मंगलवार, 24 अगस्त 2021

जिलाध्यक्ष अनिल ने कौशांबी डीएम को दिया ज्ञापन

कौशांबी। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने जिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में कहा है कि मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम 2021 में बूथ लेवल ऑफीसर बीएलओ के अतिरिक्त दायित्व से शिक्षक शिक्षिकाओं को मुक्त किया जाए। उन्होंने शिक्षा अधिकार अधिनियम के तमाम धाराओं का हवाला देते हुए कहा कि अतिरिक्त दायित्व से शिक्षण कार्य प्रभावित होता है। उन्होंने कोविड-19 महामारी काल का भी हवाला देते हुए कहा कि छात्रों की शैक्षणिक क्षति हुई है तथा शिक्षक छात्र हित को ध्यान में रखते हुए बीएलओ के अतिरिक्त दायित्व से मुक्त किया जाए। इस दौरान कई शिक्षक मौजूद रहे।
गणेश साहू 

हादसा: कैंटर के टक्कर मारने से 2 सिपाही घायल हुए

नरेश राघानी                       
श्रीगंगानगर। राजस्थान में श्रीगंगानगर से भरतपुर जिले में पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव की ड्यूटी में जा रहे पुलिस बल की एक बस में कल देर रात जयपुर- दौसा हाईवे पर आंधी थाना क्षेत्र में एक कैंटर के टक्कर मार देने से पुलिस के तीन हवलदार और दो सिपाही घायल हो गए।
पुलिस दल में शामिल उपनिरीक्षक रामप्रकाश ने बताया कि भरतपुर जिले में तीन चरणों में आगामी दिनों में होने वाले पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में ड्यूटी लगने पर श्रीगंगानगर जिले से 350 पुलिसकर्मी कल दोपहर कई बसों से रवाना हुए थे। इनमें एक निजी बस में करीब 45 पुलिसकर्मी थेउन्होंने बताया कि कल रात जयपुर-दौसा हाईवे पर एक होटल में खाना खाने के बाद बस दौसा के लिए रवाना हुई थी। दौसा से करीब 17 किमी पहले रात 12.30 बजे लघुशंका से निवृत्त होने के लिए बस को रुकवाया गया। चालक ने सड़क किनारे बस रोक दी, एक सिपाही बस से उतरा था और 2-3 सिपाही और उतरने वाले थे, तभी पीछे से कैंटर ने टक्कर मार दी। इससे बस का पिछला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और पीछे बैठे पुलिसकर्मियों को ज्यादा चोटें आईं। कैंटर को चालक मौके पर छोड़कर भाग गया।
घायल पुलिसकर्मियों को एंबुलेंस एवं अन्य वाहनों से दौसा के सरकारी अस्पताल भेजा गया। घायलों की हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताई जा रही है। घायलों में श्रीगंगानगर पुलिस लाइन में तैनात हवलदार सुभाष, ताराचंद, राजेंद्र और सिपाही दलीप एवं कुलदीप शामिल हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार तीनों हवलदारों के फ्रैक्चर हुए हैं जबकि सिपाहियों के भी काफी चोट आई हैं। कैंटर चालक पर आंधी थाना में लापरवाही और तेजी बरतने के आरोप में मामला दर्ज किया जा रहा है।
इधर श्रीगंगानगर में कल रात करीब एक बजे इस दुर्घटना की सूचना मिलने पर घायल पुलिसकर्मियों के परिजन दौसा रवाना हो गए। यहां के पुलिस अधिकारियों ने पुलिस बल के साथ गए अधिकारियों को घायल पुलिसकर्मियों का समुचित इलाज करवाने के निर्देश दिए।

हड़ताल आशाओं के हक और सम्मान की लड़ाई हैं

पंकज कपूर       

हल्द्वानी। "यह हड़ताल आशाओं के हक और सम्मान की लड़ाई है, जिसे हम जरूर जीतेंगे।" आशा हड़ताल और धरने के तेइसवें दिन ऐक्टू से संबद्ध उत्तराखण्ड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन द्वारा जारी बयान में यह बात कही गई। यूनियन ने कहा कि, "आशा वर्करों ने उत्तराखण्ड राज्य की बदहाल हो चुकी स्वास्थ्य व्यवस्था को अपने दम पर जी-जान से चलाकर ताकत दी है। लेकिन अफसोस की बात है कि आशा कामगारों को प्रदेश की धामी सरकार सम्मानजनक मानदेय तक देने का फैसला तक नहीं ले पाई है, जबकि वे नियमित वेतनमान पाने की हकदार हैं।" यूनियन ने कहा कि, "राज्य सरकार द्वारा इस तरह से आशा वर्करों की मांगों को अनसुना करना जारी रहा तो आगामी विधानसभा चुनावों में इसका जवाब दिया जायेगा। इसलिए सरकार तत्काल आशाओं को मासिक वेतन देने की घोषणा करे।"

अफगानिस्तान में यूक्रेन का एक विमान हाइजैक हुआ

काबुल। यूक्रेन के डिप्टी विदेश मंत्री ने दावा किया है कि अफगानिस्तान में यूक्रेन का एक विमान हाइजैक हो गया है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन का विमान अपने लोगों को अफगानिस्तान से निकालने आया था और हाइजैक करने के बाद विमान को ईरान ले जाया गया है। 
डिप्टी विदेश मंत्री के अनुसार रविवार को यूक्रेन का एक विमान यूक्रेन के नागरिकों को निकालने के लिए काबुल पहुंचा था। इसके बाद कुछ हथियारबंद लोगों ने इस पर कब्जा कर लिया और इसे इरान ले गए हैं।

दस्तावेजों पर काम करने के लिए ‘दृष्टिकोण’ अपनाया

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने कहा है कि भारत ने सुरक्षा परिषद की अपनी अध्यक्षता के दौरान अहम कार्यक्रमों के ‘महत्वपूर्ण’ निष्कर्ष दस्तावेजों पर काम करने के लिए ‘परामर्शी दृष्टिकोण’ अपनाया है। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि संयुक्त राष्ट्र की इकाई के सभी 15 सदस्यों की जरूरतों और चिंताओं पर विचार हो। तिरुमूर्ति ने साथ ही कहा कि इससे संयुक्त राष्ट्र को काफी लाभ होगा।
अगस्त माह के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की भारत की अध्यक्षता इस सप्ताह समाप्त हो रही है। देश ने अपनी अध्यक्षता के दौरान समुद्री सुरक्षा, शांति स्थापना और आतंकवाद निरोधी विषयों पर तीन अहम कार्यक्रम आयोजित किए। तिरुमूर्ति ने कहा कि ‘परामर्शी दृष्टिकोण’ के तहत तीन अहम कार्यक्रमों से महत्वपूर्ण निष्कर्ष दस्तावेज तैयार किए गए हैं। हमने परिषद में प्रवेश के समय से ही अपनी तैयारी शुरू कर दी थी।हमने पहले संयुक्त राष्ट्र की संबंधित एजेंसियों के साथ व्यापक चर्चा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इन कार्यक्रमों के निष्कर्ष पर आधारित दस्तावेज विषय पर केंद्रित हों और इनसे संयुक्त राष्ट्र को क्षेत्र में लाभ मिले।उन्होंने कहा कि हम इन दस्तावेजों पर काम करने के लिए परामर्शी दृष्टिकोण अपना रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सभी 15 सदस्यों की जरूरतों और चिंताओं पर विचार हो।
‘परामर्शी दृष्टिकोण’ अपनाते हुए इस प्रकार की परामर्शी प्रक्रिया में वक्त लगता है। 
लेकिन अंतत: इससे ठोस नतीजे निकलते हैं, जिसे सुरक्षा परिषद के सभी सदस्यों का निर्विरोध समर्थन भी है। यह हमारी ताकत है और सभी ने विचार विमर्श में हमारे समावेशी रुख की सराहना की है।’ तिरुमूर्ति ने कहा कि वह कि इस बात से प्रसन्न हैं कि तीनों कार्यक्रम बेहद सफल रहे।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नौ अगस्त को हुए समुद्री सुरक्षा कार्यक्रम को सफल करार दिया। तिरुमूर्ति ने कहा, “यह पहली बार था जब हमने समुद्री सुरक्षा की समग्र अवधारणा और इसके मायने पर व्यापक चर्चा की। उन्होंने कहा कि समुद्री सुरक्षा पर राष्ट्रपति का बयान भी आया जो संयोग से इस अवधारणा पर राष्ट्रपति का पहला वक्तव्य भी था। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के बयान में समुद्री सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दे थे। जिसमें समुद्री सुरक्षा में यूएनसीएलओएस (समुद्र के कानून पर संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन) का स्थान, नौवहन की स्वतंत्रता, आतंकवाद, हथियारों, मादक पदार्थों और मानव तस्करी, इस संदर्भ में क्षेत्रीय और उप-क्षेत्रीय संगठनों की जगह, पायरेसी आदि शामिल हैं।
कई अन्य गैर-परिषद सदस्यों ने भी लिखित में बयान दिए। उन्होंने कहा कि, ”कुल मिलाकर विषय की जटिलताओं और विभिन्न विचारों को एक सहमति बयान में साथ लाने के हमारे दल की काबिलियत को देखते हुए हमारे कार्यक्रम को काफी सराहा गया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 18 अगस्त को शांतिस्थापना और प्रौद्योगिकी पर और 19 अगस्त को आईएसआईएल या दाएश पर सम्मेलन जैसे दो अहम कार्यक्रमों की अध्यक्षता की।

कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा उत्पन्न हुआ

काबूल /नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना के बीच अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे से जहां एक तरफ कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है।वहीं दूसरी तरफ भारत समेत पूरे विश्व भर में पोलियो वायरस के फैलने की भी आशंका उत्पन्न हो गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक्सपर्ट कमेटी ने पोलियो को लेकर सदस्य देशों को चेतावनी दी है कि अफगानिस्तान में गृहयुद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न होने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पोलियो वायरस के फैलने का जोखिम अब एक बार फिर से बढ़ गया है।
इंटरनेशनल हेल्थ रेगुलेशन 2005 के तहत बनाई गई विश्व स्वास्थ्य संगठन की आपात कमेटी ने अपनी 29वीं बैठक के बाद कहा है कि पोलियो की रोकथाम के लिए किए गए अभी तक के सभी प्रयास सराहनीय हैं। लेकिन इससे संतुष्ट होकर लापरवाही करने का अभी समय नहीं आया है। कमेटी ने बैठक के दौरान कहा है कि बढ़ते सैन्य संघर्ष के साथ अफगानिस्तान के कई प्रांतों में चल रही दुर्गमता एक बड़ा जोखिम है। दक्षिणी अफगानिस्तान में ही तकरीबन 1000000 बच्चों में पिछले 3 साल से पोलियो का टीका नहीं लगा है। पोलियों का टीका नही लगवा पाने बच्चों का आंकड़ा अब लगातार बढ़ता जा रहा है। अफगानिस्तान और पाकिस्तान दुनिया के सिर्फ ऐस वह दो मुल्क है जहां पोलियो अभी अपनी जड़े बनाए हुए हैं। इन दोनों की देशों में वर्ष 2018 के बाद से टीकाकरण के प्रयासों में मुश्किलें पेश आई हैं। क्योंकि जिन क्षेत्रों में तालिबान मजबूत था वहां उन्होंने घर-घर जाकर बच्चों को टीका लगाने पर पाबंदियां लगा दी थी। गौरतलब है कि अफगानिस्तान में पोलियो के खतरे को भांपते हुए भारत के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि वहां से लौट रहे लोगों को एहतियाती उपाय के तहत पोलियो रोधी टीका लगाया जाएगा। मंडाविया ने ट्वीट किया है कि हमने अफगानिस्तान से लौट रहे लोगों को वाइल्ड पोलियो वायरस के खिलाफ एहतियातन निशुल्क पोलियो रोधी टीका ओपीवी एवम् एफआईपीवी लगाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य टीम को उनके प्रयास के लिए बधाई।

राहुल ने भूपेश व टीएस सिंहदेव के साथ बैठक की

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। कांग्रेस की छत्तीसगढ़ इकाई में लंबे समय से चल रही गुटबाजी को खत्म करने के प्रयास के तहत पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के साथ बैठक की। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि बघेल और सिंहदेव मंगलवार को सुबह राहुल गांधी के आवास 12 तुगलक लेन पहुंचे। इस बैठक के दौरान कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और पार्टी के छत्तीसगढ़ मामलों के प्रभारी पीएल पूनिया भी मौजूद थे।
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस आलाकमान छत्तीसगढ़ में पार्टी के भीतर चल रही गुटबाजी को जल्द खत्म करना चाहता है और यह बैठक इसी प्रयास के तहत हुई है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में दिसंबर, 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से मुख्यमंत्री बघेल और स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव के बीच रिश्ते सहज नहीं रहे।
सिंहदेव के समर्थकों का कहना है कि ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री को लेकर सहमति बनी थी और ऐसे में अब सिंहदेव को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए, हालांकि कांग्रेस आलाकमान ने बघेल को मुख्यमंत्री पद से हटाने का कोई संकेत नहीं दिया है।
पिछले दिनों बघेल गुट और सिंहदेव गुट के बीच मतभेद उस वक्त और बढ़ गये जब कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर आरोप लगाया था कि वह उनकी हत्या करवाकर मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। बृहस्पति सिंह को मुख्यमंत्री बघेल का करीबी माना जाता है।

'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ

'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ  गणेश साहू  कौशाम्बी। मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बुधवार को जिल...