टी 70.75 अंक या 0.41 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,426.05 पर कारोबार कर रहा था। वहीं वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.75 प्रतिशत बढ़कर 74.06 डॉलर प्रति बैरल हो गया।

शिकायतों को खत्म करने की कोशिश, जवाब दिया

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अफगानिस्तान से सेना वापस बुलाने के तरीके पर रिपब्लिकन सांसदों की आलोचना का जवाब देते हुए कहा कि जो बाइडन प्रशासन को युद्ध को खत्म करने के लिए तालिबान के साथ समझौता विरासत में मिला लेकिन इसके लिए कोई योजना नहीं मिली थी।
सदन की विदेश मामलों की समिति के समक्ष सोमवार को सुनवाई के दौरान ब्लिंकन ने अफगान सरकार के अचानक गिरने को लेकर नाराज सांसदों की शिकायतों को खत्म करने की कोशिश करते हुए जवाब दिया और खासतौर से अमेरिकियों तथा अन्य लोगों को बाहर निकालने के लिए विदेश विभाग के कदमों की जानकारी दी। उन्होंने सोमवार को कहा, ”हमें समयसीमा विरासत में मिली। हमें कोई योजना विरासत में नहीं मिली।” उन्होंने कहा कि प्रशासन ने 20 साल के युद्ध को खत्म करके सही चीज की।
विदेश मंत्री ने कहा, ”हमने अमेरिका के सबसे लंबे युद्ध को खत्म करके सही फैसला किया।” वह मंगलवार को सीनेट की विदेश संबंधों की समिति के समक्ष पेश होंगे। रिपब्लिकन सांसदों ने अफगानिस्तान से अमेरकी सेना की वापसी की प्रक्रिया को ”तबाही और अपमान” बताया। कुछ डेमोक्रेट्स सांसदों ने कहा कि यह अभियान बेहतर तरीके से चलाया जा सकता था जबकि कई अन्य ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना की।
विदेश विभाग को अमेरिकी नागरिकों, वैध निवासियों और खतरे में पड़े अफगान नागरिकों को अफगानिस्तान से बाहर निकालने के लिए पर्याप्त और तेजी से कदम न उठाने के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। तालिबान ने अफगानिस्तान की सत्ता पर 15 अगस्त को कब्जा जमाया था। ब्लिंकन ने बताया कि करीब 100 अमेरिकी नागरिक अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं जिन्होंने देश से बाहर निकाले जाने की इच्छा जतायी है।
साथ ही ”कई हजार” ग्रीन कार्ड धारक भी देश में हैं। रिपब्लिकन सांसदों के सवालों से पहले रिपब्लिकन नेशनल कमिटी ने सोमवार को ”ब्लिंकन को बर्खास्त करो” बैनर के साथ एक बयान जारी कर मांग की कि उन्हें बार-बार की नाकामियों के लिए जिम्मेदार ठहराया जाए।
रिपब्लिकन पार्टी के सांसदों की समिति ने कहा, ”ब्लिंकन के अफगानिस्तान की स्थिति से बेहद खराब तरीके से निपटने और कमजोर नेतृत्व ने अमेरिकी लोगों की जान खतरे में डाल दी और कुछ अमेरिकी अब भी अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं।” ब्लिकंन को बाइडन का बेहद करीबी माना जाता है लेकिन अफगानिस्तान से सेना को वापस बुलाने के प्रशासन के तरीके को लेकर रिपब्लिकन ही नहीं बल्कि डेमोक्रेट सांसद भी उनकी आलोचना कर रहे हैं।

सेंसेक्स में 180 अंक से अधिक की उछाल आईं

कविता गर्ग                 
मुंबई। खुदरा मुद्रास्फीति में नरमी की वजह से बाजार में लिवाली की भावना बढ़ने से मंगलवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स में 180 अंक से अधिक की उछाल आयी। शेयर दलालों ने कहा कि इसके अलावा दूसरे एशियाई बाजारों में मजबूती के रुख से भी घरेलू शेयर बाजार में तेजी आयी। मंगलवार सुबह 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 186.98 अंक या 0.32 प्रतिशत की तेजी के साथ 58,364.74 पर कारोबार कर रहा था। 54.65 अंक या 0.31 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,409.95 पर पहुंच गया। सेंसेक्स में बजाज फाइनेंस 0.78 प्रतिशत की बढ़त के साथ शीर्ष पर रहा। इसके बाद डॉ रेड्डीज, कोटक बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, सन फार्मा, एक्सिस बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज का स्थान रहा। वहीं इंफोसिस, बजाज ऑटो, पावरग्रिड और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयरों को नुकसान हुआ। सब्जियों जैसे खाद्य पदार्थों की कीमतों में गिरावट की वजह से खुदरा मुद्रास्फीति लगातार तीसरे महीने अगस्त में घटकर 5.3 प्रतिशत हो गयी। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित खुदरा मुद्रास्फीति अगस्त में घटकर 5.3 प्रतिशत हो गयी, जो एक साल पहले इसी महीने में 6.69 प्रतिशत थी।

वहीं खाद्य मुद्रास्फीति अगस्त 2020 के 9.05 प्रतिशत से बहुत तेजी से घटकर 3.11 प्रतिशत हो गयी। पिछले सत्र में सेंसेक्स 127.31 अंक या 0.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 58,177.76 पर बंद हुआ था। वहीं व्यापक एनएसई निफ्टी 13.95 अंक या 0.08 प्रतिशत गिरकर 17,355.30 पर बंद हुआ था।

एशिया में शंघाई, सियोल, टोक्यो और हांगकांग के शेयर बाजार मध्य सत्र सौदों में लाभ के साथ कारोबार कर रहे थे। विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध खरीदार थे और अस्थायी विनिमय आंकड़ों के अनुसार उन्होंने सोमवार को 1,419.31 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.44 प्रतिशत बढ़कर 73.83 डॉलर प्रति बैरल हो गया।

देश में संक्रमितों की संख्या-3,32,89,579 हुईं

अकांशु उपाध्याय         
नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 25,404 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,32,89,579 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 3,62,207 रह गई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 339 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,43,213 हो गई।
उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 3,62,207 हो गई है, जो कुल मामलों का 1.09 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में कुल 12,062 मामलों की कमी आई। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97.58 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 54,44,44,967 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 14,30,891 नमूनों की जांच सोमवार को की गई।
दैनिक संक्रमण दर 1.78 प्रतिशत है, जो पिछले 15 दिन से तीन प्रतिशत से कम बनी है। वहीं, साप्ताहिक संक्रमण दर 2.07 प्रतिशत है, जो पिछले 81 दिन से तीन प्रतिशत से कम है। देश में अभी तक कुल 3,24,84,159 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 मृत्यु दर 1.33 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की कुल 75.22 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी।

वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।

यूके: नंबर स्विच ऑफ करने का अभियान शुरू हुआ

पंकज कपूर             
देहरादून। ऊर्जा निगमों के कर्मचारियों और धामी सरकार के बीच बनती दिख रही सहमति अब टूट के करार पर नजर आ रही है। ऊर्जा निगमों के कर्मचारियों ने 14 सूत्री माँगों पर आश्वासन के बावजूद प्रगति न हो पाने से ख़फ़ा होकर नए सिरे से आंदोलन का बिगुल फूँक दिया है। ऊर्जा निगम कार्मिकों ने शनिवार से रोज शाम पांच बजे से अगले दिन सुबह 10 बजे तक सरकारी मोबाइल नंबर स्विच ऑफ करने का अभियान भी शुरू हो गया है।
इसके अलावा कार्मिकों ने हफ्ते में दो दिन गेट मीटिंग और 23, 25, व 27 सितंबर को सत्याग्रह करने का ऐलान कर दिया है। इसके बाद भी सरकार माँगों पर मुहर नहीं लगाती है तो कार्मिकों ने 6 अक्तूबर से हड़ताल पर जाने का एलान किया गया। कर्मचारियों ने धामी सरकार को चेताया है कि जब तक लंबित समस्याओं पर कार्रवाई नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा।
शनिवार को देहरादून सहित तमाम जिलों में तीनों ऊर्जा निगमों के कर्मचारियों ने पावर हाउस, बांध, बैराज, ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन और उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन के विभिन्न बिजली घरों पर 10 बजे से 12 बजे तक गेट मीटिंग की। ज्ञात हो कि जुलाई में सहमति के बावजूद सरकार माँगों पर फैसला लेने को आगे नहीं बढ़ पाई तो विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने 31 अगस्त से आंदोलन छेड दिया था।

पहाड़ी जिलों में तैनाती सुनिश्चित करने के आदेश दिए

पंकज कपूर           
देहरादून। लेकिन, कोरोना काल के चलते शासन द्वारा शून्य सत्र का हवाला देते हुए इस ट्रांसफर कार्रवाई पर रोक लगाई गई थी। हालांकि, पिछले सप्ताह ही उत्तराखंड शासन ने इस ट्रांसफर आदेश पर रोक हटाते हुए इसे बहाल करने की अनुमति दे दी थी। ऐसे में इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए सोमवार को पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार द्वारा कार्मिक आईजी और गढ़वाल डीआईजी सहित संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर हर हाल में सितंबर महीने के अंत तक सभी संबंधित ट्रांसफर पुलिस कर्मियों को पहाड़ी जिलों में तैनाती सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक मैदानी से पहाड़ी और पहाड़ से मैदानी जिलों में दारोगा-इंस्पेक्टर के तबादलों की सूची में 15 से 20 ट्रांसफर कर्मियों ने अपने व्यक्तिगत पारिवारिक व अन्य मेडिकल संबंधित समस्याओं का हवाला देते मुख्यालय कार्मिक को प्रार्थना पत्र देकर ट्रांसफर रोकने का आग्रह किया है। ऐसे में इस विषय पर ईटीवी भारत को मिली जानकारी के मुताबिक ट्रांसफर आपत्ति प्रार्थना पत्रों का आकलन करने पर लगभग 2 फीसदी पुलिस कर्मियों को ही बेहद व्यक्तिगत समस्याओं के कारण पहाड़ चढ़ने के ट्रांसफर आदेश से राहत मिल सकती है। अगले 2 दिन में आ सकता है आदेश। दारोगा-इंस्पेक्टरों के तबादले के संबंध में डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग का कहना है कि फिलहाल मुख्यालय की तरफ से लिखित आदेश उनको प्राप्त नहीं हुआ है। जैसे ही आदेश प्राप्त होगा उसके तत्काल बाद ही संबंधित पुलिस कर्मियों को ट्रांसफर के लिए रिलीव कर रवाना कर दिया जाएगा। हालांकि, डीआईजी ने यह भी साफतौर पर कहा कि अगले 1 से 2 दिन में इस संबंध में आदेश मिलने की संभावना है, जिसके उपरांत जिन 108 दारोगा और 19 इंस्पेक्टरों को मार्च-अप्रैल महीने में ट्रांसफर आदेश जारी हुए थे, उन्हें संबंधित जिलों में नियमावली अनुसार तैनात किया जाएगा।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...