मंगलवार, 10 अगस्त 2021

पीएम की तस्वीर मुद्रित करना अवश्यक व अनिवार्य

अकांशु उपाध्याय                
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने मंगलवार को बताया कि कोविड-19 रोधी टीका लगवाने के बाद जारी किए जाने वाले प्रमाणपत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश के साथ तस्वीर ”व्यापक जनहित” में है और यह (प्रमाणपत्र) टीकाकरण के बाद भी महामारी से बचाव के सभी नियमों का पालन करने के बारे में जागरूकता फैलाता है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री भारती पवार ने राज्यसभा में एक लिखित जवाब में यह बात कही। उन्होंने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण प्रमाणपत्रों का प्रारूप मानकीकृत हैं और प्रमाणपत्रों संबंधी विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के विकसित दिशानिर्देशों के अनुरूप है।
कांग्रेस के कुमार केतकर ने सरकार से जानना चाहा था कि क्या कोविड-19 टीकाकरण प्रमाणपत्र पर प्रधानमंत्री की तस्वीर मुद्रित करना अवश्यक और अनिवार्य है। इसके जवाब में पवार ने कहा कि महामारी के बदलते स्वरूपों के मद्देनजर कोविड संबंधी उचित व्यवहार का पालन करना इस रोग के प्रसार को रोकने के लिए एक सबसे महत्वपूर्ण उपाय के रूप में उभरा है।
उन्होंने कहा, ”टीकाकरण प्रमाणपत्रों में प्रधानमंत्री के संदेश के साथ फोटो ‍व्यापक जनहित में टीकाकरण के बाद भी कोविड-19 उचित व्यवहार का पालन करने के महत्व के बारे में जागरूकता उत्पन्न करने के संदेश पर बल देता है।” पवार ने कहा कि यह सरकार की नैतिक और नीतिगत जिम्मेदारी है कि इस प्रकार के महत्वपूर्ण संदेश लोगों तक सबसे प्रभावी ढंग से प्रसारित किए जाएं। उन्होंने कहा, ”टीकाकरण के बाद भी कोविड उचित व्यवहार के महत्व के बारे में संदेश सहित टीकाकरण प्रमाणपत्रों संबंधी डब्ल्यूएचओ मानदंडों के अनुपालन में टीकाकरण प्रमाणपत्रों के प्रारूप का निर्णय इन सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।” यह पूछे जाने पर कि क्या किसी राज्य ने प्रमाणपत्र पर प्रधानमंत्री की तस्वीर नहीं छापी है, पवार ने कहा कि सभी राज्य कोविड टीकाकरण के लिए कोविन एप्लीकेशन का उपयोग कर रहे हैं।
हालांकि केंद्रीय मंत्री ने केतकर के उस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया जिसमें उन्होंने पूछा था कि क्या किसी सरकार ने पहले भी पोलियो, चेचक इत्यादी जैसे किन्हीं टीकों के प्रमाणपत्र पर प्रधानमंत्री की तस्वीर का मुद्रण आवश्यक या अनिवार्य बनाया था।
 

गरीबों को ₹400 का सिलेंडर मुहैया कराना चाहिए

अकांशु उपाध्याय                  
नई दिल्ली। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से उज्ज्वला योजना के दूसरे चरण की शुरुआत किए जाने को लेकर मंगलवार को उन पर निशाना साधा और कहा कि कोरे चुनावी प्रचार से बाज आना चाहिए और गरीबों को 400 रुपये का एलपीजी सिलेंडर मुहैया कराना चाहिए। पार्टी के प्रवक्ता मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह दावा भी किया कि पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस और खाने के उपयोग में लाए जाने वाले तेल की कीमतों में आग लगी हुई है। लेकिन सरकार स्वांग रचने में लगी हुई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के महोबा जिले से ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ के दूसरे चरण की शुरुआत की। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महोबा जिले में इस कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने उज्ज्वला योजना-दो के 10 लाभार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए। इस ऑनलाइन इस कार्यक्रम में मोदी ने उज्ज्वला योजना के पहले चरण के पांच लाभार्थियों से बातचीत भी की।
सुरजेवाला ने एक वीडियो जारी कर कहा, ”विडंबना देखिए, लोगों के घरों में महंगाई का अंधेरा परोसने वाले लोग अपनी योजनाओं का नाम उज्ज्वला रख रहे हैं। आज जब मोदी जी उत्तर प्रदेश के महोबा में उज्ज्वला- 2 की शुरुआत कर रहे हैं, तब देश को जानना चाहिए कि पहले उज्ज्वला के नाम पर क्या अंधेरा गरीबों के घर में परोसा गया है ।” उन्होंने यह भी कहा, ”आज खाना बनाने की गैस के दाम महोबा में 888 रुपये प्रति सिलेंडर है जो कांग्रेस की सरकार में 400 रुपये का हुआ करता था। नाम उसका उज्ज्वला नहीं था, मगर लोगों के घरों में गैस के सस्ते दामों की रोशनी जगमगा रही थी।”
कांग्रेस महासचिव ने दावा किया, ”उज्ज्वला गैस लेने वाले करीब आठ करोड़ परिवारों में से 3 करोड़ परिवारों ने गैस का सिलेंडर रिफ़िल ही नहीं कराया है क्योंकि वो इतनी भारी भरकम कीमत नहीं चुका सकते। ज़्यादातर लोग फिर से लकड़ी के चूल्हे पर खाना बनाने को मजबूर हैं । ऐसा इसलिए कि कैरोसिन की पूरी सब्सिडी भी मोदी जी ने 1 अप्रैल 2021 से समाप्त कर दी और उसके दाम दो गुना से अधिक बढ़ा दिए।
सुरजेवाला ने तंज कसते हुए कहा, ”हमने सुना था कि जंगल की आग पर आग से काबू पाया जाता है। आज मोदी जी पेट्रोल, डीज़ल खाना बनाने की गैस ,खाने का तेल सब के दामों में आग लगाकर गरीबों के पेट की आग बुझाने का स्वांग रच रहे हैं।” उन्होंने कहा, ” मोदी जी ,कोरे चुनावी प्रचार से बाज़ आइए, गरीबों को उज्ज्वला की गैस कांग्रेस की तरह फिर से 400 रु में मुहैया कराइए।

राज्यपाल ने उपराष्ट्रपति नायडू से मुलाकात की

दुष्यंत टीकम                  
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके दिल्ली प्रवास पर हैं। राज्यपाल उइके ने मंगलवार को नई दिल्ली में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू से मुलाकात की। इसी तरह सोमवार को राज्यपाल ने केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से दिल्ली स्थित कार्यालय में मुलाकात की थी। राज्यपाल ने केन्द्रीय रक्षा मंत्री को शॉल भेंट कर उनका सम्मान किया। कोरोना काल में रचनात्मक भूमिका में राज्यपाल-2021 पुस्तिका भेंट की। राज्यपाल ने रक्षा मंत्री सिंह के साथ छत्तीसगढ़ के नक्सल समस्या पर चर्चा की। राज्यपाल ने रक्षा मंत्री सिंह को प्रतीक चिन्ह भी भेंट किया।
इसी तरह राज्यपाल अनुसुईया उइके ने राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के चेयरमेन हर्ष चौहान और सदस्य अनंत नायक से मुलाकात कर जनजातीय समाज के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। राज्यपाल ने दोनों का शॉल से सम्मान किया और प्रतीक चिन्ह भी भेंट किया।

आरक्षण को लेकर कदम उठाने की तैयारी में यूपी

हरिओम उपाध्याय                   
लखनऊ। यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार आरक्षण को लेकर बड़ा कदम उठाने की तैयारी में है। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग प्रदेश की 39 जातियों को अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल करने की तैयारी कर रहा है। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष जसवंत सैनी ने बताया कि जल्द ही आयोग इस संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार को संस्तुति भेजेगा। जानकारी के अनुसार, इन 39 जातियों में भूर्तिया, अग्रहरि, दोसर वैश्य, जैसवार राजपूत, रूहेला, मुस्लिम शाह, मुस्लिम कायस्थ, हिन्दू कायस्थ, बर्नवाल, कमलापुरी वैश्य, कोर क्षत्रिय राजपूत, दोहर, अयोध्यावासी वैश्य, केसरवानी वैश्य, बागवान, ओमर बनिया, माहौर वैश्य, हिन्दू भाट, भट्ट, गोरिया, बोट, पंवरिया, उमरिया, नोवाना, मुस्लिम भाट ओबीसी में शामिल हो सकती हैं। 
इनके अलावा विश्नोई, खार राजपूत, पोरवाल, पुरूवार, कुन्देर खरादी, बिनौधिया वैश्य, सनमाननीय वैश्य, गुलहरे वैश्य, गधईया, राधेड़ी, पिठबज आदि जातियों के लिए सर्वे होना है।राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष जसवंत सैनी ने कहा है कि प्रत्यावेदन के आधार पर जातियों के सर्वे का कार्य लगातार चल रहा है।
24 जातियों का सर्वे हो चुका है। जबकि 15 जातियों का होना बाकी है। सर्वे इन जातियों में शिक्षा, जनसंख्या और आर्थिक आधार समेत कुल 35 बिंदुओं पर किया जाता है। सर्वे का काम पूरा होने के बाद राज्य पिछड़ा आयोग सरकार को अपनी संस्तुति दे देगा।

हलवाई स्टाइल में आलू गोभी बनाने की रेसिपी

दुष्यंत टीकम                     
रायपुर। हलवाई स्टाइल में बनाइए आलू गोभी की सब्जी और खिलाइए सब वाह वाह कहते रह जाएंगे। तो आइए जानते हैं, हलवाई स्टाइल में आलू गोभी बनाने की रेसिपी।
सामग्री :
फूलगोभी (टुकड़ों में कटा हुआ) - 1
आलू (टुकड़ों में कटा हुआ) - 1
मटर - 1 छोटी कटोरी
प्याज (टुकड़ों में कटा हुआ) - 1
लहसुन - 8-10 कलियां
अदरक - 1 छोटा टुकड़ा
हरी मिर्च - 2
टोमैटो प्यूरी - 1 छोटी कटोरी
हल्दी - 1 छोटा चम्मच
लाल मिर्च पाउडर - 1 छोटा चम्मच
धनिया पाउडर - 1 छोटा चम्मच
गरम मसाला - 1 छोटा चम्मच
तेल - जरूरत के अनुसार
नमक - स्वादानुसार
विधि:
इसे बनाने के लिए सबसे पहले आप धीमी आंच में एक पैन में तेल गर्म करके इसमें फूलगोभी और आलू डालकर हल्का सुनहरा होने तक फ्राई कर लें।
फिर हल्का फ्राई होते ही फूलगोभी और आलू को एक प्लेट में निकालकर रख लें।
अब इसी पैन में थोड़ा और तेल डालकर गर्म करने के लिए रखें।
इसी बीच प्याज, लहसुन, अदरक और हरी मिर्च का पेस्ट तैयार करें।
फिर तेल के गर्म होते ही तैयार पेस्ट डालकर सुनहरा होने तक भूनें।
जैसे ही पेस्ट तेल छोड़ने लगे टोमैटो प्यूरी डालकर भून लें।
 इसमें हल्दी, लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर और नमक मिक्स करें।
फिर मसालों के भुनते ही फ्राइड गोभी-आलू और साथ में मटर डालकर कड़छी से चलाते हुए अच्छे से मिला लें।
अब सब्जी को ढककर 15 से 20 मिनट के लिए पकाएं।
फिर तय समय के बाद गरम मसाला डालें और 1 मिनट बाद आंच बंद कर दें।
 हलवाई स्टाइल आलू गोभी की सब्जी तैयार है। इसे आप रोटी के साथ सर्व करें।

वर्षा: लोगों को सावन में गर्मी के मौसम का एहसास

दुष्यंत टीकम                  
रायपुर। प्रदेश भर में बारिश थम गई है। इससे उमस में भारी बढ़ोतरी हो गई। लोगों को सावन में गर्मी के मौसम का एहसास हो रहा है। राजधानी रायपुर की बात की जाय तो यहां सोमवार को तापमान सामान्य से 5 डिग्री अधिक रहा। प्रदेश में आज कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। 
प्रदेश में अधिकतम तापमान (उमस) में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। वर्षा का क्षेत्र मुख्यत सरगुजा संभाग और उससे लगे क्षेत्र में ज्यादा संभावित है।

50 हजार रुपये के इनामी अपराधी को अरेस्ट किया

हरिओम उपाध्याय                   
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गाजीपुर जिले के करीमुद्दीनपुर थाने पर दर्ज मामले में फरार चल रहे 50 हजार रुपये के इनामी अपराधी अनूप राय उर्फ बन्टी को आज गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ प्रवक्ता ने यहां जानकारी दी। उन्होंने बताया गाजीपुर के करीमुद्दीन इलाके में इसी साल 16 मई की रात अनूप राय ने रविन्द्र नाथ राय एवं इनके परिजनों पर पडोस में तेरही में जाते समय हत्या करने की नियत से फायरिंग किया था, लेकिन रविन्द्र नाथ राय एवं परिजनों ने घर में घुसने पर जान बच गयी थी। 
इस घटना में रविन्द्र नाथ राय के घर के कई सदस्य घायल हो गये थे। इस घटना के तीन लोगों के विरूद्ध थाना करीमुद्दीनपुर पर अभियोग पंजीकृत किया गया था।उन्होंने बताया कि घटना के बाद से सभी आरोपी फरार चल रहे थे, इनकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रूपये का पुरस्कार घोषित किया गया था। इस मामले में एसटीएफ को लगाया गया था। एसटीएफ की टीम को आज सूचना मिली कि इनामी वांछित आरोपी गाजीपुर अपने एक साथी से मिलने के लिये आया है और उसी का इन्तजार कर रहा है।
 इस सूचना पर एसटीएफ की टीम ने अपराधी अनूप राय उर्फ बन्टी को लउआडीह पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पुल के नीचे से गिरफ्तार कर उसे आगे की कार्रवाई के लिए करीमुद्दीनपुर थाने में दाखिल करा दिया।प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त अनूप राय उर्फ बन्टी ने बताया कि उसके गांव के ही रहने वाले शातिर अपराधी अमित राय उसका बचपन का मित्र है। अमित राय के साथ रहते-रहते वह भी अपराध करने लगा और 2011 में अमित राय के साथ मिलकर उसने संतोष राम का अपहरण किया था। जिसमें थाना नोनहरा पर अभियोग पंजीकृत हुआ था। इसमें अमित राय एवं वह गिरफ्तार होकर जेल चला गया। जमानत पर छूट कर आने के बाद भी अपराध करता रहा, उसके गांव के ही रहने वाले रविन्द्र नाथ राय से इन सब की राजनीतिक दुशमनी चली आ रही थी, जिसके कारण रविन्द्र नाथ राय एवं इनके घर वालों को जान से मारने की योजना इसने अमित राय एवं उसके भाई अनूप राय के साथ मिलकर हत्या की योजना बनायी लेकिन कामयाम नहीं हुए।

'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ

'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ  गणेश साहू  कौशाम्बी। मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बुधवार को जिल...