शनिवार, 28 अगस्त 2021

10 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया

हवाना। क्यूबा के पश्चिमी प्रांत पिनार डेल रियो में इडा तूफान के कारण 10,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। जुवेंटुड रेबेल्डे समाचार आउटलेट की रिपोर्ट के मुताबिक तूफान से प्रभावित 10,471 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया है। इनमें 9,595 लोग आवासीय घरों में और 876 अस्थायी शिविरों में शरण लिए हुए हैं। अमेरिकन नेशनल हरिकेन सेंटर के मुताबिक इडा तूफान पहले ही इस्ला डे ला जुवेंटुड द्वीप पर पहुंच चुका है और शुक्रवार दोपहर को इसकी गति अधिकतम 75 मील प्रति घंटे दर्ज की गयी। तूफान से हुई क्षति का आकलन अभी नहीं किया गया है।

यूपी बोर्ड ऑफ रेवेन्यू द्वारा सरकार को प्रस्ताव भेजा

हरिओम उपाध्याय                   
फैजाबाद। जिले का नाम बदलकर अयोध्या करने के बाद अब इसके पड़ोसी जिले सुल्तानपुर का नाम भी जल्द भगवान राम के बेटे कुश के नाम पर ‘कुश भवनपुर रखा जा सकता है।
सूत्रों का कहना है कि नाम बदलने का प्रस्ताव उत्तर प्रदेश बोर्ड ऑफ रेवेन्यू द्वारा राज्य सरकार को भेज दिया गया है। इसकी मंजूरी के लिए अगली कैबिनेट में फैसला लिया जाएगा।
जिला गजेटियर में ऐतिहासिक रिकॉर्ड का हवाला देते हुए सुल्तानपुर जिला प्रशासन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि शहर को साल 1300 में कुश भवनपुर के रूप में जाना जाता था। अलाउद्दीन खिलजी की सेना द्वारा आक्रमण किए जाने से पहले भर वंश यहां पर शासन करता था। खिलजी के आक्रमण के बाद इसका नाम बदलकर सुल्तानपुर कर दिया गया था।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक सुल्तानपुर जिला मजिस्ट्रेट रवीश गुप्ता ने कहा कि कुछ महीने पहले जब हमने जिला गजेटियर के आधार पर रिकॉर्ड देखा तो पता चला कि लगभग साल 1300 में अलाउद्दीन खिलजी के शासनकाल के दौरान शहर को उसकी सेना ने तबाह कर दिया था। तब से इसे सुल्तानपुर के नाम से जाना जाता है। कुछ महीने पहले ही हमने सरकार को इसकी जानकारी दी थी
21 दिसंबर 2018 को लंभुआ से बीजेपी विधायक देवमणि द्विवेदी ने सुल्तानपुर का मुद्दा उठाया था। उन्होंने दावा किया था कि उन्हें कुछ ऐतिहासिक रिकॉर्ड मिले हैं, जो दिखाते हैं शहर को कुश से जुड़े विभिन्न नामों से जाना जाता था और सदन को सर्वसम्मति से कुश भवनपुर के नाम को मंजूरी देनी चाहिए।
उत्तर प्रदेश में कई जगहों के नाम बदलने के बाद दिल्ली में भी नाम बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है। यहां गांव का नाम बदलने की मांग उठी है। दिल्ली के सफदरजंग एन्क्लेव से बीजेपी की पार्षद राधिका अबरोल ने शुक्रवार को प्रस्ताव दिया कि हुमायूंपुर गांव का नाम बदलकर हनुमानपुर किया जाना चाहिए।
प्रस्ताव में कहा गया है कि हुमायूंपुर गांव के लोगों की लंबे समय से यह मांग है कि इसका नाम बदलकर हनुमानपुर रख दिया जाए। पार्षद राधिका अबरोल ने कहा कि गांव के लोगों की मांग और भावनाओं को ध्यान में रखते हुए गांव का नाम बदलना जनहित में होगा। प्रस्ताव में यह भी कहा गया कि उचित कार्रवाई के लिए इसे निकाय संस्था की नामकरण समिति को भेजा जाएगा। इससे एक दिन पहले एसडीएमसी के महापौर मुकेश सूर्यन ने मोहम्मदपुर गांव का नाम बदलकर माधवपुरम करने को अग्रिम मंजूरी दी थी।


 

विश्वविद्यालय के प्राध्यापक के खिलाफ मामला दर्ज

कोलकाता। सोशल मीडिया पर कथित तौर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जान से मारने की धमकी देने के लिए कलकत्ता विश्वविद्यालय के एक प्राध्यापक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को बताया कि यह मामला पीएचडी शोधार्थी तमाल दत्ता द्वारा की गई शिकायत के आधार पर हरे स्ट्रीट पुलिस थाने ने जंतु विज्ञान विभाग के प्राध्यापक अरिंदम भट्टाचार्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस संयुक्त आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा ने बताया कि भट्टाचार्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (भादंसं) की धारा 505 (1बी) (जनता को डराने या चिंतित करने की मंशा), 506 (जान से मारने या गंभीर चोट पहुंचाने की धमकी) और 120बी (आपराधिक षड्यंत्र रचने) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया कि प्राध्यापक को फिलहाल हिरासत में नहीं लिया जा सका है। भट्टाचार्य से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि मैंने मुख्यमंत्री के खिलाफ किसी तरह की टिप्पणी नहीं की। शिकायतकर्ता तृणमूल कांग्रेस का समर्थक है। मैं पुलिस के कदम उठाने की प्रतीक्षा कर रहा हूं और उसके बाद ही इस पर कानूनी सलाह लूंगा।
तृणमूल कांग्रेस समर्थित पश्चिम बंगाल कॉलेज एवं विश्वविद्यालय प्राध्यापक संगठन ने भट्टाचार्य की सोशल मीडिया पोस्टों की निंदा की है। अप्रैल 2012 में, यादवपुर विश्वविद्यालय के रसायन शास्त्र के प्राध्यापक अंबिकेश महापात्रा को मुख्यमंत्री का मजाक उड़ाते हुए एक कार्टून कथित रूप से लोगों को भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।


दुष्कर्म मामले को सुलझाने में पुलिस को कामयाबी

बेंगलुरु। कर्नाटक के गृह मंत्री अरग ज्ञानेंद्र ने शनिवार को कहा कि मैसुरू सामूहिक दुष्कर्म मामले को सुलझाने में पुलिस को कामयाबी मिली है। बहरहाल उन्होंने उन खबरों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया जिसमें कहा गया है कि घटना के संबंध में चार या पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है।
उन्होंने विस्तार से जानकारी दिए बिना कहा कि पुलिस को कामयाबी मिली है। इससे पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज एस बोम्मई ने भरोसा जताया कि पुलिस मैसुरू सामूहिक दुष्कर्म मामला जल्द से जल्द सुलझा लेगी और दोषियों को पकड़ लेगी। उन्होंने बताया कि पुलिस के पांच दल मामले की जांच कर रहे हैं। बोम्मई ने यहां पत्रकारों से कहा कि पुलिस ने मैसुरू मामले को बहुत गंभीरता से लिया है। मुझे विश्वास है कि पुलिस को जल्द से जल्द मामला सुलझाने में कामयाबी मिलेगी।
गौरतलब है कि मैसुरू में एक छात्रा से 24 अगस्त को शहर के बाहरी इलाके में सामूहिक दुष्कर्म किया गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि दोषियों ने पीड़िता के साथ मौजूद उसके एक पुरुष दोस्त से मारपीट भी की। उन्होंने दुष्कर्म की वीडियो सार्वजनिक न करने के लिए उनसे तीन लाख रुपये भी मांगे। कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक और पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण सूद सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच की निगरानी कर रहे हैं। इस घटना को लेकर जनता में काफी रोष है।

देश में पोत निर्माण का हब बनने की ‘असीम संभावना'

चेन्नई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि देश में स्वदेशी पोत निर्माण का हब बनने की ‘असीम संभावना’ है। साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र घरेलू उद्योग को विश्व स्तरीय बनाने में मदद के लिए कई नीतियां लाया है। भारतीय तटरक्षक बल के पोत (आईसीजीएस) ‘विग्रह’ को यहां नौसेना के बेड़े में शामिल करने के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में सिंह ने कहा कि अगले दो वर्षों में दुनियाभर में सुरक्षा पर खर्च दो लाख दस हजार करोड़ डॉलर तक पहुंच जाएगा।
‘विग्रह’ सात अपतटीय गश्ती जहाजों में आखिरी जहाज है।राजनाथ सिंह ने कहा कि ज्यादातर देशों का पूरे एक साल के लिए भी इस स्तर का बजट नहीं है। अगले पांच वर्षों में इसके कई गुना तक बढ़ने की संभावना है। ऐसी स्थिति में आज हमारे पास अपनी क्षमताओं का पूरा इस्तेमाल करने, नीतियों का फायदा उठाने और देश को स्वदेशी जहाज निर्माण का हब बनाने की ओर बढ़ने की असीम संभावना है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि इन संभावनाओं पर विचार करते हुए सरकार ने विश्व स्तर पर पहचान बनाने के लिए पहले ही ऐसी नीतियां बनायी है जो हमारे घरेलू उद्योग को मदद करती हैं चाहे वह सार्वजनिक क्षेत्र हो या निजी क्षेत्र की संस्था हो। आईसीजीएस विग्रह पर उन्होंने कहा, ”इसके डिजाइन से लेकर विकास तक यह जलपोत पूरी तरह स्वदेशी है। उन्होंने कहा कि भारतीय रक्षा के इतिहास में पहली बार निजी क्षेत्र की कंपनी लार्सन एंड टूब्रो के साथ एक या दो नहीं बल्कि सात जहाजों के लिए करार हुआ है।
सिंह ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि 2015 में इस समझौते पर हस्ताक्षर के सात वर्षों के भीतर आज इन सभी सात जहाजों को शामिल करने की प्रक्रिया पूरी हो गयी है। रक्षा विभाग ने एक बयान में कहा कि 98 मीटर लंबे जहाज में 11 अधिकारी और 110 नौसैनिकों के सवार होने की क्षमता है तथा इसे लार्सन एंड टूब्रो शिप बिल्डिंग लिमिटेड ने बनाया है।

सिद्धार्थ ने निर्मित फिल्म 'शेरशाह' में काम किया

कविता गर्ग               
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा एक बार फिर करण जौहर की फिल्म में काम करते नजर आ सकते हैं।
सिद्धार्थ मल्होत्रा ने करण जौहर निर्मित फिल्म 'शेरशाह' में काम किया है। बॉलीवुड में चर्चा है कि करन जौहर ने सिद्धार्थ मल्होत्रा को अब अपनी एक नई एरियल एक्शन ड्रामा फिल्म के लिए साइन किया है। इस अनटाइटल्ड फिल्म को बड़े पैमाने पर बनाया जाएगा, जिसमें सिद्धार्थ कभी न देखे गए अवतार में दिखाई देंगे। इस फिल्म का निर्देशन पुष्कर और सागर करेंगे। पुष्कर और सागर लगभग एक साल से इस फिल्म पर काम कर रहे हैं और इसके लिए उन्होंने रेकी भी पूरी कर ली है। इस साल नवंबर से इस फिल्म का प्रोडक्शन शुरू होने की उम्मीद है।
बताया जा रहा है कि इसे फिल्म को बड़े पैमाने पर बनाया जाएगा, जिसमें कई एक्शन सीन्स और ड्रामाटिक विजुअल्स देखने को मिलेंगे।सिद्धार्थ इस फिल्म की शूटिंग 'मिशन मजनू' और 'थैंक गॉड' खत्म होने के बाद ही शुरू करेंगे।


इराक: अमेरिकी सैन्य अड्डे पर रॉकेटों से हमला किया

बगदाद। इराक-कुवैत सीमा पर स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर रॉकेटों से हमला किया गया। इस घटना में कोई भी व्यक्ति घायल नहीं हुआ है। सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

सूत्रों ने बताया, "अज्ञात आतंकवादियों ने कुवैत सीमा के पास जेरीशान सीमा पार के अमेरिकी सैन्य अड्डे पर तीन रॉकेट दागे हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार रॉकेट अड्डे पर नहीं गिरे और कोई नुकसान नहीं हुआ है।"

27 वर्ष बाद दुष्कर्मी को 10 साल की सजा

27 वर्ष बाद दुष्कर्मी को 10 साल की सजा  गणेश साहू  कौशाम्बी। सैनी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में खेत से लौट रही बालिका के साथ 27 वर्ष पहले स...