वाशिंगटन डीसी/ बीजिंग। जो बाइडन के सत्ता में आने के बाद पहली बार चीन और अमेरिका के बीच सैन्य स्तर की बातचीत हुई। इस चर्चा मं सबसे ज्यादा जो अफगानिस्तान के बदलते हालात पर दिया गया। बाद में मीडिया से बातचीत करते हुए चीन के विदेश मंत्री ने तालिबान के ‘पक्ष’ में बात रखी। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं अफगानिस्तान में आसानी से सत्ता का परिवर्तन हो जाए। यहीं अफगान लोगों के हित में है। हालांकि उन्होंने खुले तौर पर तालिबान का नाम नहीं लिया।
चीन और अमेरिका के बीच यह वार्ता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई। हांगकांग के अखबार ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ ने सैन्य अधिकारियों के हवाले से कहा है, ‘‘अफगानिस्तान संकट सबसे जरूरी मुद्दों में से एक है जिस पर चर्चा करने की जरूरत है। चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने (इस साल की शुरुआत में) अलास्का वार्ता में इस मुद्दे को उठाया था। लेकिन उनके अमेरिकी समकक्ष ने इसे नजरअंदाज कर दिया।’’