हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। राम मंदिर आंदोलन के झंडाबरदार रहे उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत कल्याण सिंह के पुत्र राजवीर सिंह ने रविवार को कहा कि उनके पिता का जन्म ही इसी मुहिम के लिए हुआ था। शनिवार रात दुनिया को अलविदा कह गए 89 वर्षीय भाजपा नेता कल्याण सिंह के सांसद पुत्र राजवीर सिंह ने लखनऊ स्थित आवास पर पिता के अंतिम दर्शन के दौरान वहां लग रहे ‘जय श्री राम’ के नारों की ओर इशारा करते हुए संवाददाताओं से कहा, ”मेरे पिता का जन्म ही इसके लिए (जय श्री राम) हुआ था। वह राम मंदिर निर्माण के लिए प्रतिबद्ध थे और अब वह राम से जा मिले हैं। वह अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण को देखेंगे। वह रामलला के पास पहुंच चुके हैं।”
राजवीर ने रुंधे गले से कहा कि उनके पिता की तरह उनका परिवार भी खुद को राम मंदिर के लिए समर्पित करेगा। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर को विधानभवन और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय ले जाया गया। पार्टी दफ्तर में मिर्जापुर से अपना दल-सोनेलाल की सांसद अनुप्रिया पटेल ने सिंह के अंतिम दर्शन किए और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह के साथ राजनीति के एक युग का समापन हो गया है। सिंह उनके पिता समान थे।
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, ”उनका निधन राष्ट्रवादी राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके नेतृत्व में राष्ट्रवाद ने उत्तर प्रदेश की सीमाओं को पार किया और भारत के विभिन्न हिस्सों में पहुंचा। वह राष्ट्रवाद का बड़ा चेहरा थे। वह एक सख्त प्रशासक थे और वह गलत करने वाले अपने करीबियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने से नहीं हिचकते थे।