मंगलवार, 3 अगस्त 2021

सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा की: राहुल

अकांशु उपाध्याय                           
नई दिल्ली। पेगासस जासूसी मामले पर चर्चा की मांग कर रहे विपक्षी दलों के हंगामे के कारण संसद में बने गतिरोध के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने विपक्ष के नेताओं के साथ मिलकर सरकार को घेरने और दबाव बनाने की रणनीति पर मंगलवार को चर्चा की।
राहुल गांधी के न्योते पर कई प्रमुख विपक्षी दलों के नेता नाश्ते पर कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में मिले। बैठक में राहुल गांधी के अलावा राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, तृणमूल कांग्रेस के नेता कल्याण बनर्जी, शिवसेना के नेता संजय राउत, राजद के मनोज झा और कई अन्य दलों के नेता शामिल हुए।
कांग्रेस नेता ने विपक्षी नेताओं के साथ नाश्ते पर ऐसे समय बैठक की है जब पेगासस और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर पिछले कई दिनों से संसद के दोनों सदनों में गतिरोध बना हुआ है। 19 जुलाई से मॉनसून सत्र आरंभ हुआ था। लेकिन, अब तक दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित रही है।
विपक्षी दलों का कहना है कि पेगासस जासूसी मुद्दे पर पहले चर्चा कराने के लिए सरकार के तैयार होने के बाद ही संसद में गतिरोध खत्म होगा। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विपक्ष की मांग को खारिज करते हुए शुक्रवार को लोकसभा में कहा था कि यह कोई मुद्दा ही नहीं है।

बच्चों को हर महीने 2500 रुपये की आर्थिक मदद

हरिओम उपाध्याय                          
लखनऊ। यूपी में अब सभी अनाथ बच्चों को हर महीने 2500 रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। सोमवार को हुई कैबिनेट की बैठक में ये फैसला लिया गया। 
यूपी की योगी सरकार ने अब प्रदेश के सभी अनाथ बच्चों को 2500 रुपये की आर्थिक मदद देने का एलान किया है। यानी सरकार कोविड-19 के चलते अनाथ हुए बच्चों के बाद ऐसे बच्चों को भी हर महीने 2500 रुपये देगी जो किसी भी कारण से माता-पिता या अभिभावक खो चुके हैं। योगी मंत्रिमंडल ने सोमवार को सरकार के इस प्रस्ताव को अनुमोदित किया। 
राज्य सरकार ऐसे बच्चों को 'उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य)' के अंतर्गत 2500 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी।
इस योजना के अन्तर्गत पात्रता की श्रेणी में आने वाले परिवार के अधिकतम दो बच्चों को प्रतिमाह प्रति बालक/बालिका 2500 रुपये की सहायता धनराशि प्रदान की जायेगी। यह योजना 100 फीसदी राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित है। 
सोमवार को जारी सरकारी बयान के अनुसार मंत्रिपरिषद ने उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) के अन्तर्गत आर्थिक सहयोग प्रदान करने के प्रस्ताव को अनुमोदित किया। इसके तहत 18 वर्ष से कम आयु के जिन बच्चों ने कोविड-19 से भिन्न अन्य कारणों से अपने माता-पिता दोनों या दोनों में से किसी एक अथवा अभिभावक को खो दिया है, उन्हें आर्थिक सहायता दी जाएगी।
इसके अलावा जिन बच्चों की माता तलाकशुदा या परित्यक्ता है या फिर जिन बच्चों के माता-पिता या परिवार का मुख्यकर्ता जेल में है, या जो बच्चे बाल श्रम, बाल भिक्षावृत्ति/बाल वेश्यावृत्ति से मुक्त कराकर परिवार/पारिवारिक वातावरण में समायोजित कराये गये हों उन्हें तथा भिक्षावृत्ति/वेश्यावृत्ति में सम्मिलित परिवारों के बच्चों को भी आर्थिक सहायता दी जाएगी।
सरकार के अनुसार 18 से 23 वर्ष तक जिन नवयुवकों ने अपने माता-पिता या अभिभावक को कोविड या अन्य कारणों से खो दिया है और 12वीं कक्षा तक की शिक्षा पूरी करने के बाद स्नातक की डिग्री या डिप्लोमा प्राप्त करने के लिए शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, उन्हें भी इसका लाभ मिलेगा। कक्षा 12 तक शिक्षा पूर्ण करने के उपरान्त नीट, जेईई, क्लैट जैसे राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय प्रतियोगी परीक्षा उत्तीर्ण करने पर भी सहायता दी जाएगी। इस योजना का लाभ एक परिवार के अधिकतम दो बच्चों को मिल सकेगा।

चीन ने पूरे शहर का टेस्ट कराने का फैसला किया

बीजिंग। दुनिया में कोरोना के सबसे पहले मामलों को रिपोर्ट करने वाले चीन के शहर वुहान में यह वायरस एक साल बाद फिर लौट आया है। इसके बाद चीन ने पूरे शहर का ही कोविड टेस्ट कराने का फैसला किया है। वुहान शहर की आबादी 1.1 करोड़ की है।
चीन सभी नागरिकों का न्यूक्लिक एसिड टेस्ट कराया जाएगा, ताकि कोरोना वायरस के फैलने की किसी भी आशंका को खत्म किया जा सके। वुहान के अधिकारियों का कहना है कि प्रवासी मजदूरों के बीच कोरोना वायरस के सात नए मामले सामने आए हैं। लेकिन इसने स्वास्थ्य एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं, क्योंकि चीन ने आधी से ज्यादा आबादी का वैक्सीनेशन पूरा कर लेने का दावा किया है। चीन ने कोरोना के सबसे पहले केंद्र वुहान में वायरस पर काबू पाने के लिए बेहद सख्त लॉकडाउन लागू किया था, जिसके अच्छे नतीजे भी देखने को मिले थे। वुहान प्रशासन ने पूरे शहर को घरों में ही कैद कर दिया था। सभी घरेलू यातायात साधनों को बंद कर दिया गया था।
इसके बाद कई महीनों तक कोरोना वायरस की जांच और संक्रमण की रोकथाम का अभियान चलता रहा था। चीन में मंगलवार को कोरोना वायरस के 61 नए मामले मिले हैं। बेहद तेजी से फैलने वाला डेल्टा वैरिएंट भी कई शहरों तक पहुंच गया है। चीन के नानजिंग प्रांत में संक्रमण के लगातार मामले मिल रहे हैं, जो पूरे देश में फैलने की आशंका से हड़कंप मच गया है।
बीजिंग (Beijing) समेत कई अन्य बड़े शहरों में भी लाखों नागरिकों का कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है। जहां कोरोना संक्रमण के मामले समूह में मिल रहे हैं, वहां इमारतों या परिसरों को सील भी किया जा रहा है। अनिवार्य क्वारंटाइन की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है। नानजिंग के निकट पूर्वी शहर यांगझोऊ (Yangzhou) में भी बड़े पैमाने पर कोरोना जांच के अभियान के बाद 40 नए केस मिले हैं। इसके बाद लोगों को घरों में ही रहने को कहा गया है।
यांगझोऊ में 1.3 करोड़ की शहरी आबादी है। यहां हर घर से सिर्फ एक ही व्यक्ति को एक दिन में घर से बाहर निकलने और सामान खरीदने की आजादी दी गई है। चीन के हुनान प्रांत के शहर झांगजिएजि और झुझोऊ शहर में भी स्थानीय प्रशासन ने ऐसे आदेश जारी किए हैं। इन दोनों शहरों में आबादी 20 लाख से ऊपर है।

शुरुआती कारोबार में 245 अंक चढ़ा 'सेंसेक्स'

कविता गर्ग                    
मुंबई। एचडीएफसी, टीसीएस और इंफोसिस जैसे बड़े शेयरों में बढ़त और सकारात्मक व्यापक आर्थिक संकेतकों के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स मंगलवार को शुरुआती कारोबार में करीब 245 अंक चढ़ा गया। इस दौरान 30 शेयरों वाला सूचकांक 244.77 अंक या 0.46 प्रतिशत बढ़कर 53,195.40 पर कारोबार कर रहा था। जबकि व्यापक एनएसई निफ्टी 56.85 अंक या 0.36 प्रतिशत बढ़कर 15,942 पर पहुंच गया। सेंसेक्स में सबसे अधिक तीन प्रतिशत की बढ़त एशियन पेंट्स में हुई।
इसके अलावा टाइटन, पावरग्रिड, एचडीएफसी, एमएंडएम और टेक महिंद्रा भी बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। दूसरी ओर एचसीएल टेक, बजाज ऑटो, टाटा स्टील, आईसीआईसीआई बैंक और एनटीपीसी में गिरावट हुई। पिछले सत्र में सेंसेक्स 363.79 अंक या 0.69 प्रतिशत की तेजी के साथ 52,950.63 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 122.10 अंक या 0.77 प्रतिशत बढ़कर 15,885.15 पर बंद हुआ। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.07 प्रतिशत बढ़कर 72.94 डॉलर प्रति बैरल हो गया।

राष्ट्रपति के कुलमैन में रैली को संबोधित करेंगे ट्रंप

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प आगामी 21 अगस्त को अलबामा प्रांत में रैली को संबोधित करेंगे। डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक पूर्व राष्ट्रपति अलबामा प्रांत के कुलमैन में एक विशाल रैली को संबोधित करेंगे। रैली की मेजबानी अलबामा रिपब्लिकन पार्टी करेगी।
डोनाल्ड ट्रम्प अपने सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों में राष्ट्रपति जो बिडेन पर वोट चोरी का आरोप लगाते हुए चुनाव सुधार का आह्वान करते रहे हैं। उन्होंने कल सोमवार को एक बयान में कहा था कि वह 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में हुए धोखाधड़ी का नए सबूतों के साथ शीघ्र ही खुलासा करेंगे। उन्होंने जोर दिया है कि इस बात के सबूत हैं कि चुनाव में ऐसी धोखाधड़ी और अनियमितताओं का पता चला है , जो देश में कभी नहीं हुए। इनमें न्यादातर मामले पहले से ही सार्वजनिक हैं और निकट भविष्य में बहुत कुछ सामने आयेगा।

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में भक्तो...