गुरुवार, 9 सितंबर 2021

रक्षामंत्री ने आयोजित समारोह को संबोधित किया

इकबाल अंशारी             
जालोर। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक भारत सशक्त भारत का नारा देते हुए कहा है कि रक्षा और विकास एक दूसरे के पूरक हैं। जालोर जिले में भारत पाक सीमा से 40 किलोमीटर पहले हाइवे पर यूद्धक विमानों के आपातकालीन उतरने के लिए बनी हवाई पट्टी का उद्घाटन करने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने आज कहा कि जिस तरह से हाइवे का उपयोग रक्षा कामों के लिए हो रहा है। उससे विकास और रक्षा एक दूसरे के पूरक बन चुके हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा कि पहले यह माना जाता था कि रक्षा पर खर्च करने से विकास रुक जाता है लेकिन हाइवे पर आपात लैंडिंग के नये प्रयोग ने यह साबित कर दिया है कि रक्षा खर्च पर खर्च से विकास नहीं रुकता है। उन्होंने कहा कि सेना हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है तथा हाइवे पर लेंडिंग की सुविधा से सेना और मजबूत हुई है।
प्रगति के मानक बन गये है। उससे प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से काफी लोगो को रोजगार मिल रहा है। उन्होंने सड़क सीमा संगठन की सराहना करते हुए कहा कि इस संगठन द्वारा लद्दाख में 19 हजार तीन सौ फीट ऊंचाई पर सड़क बनाने का अद्भूत कार्य किया है। हथियार एवं अन्य युद्धक सामग्री के आयात पर चर्चा करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि इस मामले में भारत अब दूसरे देशों पर निर्भर नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया के आयोजन से रक्षा मामले में भी आत्मनिर्भरता बनेगी।

अफगानिस्तान को लेकर देश-दुनिया की चर्चाएं बढ़ीं

नई दिल्ली/ काबूल। अफगानिस्तान की सरकार को लेकर देश-दुनिया की चर्चाएं बढ़ गई हैं। क्योंकि अब अफगानिस्तान की जमीन पर तालिबान कोई भी ऐसी हरकत कर सकता है। जो सारे देशों के लिए खतरनाक हाे सकता है। सभी देश चाह रहे हैं कि अब वहां का इस्तेमान आतंकवाद के लिए ना हो।
दिल्ली में रूसी सुरक्षा परिषद के प्रमुख निकोलाई पेत्रूशेव और भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के बीच हुई बैठक में भारत और रूस का मानना है कि अफगानिस्तान में सक्रिय विदेशी आतंकवादी समूह मध्य एशिया और भारत के लिए खतरा हैं। भारत सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि भारत और रूस दोनों अफगानिस्तान के घटनाक्रम से बहुत चिंतित हैं।
वादों पर कायम रहे तालिबान दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि तालिबान को अपने वादों पर कायम रहना चाहिए, जिसमें महिलाओं के लिए बुनियादी मानवाधिकारों का सम्मान और आतंकवादी समूहों द्वारा अपने क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं करने देना शामिल है।

याचिका पर पीठ सुनवाई करे या खंडपीठ: एचसी

कविता गर्ग             
मुंबई। बंबई उच्च न्यायालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह 13 सितंबर को इस पर फैसला करेगा कि धन शोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को जारी सम्मन के खिलाफ उनकी याचिका पर एकल पीठ सुनवाई करे या खंडपीठ।
देशमुख ने ईडी द्वारा जारी पांच सम्मन को रद्द कने का अनुरोध करते हुए पिछले हफ्ते याचिका दायर की थी। जब याचिका सुनवाई के लिए न्यायमूर्ति एस के शिंदे की एकल पीठ के समक्ष आयी तो ईडी की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषाार मेहता ने कहा कि इस याचिका पर दो न्यायाधीशों वाली खंडपीठ को सुनवाई करनी चाहिए।
उन्होंने इसके लिए उच्च न्यायालय के पंजी विभाग द्वारा जारी एक पत्र का भी उल्लेख किया। मेहता ने कहा, ”अगर पंजी ने आपत्ति जतायी है तो पहले यह स्पष्ट होना चाहिए कि एकल पीठ शायद याचिका में कुछ मुद्दों और चुनौतियों पर फैसला लेने के लिए सक्षम नहीं है। देशमुख की ओर से पेश वरिष्ठ वकील विक्रम चौधरी और अनिकेत निकम ने इसका विरोध किया और कहा कि एकल पीठ को याचिका पर सुनवाई का अधिकार है।
न्यायमूर्ति शिंदे ने कहा कि वह इस मामले पर विचार करेंगे और 13 सितंबर को आदेश देंगे। ईडी ने देशमुख और उनके सहायकों के खिलाफ जांच शुरू की थी। सीबीआई के भ्रष्टाचार और आधिकारिक पद के दुरुपयोग के आरोपों पर 21 अप्रैल को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद ईडी ने यह जांच शुरू की। अपनी याचिका में देशमुख ने कहा कि ईडी की कार्रवाई ”राजनीतिक प्रतिशोध” का नतीजा है।

एलिजिबिलिटी टेस्ट की फाइनल आंसर-की जारी

बेंगलुरु। कर्नाटक टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट 2021 की फाइनल आंसर-की जारी कर दी गई है। इस वीक के अंत तक परिणाम घोषित होने की उम्मीद है। लिखित परीक्षा में शामिल हुए उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आंसर-की चेक कर सकते हैं और डाउनलोड कर सकते हैं। प्रोविजनल आंसर-की 24 अगस्त को जारी की गई थी, और उम्मीदवारों को 31 अगस्त तक ऑब्जेक्शन दर्ज करने के लिए कहा गया था। विभाग ने ऑनलाइन जमा की गई आपत्तियों के अलावा किसी अन्य मोड द्वारा दर्ज किए गए ऑब्जेक्शन पर विचार नहीं किया। बता दे कि कर्नाटक टीईटी 2021 फाइनल आंसर-की म्मीदवारों द्वारा उठाए गए ऑब्जेक्शन का विश्लेषण करने के बाद तैयार की गई है।

हरियाणा: मोबाइल इंटरनेट सेवाओं का निलंबन बढ़ा

राणा ओबराय             
चंडीगढ़। करनाल में जिला मुख्यालय में प्रदर्शनरत किसानों का धरना ”अनिश्चितकाल” तक के लिए जारी रहने के बीच हरियाणा सरकार ने बृहस्पतिवार आधी रात तक जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं का निलंबन बढ़ा दिया है। राज्य के गृह विभाग द्वारा बृहस्पतिवार को जारी एक आदेश में कहा गया है, ”करनाल जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं सुबह सात बजे से रात 12 बजे तक निलंबित रहेंगी।”करनाल में पिछले महीने पुलिस के लाठीचार्ज पर जिला अधिकारियों और प्रदर्शनरत किसानों के बीच बुधवार को एक अन्य दौर की वार्ता विफल रही। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे जिला मुख्यालय पर अपना धरना ”अनिश्चितकाल” तक जारी रखेंगे। 
इससे पहले छह सितंबर को रात साढ़े 12 बजे से सात सितंबर को रात 11 बजकर 59 मिनट तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद की गयी थीं और स्थिति के ”अब भी संवेदनशील” होने के कारण यह निलंबन बुधवार आधी रात तक के लिए बढ़ा दिया गया है। अब ताजा आदेश में कहा गया है कि स्थिति की समीक्षा की गयी और इसे अब भी तनावपूर्ण माना गया है। आदेश में प्रदर्शनकारियों के ”अनिश्चितकाल” तक धरना करने के आह्वान का जिक्र करते हुए कहा गया है, ”हरियाणा के एडीजीपी (सीआईडी) नौ सितंबर को मेरे संज्ञान में लेकर आए कि स्थिति की समीक्षा की गयी है और हालात अब भी तनावपूर्ण हैं और कभी भी स्थिति बिगड़ सकती है जिससे करनाल जिले में जन सुरक्षा और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।”
अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) राजीव अरोड़ा द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि करनाल जिले में वॉयस कॉलिंग के अलावा मोबाइल नेटवर्क पर मुहैया कराए जाने वाली सभी सेवाएं निलंबित रहेगी। इसमें कहा गयाा है कि मोबाइल फोन पर सोशल मीडिया मंचों जैसे कि व्हाट्सएप, फेसबुक और ट्वीटर के जरिए गलत सूचनाओं और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाओं के निलंबन का आदेश दिया गया। 
इस बीच, धरने के तीसरे दिन प्रदर्शनकारी करनाल में लघु सचिवालय परिसर के प्रवेश द्वार पर डटे हुए हैं।
किसान संघ के नेताओं ने कहा कि अधिकारियों और आम जनता को प्रवेश करने से नहीं रोका जाएगा। उनकी मुख्य मांग आईएएस अधिकारी आयुष सिन्हा से संबंधित है। सिन्हा को किसानों के 28 अगस्त के प्रदर्शन के दौरान एक टेप में पुलिसकर्मियों को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना गया कि अगर प्रदर्शनकारी सुरक्षा तोड़ते हैं तो उनका ”सिर फोड़ देना”। भारतीय जनता पार्टी की एक बैठक स्थल की ओर मार्च करने की कोशिश के दौरान पुलिस के साथ झड़प में करीब 10 प्रदर्शनकारी घायल हो गए थे।


युवक के कोरोना संक्रमित मिलने से मचा हड़कंप

हरिओम उपाध्याय               
लखनऊ। राजधानी दिल्ली में अमेरिका से आए विमान से उतरने के बाद सड़क मार्ग से होते हुए राजधानी पहुंचे युवक के कोरोना संक्रमित मिलने से हड़कंप मच गया है। मरीज के पारिवारिक सदस्यों के नमूने भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से जाचे गए। मगर उनमें से किसी को भी संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने जब विमानन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी तो विमान अधिकारियों में भी हलचल मच गई है।
लखनऊ निवासी एक व्यक्ति इसी माह की 1 सितंबर को अमेरिका से आए विमान से दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरा था। फिर सड़क मार्ग से होते हुए वह लखनऊ के आलमबाग स्थित अपने आवास पर पहुंचा। इसके बाद अमेरिका से आए व्यक्ति को बुखार एवं सर्दी जुकाम की शिकायत हो गई। कई दिनों तक इलाज कराने के बाद भी जब वह ठीक नहीं हुआ तो अस्पताल ले जाकर उसकी कोरोना जांच कराई गई। जिसमें मरीज को कोरोना का संक्रमण होने की पुष्टि हुई। कोविड-19 कमांड सेंटर को मरीज ने अमेरिका से लौटने की जानकारी दी तो स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से मरीज के पारिवारिक सदस्यों के नमूने भी एकत्र कर जांचे गए। मगर उनमें से किसी को भी कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने उस विमान के अधिकारियों को सूचना दी जिसमें सवार होकर यह मरीज अमेरिका से दिल्ली आया था। यात्री के कोरोना संक्रमित मिलने का पता चलते ही विमान अधिकारियों में भी हलचल मच गई है। 
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एनके सिंह ने बताया है कि 15 दिन बाद मरीज के संपर्क में आए लोगों की दोबारा से जांच की जाएगी। फिलहाल मरीज का नमूना जींस सीक्वेंसिंग के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से भेजा गया है। जिसकी रिपोर्ट आने में अभी कम से कम 15 दिन का समय लगेगा। इसके बाद ही तय हो सकेगा कि मरीज को कोरोना का कौन सा वेरिएंट है। एहतियात के तौर पर मरीज और उसके परिवार के सदस्यों को अगले 2 हफ्ते तक घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है।

हत्या के केस में सजा काट रहे कैदी ने खुदकुशी की

मनोज सिंह ठाकुर              
ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले के डबरा उप जेल में हत्या के मामले में सजा काट रहे एक विचारधीन कैदी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार डबरा उप जेल में हत्या के मामले में सजा काट रहे विचाराधीन कैदी कमल शाक्य ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसका शव आज सुबह खिड़की से लटका बरामद किया गया। कमल शाक्य ने गत 22 मार्च को पूर्व सरपंच विजय जाट की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, तभी से वह जेल में सजा काट रहा था।

'राष्ट्रपति' ने विमान हादसे के लिए माफी मांगी

'राष्ट्रपति' ने विमान हादसे के लिए माफी मांगी  अखिलेश पांडेय  मॉस्को। कजाकिस्तान विमान हादसे के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुति...