बुधवार, 21 जुलाई 2021

छत्तीसगढ़ में जून से अब तक 409.7 मिमी वर्षा दर्ज

दुष्यंत टीकम                
रायपुर। राज्य भर में जून महीने से अब तक 409.7 मिमी वर्षा दर्ज हुई है। कंट्रोल रूम के मुताबिक 1 जून से अब तक तक राज्य में 409.7 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में जून से आज तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार सुकमा जिले में सर्वाधिक 777.1 मिमी और 307.6 राजनांदगांव जिले में सबसे कम 301.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। 
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सरगुजा में 316.7 मिमी, सूरजपुर में 437.3 मिमी, बलरामपुर में 384.9 मिमी, जशपुर में 399.5 मिमी, कोरिया में 358.5 मिमी, रायपुर में 376.6 मिमी, बलौदाबाजार में 467.0 मिमी, गरियाबंद में 411.5 मिमी, महासमुंद में 350.9 मिमी, धमतरी में 390.7 मिमी, बिलासपुर में 413.5 मिमी, मुंगेली में 307.6 मिमी, रायगढ़ में 335.4 मिमी, जांजगीर चांपा में 412.3 मिमी, कोरबा में 612.3 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 384.6 मिमी, दुर्ग में 402.4 मिमी, कबीरधाम में 341.2 मिमी, कबीरधाम में 341.2 मिमी, बालोद में 323.6 मिमी, बेमेतरा में 503.6 मिमी, बस्तर 357.0 मिमी, कोण्डागांव में 414.1 मिमी, कांकेर में 365.4 मिमी, नारायणपुर में 484.3 मिमी, दंतेवाड़ा में 376.5 और बीजापुर में 466.1 मिमी औसत वर्षा रिकार्ड की गई।

लोगों की मौत का कारण सरकार की गलत नीति रही

अकांशु उपाध्याय             
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की दिक्कत के कारण लोगों के मरने की केंद्र सरकार की दलील को गलत बताते हुए कहा है कि मौत की वजह ऑक्सीजन की कमी नहीं बल्कि सरकार की गलत नीति रही है।
ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई केंद्र सरकार ? कोरोना से हुई मौतों को लेकर केंद्र सरकार के जवाब पर कांग्रेस महासचिव ने कहा, “मौतें इसलिए हुईं। क्योंकि महामारी वाले साल में सरकार ने ऑक्सीजन निर्यात 700 प्रतिशत तक बढ़ा दिया। क्योंकि सरकार ने ऑक्सीजन ट्रांसपोर्ट करने वाले टैंकरों की व्यवस्था नहीं की।
उन्होंने आगे कहा, “एंपावर्ड ग्रुप और संसदीय समिति की सलाह को नजरंदाज कर ऑक्सीजन उपलब्ध कराने का कोई इंतजाम नहीं किया। अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने में कोई सक्रियता नहीं दिखाई।

रैली में गोलीबारी, मरने वाले 13 लोगों को श्रद्धांजलि

मिनाक्षी  
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 1993 में आज ही के दिन एक रैली के दौरान पुलिस की गोलीबारी में जान गंवाने वाले 13 निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि दी। उन्हाेंने कहा कि भाजपा भारत को लोकतांत्रिक देश के बजाय निगरानी वाले देश में बदलना चाहती है। 
सुश्री बनर्जी ने बुधवार को ट्वीट किया, “मैं 1993 में आज ही के दिन जान गंवाने वाले 13 निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि देती हूं। मैं अपने सभी भाइयों और बहनों से आग्रह करती हूं कि इन बहादुर आत्माओं के सम्मान में आज दोपहर बाद दो बजे मेरे साथ वर्चुअल सभा में शामिल हों। पेगासस जासूसी विवाद के संदर्भ में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा भारत को लोकतांत्रिक देश के बजाय निगरानी वाले देश में बदलना चाहती है।
बनर्जी ने उच्चतम न्यायालय से अनुरोध किया कि वह पेगासस स्पाईवेयर का इस्तेमाल करके नेताओं, कार्यकर्ताओं, पत्रकारों आदि को निशाना बनाने वाले कथित जासूसी स्कैंडल का संज्ञान ले। उन्होंने विपक्षी दलों से कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने के लिए सभी को साथ आना होगा। तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने कोलकाता में एक रैली को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा, ”भाजपा एक लोकतांत्रिक देश को कल्याणकारी राष्ट्र के बजाय निगरानी वाले राष्ट्र में बदलना चाहती है।”
उन्होंने कहा, “अमानवीय कार्य करने वालों के खिलाफ हमारी आवाजें उठती रहेगी।”मुख्यमंत्री इस वर्ष कोरोना महामारी के कारण शहीद दिवस रैली को वर्चुअली संबोधित किया। तृणमूल कांग्रेस 1993 में यूथ कांग्रेस की रैली के दौरान पुलिस की गोलीबारी में मारे गये 13 कार्यकर्ताओं की याद में हर साल ‘शहीद दिवस’ रैली निकालती है।
वर्ष 1993 में सुश्री बनर्जी जब यूथ कांग्रेस की पश्चिम बंगाल प्रदेश अध्यक्ष थीं तब उन्होंने राइटर्स चलो अभियान (राइटर्स बिल्डिंग की ओर मार्च) चलाया था। यह अभियान मतदाता पहचान पत्र को मतदाताओं के सत्यापन के लिए एकमात्र वैध दस्तावेज बनाये जाने की मांग को लेकर था।
इस मांग को लेकर सुश्री बनर्जी और अन्य कार्यकर्ताओं ने रैली निकाली और जब वे शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ रहे थे तब पुलिस ने उन्हें रूकने के लिये कहा और उनके नहीं रूकने पर गोलियां चलाई जिसमें 13 समर्थकों की माैत हो गई थी और सैंकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हो गये थे। उस दिन के बाद से हर साल इन 13 लोगों की याद में वार्षिक रैली आयोजित की जाती है।

बीमारी: स्पाइनल मस्कुलर एट्रोपी से मासूम की मौंत

तिरुवनंतपुरम। केरल में छह महीने के एक बच्चे की दुर्लभ बीमारी स्पाइनल मस्कुलर एट्रोपी (एसएमए) से कोझिकोड जिले में मौत हो गई। वह जन्म से ही इस बीमारी से ग्रस्त था और इलाज के लिए बड़ी राशि एकत्र की गई थी। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि मूल रूप से मलाप्पुरम के पेरिनथालमन्ना के रहने वाले और पेशे से ऑटो रिक्शा चालक आरिफ के बेटे इमरान की मौत दुर्लभ बीमारी के कारण मंगलवार की रात कोझिकोड राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में हुई।इमरान के जन्म के 17 दिन बाद से इस अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। बच्चे की मौत ऐसे समय हुई है। 
जब चंदे से कई करोड़ रुपये उसके इलाज के लिए दुनिया के सबसे मंहगे जोल्गेन्ज्मा ओनाजेन्मोजीन इंजेक्शन खरीदने के वास्ते एकत्र किए गए । इस एक इंजेक्शन की कीमत 18 करोड़ रुपये है।
इमरान का परिवार दवा आयात करने के लिए बाकी के पैसे जुटाने के लिए संघर्ष कर रहा था लेकिन उन्हें उम्मीद थी कि जल्द ही शेष राशि भी एकत्र हो जाएगी। केरल उच्च न्यायालय ने हाल में बच्चे के पिता की याचिका के बाद, पांच सदस्यीय चिकित्सा बोर्ड इमरान को मुफ्त इलाज देने पर विचार करने हेतु गठित करने का निर्देश दिया था। 
स्पाइनल मस्कुलर एट्रोपी एक न्यूरो मस्‍कुलर डिसऑर्डर है। इससे पीड़ित बच्चा धीरे-धीरे कमजोर पड़ने लगता है और चलने-फिरने में असमर्थ हो जाता है। क्योंकि वह मांसपेशियों की गतिविधियों पर अपना काबू खो देता है।डॉक्टरों के मुताबिक, स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी का इलाज जोल्गेन्स्मा (Zolgensma) नाम के एक इंजेक्‍शन से ही मुमकिन है।
जोल्गेन्स्मा को बाहर से आयात करने में करीब 18 करोड़ रुपए का खर्च आता है। इसे दुनिया की सबसे महंगी ड्रग्स में से एक माना जाता है। यह इंजेक्शन स्विटजरलैंड की एक कम्पनी तैयार करती है। कम्पनी का दावा है कि यह इंजेक्शन एक तरह का जीन थैरेपी ट्रीटमेंट है। जिसे एक बार लगाया जाता है। इसे स्पाइनल मस्क्यूलर एट्रॉफी से जूझने वाले 2 साल से कम उम्र के बच्चों को लगाया जाता है।
दुनिया में ऐसी कई बीमारियां हैं, जिनके बारे में अधिकतर लोगों को पता भी नहीं होता, लेकिन वो होती बहुत ही जानलेवा हैं। जैसे कि स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी, जो कि एक आनुवंशिक बीमारी है। यह बीमारी कई प्रकार की होती है, लेकिन इसमें टाइप-1 सबसे गंभीर है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में हर साल जन्म लेने वाले बच्चों में लगभग 400 बच्चे इस बीमारी से ग्रसित होते हैं। भारत में भी इसके कई मामले सामने आ चुके हैं।

चैम्पियन सिंधु को प्रबल दावेदारों में से 1 करार दिया

अकांशु उपाध्याय                      
नई दिल्ली। भारतीय बैडमिंटन के मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद को उम्मीद है कि इस बार भारतीय एथलीट ओलंपिक में पदकों की दोहरी संख्या तक पहुंच सकते हैं और उन्होंने विश्व चैम्पियन पीवी सिंधु को स्वर्ण पदक जीतने की प्रबल दावेदारों में से एक करार दिया। भारत शुक्रवार से शुरू होने वाले तोक्यो ओलंपिक में इस बार अपना सबसे बड़ा ओलंपिक दल 120 से ज्यादा एथलीट उतार रहा है। गोपीचंद ने एक वेबीनार के दौरान कहा, ”मेरा यह भी मानना है और उम्मीद करता हूं कि इस बार भारत अब तक की सबसे ज्यादा पदकों की संख्या जीतने में सफल होगा।
लंदन में भारतीय टीम ने छह पदक जीतकर जो किया, हम उसे पीछे छोड़ सकते हैं और हम उम्म्मीद करते हैं कि दोहरी संख्या में पदक जीत सकते हैं। ”उन्होंने कहा, ”सरकार से काफी सहयोग मिला है और जिस तरह का हमें सहयोग मिल रहा है, उससे मुझे लगता है कि ज्यादा पदकों से खेल से संबंधित लोगों के हाथ मजबूत होंगे। ”गोपीचंद ने कहा, ”मेरा यह भी मानना है कि भले ही यह निशानेबाजी हो, कुश्ती हो, मुक्केबाजी हो या फिर भारोत्तोलन में मीराबाई चानू, मुझे लगता है कि उनके पास काफी मौके हैं। उन्होंने भारतीय ओलंपिक दल के आधिकारिक भागीदार ध्यान और ‘हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट’ के गठजोड़ की घोषणा करने वाले वेबीनार के दौरान यह बात कही। 
साइना नेहवाल और सिंधु को पिछले दो ओलंपिक में क्रमश: कांस्य और रजत पदक दिलाने में मार्गदर्शन करने वाले गोपीचंद का मानना है कि भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों के पास अपने प्रदर्शन को बेहतर करने का अच्छा मौका है। उन्होंने कहा, ”बैडमिंटन में हमारे पास मौके हैं, निश्चित रूप से रियो और लंदन के प्रदर्शन से बेहतर करने के।
इसलिये मुझे उम्मीद है कि सिंधु जीत सकती हैं, वह निश्चित रूप से ओलंपिक में दावेदारों में से एक होंगी। साथ ही चिराग और सात्विक भी, हालांकि उनका ड्रा काफी कठिन है लेकिन मैं उन्हें पदक के संभावितों में देखता हूं। साई प्रणीत के लिये यह मुश्किल होगा। लेकिन उसने विश्व चैम्पियनशिप में काफी अच्छा किया है और मुझे उम्मीद है कि वह उस प्रदर्शन को दोहरा सकता है।

988 पदों की भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किएं

नरेश रघानी                
जयपुर। राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) ने राज्य सिविल सेवा और अधीनस्थ सेवा पदों सहित राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) के 988 पदों की भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए हैं। योग्य व इक्छुक उम्मीदवार जो इन पदों पर आवेदन करना चाहते हैं उनसे अनुरोध है की इस सरकारी रोजगार में आवेदन करने से पहले सारी जानकारियां ले उसके बाद ही अपनी योग्यता के अनुसार आवेदन करे।
नोटिफिकेशन का लिंक निचे दिया गया है। डिग्री या इसके सामान उपाधि होने पर भी स्वीकृति है अधिक जानकारी पाने के लिए प्रकाशित नोटिफिकेशन देखे।

कुशीनगर: एयरपोर्ट के उद्घाटन की तिथि में असमंजस

हरिओम उपाध्याय           

कुशीनगर। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया सौ दिनों के भीतर उप्र में आठ नए एयरपोर्ट शुरू करने जा रही है। कुशीनगर एयरपोर्ट के अगस्त माह में अलीगढ़, मुरादाबाद, आजमगढ़, चित्रकूट, श्रावस्ती सितम्बर माह में फैजाबाद व सोनभद्र के मयूरपुर एयरपोर्ट के नवम्बर माह में शुरू करने की तैयारी मंत्रालय स्तर पर चल रही है। उद्घाटन की तिथि कभी भी आ सकती है। फैजाबाद व मयूरपुर एयरपोर्ट के कार्य में देरी की वजह से उद्घाटन की तिथि नवंबर माह में खिसक रही है। किन्तु शेष छह एयरपोर्ट उड़ान के लिए पूरी तरह तैयार हैं। एयरपोर्ट अथार्टी के शीर्ष अधिकारियों ने एक सप्ताह पूर्व नोडल अधिकारी सन्तोष मौर्य से इस सम्बंध में रिपोर्ट मांगी थी। नोडल अफसर ने अद्यतन स्थिति की रिपोर्ट उपर भेज दी है। 

रिपोर्ट के बाद मंत्रालय ने उद्घाटन के संकेत दिए हैं। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कुशीनगर एयरपोर्ट से किसी भी क्षण इंटरनेशनल उड़ान के संकेत दिए हैं। एयरपोर्ट अधिकारी उद्घाटन की तिथि व स्वरूप के सामने आने का इंतजार कर रहे हैं। रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम उड़ान-3 यूपी के नोडल अधिकारी सन्तोष मौर्य ने बताया कि शीर्ष के अधिकारियों को सभी एयरपोर्ट की स्थिति की रिपोर्ट भेज दी गई हैं। उड़ान की तिथि अभी नहीं आयी है।

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...