शुक्रवार, 3 सितंबर 2021

मुनव्वर की गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इनकार

हरिओम उपाध्याय    
लखनऊ। अपने बयानों की वजह से अब अक्सर चर्चा में रहने वाले देश के मशहूर शायर मुनव्वर राना की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने मुनव्वर राना की गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। हाईकोर्ट की 2 सदस्यीय खंडपीठ ने एफआईआर रद्द करने की याचिका भी खारिज कर दी है।
शायर मुनव्वर राना ने महर्षि वाल्मीकि की तुलना तालिबान से कर दी थी, जिसके बाद लोगों का गुस्सा उनपर फूटा था।  उनके खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत हजरतगंज थाने में केस दर्ज कराया गया था। आंबेडकर महासभा ने भी मांग की थी कि मुनव्वर राना के खिलाफ केस दर्ज हो।
लखनऊ में अखिल भारतीय हिंदू महासभा और सामाजिक सरोकार फाउंडेशन ने हजरतगंज थाने में तहरीर दी थी कि मुनव्वर राना के खिलाफ केस दर्ज हो. एससी/एसटी एक्ट के अलावा 153-ए, 501 (1)-बी और 295-ए के तहत उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
मुनव्वर राना ने अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे पर कहा था, 'तालिबानी उतने ही आतंकी हैं, जितने रामायण लिखने वाले वाल्मीकि हैं। अगर वाल्मीकि रामायण लिखते हैं तो वे देवता हो जाते हैं, उससे पहले वह डाकू थे। आदमी का किरदार बदलता रहता है।
विवादित बयानों से चर्चा में रहते हैं विवादित बयान देकर घिरे हैं मुनव्वर रानामुनव्वर राना अक्सर अपने विवादित बयानों से चर्चा में रहते हैं। उन्होंने हाल ही में कहा था कि यूपी में भी तालिबान जैसा काम हो रहा है। उन्होंने दावा किया था कि यूपी में भी थोड़े-बहुत तालिबानी हैं। यहां सिर्फ मुसलमान ही नहीं बल्कि हिंदू तालिबानी भी होते हैं। आतंकवादी क्या मुसलमान ही होते हैं, हिंदू भी होते हैं। जैसे महात्मा गांधी सीधे थे और नाथूराम गोडसे तालिबानी. यूपी में तालिबान जैसा काम हो रहा है।

वेबसाइट फोनपे पल्स लाँच करने की घोषणा की

अकांशु उपाध्याय           

नई दिल्ली। फिनटेक कंपनी फोनपे ने आज भारत का पहला इंटरैक्टिव वेबसाइट फोनपे पल्स लाँच करने की घोषणा की। जिसमें डेटा, इनसाइट और देश में डिजिटल पेमेंट पर चल रहे ट्रेंड भी देखे जा सकते हैं। फोनपे पल्स वेबसाइट पर भारत के इंटरेक्टिव मैप पर उपभोक्ताओं द्वारा 2000 करोड़ से अधिक लेनदेन को देखा जा सकता है। कंपनी ने डिजिटल भुगतान के पिछले 5 वर्षों के विकास पर अध्ययन के लिए, पल्स रिपोर्ट भी लॉन्च की। रिपोर्ट में इस बारे में भी बेहतर इनसाइट है कि 2016 के बाद से पूरे भारत में डिजिटल भुगतान कैसे विकसित हुआ है और इसमें विस्तृत भौगोलिक और श्रेणी विशिष्ट ट्रेंड शामिल हैं।

फोनपे पल्स नये तरह का उत्पाद है जो सरकार, पॉलिसी निर्माताओं, नियामक निकायों, मीडिया, उद्योग विश्लेषकों, व्यापारी भागीदारों, स्टार्टअप और शैक्षणिक संस्थानों और छात्रों सहित कई पारिस्थितिकी तंत्र हितधारकों के जरूरतों के लिए फायदेमंद है। इनसाइट वाले ट्रेंड और कहानियों के साथ समृद्ध डेटा सेट का उपयोग इन भागीदारों द्वारा उपभोक्ता और व्यापारी व्यवहार को समझने और विकास के नए अवसरों की पहचान करने के लिए किया जा सकता है। फोनपे पल्स भारत में अपनी तरह का पहला उत्पाद है और एक क्रॉस-फ़ंक्शनल टीम द्वारा महीनों के अनुसंधान और सहयोग का नतीजा है। जिसमें पूरे कंपनी के कॉर्पोरेट संचार पेशेवर, व्यवसाय विश्लेषक, विपणक, डिज़ाइनर, लेखक, इंजीनियरिंग और व्यावसायिक टीमें शामिल हैं।

भोजपुरी फिल्म 'राधे' 10 सितंबर को होगीं रिलीज

कविता गर्ग         
मुंबई। भोजपुरी सिनेमा के मेगा स्टार रवि किशन और अरविंद अकेला कल्लू की भोजपुरी फिल्म 'राधे' 10 सितंबर को बिहार और झारखंड के सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है।
रवि किशन और अरविंद अकेला कल्लू की मोस्ट अवेटेड फ़िल्म राधे बिहार झारखंड के सिनेमाघरों में एक साथ भव्यता के साथ 10 सितंबर को रिलीज होने जा रही है। फ़िल्म की निर्मात्री नेहा श्री ने बताया, "यह फ़िल्म पहले बन चुकी थी,लेकिन कोविड के कारण हमारी फिल्म रिलीज़ नही हो पायी। भोजपुरिया दर्शक लंबे समय से इस फ़िल्म का इंतज़ार कर रहे थे की फ़िल्म कब रिलीज होगी,लेकिन अब उनकी इंतजार की घड़ी समाप्त हो गई है। 10 सितंबर को राधे सम्पूर्ण बिहार और झारखंड के सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है।
कल्लू की जोड़ी सिल्वर स्क्रीन पर पहली बार एक साथ देखने को मिलेगी। फ़िल्म में नेहा श्री और प्रियंका पंडितअहम क़िरदार में नज़र आयेंगी। राधे की निर्मात्री नेहा श्री है जबकि निर्देशक एवं संगीतकार रितेश ठाकुर है। फ़िल्म की कहानी के बारे निर्देशक ने बताया कि फ़िल्म का मेन हीरो हाथी है। जिसका नाम राधे रहता है।इससे अधिक जानकारी के लिए दर्शको को फ़िल्म देखनी पड़ेगी। फ़िल्म के कॉन्सेप्ट और डायलॉग बेहतरीन हैं। फिल्म साफ सुथरी पारिवारिक है,जिसे हर वर्ग के दर्शक देख सकते है।

नीति तय न होने पर सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जताई

अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। कोरोना से मरने वालों के परिवार को मुआवजा देने की नीति अब तक तय न होने पर सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जताई है। कोर्ट ने केंद्र को मुआवजा नीति बनाने के अलावा डेथ सर्टिफिकेट में मौत की सही वजह दर्ज करने की व्यवस्था बनाने के लिए भी कहा था। मामले में अब तक जवाब दाखिल न होने पर टिप्पणी करते हुए कोर्ट ने आज कहा। आप जब तक कदम उठाएंगे, तब तक तीसरी लहर भी आकर जा चुकी होगी।
30 जून को दिए आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने देश में कोरोना से हुई हर मौत के लिए मुआवजा देने को कहा था। कोर्ट ने नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी से कहा था कि वह 6 हफ्ते में मुआवजे की रकम तय कर राज्यों को सूचित करे। कोर्ट ने माना था कि इस तरह की आपदा में लोगों को मुआवजा देना सरकार का वैधानिक कर्तव्य है। लेकिन मुआवजे की रकम कितनी होगी, यह फैसला कोर्ट ने सरकार पर ही छोड़ दिया था।
मामले के याचिकाकर्ताओं ने दलील दी थी कि अस्पताल से मृतकों को सीधा अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा है। न उनका पोस्टमॉर्टम होता है, न डेथ सर्टिफिकेट में लिखा जाता है कि मृत्यु का कारण कोरोना था। ऐसे में अगर मुआवजे की योजना शुरू भी होती है तो लोग उसका लाभ नहीं ले पाएंगे। इस पर कोर्ट ने कहा था कि कोरोना से मरने वालों के मृत्यु प्रमाण पत्र में मौत की वजह साफ लिखी जानी चाहिए। सर्टिफिकेट पाने की प्रक्रिया सरल बनाई जाए। अगर पहले जारी हो चुके सर्टिफिकेट से परिवार को कोई शिकायत है तो उसका निराकरण किया जाए।
आज यह मामला जस्टिस एम आर शाह और अनिरुद्ध बोस की बेंच में लगा। सुनवाई की शुरुआत में ही एडिशनल सॉलिसीटर जनरल ऐश्वर्या भाटी ने कोर्ट को सूचित किया कि अब तक हलफनामा दाखिल नहीं हो पाया है। भाटी ने इसके लिए 10 दिन का समय मांगा। कोर्ट में मौजूद सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने भी कहा कि मामला अभी सरकार के पास विचाराधीन है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बेंच के अध्यक्ष जस्टिस शाह ने कहा कि आदेश आए हुए लंबा समय बीत चुका है। सरकार जब तक कुछ करेगी, तब तक तीसरी लहर भी बीत चुकी होगी। कोर्ट ने कहा कि सरकार पहले भी समय मांग चुकी है। अब वह 11 सितंबर तक जवाब दाखिल कर दे।

मां ने बच्ची को 19 बिल्लियों के साथ बंद किया

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। एक कलयुगी मां ने अपनी ही बच्ची को 19 बिल्लियों के साथ अंधेरे कमरे में बंद कर दिया। मां ने अपनी 6 साल की बेटी के साथ यह करतूत की है। उस कमरे ना कोई खिड़की थी, ना कोई रोशनी थी। बच्ची की हालत ये हो गई कि उसे जिंदा रहने के लिए बिल्लियों के खाने को भी खाना पड़ा। इसके बाद जब पुलिस उस कमरे तक पहुंची तो पुलिस के अधिकारी ना सिर्फ हैरान रह गए बल्कि सोच में पड़ गए कि कोई मां अपनी ही बच्ची के साथ यह सब कैसे कर सकती है।
दरअसल, यह मामला रूस स्थित उत्तरी मॉस्को का है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला का नाम एल्प्रिका है। उसने अपनी छह साल की मासूम बच्ची को इसलिए कमरे में बंद कर दिया क्योंकि वह उसे पसंद नहीं करती थी। उसने अपनी बच्ची को उठाकर 19 बिल्लियों के साथ एक डरावने कमरे में बंद कर दिया। कई दिन तक बच्ची उसमें बंद रही। बच्ची बिल्लियों के साथ ही कमरे में रही। यहां तक कि जिंदा रहने के लिए उसने बिल्लियों का खाना तक खाया। गनीमत यह रही कि उसकी जान किसी तरह बच गई।
रिपोर्ट के मुताबिक, एल्प्रिका ने मासूम बच्ची को बिल्लियों के साथ बंद कर दिया और वो खुद अपनी बड़ी बेटी के साथ बगल के शानदार घर में रहती थी। इसकी सूचना जब पुलिस को किसी ने दी तो उन्होंने बच्ची को रेस्क्यू किया। बच्ची की हालत ये थी कि वह इंसान की भाषा भी नहीं समझ पाती थी। वो बिल्लियों की तरह ही चलने की कोशिश करने लगी थी।
पुलिस ने इसके बाद बच्ची की मां को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी महिला ने सफाई दी कि उसने अपनी बेटी के स्वभाव में तीन साल की उम्र में ही अजीब बदलाव देखे, जिसके बाद उसने बच्ची को बिल्लियों के साथ बंद कर दिया। जबकि बड़ी बेटी को उन्होंने अपने साथ रखा। बच्ची पर ऐसा अत्याचार करने को लेकर कोर्ट ने उसे जेल की सजा सुनाई है।

फिल्म 'ऊंचाई' की शूटिंग नेपाल में करेंगे अमिताभ

कविता गर्ग           
मुंबई। बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन अपनी आने वाली फिल्म 'ऊंचाई' की शूटिंग नेपाल में करेंगे।
अमिताभ बच्चन जल्द ही निर्देशक सूरज बड़जात्या की फैमिली ड्रामा फिल्म 'ऊंचाई' में नजर आएंगे। बताया जा रहा है कि अमिताभ अपनी इस फिल्म की शूटिंग शुरू करने के लिए तैयार हैं। इस फिल्म में बोमन ईरानी और अनुपम खेर भी अहम भूमिका में नजर आने वाले हैं। अमिताभ अक्टूबर से नेपाल में इस फिल्म की शूटिंग शुरू करने वाले हैं।
बताया जा रहा है कि अमिताभ बच्चन समेत दूसरे कलाकार 40 से 45 दिन तक नेपाल में फिल्म की शूटिंग करेंगे। नेपाल के बाद फिल्म के बचे हुए हिस्से की शूटिंग मुंबई और दिल्ली में होगी। फिल्म की कहानी सूरज बड़जात्या के दिल के बेहद करीब है। यह फिल्म अगले साल यानी 2022 के सेकेंड हाफ में सिनेमाघरों में रिलीज की जाएगी। बताया जा रहा है कि यह फिल्म दोस्ती पर आधारित होगी। फिल्म में अमिताभ, बोमन ईरानी, अनुपम खेर और नीना गुप्ता बेस्ट फ्रेंड के रूप में नजर आएंगे। बताया जा रहा है कि पंकज त्रिपाठी भी इस फिल्म का हिस्सा हैं।

यूके: उत्तराखंड से भाजपा को उखाड़ फेंकेगी यात्रा

पंकज कपूर           
काशीपुर। 3 सितंबर 2021 वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री व उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी की प्रदेश सचिव अलका पाल ने कहा की कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा उत्तराखंड से भाजपा को उखाड़ फेंकेगी l 3 सितंबर से 6 सितंबर तक चलने वाली कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा उत्तराखंड में भाजपा के ताबूत की आखरी कील साबित होगी। पीसीसी सचिव अलका पाल ने कहा कि भ्रष्टाचार- महंगाई- बेरोजगारी-काले कृषि कानून -सिलेंडर- पेट्रोल और डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्धि को लेकर पूरे देश और उत्तराखंड की जनता त्रस्त है। लेकिन अंधेर नगरी, चौपट राजा वाली कहावत के कारण सत्ता में बैठे हुए लोगों को महंगाई दिखाई नहीं देती।
उत्तराखंड में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा राज्य की जनता के बीच महंगाई- भ्रष्टाचार- बेरोजगारी- किसान विरोधी एवं सिलेंडर- पेट्रोल और डीजल की वृद्धि को लेकर सड़कों पर आंदोलन कर रही है। कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा केवल सत्ता पाने के लिए नहीं है। बल्कि उत्तराखंड की जनता के हक- हकुकू की लड़ाई लड़ने की है। वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री अलका पाल ने कहा समय की मांग है कि अब इस हिटलर शाही सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया जाए। कभी नोटबंदी कभी जीएसटी और अब महंगाई- बेरोजगारी- भ्रष्टाचार का दानव देश और उत्तराखंड की जनता को छल रहा है। भाजपा सरकार में बैठे हुए लोग केवल घोषणाओं तक सीमित है। उत्तराखंड की जनता आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए तैयार है, और इसका आगाज कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा से आरंभ हो रहा है।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...