अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संघर्ष समाधान के लिए कतर के विशेष दूत मुतलाक बिन माजिद अल-कहतानी से मुलाकात करने के बाद शनिवार को कहा कि अफगानिस्तान में सुरक्षा हालात का तेजी से बिगड़ना ‘गंभीर विषय’ है। अल कहतानी कतर के विदेश मंत्री के ‘आतंकवाद निरोध और संघर्ष समाधान की मध्यस्थता’ के लिए विशेष दूत हैं और अफगानिस्तान में वर्तमान हालात पर चर्चा के लिए भारत दौरे पर आए हुए हैं।
जयशंकर ने ट्वीट किए जिनमें कहा गया कि शांतिपूर्ण एवं स्थिर अफगानिस्तान के लिए आवश्यक है कि समाज के सभी वर्गों के अधिकारों एवं हितों की रक्षा हो और इन्हें बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने कहा, ”कतर के विशेष दूत मुतलाक बिन माजिद अल-कहतानी की अगवानी करके प्रसन्नता हुई। अफगानिस्तान में हाल के हालातों पर भारत के नजरिए और हाल की चर्चाओं के दौरान क्षेत्र की ओर से जो चिंताएं सामने आईं उनसे उन्हें अवगत करवाया।
विदेश मंत्री ने एस जयशंकर ने कहा कि तेजी से बिगड़ते सुरक्षा हालात गंभीर मसला है। शांतिपूर्ण एवं स्थिर अफगानिस्तान के लिए आवश्यक है कि समाज के सभी वर्गों के अधिकारों एवं हितों की रक्षा हो और इन्हें बढ़ावा दिया जाए। अल-कहतानी ने अफगान शांति प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाई है और वह ऐसे समय भारत के दौरे पर आए हैं जब अफगानिस्तान में तालिबान की ओर से बढ़ाई गई हिंसक घटनाओं को लेकर वैश्विक स्तर पर चिंताएं उत्पन्न हो रही हैं।
अल-कहतानी और विदेश मंत्रालय (एमईए) में संयुक्त सचिव जे पी सिंह के बीच अफगानिस्तान में स्थिति पर शुक्रवार को वार्ता हुई थी। अफगानिस्तान की स्थिरता में एक अहम पक्षकार होने के नाते भारत क्षेत्र के अन्य देशों और युद्धग्रस्त देश में तेजी से बदलते हालात के मद्देनजर सभी अहम पक्षकारों के साथ वार्ता कर रहा है। अफगानिस्तान में हालात को लेकर रूस, चीन, अमेरिका और पाकिस्तान के बीच 11 अगस्त को दोहा में वार्ता होने वाली है।