शनिवार, 24 जुलाई 2021

महाराष्ट्र में बाढ़ से 76 लोगों की मौंत हुईं, 38 घायल

कविता गर्ग               
मुंबई। महाराष्ट्र में बाढ़ से 76 लोगों की मौत हो चुकी है और 38 अन्य घायल हो गए हैं। राज्य सरकार ने शनिवार हो यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने एक बयान में यह सूचना दी और साथ ही उसने कहा कि 30 लोग बाढ़ में लापता हो गए हैं।तटीय कोंकण क्षेत्र में रत्नागिरी जिले में रायगढ़ और पश्चिमी महाराष्ट्र में कोल्हापुर जिला बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है। इसके अलावा सातारा जिले के कई हिस्सों में भारी बारिश कहर बरपा रही है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि महाराष्ट्र में पिछले दो दिनों में भूस्खलन की कई घटनाओं समेत बारिश से संबंधित घटनाओं में 129 लोगों की मौत हो चुकी है।सीएमओ के बयान में कहा गया है कि राहत एवं पुनर्वास विभाग से मिली सूचना के अनुसार, राज्य में अभी तक करीब 90,000 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। 
इस दौरान 75 पशु मारे गए। इस बीच, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे रायगढ़ जिले में बाढ़ से प्रभावित महाड शहर का दौरा करेंगे और साथ ही तलीये गांव का भी दौरा करेंगे जहां भूस्खलन हुआ था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि तलीये गांव में भूस्खलन में कम से कम 39 लोग मारे गए।
महाराष्ट्र के सातारा जिले में अंबेघर गांव में हुए भूस्खलन वाली जगह से शनिवार को पांच शव बरामद किए गए। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। जिला प्रशासन ने कहा कि पाटन तहसील में स्थित इस गांव में हुए भूस्खलन में कम से कम 16 लोगों के फंसे होने की आशंका हैं क्योंकि चार से पांच घर मलबे में दफन हो गए हैं। प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया, “हमने अंबेघर में तलाश एवं बचाव अभियान के दौरान अब तक पांच शव बरामद किए हैं।” सातारा पुलिस अधीक्षक अजय कुमार बंसल ने बताया कि स्थानीय पुलिस, निवासी और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल द्वारा बचाव अभियान चलाया जा रहा है।इसी तहसील में दो अन्य गांवों – मीरगांव और धोखावले में भी भूस्खलन हुआ है जहां क्रमश : 12 और चार लोगों के फंसे होने की आशंका है। अधिकारियों ने बताया कि इन स्थानों पर भी बचाव अभियान जारी है। सातारा के जिलाधिकारी शेखर सिंह ने शुक्रवार को बताया था कि बृहस्पतिवार और शुक्रवार की दरम्यानी रात को हुए इन तीन भूस्खलनों में करीब 30 लोगों के फंसे होने का डर है।
एनडीआरएफ ने बढ़ाई अपनी टीम की संख्या 
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में बचाव अभियान को तेज करने के लिए अपनी टीम की संख्या 18 से बढ़ाकर 26 कर दी। यह इलाके भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित हैं। एजेंसी के प्रवक्ता ने बताया कि राज्य प्रशासन के साथ विचार-विमर्श करने के बाद इन दलों को मुंबई, रत्नागिरि, ठाणे, पालघर, रायगढ़, सातारा, सांगली, सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर और नागपुर में बचाव एवं राहत कार्य के लिए तैनात किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि आठ नई टीम को भारतीय वायु सेना के एक विमान से ओडिशा से लाया गया। प्रवक्ता ने बताया कि बल महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र के जिलों की भारत मौसम विज्ञान विभाग के मौसम संबंधी पूर्वानुमान और केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट का पालन कर रहा है।
महाराष्ट्र में बारिश जनित घटनाओं और शवों की बरामदगी के बाद मृतकों की संख्या शनिवार को बढ़कर 136 हो गयी। राज्य में पिछले दो दिनों के दौरान अत्यधिक बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन की घटनायें हुयीं जिनमें कई लोगों को अपनी जान गवांनी पड़ी।इसने पुणे के प्रभावित क्षेत्रों में स्थित औंध सैन्य स्टेशन पुणे और बॉम्बे इंजीनियर समूह के सैनिकों सहित कुल 15 राहत और बचाव दल तैनात किए हैं। इस बीच, मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सतारा के लिए एक नया ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है जिसमें अगले 24 घंटों में इस पश्चिमी महाराष्ट्र जिले के पहाड़ी ‘घाट’ क्षेत्रों में ‘अत्यधिक भारी वर्षा’ की भविष्यवाणी की गई है। इस इलाके में भूस्खलन के कारण लगभग 30 लोग लापता हैं।

बाउंड्रीबॉल तोडक़र पिलर बनाने की प्रक्रिया पूरी होगी

मनोज सिंह ठाकुर              
भोपाल। बारिश का पानी भर जाने के कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पहुंचने के लिये कड़ी मशक्कत की जाती थी। मरीज व उनके परिजन अस्पताल परिसर में जो पानी गेट पर भर जाता था। उसके बीच से निकलते थे और गीले भी हो जाते थे। हालांकि ऐसा पहले नहीं था क्योंकि अस्पताल पहुंचने के लिये एक रास्ता पीछे था जो सुरक्षा की दृष्टि से बंद कर दिया गया था। लेकिन नगर के जागरूक लोगों ने उसे खोलने का मुददा उठाया तो एसडीएम विनय द्विवेदी ने भी तुरंत पीछे का गेट खुलवाया और एनएच से लगे एक गेट के बाद अब दूसरा गेट भी बनवाया जा रहा है। जिसमें बाउंड्रीबॉल तोडक़र पिलर बनने की प्रक्रिया पूरी होगी। अस्पताल में प्रसूता वार्ड में पहुंचने के लिये एक ओर गेट प्रस्तावित है जिसे खोलने की चर्चा की जा रही है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पहुंचने के लिये अब एक नहीं अब चार गेट है और पांचवा बनाने की भी तैयारी की जा रही है। डॉ रविन्द्र पटेल ने बताया कि अस्पताल में अभी और विकास कार्य होने हैं।
जिनके लिए बजट भी है। प्रसूता वार्ड पहुंचने के लिये अगर सीसी रोड के सामने का गेट खुलता है तो एम्बुलेंस भी वार्ड तक आयेगी। एसडीएम विनय द्विवेदी ने निरीक्षण किया है और वे फूल मूड में हैं कि अब अस्पताल में पहुंचने के मरीज और उनके परिजनेां को कोई समस्या न हो। हालांकि बीच में एक इमरजेंसी कॉल आ जाने के कारण वे प्रसूता वार्ड में बनने वाले गेट का निरीक्षण नहीं कर पाये। एसडीएम विनय द्विवेदी ने अस्पताल पहुंचने वाली गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण कराने के भी निर्देश दिये हैं। उन्होने लैब टैक्रीशियन से चर्चा करते हुये कहा कि जिन गर्भवती महिलाओं की लैब में जांच हो रही है उन्हें जांच के उपरांत कोरोना का टीका लगाया जाये।

दो बच्चों की नीति लाने की योजना से इनकार किया

अकांशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। देश में जनसंख्या नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय स्तर पर दो बच्चों की नीति लाने की कोई योजना से मोदी सरकार ने साफ इनकार कर दिया है। शुक्रवार को लोकसभा में केंद्र सरकार ने सवाल के जवाब में इसकी जानकारी दी। मोदी सरकार ने ऐसी कोई नीति ना लाने के पीछे कई वजहें गिनाई हैं। लोकसभा सांसद उदय प्रताप सिंह ने स्वास्थ और परिवार कल्याण मंत्रालय से इस बारे में सवाल किया था। जवाब में राज्य मंत्री डॉ भारती पवार ने कहा कि सरकार का ऐसा कोई विचार नहीं है। मंत्री ने अपने जवाब में चार मुख्य वजहें गिनाई हैं। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे का हवाला देकर मोदी सरकार ने कहा कि अब वांछित प्रजनन दर घटकर 1.8 हो गई है। मतलब औसतन हर जोड़ा 1.8 बच्चे चाहता है। दूसरी वजह जनसंख्या और विकास को लेकर एक अंतरराष्ट्रीय समझौते को बताया गया है, जो भारत को परिवार नियोजन में जबर्दस्ती से रोकती है। तीसरी वजह दुनियाभर से मिले अनुभव हैं।
मोदी सरकार का कहना है कि जबर्दस्ती करने से जनसांख्यिकीय विसंगतियां होती हैं, जैसे लिंग के आधार पर गर्भपात, लड़कियों का त्याग और उनकी भ्रूण हत्या। चौथी वजह के रूप में कुछ राज्यों का उदाहरण दिया गया है। केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश जैसे राज्यों ने बिना कोई सख्त प्रावधान लागू किए प्रजनन दर कम किए हैं।
सांसद सिंह ने सरकार से पूछा था कि क्या वह बढ़ती जनसंख्या को रोकने के लिए कोई नीति बनाने की सोच रही है। उन्होंने अपने सवाल में ऐसी नीति की बात की जो सभी नागरिकों पर समान रूप से लागू हो। इसके अलावा दो बच्चों की नीति से जुड़ा कोई प्रस्ताव है या नहीं, यह भी सवाल था। अगर ऐसी कोई नीति नहीं लाने का विचार है तो उसकी वजहें क्या हैं, सांसद यह भी जानना चाहते थे। सरकार ने अपने जवाब में राष्ट्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम का जिक्र कर कहा कि इसी के जरिए सभी नागरिकों को धर्म या संप्रदाय से परे, मुक्त भाव से फैसला करने का अधिकार है। केंद्र ने मिशन परिवार विकास का उदाहरण भी दिया जिसके जरिए सबसे ज्यादा प्रजनन दर वाले 146 जिलों में कॉन्ट्रासेप्टिव्स और परिवार नियोजन की सेवाएं मुहैया कराई गई हैं। कॉन्ट्रासेप्टिव्स को लेकर कुछ योजनाओं का ब्यौरा देकर केंद्र ने कहा कि आशा वर्कर्स उनकी होम डिलिवरी करती हैं।

'उल्टा चश्मा’ में बबीता का किरदार निभा रहीं मुनमुन

कविता गर्ग                 
मुंबई। सोनी सब के सबसे पोपुलर कॉमेडी शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा की बबीता इस शो की सबसे मशहूर एक्ट्रेस में से एक हैं। और लोग उन्हें शो में देखना बेहद पसंद करते हैं। वहीं एक्ट्रेस मुनमुन डुठ इस शो से पहले दिन से जुड़ी हुई हैं। लेकिन अब मुनमुन के फैंस के लिए एक बुरी खबर सामने आ गई है।
दरअसल ऐसी अफवाहों ने जोर पकड़ा कि उन्होंने शो को अलविदा कह दिया है। मुनमुन डुठ इस सीरियल ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में बबीता के किरदार में नजर आ रहीं। एक्ट्रेस मुनमुन डुठ पिछले कुछ समय से शो में नजर नहीं आ रही हैं। जिसके बाद ऐसी अफवाहों ने जोर पकड़ लिया और मुनमुन डुठ ने शो को अलविदा कह दिया है। दअरसल एक्ट्रेस पिछले दिनों विवादों में आने के बाद वह शो से गायब हैं। शो में दिखाया गया है कि वह कोलकाता के लिए रवाना हो गई हैं और जेठालाल इस बात को शो में बताते हैं। बता दें कि कुछ महीनों पहले अपमानजनक तरीके से जातिसूचक अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल करने के मामले में उनका नाम आया था। हाालंकि एक्ट्रेस ने उसके बाद माफीनामा भी दे दिया था।

कुंभ: भारत ने तीरंदाजी में बेहतरीन खेल दिखाया

                    
नई दिल्ली/ टोक्यो। ओलंपिक का आगाज 23 जुलाई को रंगारंग कार्यक्रम के साथ हो गया। खेलों के महाकुंभ के दूसरे दिन भारत ने तीरंदाजी में बेहतरीन खेल दिखाया। दीपिका-प्रवीण की जोड़ी क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई। वहीं शूटिंग में अपूर्वी चंदेला और इलावेनिल वालारिवन महिला 10 मीटर एयर राइफल क्वालिफिकेशन मुकाबले में बाहर हो गई और मेडल राउंड तक नहीं पहुंच पाई। तीरंदाजी के मिश्रित टीम अंतिम आठ मुकाबले में दीपिका कुमारी और प्रवीण जाधव की टीम का मुकाबला चीनी ताइपे चिया-एन लिन और चिह-चुन तांग  से था। इसमें भारत ने चीनी ताइपे को 5-3 से हरा दिया।अब क्वार्टरफाइनल में दीपिका-प्रवीण का मुकाबला साउथ कोरिया की टीम से होगा।दीपिका कुमारी टोक्यो ओलंपिक तीरंदाजी मिश्रित युगल स्पर्धा में अपने पति और अनुभवी तीरंदाज अतनु दास की बजाय प्रवीण जाधव के साथ उतरी थीं।  शुक्रवार को क्वालीफिकेशन दौर के प्रदर्शन के आधार पर यह फैसला लिया गया था। तीरंदाजी की मिश्रित युगल स्पर्धा ओलंपिक में पहली बार खेली जा रही है और इसे भारत की पदक उम्मीद में से एक माना जा रहा है।
भारत के पास दास और दीपिका का नाम भेजने का विकल्प था, जिन्होंने पेरिस विश्व कप में साथ में स्वर्ण पदक जीता था। लेकिन महासंघ ने दास की बजाय जाधव को चुना था और अबतक फैसला सही साबित हुआ है।
भारत की तरफ से 10 मीटर एयर राइफल... क्वालीफिकेशन में अपूर्वी चंदेला और इलावेनिल वालारिवान ने भाग लिया।  इस इवेंट में भारत की तरफ से दोनों खिलाड़ियों ने सधी शुरुआत की। इलावेनिल ने 10 शॉट की पहली सीरीज में 104.3 अंक बटोरे और 24वें नंबर पर रहीं। वहीं अपूर्वी ने अपनी पहली सीरीज में 104.5 का स्कोर किया किया और वह 20वें स्थान पर रहीं। इसके बाद दोनों खिलाड़ियों ने वापसी की पुरजोर कोशिश की लेकिन नाकाम रहीं। इस तरह मौजूदा वर्ल्ड नंबर 1 इलावेनिल वालारिवन और पूर्व नंबर 1 अपूर्वी चंदेला क्वालिफिकेशन मुकाबले से बाहर हो गईं।

12वीं बोर्ड के नतीजे जारी करने का ऐलान किया

दुष्यंत टीकम                 
 रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने आज 12वीं बोर्ड के नतीजे जारी करने का ऐलान कर दिया है। माशिमं ने बताया कि परीक्षा परिणाम 25 जुलाई को घोषित किया जाएगा। दोपहर करीब 12 बजे रिजल्ट जारी होगा।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ऑनलाइन 12वीं बोर्ड के नतीजे जारी किए जाएंगे। परीक्षार्थी पर देख सकते हैं। बता दें कि इस बार ओपन बुक पैटर्न पर 12वीं बोर्ड की परीक्षा आयोजित की गई थी।

नौवीं कक्षा की छात्रा को अगवा कर दुष्कर्म किया

अश्वनी उपाध्याय        
गाज़ियाबाद। गाजियाबाद में सिहानी गेट थाना क्षेत्र में कोचिंग के लिए आई नौवीं कक्षा की एक छात्रा को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। बलात्कार की शिकार हुई छात्रा के अनुसार एक परिचित युवक उसे बहलाकर अपने दोस्त के घर ले गया और वहां बीयर पिलाकर दोनों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इस दौरान एक तीसरा युवक भी मौजूद था। पुलिस ने दो दिन बाद छात्रा को बरामद कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
विजयनगर क्षेत्र निवासी व्यक्ति ने 21 जुलाई को सिहानी गेट थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसका कहना है कि उसकी 14 वर्षीय बेटी नौवीं कक्षा की छात्रा है। वह नेहरू नगर स्थित कोचिंग के लिए आई, लेकिन घर नहीं लौटी। कोचिंग का समय समाप्त होने के कई घंटे बाद भी घर न लौटने पर उसकी खोजबीन की गई, लेकिन सुराग नहीं लगा।
पीड़ित ने बेटी के अपहरण की आशंका जाहिर की थी। तहरीर पर केस दर्ज कर पुलिस छात्रा की तलाश में जुट गई। पुलिस का कहना है। है कि बृहस्पतिवार को छात्रा बरामद कर ली गई। उसने बताया कि लालकुआं निवासी नवनीत जो उसका जानकार है उसे फुसलाकर नंदग्राम निवासी अपने साथी कौशलेंद्र के घर पर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया।पीड़िता के मुताबिक, नवनीत ठाकुर ने उसे दोस्त के घर पर जबरन बीयर पिलाई और फिर उसके साथ दुष्कर्म किया। इस दौरान नवनीत का दूसरा साथी नंदग्राम निवासी नितिन भी वहां मौजूद था। सिहानी गेट एसएचओ कृष्ण गोपाल शर्मा ने बताया कि दुष्कर्म के मुख्य आरोपी नवनीत ठाकुर व मौके पर मौजूद सह आरोपी कौशलेंद्र व नितिन को गिरफ्तार कर लिया गया है। छात्रा के पिता द्वारा दर्ज कराए केस में सामूहिक दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट की धारा बढ़ाकर आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभाकक्ष में ...