शनिवार, 28 अगस्त 2021

व्यवहार के अनुपालन की अवधि 30 तक बढाई गई

अकांशु उपाध्याय             
नई दिल्ली। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने कोविड महामारी से निपटने तथा इसके प्रबंधन के लिए देश भर में चलाये जा रहे अभियान के तहत जारी दिशा-निर्देशों तथा कोविड उपयुक्त व्यवहार के अनुपालन की अवधि 30 सितम्बर तक बढा दी है।
केन्द्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने आज राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों तथा प्रशासकों को अलग अलग पत्र लिखकर कहा कि कोविड-19 से बचाव तथा रोकथाम के लिए देश भर में पहले से ही लागू केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशा निर्देश तथा एहतियाती उपाय अब 30 सितम्बर तक लागू रहेंगे।
राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में अजय भल्ला ने कहा है कि राष्ट्रीय स्तर पर महामारी की स्थिति कुल मिलाकर स्थिर है लेकिन कुछ राज्यों में संक्रमण अभी भी बढ रहा है जो चिंता का विषय है। उन्होंने राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से कहा है कि वे त्योहारों को देखते हुए भीड़ भाड़ न होने दें और जरूरत पड़ने पर स्थानीय स्तर पर पाबंदी लगायें जिससे भीड़ भाड़ और बड़ी संख्या में लोगों को एकत्र होने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि कोविड उपयुक्त व्यवहार को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए। साथ ही जांच, पहचान, उपचार , टीकाकरण और कोविड उपयुक्त व्यवहार की पांच सूत्री नीति पर पूरी तरह जोर दिया जाना चाहिए।

भाजपा के मित्रों के फायदे के लिए तीनों कृषि कानून

अकांशु उपाध्याय                
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को आरोप लगाया कि तीनों काले कृषि कानून भाजपा के अरबपति मित्रों के फायदे के लिए लाए गए हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश में अडानी समूह द्वारा सेब के दाम घटाने से किसानों को परेशानी होने के दावे वाली एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया कि किसान काले कृषि कानूनों का विरोध क्यों कर रहे है।
क्योंकि अगर किसानों की मेहनत से उगाई गई फसल के दाम व अन्य चीजें तय करने का अधिकार भाजपा के अरबपति मित्रों को दे दिया गया तो यही हाल होगा। कांग्रेस महासचिव ने आरोप लगाया कि काले कृषि कानून भाजपा के अरबपति मित्रों के फायदे के लिए हैं।
प्रियंका ने एक अन्य ट्वीट में उत्तर प्रदेश में अपराध की घटनाओं को लेकर राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी, आपके होर्डिंग्स, विज्ञापनों में तो सब “ठीक ठाक” बताया जाता है। लेकिन, आपके राज में अपराधियों को इतनी शक्ति क्यों मिली हुई है? क्यों महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।

पीएमजेडीवाई की अगुवाई में बदलाव पैदा किया

अकांशु उपाध्याय             
नई दिल्ली। सभी देशवासियों को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ने और सरकारी लाभाें के सीधे लाभार्थियों तक पहुंचने के उद्देश्य से शुरू की गयी प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) के सात वर्ष पूरे होने पर आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सात वर्षों की छोटी सी अवधि में पीएमजेडीवाई की अगुवाई में किए गए उपायों ने रूपांतरकारी और दिशात्मक बदलाव पैदा किया है। जिसने उभरते हुए वित्तीय संस्थानों के इकोसिस्टम को समाज के अंतिम व्यक्ति-सबसे गरीब व्यक्ति को वित्तीय सेवाएं देने में सक्षम बनाया है।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि पीएमजेडीवाई के अंतर्निहित स्तंभों यानी बैंकिंग सेवा से अछूते रहे लोगों को बैंकिंग सेवा से जोड़ने, असुरक्षित को सुरक्षित बनाने और गैर-वित्तपोषित लोगों का वित्त पोषण करने जैसे कदमों ने वित्तीय सेवाओं से वंचित और अपेक्षाकृत कम वित्तीय सेवा हासिल करने वाले इलाकों को सेवा प्रदान करने के क्रम में प्रौद्योगिकी का लाभ उठाते हुए बहु-हितधारकों के सहयोगात्मक दृष्टिकोण को अपनाना संभव बनाया है।
सीतारमण ने कहा कि उनका मंत्रालय हाशिए पर रहने वाले और अब तक सामाजिक-आर्थिक रूप से उपेक्षित वर्गों का वित्तीय समावेशन करने और उन्हें सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। समावेशी विकास का प्रवर्तक होने के नाते वित्तीय समावेशन इस सरकार की राष्ट्रीय प्राथमिकता है। यह इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह कदम गरीबों को उनकी बचत को औपचारिक वित्तीय प्रणाली में लाने का एक रास्ता प्रदान करता है और उन्हें गांवों में अपने परिवारों को पैसे भेजने के अलावा सूदखोर साहूकारों के चंगुल से बाहर निकालने का एक अवसर प्रदान करता है।

प्रधानमंत्री जन-धन योजना इस प्रतिबद्धता की दिशा में एक अहम पहल है। यह वित्तीय समावेशन से जुड़ी दुनिया की सबसे बड़ी पहलों में से एक है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त 2014 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएमजेडीवाई की घोषणा की थी और 28 अगस्त को इस योजना की शुरुआत करते हुए इस योजना काे गरीबों की एक दुष्चक्र से मुक्ति के उत्सव के रूप में निरूपित किया था।

पाकिस्तानी नागरिक की सजा पूरी, उसके देश भेजा

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 15 साल पहले जासूसी के जुर्म में पकड़े गए एक पाकिस्तानी नागरिक को सजा पूरी होने के एक साल बाद उसके देश वापस भेजा जा रहा है। एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण उसे पाकिस्तान भेजने की प्रक्रिया में देरी हुई है।
ग्वालियर केंद्रीय कारागार के अधीक्षक मनोज कुमार साहू ने कहा कि पाकिस्तानी जासूस अब्बास अली को बृहस्पतिवार को पुलिस सुरक्षा में वाघा सीमा पर भेजा गया है, जहां से उसे पाकिस्तान को सौंप दिया जाएगा। अली (43) को मार्च 2006 में ग्वालियर के इंदरगंज थाना क्षेत्र के नई सड़क इलाके से आपत्तिजनक दस्तावेजों के साथ पकड़ा गया था।
साहू ने कहा कि एक अदालत ने उसे 14 साल के कारावास की सजा सुनाई थी जो पिछले साल 26 मार्च को पूरी हुई लेकिन कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के कारण उसे वापस नहीं भेजा जा सका। उन्होंने कहा कि तब से उसे यहां नजरबंद रखा गया था और अब उसे वाघा सीमा पर भेजा गया है। अली को शनिवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को सौंप दिया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार अली पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के रहीम यार कस्बे का रहने वाला है।

अमरिंदर और सिद्धू के बीच सियासी खींचतान जारी

राणा ओबराय              
चंडीगढ़। पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच सियासी खींचतान जारी है। ऐसे में उत्तराखंड में पूरि ध्यान केंद्रित करने के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत की मंशा अभी पूरी होती नहीं दिख रही है। अब राहुल गांधी के निर्देश पर वह फिर पंजाब जाएंगे।
कांग्रेस मान रही थी कि सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का कैप्टन बनाने पर कांग्रेस की सलह खत्म हो जाएगी, मगर ऐसा दिख नहीं रहा है। हर दिन की बयानबाजी और पंजाब की सियासी लड़ाई से आलकमान भी परेशान हो गई है। पंजाब की उलझन को सुलझाने की कोशिशों में जुटे राज्य के कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने राहुल गांधी से मुलाकात की। मुलाकात के बाद हरीश रावत ने कहा कि राहुल गांधी के साथ मेरी बहुत छोटी मुलाकात हुई। पंजाब में जो भी स्थिति है, मैंने उन्हें उससे अवगत कराया है। मैं कांग्रेस अध्यक्ष को पहले ही बता चुका हूं। इससे ज्यादा कुछ नहीं। उन्होंने आगे कहा कि मैं एक-दो दिन में पंजाब जाऊंगा। मैं मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब कांग्रेस प्रदेश प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू से जरूर मिलूंगा।
पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत से जब पूछा गया कि क्या वह प्रभारी के रूप में अपने पद पर बने रहेंग तो इस पर उनका जवाब था कि कांग्रेस में पार्टी नेतृत्व जो भी निर्णय लेता है, वही अंतिम निर्णय होता है। जब तक वे मुझसे कहेंगे, तब तक मैं काम करता रहूंगा। बता दें कि शुक्रवार को पंजाब की सियासी खींचतान के बीच उन्होंने सोनिया गांधी से मिलकर कहा था कि उन्हें पंजाब प्रभारी की जिम्मेदारी से मुक्ति दे दी जाए।
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की चुनाव अभियान समिति के प्रमुख रावत ने गुरुवार को कहा था कि उनके मन में यह है कि राज्य विधानसभा चुनाव पर पूरा ध्यान लगाने के लिए वह नेतृत्व से पंजाब प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी से मुक्त किए जाने का आग्रह करेंगे। रावत यह भी कहा था, ”अगर मेरी पार्टी कहती है, आप इसे (पंजाब प्रभारी की जिम्मेदारी) जारी रखें तो मैं इस जिम्मेदारी का निवर्हन करता रहूंगा।” गौरतलब है कि पंजाब और उत्तराखंड में अगले साल फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव होना है। पंजाब में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच रिश्तों में कड़वाहट के कारण पिछले कुछ महीनों में कई बार विवाद खड़ा हुआ है।

बरेली में दो पक्षों में पथराव का वीडियो वायरल हुआ

सदींप मिश्र             
बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली में दो पक्षों में मारपीट और पथराव का वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में कुछ पुरुष दो महिलाओं को घसीट-घसीटकर मारते हुए नजर आ रहे है। उनको इतना मारा गया है कि दोनों बेसुद होकर नाली में जा गिरी। इसके बाद पथराव शुरू हो गया है। मामले में पुलिस का कहना है कि वीडियो कुछ दिनों पुराना है, उस समय दोनों पक्षों का 151 में चालान कर दिया था। हैरत की बात है कि इस मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों को केवल चालान करके ही छोड़ दिया। अब जब वीडियो वायरल हुआ तो मुकदमा दर्ज करने की बात कही जा रही है।
दरअसल, सिरौली थाना क्षेत्र के केसरपुर गांव में असलम और कद्देशा के बीच छत की नाली को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा था। दोनों के मकान ग्राम समाज में बने है। बताया जा रहा है कि कद्देशा ने अपने मकान की केवल नीव लगाकर छोड़ दी थी। जबकि असलम ने अपना मकान बना लिया था। असलम के मकान का पानी बरसात में कद्देशा की खाली जगह से होकर जाता था। जब कद्देशा अपने मकान में दरवाजा लगने लगा तो असलम के परिजनों ने कहा कि वह उनके पानी को निकलने के लिए जगह छोड़े। मगर कद्देशा जगह छोड़ने को तैयार नहीं था। इस मामले में दोनों पक्षों में पहले मारपीट हुई। बाद में पथराव भी शुरू हो गया। कद्देशा के परिजनों ने असलम की परिवार की महिलाओं को लात घूंसों से पीटा। अब इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है।
करीब दो-तीन महीनें पुराना बताया जा रहा है वीडियो
पुलिस की माने तो यह वीडियो करीब दो से तीन महीनें पुराना है। उस वक्त इस मामले में पुलिस ने इनका 151 में चालान कर दिया था। उस वक्त मामला पूरी तरह से शांत हो गया। अब जब दोबारा से इनका वीडियो वायरल हुआ तो हंगामा कट गया। पुलिस अब आनन फानन में दोनों पक्षों से तहरीर लेकर मामले में मुकदमा दर्ज करने की तैयारी में जुटी है। एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने बताया था कि दोनों पक्षों की मारपीट के बाद उस वक्त 151 में चालान किया गया था। अब मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

दोबारा मैनचेस्टर युनाइटेड के लिये खेलेंगे रोनाल्डो

मैनचेस्टर। क्रिस्टियानो रोनाल्डो दोबारा उसी मैनचेस्टर युनाइटेड के लिये खेलेंगे। जिस टीम ने उन्हें फुटबॉल का वैश्विक सुपरस्टार बनाया था। विश्व फुटबॉल जगत को चौकाने वाले अनुबंध के तहत शुक्रवार को रोनाल्डो की मैनचेस्टर युनाइटेड में वापसी तय हुई। इससे एक दिन पहले उन्होंने युवेंटस को बता दिया था कि अब वह इस इतालवी क्लब के लिये और नहीं खेलेंगे।
युनाइटेड ने ट्वीट किया कि वेलकम बैक क्रिस्टियानो । इसके कुछ मिनट के भीतर ही क्लब की आधिकारिक वेबसाइट क्रैश हो गई । रोनाल्डो ने पहली बार 2003 में स्पोर्टिंग लिस्बन से युनाइटेड के लिये करार किया था जब वह 17 साल के थे। अगले छह साल में उन्होंने 292 मैचों में 118 गोल दागे और दुनिया के सबसे खतरनाक स्ट्राइकरों में शुमार किये जाने लगे।
उन्होंने पांच में से पहला फीफा सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार तभी जीता था । रोनाल्डो 17 . 7 मिलियन डॉलर की फीस और 9 . 4 मिलियन डॉलर की अतिरिक्त राशि पर आये हैं। इससे ठीक पहले रोनाल्डो के प्रतिद्वंद्वी लियोनेल मेस्सी ने बार्सीलोना के साथ करार खत्म होने पर पेरिस सेंट जर्मेन से जुड़ने का ऐलान किया था । पीएसजी के फॉरवर्ड काइलियान एमबाप्पे अब रीयाल मैड्रिड के लिये खेलेंगे।

27 वर्ष बाद दुष्कर्मी को 10 साल की सजा

27 वर्ष बाद दुष्कर्मी को 10 साल की सजा  गणेश साहू  कौशाम्बी। सैनी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में खेत से लौट रही बालिका के साथ 27 वर्ष पहले स...