शुक्रवार, 23 जुलाई 2021

6,100 पदों पर आवेदन की तारीख नजदीक आईं

अकांशु उपाध्याय                  
नई दिल्ली। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अप्रेंटिस के 6100 से अधिक पदों पर आवेदन की अंतिम तारीख नजदीक आ गई है। नोटिफिकेशन के मुताबिक अप्रेंटिस के इन पदों पर आवेदन की अंतिम तारीख 26 जुलाई 2021 है। एग्जाम पास करने वाले कैंडिडेट्स को एक साल अप्रेंटिसशिप का मौका मिलेगा।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अप्रेंटिस के 6100 से अधिक पदों पर आवेदन की अंतिम तारीख नजदीक आ गई है। अगर आपने अब तक इन पदों के लिए आवेदन नहीं किया है या फिर आप इन पदों के लिए आवेदन करना चाहतें हैं तो जल्द एसबीआई की वेबसाइट पर जाकर एप्लीकेशन फॉर्म भर दें।एप्लीकेशन प्रोसेस पूरा होने के बाद एसबीआई की ओर से इन पदों पर भर्ती के लिए एग्जाम डेट की तारीखों की घोषणा की जाएगी।
बता दें कि इस एग्जाम को पास करने वाले कैंडिडेट्स को एक साल की अप्रेंटिसशिप का मौका मिलेगा और इसके साथ ही खास बात यह है कि उन्हें इस दौरान 15,000 रुपए प्रति महीने स्टाइपेंड मिलेगा।
2021नोटिफिकेशन के मुताबिक अप्रेंटिस के इन पदों पर आवेदन की अंतिम तारीख 26 जुलाई 2021 है। सभी कैंडिडेट्सों को 26 जुलाई तक एप्लीकेशन फीस जमा करके फॉर्म सबमिट करना होगा।
एसबीआई ने जो नोटिफिकेशन जारी किया था, उसके मुताबिक किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने वाले 20 से 28 साल तक के कैंडिडेट इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं वहीं रिजर्व कैटेगरी के कैंडिडेट्सों को आयु सीमा में नियमों के अनुसार छूट दी जाएगी।
जनरल, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के कैंडिडेट्स को 300 रुपये एप्लीकेशन फीस जमा करनी होगी और अन्य सभी कैटेगरी के लिए आवेदन निशुल्क है। आवेदन शुल्क डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड से भी जमा किया जा सकता है।

28 लोगों की मौंत, जांच कर रहे है एसएएचपीआरए

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। साउथ अफ्रीकन हेल्थ प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी अथॉरिटी (एसएएचपीआरए) ने कहा कि वह 28 लोगों की मौत की जांच कर रहे है। जिनकी मौत कोविड-19 का टीका लगने के बाद हुई थी। यह अध्ययन निर्धारित करने के लिए किया जाएगा कि क्या ये मौतें सीधे उस देश में टीकाकरण से जुड़ी हैं ? जहां जॉनसन एंड जॉनसन और फाइजर की खुराक का इस्तेमाल किया जा रहा है।

एसएएचपीआरए के सीईओ बोइटुमेलो सेमेटे-मकोकोटलेला ने कहा, हमें यह निर्धारित करने की आवश्यकता है कि हमने जो घटना देखी है वह वास्तव में टीके से संबंधित है या किसी और चीज से संबंधित है। ये बहुत व्यापक अध्ययन हैं। जांच शुरू की गई थी जब एसएएचपीआरए ने सांसदों को बताया कि फाइजर या जॉनसन एंड जॉनसन के टीकों के साथ लोगों को टीका लगाए जाने के बाद संक्रमण की खबरें थीं। 

ताजिकिस्‍तान ने सबसे बड़ा युद्धाभ्यास किया: चिंतित

काबुल। अफगानिस्तान में तालिबान की बढ़ती ताकत से उसके पड़ोसी देश सुरक्षा को लेकर काफी चिंतित हैं। तालिबान के किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए पड़ोसी देश ताजिकिस्‍तान ने इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास किया है। ताकि अगर तालिबान के साथ जंग होती है, तो वह उसका सामना कर सके। अफगानिस्तान में तालिबान की बढ़ती पकड़ को देखते हुए ताजिकिस्‍तान के राष्ट्रपति इमोमाली रखमोन  के आदेश पर सुबह चार बजे 230,000 जवानों वाली ताकतवर सेना को अलर्ट किया गया.समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, सोवियत संघ से अलग हुए इस देश को लगभग 30 साल हो गए हैं। तीन दशक के इतिहास में सेना की तैयारी का यह सर्वेक्षण सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।
इस युद्धाभ्यास में सेना ने सभी तरह के हथियारों का परीक्षण किया। जिसमें जमीनी हथियार, हवाई हथियार और तोपखाने तक शामिल थे। इस पूरे युद्धाभ्यास का प्रसारण ताजिकिस्‍तान के सरकारी टीवी पर किया गया। युद्धाभ्यास के आखिर में सेना ने खुद राष्ट्रपति इमोमाली रखमोन के नेतृत्व में एक परेड का आयोजन किया। राष्ट्रपति ने सेना से कहा कि वह क्षेत्र में शांति और स्थिरता स्थापित करने के लिए तैयार रहे। रखमोन ने कहा, ‘हमारे पड़ोसी देश अफगानिस्तान, खासकर हमारी सीमा के पास उत्तरी क्षेत्र में स्थिति अधिक जटिल और अस्थिर बनी हुई है। यह हर दिन हर घंटे जटिल होती जा रही है। उन्होंने सशस्त्र बलों से किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा ताकि देश की सीमा की रक्षा की जा सके।
रखमोन साल 1994 से सत्ता में हैं। उन्होंने मामले में अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से भी बात की है। रूस के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से कहा गया है कि दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा की। ये फोन कॉल ताजिकिस्‍तान की ओर से आया था  ताजिकिस्तान ने युद्धभ्यास ऐसे समय में किया है, जब रूस ने घोषणा की है कि वह अगले महीने ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान की सेना के साथ अफगान सीमा के पास एक बड़ा अभ्यास करेगा। इन दिनों तालिबान ने अफगानिस्तान में हमले तेज कर दिए हैं और देश की 90 फीसदी सीमाओं पर कब्जे का दावा किया है। अमेरिका का मानना है कि आधा देश तालिबान के हाथों में आ गया है। जिसमें 400 जिले शामिल हैं।
ताजिकिस्‍तान ने 20 हजार अतिरिक्त बलों को अफगानिस्तान से लगनी वाली सीमा पर भी भेजा है।

कोलंबो के क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया वनडे मैच

नई दिल्ली/कोलंबो। के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का तीसरा वनडे मैच कोलंबो के आर प्रेमदासा क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है। इस मुकाबले का टॉस भारत की टीम ने जीता है और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है। इस मैच में भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन देख टीम मैनेजमेंट के तीन फैसले समझ से बिल्कुल परे नजर आ रहे हैं। संजू सैमसन, नितीश राणा, के गौथम, राहुल चाहर और चेतन सकारिया को तीसरे वनडे में डेब्यू का मौका मिला है। एक साथ 5 खिलाड़ियों को डेब्यू का मौका देना काफी हैरान करता है, क्योंकि भारतीय टीम का गेंदबाजी आक्रमण पूरी तरह कमजोर नजर आ रहा है। 
ऐसे में भारतीय टीम को इस मुकाबले में हार का सामना भी करना पड़ा सकता है।
अगर कुछ खिलाड़ियों को दूसरे वनडे में ही डेब्यू का मौका मिल जाता, तो बेहतर होता। कहीं ना कहीं 5 खिलाड़ियों को एक साथ डेब्यू करवाने का फैसला समझ से परे लगता है। मनीष पांडे पहले मैच में 40 गेंदों पर मात्र 26 रन ही बना पाए थे। दूसरे वनडे में भी वह कुछ ख़ास नही कर पाए थे।  आईपीएल 2021 के पहले चरण में खराब फॉर्म से गुजर रहे थे। उनकी खराब फॉर्म के चलते सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने उन्हें प्लेइंग इलेवन से ड्राप भी किया था। हालांकि उनकी खराब फॉर्म के बावजूद टीम मैनेजमेंट ने उन्हें तीसरे वनडे की भी प्लेइंग इलेवन में मौका दिया है।
वहीं मनीष पांडे की वजह से देवदत्त पड्डीकल जैसे युवा खिलाड़ी को मौका नहीं मिल पाया है। ऐसे में चयनकर्ताओं का यह फैसला समझ से परे हैं कि मनीष पांडे को प्लेइंग इलेवन में क्यों जगह मिल गई। शुरूआती दोनों वनडे मैचों की प्लेइंग इलेवन में देवदत्त पड्डीकल को मौका नहीं मिल पाया था, ऐसे में फैंस को उम्मीद थी सीरीज जीतने के बाद कोच राहुल द्रविड़ तीसरे वनडे की प्लेइंग इलेवन में देवत्त पड्डीकल को डेब्यू का मौका देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया क्योंकि भारतीय टीम मैनेजमेंट ने इस मैच में देवत्त पड्डीकल जैसे होनहार खिलाड़ी को प्लेइंग इलेवन में जगह नही दी है।
आईपीएल 2021 में यह युवा खिलाड़ी शानदार फॉर्म में था। इन्होने शतक भी लगाया था, लेकिन इसके बावजूद यह खिलाड़ी पहले वनडे में अपनी जगह नहीं बना पाया है।

राज्यपाल धनखड़ ने बिमान को राजभवन तलब किया

कोलकाता। राज्य की सीएम ममता बनर्जी  के साथ टकराव के बीच राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी को राजभवन तलब किया है। आज शाम चार बजे बिमान बनर्जी राज्यपाल से मिलने राजभवन जाएंगे। दोनों के बीच मुलाकात होने की संभावना है। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने यह ट्वीट किया है।
राज्यपाल ने सुबह खुद ट्वीट कर यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि वह अपनी पहल पर विधानसभा अध्यक्ष के साथ बैठक करना चाहते हैं। स्पीकर बिमान बनर्जी से संपर्क किए जाने पर उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से उनकी जाने की इच्छा है।  हालांकि, वह कार्यालय जाएंगे और देखेंगे कि कोई निमंत्रण आया है या नहीं। जब निमंत्रण आएगा, तो वह देखेंगे कि उस पर क्या लिखा है। राज्यपाल स्पीकर से मिलना क्यों चाहते हैं, इस बात को लेकर अचानक ही राजनीतिक क्षेत्र में काफी अटकलें लगने लगी हैं। संयोग से, राज्यपाल ने पिछले जून में विधानसभा अध्यक्ष को एक पत्र भेजा था। उसमें उन्होंने स्पीकर के काम पर असंतोष जताया था। उन्होंने सवाल किया था कि विधानसभा की शुरुआत में उनके भाषण का प्रसारण क्यों रोका गया। स्पीकर ने राज्यपाल पर विधानसभा से पारित बिल को रोकने का आरोप लगाया था। हाल में लोक लेखा समिति के अध्यक्ष के रूप में मुकुल रॉय की घोषणा के बाद दबाव बढ़ गया है। विश्लेषकों का मानना ​​है कि इस मुद्दे पर चर्चा की जा सकती है। दूसरी ओर, इसके पहले बिमान बनर्जी ने संसदीय लोकतंत्र से जुड़े मामलों और सदन के कामकाज में राज्यपाल जगदीप धनखड़ की 'अत्यधिक दखलअंदाजी' को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से शिकायत की थी। 
बिमान बनर्जी ने वर्चुअल रूप से आयोजित 'ऑल इंडिया स्पीकर्स कॉन्फ्रेन्स' के दौरान धनखड़ की शिकायत की थी। बिमान बनर्जी ने कहा था, 'मैंने लोकसभा अध्यक्ष को संसदीय लोकतंत्र और विधानसभा के कामकाज में राज्यपाल जगदीप धनखड़ की अत्यधिक दखलअंदाजी के बारे में बताया। विधानसभा द्वारा पारित होने के बावजूद कई विधेयक राज्यपाल के पास अटके हुए हैं क्योंकि उन्होंने उन पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। पश्चिम बंगाल के संसदीय लोकतंत्र केइतिहास में यह अभूतपूर्व है। ऐसी स्थिति पहले कभी पैदा नहीं हुई है।

समस्याओं से निपटने के लिए कारगर हैं 'कपूर'

कपूर का उपयोग पूजा पाठ के कार्यों में विशेष तौर पर किया जाता है। वास्तु शास्त्र की माने तो कपूर घर की नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करता है। जिससे घर परिवार में खुशहाली का माहौल बना रहता है। इतना ही नहीं कपूर धन संबंधी समस्याओं से निपटने के लिए भी कारगर माना गया है। जानिए वास्तु शास्त्र अनुसार कपूर का किस तरह से उपयोग करने पर जीवन की कई समस्याओं से मुक्ति मिलने की है मान्यता।
नौकरी-व्‍यवसाय में तरक्की पाने के लिए प्रतिदिन रात में किचन का सारा काम खत्म करने के बाद साफ जगह पर एक कटोरी में लौंग और कपूर जलाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से घर-परिवार के सदस्यों की तरक्की होने लगती है।
वास्तु दोष से मुक्ति के लिए घर के सभी कमरों में कपूर की कुछ टिकिया रख दें।

आकाश के नए संस्करण का सफल परीक्षण किया

भुवनेश्नर। भारत ने ओडिशा परीक्षण रेंज से जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली आकाश के नए संस्करण का शुक्रवार को सफल परीक्षण किया है। पिछले दो दिनों में यह दूसरी बार है जब 30 किमी की मारक क्षमता वाले एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम का रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा परीक्षण किया गया है। आकाश मिसाइल को डीआरडीओ के हैदराबाद स्थित प्रयोगशाला ने अनुसंधान संगठन की अन्य शाखाओं के साथ मिलकर विकसित किया है।
डीआरडीओ ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, 'ओडिशा के तट से दूर एकीकृत परीक्षण रेंज, चांदीपुर से आज करीब 11 बजकर 45 मिनट पर नई संस्करण के आकाश (आकाश-एनजी) मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया।

चुनावी तैयारियों का जायजा लेंगे नड्डा, बैठक करेंगे

चुनावी तैयारियों का जायजा लेंगे नड्डा, बैठक करेंगे  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ग...