सोमवार, 26 जुलाई 2021

गाजियाबाद में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया

अश्वनी उपाध्याय 
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश पुलिस ने गाजियाबाद में एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है और 14 महिलाओं सहित 30 उन लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोगों को उनकी बीमा पॉलिसियों पर ऋण देने का वादा कर ठगी करते थे। यह जानकारी रविवार को अधिकारियों ने दी। 
पुलिस ने कहा कि ‘ऑपरेशन 420’ के तहत पुलिस के साइबर अपराध प्रकोष्ठ और कोतवाली पुलिस ने शनिवार को नोएडा से संचालित हो रहे फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया।
पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने बताया, ‘‘आरोपी ऐसे बीमा पॉलिसी धारकों का आंकड़ा जुटाते थे जो पॉलिसी परिपक्व होने वाली होती थी। इसके बाद गिरोह के लोग पॉलिसीधारकों को धन को नकद नहीं कराने के लिए आश्वस्त करते थे और पॉलिसी आगे बढ़ाने के लिए कहते थे जिसके लिए उन्हें ज्यादा प्रोत्साहन राशि और ऋण देने का लोभ दिया जाता था। उन्होंने बताया कि आरोपी धन अपने खातों में अंतरित करवा लेते थे। यह धोखाधड़ी तब प्रकाश में आयी जब मॉडल टाउन निवासी सागर ने इस बारे में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कहा कि आरोपियों से अपराध में इस्तेमाल किए गए 19 मोबाइल फोन, 14 कॉर्डलेस फोन, एक कार आदि बरामद किये गये। पाठक ने बताया कि गिरोह ने एक हजार से अधिक लोगों से ठगी की है।
बता दें कि बीते 13 जुलाई को दिल्‍ली की पुलिस ने अमेरिकी नागरिकों को ठगने वाले एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया था। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस (Delhi Police) ने सुल्तानपुर, मंडी रोड, दिल्ली से 26 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया था, जिसमें पांच महिलाएं भी शामिल हैं।  वहीं, पुलिस ने 29 कंप्यूटर भी बरामद किए थे।  दक्षिणी दिल्ली के डीसीपी अतुल ठाकुर के मुताबिक, पुलिस को पता चला कि सुल्तानपुर, मंडी रोड, दिल्ली में एक अवैध कॉल सेंटर चलाया जा रहा था। इसके बाद इंस्पेक्टर अतुल त्यागी के नेतृत्व में एक टीम ने परिसर में छापा मारा और लोगों को ठगने की कोशिश में कर्मचारी रंगेहाथ पकड़े गए।  इस दौरान कॉल सेंटर से 5 महिलाओं सहित 26 लोगों को अमेजन ग्राहक सेवा देने के नाम पर अमेरिकी नागरिकों को ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 

आर्थिक राजधानी मुंबई में फिर बढ़ रहे हैं मामलें

कविता गर्ग              
मुंबई। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर बढ़ रहे हैं। बीते 24 घंटे की बात की जाए तो यहां 362 नए मामले सामने आए हैं, वहीं 10 मरीजों की मौत भी हुई है। साथ ही इस दौरान 539 मरीजों कोरोना बीमारी से रिकवर भी हुए हैं। वहीं पूरे राज्य महाराष्ट्र की बात की जाए तो रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 6,843 नए मामले सामने आए हैं और अब तक राज्य में कुल 62,64,922 लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं पूरे राज्य में बीते 24 घंटे में 123 मरीजों की मौत के साथ ही अब तक महाराष्ट्र में मरने वालों का कुल आंकड़ा 1,31,552 हो चुका है।
महाराष्ट्र में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक रविवार को 5,212 मरीजों को संक्रमण से उबरने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी गई, जिसके साथ ही महाराष्ट्र में अब तक 60,35,029 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं। महाराष्ट्र में फिलहाल 94,985 कोरोना मरीज अस्पताल में भर्ती है। स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी है कि फिलहाल मुंबई में संक्रमण के मामले ज्यादा निकल रहे हैं और मुंबई में रविवार को संक्रमण के 364 नए मामले सामने आए और 10 मरीजों की मौत हो गई।

जयंती को फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया

बेंगलुरु। मशहूर अदाकारा जयंती का सोमवार को निधन हो गया। पारिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
वह 76 वर्ष की थीं। अपने पांच दशक से लंबे करियर में जयंती ने विभिन्न भाषाओं में 500 से अधिक फिल्में की।
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि उन्हें उम्र संबंधी परेशानियां थीं और कुछ समय से उनका इलाज चल रहा था।
जनवरी 1945 को बल्लारी में अंग्रेजी के प्रोफेसर बालासुब्रमण्यम और संथानलक्ष्मी के घर जन्मी कमला कुमारी यानी जयंती ने ‘जेनु गुडू’ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। अभिनेता राजकुमार के साथ उन्होंने 40 से अधिक फिल्में की। जयंती ने तमिल, तेलुगू, कन्नड़ और हिंदी भाषा की फिल्मों में काम किया।
जयंती को सात बार कन्नड़ फिल्मफेयर पुरस्कार और दो बार फिल्मफेयर पुरस्कार (दक्षिण) से सम्मानित किया गया।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ” मशहूर कलाकार जयंती के निधन की खबर से बहुत दुखी हूं। फिल्म उद्योग में उनका बहुत बड़ा योगदान था और उनके निधन से कन्नड़ फिल्म उद्योग को अपूरणीय क्षति पहुंची है। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे और उनके परिवार तथा प्रशंसकों को यह दुख सहन करने की शक्ति।

लद्दाख का दौरा खराब मौसम के कारण रद्द हुआ

श्रीनगर। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का सोमवार को करगिल विजय दिवस पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए लद्दाख के करगिल का दौरा खराब मौसम के कारण रद्द हो गया। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
राष्ट्रपति कोविंद जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के चार दिवसीय दौरे के लिये रविवार को श्रीनगर पहुंचे हैं। राष्ट्रपति 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान शहीद होने वाले भारतीय जवानों की याद में बनाये गये करगिल युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिये आज करगिल जाने वाले थे। करगिल विजय दिवस 1999 की करगिल लड़ाई में शहीद हुए देश के रणबांकुरो के सम्मान में हर वर्ष 26 जुलाई को मनाया जाता है।
यह दिन हर भारतीय के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है। भारत के जांबाज रणबांकुरों ने इस दिन करगिल की चोटियों पर डेरा जमाए बैठे घुसपैठियों और पाकिस्तानी सैनिकों को खदेड़ा था। करीब दो महीने तक चले संघर्ष में भारतीय सेनाओं ने शानदार जीत हासिल की थी।
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कारगिल विजय दिवस के मौके पर यहां राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जाकर मातृभूमि की रक्षा में प्राण न्यौच्छावर करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को करगिल विजय दिवस की 22वी वर्षगांठ पर पाकिस्तान के साथ हुए इस युद्ध के शहीदों को याद किया और कहा कि उनकी बहादुरी हर दिन देशवासियों को प्रेरित करती है।
रक्षा मंत्री ने टि्वट कर कहा, “ कारगिल विजय दिवस के अवसर पर मैं भारतीय सेना के अदम्य शौर्य, पराक्रम और बलिदान को नमन करता हूँ।” इस मौके पर अपने संदेश में उन्होंने कहा, “ कारगिल युद्ध के महान शूरवीरों ने भारत की रक्षा का स्वर्णिम अध्याय अपने शौर्य, पराक्रम और बलिदान से लिखा है।
कठिन और प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद भारतीय सेना ने कारगिल में जो विजय प्राप्त की वह अपने आप में अतुलनीय है। मैं कारगिल युद्ध में वीरगति प्राप्त करने वाले सभी वीर सैनिकों के परिवारों को फिर से यह भरोसा देना चाहता हूं कि यह देश उनके बलिदान , उनकी स्मृति को कभी नहीं भूल सकता। दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक हमारी इस प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
अमर चक्र पर जल रही अमर ज्योति भारतीय सेना के पराक्रम और बलिदान की अग्नि साक्षी है। ” रक्षा मंत्री से पहले सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया और नौसेना उप प्रमुख वाइस एडमिरल जी अशोक कुमार तथा अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने युद्ध स्मारक जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

चीन ने खतरनाक नीति को बदलने की अपील की

बीजिंग/ वाशिंगटन डीसी। चीनी शहर तियानजिन में अमेरिका और चीन के बीच सोमवार को आमने-सामने की उच्च स्तरीय वार्ता शुरू होने के बीच चीन ने अमेरिका पर द्विपक्षीय संबंधों में ”गतिरोध” पैदा करने का आरोप लगाया। आधिकारिक संवाद समिति ‘शिंहुआ’ ने बताया कि चीन के उप विदेश मंत्री शेई फेंग ने अमेरिका से ”अपनी अत्यधिक पथभ्रष्ट मानसिकता और खतरनाक नीति को बदलने” की अपील की।
शिंहुआ ने बताया कि शी ने अमेरिका की उप विदेश मंत्री वेंडी शेरमन से कहा कि चीन और अमेरिका के संबंधों में गतिरोध इसलिए है, क्योंकि कुछ अमेरिकी चीन को ”काल्पनिक शत्रु” के रूप में चित्रित करते हैं। शेरमन अमेरिका एवं चीन के संबंधों के प्रभारी फेंग और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ तियानजिन शहर के रिजॉर्ट में बंद कमरे में अलग-अलग बैठकों में दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों पर चर्चा कर रही हैं।छह महीने पहले जो बाइडन के अमेरिका में राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभालने के बाद वह चीन की यात्रा करने वाली सबसे ऊंचे रैंक की अमेरिकी अधिकारी हैं। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में दोनों देशों के बीच संबंध बहुत खराब हो गए थे और प्रौद्योगिकी, साइबर सुरक्षा, मानवाधिकार तथा अन्य मामलों पर दोनों के बीच तनाव की स्थिति है।वांग ने शनिवार को एक साक्षात्कार में अमेरिका पर आरोप लगाया था कि वह स्वयं को सर्वश्रेष्ठ समझता है और अन्य देशों पर दबाव बनाने के लिए अपनी ताकत का इस्तेमाल करता है। बाइडन प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि इन वार्ताओं का मकसद किसी विशेष मामले पर चर्चा करना नहीं है, बल्कि उच्च स्तरीय संवाद के माध्यम खुले रखना है। बाइडन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच भी अक्टूबर के अंत में रोम में जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर बैठक हो सकती है।

सदन की कार्यवाही शुरू होने पर स्मरण किया: बिरला

अकांशु उपाध्याय                
नई दिल्ली। केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों सहित विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण सोमवार को लोकसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजकर 25 मिनट पर दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई। आज सुबह निचले सदन की कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने करगिल विजय दिवस पर वीर सैनिकों का स्मरण किया। सदन में सदस्यों ने कुछ पल मौन रखकर मातृभूमि की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों के प्रति सम्मान प्रकट किया।
अध्यक्ष बिरला ने ओलंपिक में महिलाओं की 49 किलोग्राम वर्ग भारोत्तोलन स्पर्धा में रजत पदक जीतने वाली मीराबाई चानू की उपलब्धि का जिक्र किया और सदन तथा अपनी ओर से उन्हें बधाई दी। इसके बाद ओम बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने को कहा वैसे ही कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्य अपनी-अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करने लगे। कुछ सदस्यों ने अपने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं। विपक्षी सदस्य ‘तानाशाही बंद करो’ के नारे लगा रहे थे।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शोर-शराबे के बीच ही प्रश्नकाल की कार्यवाही को आगे बढ़ाया। इस दौरान कुछ सदस्यों ने पूरक प्रश्न पूछे और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान तथा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उनके जवाब भी दिये। इस बीच अध्यक्ष ओम बिरला ने सदस्यों से अपने स्थान पर लौटने का आग्रह किया।
ओम बिरला ने शोर-शराबा कर रहे विपक्षी सदस्यों से कहा, ”जनता ने आपको चुनकर भेजा है ताकि आप यहां उनके मुद्दे उठा सकें लेकिन आप नारेबाजी कर रहे हैं, तख्तियां लहरा रहे हैं।” उन्होंने कहा कि यह ठीक नहीं है। बिरला ने कहा कि सदस्य अपने स्थान पर जाएं और कार्यवाही चलने दें। हालांकि सदस्यों का हंगामा जारी रहा। व्यवस्था बनते हुए नहीं देख लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजकर 25 मिनट पर दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी।
गौरतलब है कि पेगासस जासूसी मामला, तीन कृषि कानूनों के विषय सहित कुछ अन्य मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण संसद के मानसून सत्र के दौरान पिछले सप्ताह भी कामकाज बाधित रहा था।

मिसाल: ईदगाह को हटाने के लिए सहमति बनाईं

हरिओम उपाध्याय                
अलीगढ़। थोड़ी-थोड़ी सी जमीन के लिए आपस में लड़ने वालों के लिए अलीगढ़ के कस्बा अकबराबाद के नानऊ गांव के लोगों ने देशभर के आगे ऐसी मिसाल पेश की है।जिससे ना सिर्फ इलाके का विकास होगा बल्कि इबादत भी जारी रह सकेगी। अलीगढ़-कानपुर नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण में बाधा बन रही तकरीबन 100 साल पुरानी ईदगाह को हटाने के लिए बिना किसी कानूनी पचडे और विवाद के हटाने पर सहमति बना दी है। अब ईदगाह गांव में ही ग्राम सभा की जमीन पर बनाई जाएगी। इससे पहले भी इसी हाईवे के निर्माण के लिए गांव पनेठी के लोगों ने इसी तरह से मस्जिद हटाए जाने पर अपनी सहमति दे दी थी।
दरअसल नेशनल हाईवे-91 के अंतर्गत अलीगढ़-कानपुर सेक्शन का इस समय चौड़ीकरण किया जा रहा है। इस हाइवे को फोर और सिक्स लेन में विकसित करने के लिए कार्यवाही लगातार जारी है। जनपद अलीगढ़ में गांव बोनेर से गोपी तक तकरीबन 15 गांव की 53 हेक्टेयर जमीन अभी तक अधिग्रहित की जा चुकी है। जिसकी एवज में अब तक तकरीबन डेढ़ अरब रुपए का मुआवजा प्रभावित लोगों के बीच वितरित किया जा चुका है। हाईवे के चौड़ीकरण के लिए अधिकृत की जा रही जमीन में अकबराबाद के ग्राम नानऊ स्थित तकरीबन 100 साल पुरानी ईदगाह भी जद में आई है। भूमि अध्यापति विभाग के अधिकारियों ने धार्मिक स्थल होने के चलते स्थानीय लोगों के साथ संपर्क किया। इस पर गांव के पूर्व प्रधान नजीर व अजमेरी खान समेत 17 लोगों ने प्रशासन को गाटा संख्या 840 में स्थित ईदगाह को स्वयं ही स्थानांतरित करने के लिए प्रार्थना पत्र सौंपा। इसके बाद चौड़ीकरण के कार्य को आगे बढ़ाते हुए ईदगाह को शिफ्ट करने का कार्य प्रशासन द्वारा शुरू कर दिया गया है।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...