मंगलवार, 27 जुलाई 2021

सीएम योगी के अत्याचार से लोगों में भारी गुस्सा

हरिओम उपाध्याय           

बलिया। आम आदमी पार्टी के उत्‍तर प्रदेश मामलों के प्रभारी और राज्यसभा सदस्‍य संजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर पिछड़े वर्ग के लोगों के साथ धोखा करने का आरोप लगाया और कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अत्याचार से अति पिछड़े वर्ग के लोगों में भारी गुस्सा है। आप सांसद संजय सिंह ने सोमवार को बलिया जिले के नगरा में पार्टी द्वारा आयोजित ‘पिछड़ा वर्ग हिस्सेदारी रैली’ को संबोधित करते हुए कहा कि ”मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अत्याचार से अति पिछड़े वर्ग के लोगों में भारी गुस्सा है।” उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने शिक्षकों की भर्ती में पिछड़े वर्ग के लोगों को आरक्षण का लाभ नहीं दे कर संविधान का अपमान किया है।

9 लाख की राशि बारिश के पानी में बर्बाद न हो जाएं

कविता गर्ग          

मुंबई। महाराष्ट्र के चिपलुन कस्बे में पिछले सप्ताह भारी बारिश के बीच एक राज्य परिवहन बस डिपो के प्रबंधक बेहद साहस दिखाते हुए डूबी बस के छत पर करीब नौ घंटे तक बैठे रहे। ताकि दैनिक राजस्व की जमा की गई नौ लाख रुपए की राशि बारिश के पानी में बर्बाद न हो जाए। डिपो प्रबंधक रंजीत राजे-शिर्के के इस कदम की उनके सहकर्मी और अन्य लोग प्रशंसा कर रहे हैं। पिछले बृहस्पतिवार को कोंकण क्षेत्र के रत्नागिरी जिले के चिपलुन कस्बे में भारी बारिश से बाढ़ आ गई थी। महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) डिपो में जलस्तर बढ़ने लगा था और इसके परिसर में खड़ी बसें डूबने लगी थीं।

खतरनाक मौसम के बीच साहस दिखाते हुए राजे-शिर्के डूबी हुई एक बस के छत पर चढ़ गए और नकदी को क्षति से बचाने के लिए करीब नौ घंटे तक वहां बैठे रहे। बाद में पुलिस ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। इस घटना को याद करते हुए राजे-शिर्के ने मंगलवार को बताया कि भारी बारिश के बाद कार्यालय में जलस्तर को बढ़ता देख डिपो के वॉचमैन ने उन्हें तड़के साढ़े तीन बजे कॉल किया।

अधिकारी ने बताया, ” जब मैं वहां करीब तीन बजकर 45 मिनट पर पहुंचा तो कार्यालय में गर्दन भर पानी भर चुका था। मैंने फिर भी अंदर जाने का निर्णय लिया और वहां जमा दैनिक राजस्व की नौ लाख रुपए की राशि को निकाल लिया।” वह डिपो से बाहर नहीं निकल सके क्योंकि चारों तरफ भयानक बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई थी। अधिकारी ने बताया, ”नकदी को क्षति पहुंचाने से बचाने के लिए इसे मैंने प्लास्टिक के थैले में रख लिया। इसके बाद मैं और मेरे एक सहकर्मी करीब छह बजे डूबी हुई एक बस की छत पर चढ़ गए।” उन्होंने बताया कि पांच अन्य कर्मी भी अन्य बसों की छतों पर चढ़े हुए थे। पानी के दबाव की वजह से बसें हिल रही थीं और गिरने का डर था, लेकिन वे सभी धैर्य के साथ बस पर बैठे रहे। प्रबंधक ने बताया, ” हम लोग भारी बारिश के बीच बस पर बैठे रहे और फिर अपराह्न तीन बजे पुलिस की एक टीम ने हमें वहां से निकाला।”

प्रतिष्ठित पत्रकारों ने याचिका दायर कर अनुरोध किया

अकांशु उपाध्याय           

नई दिल्ली। प्रतिष्ठित पत्रकारों एन राम और शशि कुमार ने उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर करके अनुरोध किया है कि इजराइली स्पाइवेयर पेगासस का इस्तेमाल करके सरकारी एजेंसियों द्वारा प्रतिष्ठित नागरिकों, नेताओं और पत्रकारों की कथित जासूसी किए जाने संबंधी खबरों की शीर्ष अदालत के किसी मौजूदा या सेवानिवृत्त न्यायाशीध से स्वतंत्र जांच कराई जाए।

इस याचिका पर आगामी कुछ दिन में सुनवाई हो सकती है। याचिका में इस बात की जांच करने का अनुरोध किया गया है कि क्या पेगासस स्पाइवेयर के जरिए फोन को अवैध तरीके से हैक करके एजेंसियों और संगठनों ने भारत में स्वतंत्र भाषण और असहमति को अभिव्यक्त करने को रोकने का प्रयास किया गया। याचिका में केंद्र को यह बताने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है कि क्या सरकार या उसकी किसी एजेंसी ने पेगासस स्पाइवेयर के लिए लाइसेंस प्राप्त किया है और क्या उन्होंने इसका इस्तेमाल प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से निगरानी करने के लिए किया है ?

सीएम अरविंद ने गोवा के समकक्ष पर निशाना साधा

अकांशु उपाध्याय             

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को गोवा के अपने समकक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि भाउसाहेब बंदोडकर, जैक डी सेक्वेरा और मनोहर पर्रिकर जैसे गोवा के कद्दावर राजनेताओं की तुलना मौजूदा नेताओं से करना अपमान की बात है।जिन्हें थोक में खरीदा-बेचा जा रहा है। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता एवं ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को गोवा के राजनेताओं को तीसरे दर्जे का बताया था, जिसकी गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कड़ी आलोचना की थी और इस बयान को प्रदेश दिग्गज नेताओं दिवंगत पर्रिकर और सेक्वेरा का अपमान करार दिया था।

सावंत ने ट्वीट किया था, ” आप (आम आदमी पार्टी) हमेशा से ही प्रदर्शन कर और नाटक करके सस्ती राजनीति करती है। लेकिन गोवावासियों को तीसरे दर्जे का नेता कहना भाउसाहेब बंदोडकर, जैक सेक्वेरा, मनोहर भाई पर्रिकर, राजेंद्र अर्लेकर या श्रीपद भाउ नाइक जैसे भूमिपुत्रों का अपमान है।” इसके जवाब में केजरीवाल ने ट्वीट किया, ” प्रमोद, इतने दिग्गज राजनेताओं की तुलना आप मौजूदा राजनेताओं से करके उनका अपमान कर रहे हैं। मौजूदा भाजपा ना ही भाउसाहेब बंदोडकर जितनी महान हैं। ना उनमें डॉ. जैक सेक्वेरा जितनी ईमानदारी है और ना ही मनोहर पर्रिकर जैसा दृष्टिकोण।”

अश्लील फिल्मों के केस में कुंद्रा की मुश्किलें कम नहीं

अकांशु उपाध्याय             

नई दिल्ली। अश्लील फिल्मों के निर्माण मामले में राज कुंद्रा की मुश्किलें कम होती नहीं दिखाई दे रहीं हैं। उन्हें इस मामले में 14 दिनों की जेल कस्टडी में भेज दिया गया है। इससे पहले इस मामले में मुंबई की एक अदालत ने अश्लील फिल्मों के निर्माण और उन्हें कुछ ऐप के जरिए प्रसारित करने से जुड़े मामले में कारोबारी राज कुंद्रा की पुलिस हिरासत शुक्रवार को 27 जुलाई तक के लिए बढ़ा दी थी। अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति, कुंद्रा को शहर की पुलिस की अपराध शाखा ने 19 जुलाई की रात को गिरफ्तार किया था। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने इससे पहले अदालत को बताया था कि 45 वर्षीय कारोबारी अश्लील सामग्री के निर्माण एवं बिक्री की अवैध गतिविधि से आर्थिक लाभ कमा रहे थे।

सीएम से मुलाकात ने राजनीतिक तापमान को बढ़ाया

हरिओम उपाध्याय              
बलिया। विधान परिषद सदस्य रविशंकर सिंह ''पप्पू'' की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात ने जिले के राजनीतिक तापमान को बढ़ा दिया है। हालांकि, उन्होंने मुख्यमंत्री से अपनी मुलाकात को पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की प्रतिमा का अनावरण के लिए निमंत्रित करने के उद्देश्य से बताया है।
पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर के पौत्र रविशंकर सिंह ''पप्पू'' वर्तमान में एमएलसी हैं। पिछली बार वे समाजवादी पार्टी से चुनाव जीते थे। उनके चाचा और चन्द्रशेखर के छोटे पुत्र नीरज शेखर ने समाजवादी पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। वे फिलहाल भाजपा से राज्यसभा सांसद हैं। इधर, एमएलसी रविशंकर सिंह काफी दिनों से समाजवादी पार्टी के नेतृत्व और कार्यक्रमों में दिखाई नहीं दे रहे। इस बीच सोमवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की तस्वीर सामने आ गई। खुद रविशंकर सिंह ने भी मुख्यमंत्री से अपनी मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा की। जिसमें उन्होंने जिला मुख्यालय स्थित चन्द्रशेखर उद्यान में पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की प्रतिमा का अनावरण और जिले के विकास को लेकर उनके चर्चा का हवाला दिया है। 
 उन्होंने कहा कि ''प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज से मुलाकात कर बलिया स्थित चंद्रशेखर उद्यान में परम चंद्रशेखर जी की मूर्ति के अनावरण तथा पैतृक गांव इब्राहिमपट्टी में चंद्रशेखर जी के नाम पर अस्पताल संचालित कराने के साथ ही जनपद के विकास कार्यों पर सकारात्मक वार्ता किया।'' एमएलसी रविशंकर सिंह के कई समर्थकों ने भी इस तस्वीर को वायरल किया। जिले के राजनीतिक पंडित इस मुलाकात को आगामी एमएलसी चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं। माना जा रहा है कि एमएलसी चुनाव से पहले रविशंकर सिंह ''पप्पू'' भाजपा का दामन थाम सकते हैं। यदि ऐसा हुआ तो राजनीतिक माहौल काफी दिलचस्प हो सकता है। क्योंकि उधर, भाजपा सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त के पुत्र विपुलेंद्र प्रताप सिंह के भी एमएलसी चुनाव लड़ने की चर्चा है। इस चर्चा को तब बल मिला, जब सोशल मीडिया पर सांसद पुत्र द्वारा नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य, प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्यों को शुभकामना दिया गया। 

असम-मिजोरम विवाद से भारी तनाव उत्पन्न हुआ

गुवाहाटी। असम-मिजोरम सीमा विवाद से दोनों राज्यों में भारी तनाव उत्पन्न हो गया है। अभी यह मामला सुलझा भी नहीं कि असम की भूमि पर गुवाहाटी के नजदीक असम-मेघालय सीमावर्ती इलाके में मेघालय के बिजली विभाग द्वारा असम की जमीन पर बिजली के खंभे गाड़े जाने को लेकर जमकर हंगामा हो गया।
राजधानी गुवाहाटी से महज कुछ किमी की दूरी पर स्थित दक्षिण गणेश नगर में मेघालय सरकार के बिजली विभाग द्वारा बिजली के खंभे गाड़े जाने को लेकर इलाके के लोगों ने जमकर हंगामा किया। परिस्थिति को बिगड़ते देख मौके पर पुलिस के आला अधिकारी पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। 
दोनों राज्यों के आला पुलिस अधिकारी के बीच हुई बैठक के बाद बिजली के खंभे को उखाड़ लिया गया। फिलहाल सीमावर्ती इलाके में स्थिति सामान्य है लेकिन तनाव अभी बना हुआ है। दोनों राज्यों की पुलिस इलाके में गश्त कर रही है। यह विवाद सोमवार को उत्पन्न हुआ था। मंगलवार को भी इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है। दोनों राज्यों के आला पुलिस अधिकारी की सूझबूझ से मामला शांति के साथ निपट गया।
उल्लेखनीय है कि पूर्वोत्तर के सभी राज्य त्रिपुरा और सिक्कम को छोड़कर एक समय असम का ही हिस्सा थे। यही कारण है कि राज्यों के गठन के बाद भी सीमा विवाद एक बड़ा मुद्दा अभी भी बना हुआ है।

नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं

नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिला अधिकारी उमेश मिश्रा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक ...