गुरुवार, 29 जुलाई 2021

लॉकडाउन खुलने के बाद से कर्ज की मांग बढ़ी: यूपी

हरिओम उपाध्याय           
लखनऊ। कोरोना की दूसरी लहर के बाद इस साल में जून में लॉकडाउन खुलने के बाद से छोटे व मझोले उद्योगों में कर्ज की मांग बढ़ी है। कोरोना लहर के चलते मांग में कमी का सामना कर रहे इन उद्योगों की हालात में अब काफी सुधार दिखायी दे रहा है। वित्तीय वर्ष 2021 में छोटे व मझोले उद्यमों को 9.5 लाख करोड़ रुपये कर्ज दिए गए हैं जो कि बीते साल दिए गए 6.8 लाख कऱोड़ रुपये से कहीं ज्यादा है।भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) और ट्रांस यूनियन सिबिल की ओर से छोटे व मझोले उद्योगों के हाल पर जारी की गयी एक रिपोर्ट के मुताबिक केंद्र सरकार की योजनाओं इमरजेंसी क्रेडिट लाइन गांरटी स्कीम (ईसीएलजीएस) और आत्मनिर्भर भारत के चलते छोटे व मझोले उद्यमों को लाभ हुआ है। 
रिपोर्ट में कहा गया है कि छोटे मव मझोले उद्योगों को मिलने वाले कर्ज में सालाना बढ़त 6.6 फीसदी की रही है।इसके मुताबिक महामारी के पहले व दूसरे दौर में लाकडाउन खत्म होने के बाद कर्ज की मांग में खासी बढ़त देखी गयी है। हालांकि कोरोना की पहली लहर के दौरान वाणिज्यिक कर्ज के लिए की जाने वाली पूंछताछ में 76 फीसदी तक की गिरावट देखी गयी थी पर बाद में ईसीएलजीएस व आत्मनिर्भर भारत जैसी योजनाओं के चलते इसमें वृद्धि हुयी और अब यह कोरोना लहर के पहले के स्तर पर आ चुकी है।

रिपोर्ट के बारे में बोलते हुए सिडबी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिवसुब्राम्ण्यन रामन ने कहा कि एमएसएमई को कर्ज के आंकड़े ईसीएलजीएस की सफलता के चलते हैं। इस योजना के चलते ही इस क्षेत्र को साल दर साल वितरित होने वाले कर्ज में 40 फीसदी की बढ़त देखने को मिली और इसका नजीजा एमएसएमई सेक्टर में सुधार के तौर पर दिखा। इस दौरान बैंकों से कर्ज लेने वाले नए उद्यमियों की तादाद में भी सुधार दिखा है। उन्होंने कहा कि हाल में सरकार की ओर स्वास्थ्य, ट्रेवल और पर्यटन के क्षेत्र में घोषित राहत के कदमों का असर एमएसएमई क्षेत्र में देखने को मिलेगा।

ट्रांस यूनियन सिबिल के प्रबंध निदेशक (एमडी) व मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेश कुमार ने कहा कि एमएसएमई सेक्टर में बढ़ी कर्ज की मांग को वित्तीय संस्थाओं को पूरा सहारा मिला है। जिन्होंने ईसीएलजीएस जैसी योजनाओं का सफलता पूर्वक क्रियान्वन किया है।

हत्या के मामलें से संबंधित अधिकारी को निर्देश दिया

अकांशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि धनबाद में एक न्यायिक अधिकारी की हत्या से जुड़े मामले का झारखंड के मुख्य न्यायाधीश संज्ञान ले चुके हैं और मामले में संबंधित अधिकारी को पेश होने का निर्देश दिया गया है। प्रधान न्यायाधीश एन. वी. रमण और न्यायमूर्ति सूर्यकांत की पीठ ने यह बात कही उस समय की जब उच्चतम न्यायालय बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने इस घटना का उल्लेख किया और कहा कहा कि यह न्यायपालिका पर ”निर्लज्ज हमला” है। 
विकास सिंह ने कहा कि मामले में जांच सीबीआई को दी जानी चाहिए क्योंकि एक गैंगस्टर को जमानत नहीं देने पर न्यायिक अधिकारी की हत्या न्यायिक व्यवस्था पर हमला है। प्रधान न्यायाधीश ने विकास सिंह से कहा, ”हमें घटना के बारे में पता है और एससीबए के प्रयासों की हम सराहना करते हैं। मैंने झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से बात की है। उन्होंने मामले का संज्ञान लिया है और अधिकारियों को पेश होने के लिए कहा है। वहां मामला चल रहा है। इसे वहीं रहने दीजिए।” पीठ ने कहा कि फिलहाल मामले में शीर्ष अदालत का हस्तक्षेप जरूरी नहीं है। क्योंकि उच्च न्यायालय मामले का पहले ही संज्ञान ले चुका है। झारखंड के धनबाद जिले में बुधवार की सुबह एक वाहन से टक्कर लगने के बाद न्यायिक अधिकारी की मौत हो गई थी। यह जानकारी पुलिस ने दी।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि धनबाद अदालत के जिला एवं सत्र न्यायाधीश-अष्टम उतम आनंद बुधवार की सुबह घूमने निकले थे तभी सदर थानांतर्गत जिला अदालत के निकट रणधीर वर्मा चौक पर यह घटना हुई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार ने बताया कि सुबह करीब पांच बजे एक वाहन ने पीछे से उन्हें टक्कर मारी और फरार हो गया। इस अधिकारी ने बताया था कि खून से लथपथ न्यायाधीश को एक आटो रिक्शा चालक ने देखा और वह उन्हें निर्मल महतो मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल ले गया जहां उनका निधन हो गया।
प्रधान न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष इस मामले का उल्लेख करने से पहले सिंह ने न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष इसका उल्लेख किया था। विकास सिंह ने मामले को ”स्तब्धकारी” बताते हुए कहा कि उच्चतम न्यायालय को मामले का संज्ञान लेना चाहिए। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने सिंह से कहा कि मामले को प्रधान न्यायाधीश के समक्ष इसका उल्लेख करें।

डेल्टा स्वरूप: घर से निकलने की अनुमति नहीं होगीं

मनीला। फिलिपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते ने आगाह किया कि कोविड-19 रोधी टीका लगाने से मना करने वाले नागरिकों को कोरोना वायरस के अधिक संक्रामक ‘डेल्टा’ स्वरूप से बचाए रखने के मद्देनजर घर से निकलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। दुतेर्ते ने बुधवार रात कहा कि इस पाबंदी को अनिवार्य बनाने के लिए कोई कानून नहीं है। 
लेकिन वह देश में संक्रमण फैलाने वाले लोगों को व्यवस्था के दायरे में रखने के लिए मुकदमों का सामना करने को तैयार हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि वे लोग जो टीके नहीं लगवाना चाहते मुझे उनकी परवाह है। लेकिन ऐसे वे कभी भी खुद को खतरे में डाल सकते हैं। फिलिपींस हालांकि टीकों की कमी का सामना कर रहा है। देश में करीब 70 लाख लोगों का पूर्ण टीकाकरण हुआ है और 1.1 करोड़ से अधिक लोगों को पहली खुराक दी जा चुकी है।

परिजनों को 5-5 लाख रुपये की सहायता, घोषणा की

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना में मारे गये लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये और राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) के तहत 12,700 रुपये भी दिए जाएंगे।किश्तवाड़ के उपायुक्त एसडीआरएफ के तहत मकान, बर्तन, कपड़े, घरेलू सामान, मवेशी, पशुशाला, कृषि भूमि की हानि आदि के लिए राहत राशि प्रदान करेंगे।उपराज्यपाल ने कहा, "जम्मू-कश्मीर सरकार प्रभावित परिवारों की सहायता और सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगी। ऐसे कठिन समय में, उन लोगों की देखभाल करना हमारा कर्तव्य है जो दुर्भाग्य से इन प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित हुए हैं।"
गौरतलब है कि किश्तवाड़ जिले में बुधवार को बादल फटने से अचानक आयी बाढ़ और भारी बारिश से सात लोगों की मौत हो गयी और 17 अन्य घायल हो गये।

प्रिसीजन दौर में 30 निशानों के बाद 292 जुटाएं

टोक्यो। भारतीय निशानेबाज मनु भाकर और राही सरनोबत गुरुवार को यहां टोक्यो ओलंपिक की निशानेबाजी प्रतियोगिता की महिला 25 मीटर पिस्टल क्वालीफिकेशन (प्रिसीजन) में क्रमश: पांचवें और 25वें स्थान पर चल रही हैं। मनु ने असाका निशानेबाजी रेंज पर 44 प्रतिभागियों के बीच क्वालीफिकेशन के प्रिसीजन दौर में 30 निशानों के बाद 292 जुटाए हैं।जबकि उनकी हमवतन राही 287 अंक ही जुटा सकी।क्वालीफिकेशन का दूसरा चरण रेपिड दौर शुक्रवार को होगा। क्वालीफिकेशन में शीर्ष आठ में जगह बनाने वाले निशानेबाज फाइनल में प्रवेश करेंगे। सर्बिया की जोराना अरुनोविच 296 अंक के साथ शीर्ष पर चल रही हैं।जबकि यूनान की अना कोराकाकी 294 अंक के साथ दूसरे स्थान पर हैं। 
उन्नीस साल की भारतीय निशानेबाज मनु ने पहले दो सीरीज में 97 अंक के साथ शुरुआत की और फिर तीसरी सीरीज में आठ बार 10 और दो बार नौ अंक के साथ 98 अंक जुटकार शीर्ष पांच में पहुंच गई। मनु ने दूसरी सीरीज में भी वापसी करते हुए अंतिम पांच निशानों पर 10 अंक जुटाए।
ओसियेक विश्व कप की स्वर्ण पदक विजेता राही ने प्रिसीजन दौर की शुरुआत पहली सीरीज में 96 अंक के साथ की और फिर 97 अंक जुटाए। अंतिम सीरीज में वह एक बार आठ और फिर कुछ नौ अंक के साथ 94 अंक की जुटा सकी और काफी नीचे खिसक गई। वह 287 अंक के साथ शुरुआती 10 निशानेबाजों में ही सातवें स्थान पर थी।

40 लाख खुराकों का आयात, फैसला निलंबित किया

हैदराबाद। भारत बायोटेक के कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन का प्रस्तावित क्लिनिकल ट्रायल और आपात इस्तेमाल अधिकार का अनुरोध निलंबित करने के बाद ब्राजील ने टीके की 40 लाख खुराकों का आयात करने का अपना फैसला निलंबित कर दिया है। ब्राजील की राष्ट्रीय स्वास्थ्य निगरानी एजेंसी एन्विजा द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, उसके कॉलेजिएट बोर्ड ने मंगलवार को कोवैक्सीन के आयात और वितरण के लिए असाधारण और अस्थायी अधिकार निलंबित कर दिया। इससे पहले भारत बायोटेक ने दक्षिण अमेरिका सरकार को अपने ब्राजीलियाई साझेदारों के साथ समझौता समाप्त करने की जानकारी दी थी।एन्विजा ने अपनी वेबसाइट पर एक बयान में कहा, ”एन्विजा के कॉलेजों के बोर्ड ने सर्वसम्मति से मंगलवार को कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन के आयात और वितरण के लिए असाधारण और अस्थायी अधिकार निलंबित करने का फैसला किया।”
भारत बायोटेक ने ब्राजीलियाई बाजार के लिए अपने कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन को लेकर प्रेसिसा मेडिकामेन्टोस एंड एन्विक्सिया फार्मास्युटिकल्स एलएलसी के साथ हुए समझौता ज्ञापन को रद्द करने की 23 जुलाई को घोषणा की थी।ब्राजील सरकार के साथ टीकों की दस करोड़ खुराक की आपूर्ति के सौदे के विवाद में आने और ब्राजील में प्राधिकारियों द्वारा जांच शुरू करने के बाद यह समझौता खत्म किया गया।
एन्विजा ने कहा, ”यह कदम तब तक प्रभावी रहेगा जब तक हमें यह नयी सूचना नहीं मिल जाती कि आयात के अधिकार को बनाए रखने के फैसले की कानूनी तथा तकनीकी सुरक्षा बरकरार है।” भारत बायोटेक ने अपने ब्राजीलियाई साझेदारों के साथ समझौता समाप्त किए जाने की घोषणा करते हुए कहा था कि भारत बायोटेक कोवैक्सीन के लिए नियामक संबंधी मंजूरी की प्रक्रिया पूरी करने के लिए ब्राजीलियाई दवा नियामक संस्था एन्विजा के साथ काम करती रहेगी।

रैपर बादशाह का नया गाना 'बावला' रिलीज हुआ

कविता गर्ग               
मुंबई। रैपर बादशाह का नया गाना बावला रिलीज हो गया है। पानी-पानी की शानदार सफलता के बाद रैपर बादशाह नया गाना बावला लेकर आए हैं जो रील्स, कवर्स और लोगों के दिलों पर राज करने के लिए तैयार है। इस गाने को हरियाणवी लोक धुन में खूबसूरत तरीके से बुना गया है।
टॉप टकर जैसे चार्टबस्टर के बाद बादशाह और उचाना अमित की जोड़ी तीसरी बार एक साथ आई है। इस जोड़ी द्वारा क्रिएट किए गए इस गाने को बादशाह ने लिखा है और इस गाने का संगीत आदित्य देव और बादशाह ने मिलकर दिया है।
डांस से भरपूर गाने के म्यूज़िक वीडियो में समरीन कौर नज़र आएंगी। बादशाह का मानना है, ‘बावला’ गाने के जरिए मैं श्रोताओं के समक्ष एक ऐसा गाना पेश करना चाहता था, जिसकी नीव हमारी परंपराओं से जुड़ी है। मुझे बेहद खुशी होती है जब लोग मेरी रचनाओं के साथ प्रेरणादायक रील्स और कवर्स बनाते हैं।
मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि यह मैं जो करता हूं मैं उसमें सक्षम हूं। मुझे उम्मीद है कि बावला श्रोताओं के अच्छे समय का शानदार डांस नंबर होगा बावला गाना अब सारे स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।

'बीएसए' द्वारा विद्यालय का निरीक्षण किया गया

'बीएसए' द्वारा विद्यालय का निरीक्षण किया गया  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संदीप कुमार द्वारा कस्तूरब...