सोमवार, 12 जुलाई 2021

उच्च स्तर से फिसलते हुए अंत में स्थिरता, बंद बाजार

कविता गर्ग    

मुंबई। शेयर बाजार सोमवार को दिन के उच्चतम स्तर से फिसलते हुए अंत में लगभग स्थिर बंद हुए। बैंक शेयरों में अच्छी लिवाली हुई। लेकिन उसके सकारात्मक प्रभाव को मुख्य रूप से आईटी और धातु शेयरों में मुनाफावसूली ने समाप्त कर दिया। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स में लगातार तीसरे कारोबार सत्र में गिरावट रही। यह 13.50 अंक यानी 0.03 प्रतिशत की गिरावट के साथ 52,372.69 अंक पर बंद हुआ।

कारोबार के दौरान इसमें करीब 500 अंक का उतार-चढ़ाव आया और यह ऊंचे में 52,700.51 और नीचे में 52,208.96 अंक तक गया। वहीं एनएसई निफ्टी 2.80 अंक यानी 0.02 प्रतिशत की हल्की बढ़त के साथ 15,692.60 अंक पर बंद हुआ।


खुले बाजारों में लोगों की भीड़ का सिलसिला बढ़ा

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर के थमने के बाद खुले बाजारों में लोगों की भीड़ का सिलसिला लगातार बढ़ता ही जा रहा है। कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने पर सख्ती बरत रही सरकार ने जनपथ मार्केट को अगले आदेशों तक के लिए बंद कर दिया है। इससे पहले कोविड-19 संबंधी नियमों के उल्लंघन के मद्देनजर रविवार को सदर बाजार के बाराटूटी चौक से कुतुब रोड तक के एक हिस्से को 13 जुलाई तक के लिए बंद कर दिया गया था। 
सोमवार को दिल्ली सरकार ने अगले आदेशों तक कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने और डीडीएमए के आदेश का उल्लंघन करने पर राजधानी के जनपथ मार्केट को बंद करने के आदेश जारी किए हैं। दिल्ली सरकार की ओर से दी गई छूट के बाद बड़ी संख्या में लोग राजधानी के विभिन्न बाजारों में उमड़ रहे हैं। 
इस भीड में अनेक लोग ऐसे भी हैं जिन्हें बाजार में कोई खरीदारी नहीं करनी है। दिल्ली सरकार ने अपने आदेशों में कहा है कि जनपथ मार्केट डीडीएमए के आदेशों के उल्लंघन के लिए और कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार मानदंडों का पालन नहीं करने पर अगले आदेशों तक बंद कर दिया गया है। दिल्ली सरकार ने आदेश में कहा, जनपथ मार्केट, डीडीएमए के आदेशों के उल्लंघन के लिए और उपयुक्त व्यवहार मानदंडों का पालन नहीं करने के लिए अगले आदेश तक बंद है। डायरेक्टर एन्फोर्समेंट, एनडीएमसी और एसएचओ कनॉट प्लेस को आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू कराने और एक अनुपालन रिपोर्ट देनी होगी। कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान दिल्ली में 19 अप्रैल से 30 मई तक लॉकडाउन लगाया गया था। दिल्ली सरकार की चरणबद्ध अनलॉक योजना के तहत 7 जून से बाजारों को खोलने की अनुमति दी गई थी।

शाकुंभरी मंदिर के बाहर बाढ़, हालात हुए गंभीर

हरिओम उपाध्याय                
सहारनपुर। शिवालिक पहाड़ियों में हो रही बारिश से बरसाती नदियां पूरी तरह से उफना गई हैं। सुप्रसिद्ध सिद्ध पीठ माता शाकुंभरी देवी के मंदिर के बाहर से होकर गुजर रही नदी में बाढ़ के हालात उत्पन्न हो गए हैं। श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली नदी में बीच मंझधार फंस गई है। जिसके चलते ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार दर्जनों श्रद्धालुओं की जान अटक गई। अन्य श्रद्धालु ट्रैक्टर ट्रॉली को निकलवाने का प्रयास कर रहे हैं।
सोमवार को अनेक श्रद्धालु ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार होकर सुप्रसिद्ध सिद्ध माता शाकुंभरी देवी के दर्शन के लिए जा रहे थे। 
बेहट क्षेत्र में शिवालिक पहाडियों में हुई मूसलाधार बारिश के चलते ऊपर से बहकर आये पानी से शाकुंभरी नदी में अचानक बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए। पहाड़ों पर हो रही बारिश के बाद नदी में तेज बहाव आया। जिससे सिद्धपीठ श्री शाकुंभरी देवी के दर्शन करने के लिए जा रहे श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली बीच मंझधार में फंस गई। ट्रैक्टर ट्राॅली के नदी के बीच पानी में फंसते ही लोगों में हा-हाकार मच गया। काफी समय तक शाकंुभरी माता मंदिर के दर्शन को आए श्रद्धालु दोनों तरफ फंसे रहे। घंटों तक लोग पानी का बहाव कम होने का इंतजार करते रहे। वहीं किनारों पर मौजूद लोगों ने बड़ी मुश्किल से श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकाला। इस दौरान ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार सभी श्रद्धालुओं की काफी देर तक जान खतरे में फंसी रही। गौरतलब है कि लॉकडाउन में मिली ढील के बाद श्रद्धालु लगातार प्रसिद्ध सिद्ध पीठ माता शाकुंभरी देवी के दर्शन के लिए आ रहे हैं। 
ट्रैक्टर ट्रॉलियों के अलावा अन्य वाहनों में सवार होकर आने वाले यात्रियों का पूरे दिन सिद्ध पीठ पर तांता लगा रहता है। मौजूदा समय में बरसात का मौसम चल रहा है। जिसके चलते शिवालिक पहाड़ियों में कब बारिश हो जाए इसका अहसास तक नहीं होता और जब तक लोग बारिश से संभल पाते हैं। उस बीच पहाड़ियों से पानी का बहाव आ जाता है जो ट्रैक्टर ट्रॉली हुए वाहनों को अपने साथ बहाकर ले जाता है।

स्वास्थ्य: महिला ने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया

अश्वनी उपाध्याय             
गाजियाबाद। प्रसव पीड़ा के दौरान अस्पताल ले जाई गई महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया है। नवजात बच्चों में एक लड़की और तीन लड़के हैं। प्राथमिक जांच में जच्चा और चारों बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ पाए गए हैं। जन्म के बाद बच्चों को देखभाल के लिए नर्सरी में रखा गया है।
सोमवार को गाजियाबाद के कमला नेहरू नगर निवासी एक महिला को प्रसव पीड़ा हुई। दर्द से बुरी तरह से कर्राह रही महिला को तुरंत ही परिजन गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल में प्रसव क्रिया के लिए लेकर पहुंचे। जहां किये गये ऑपरेशन के बाद महिला ने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया है। प्राथमिक जांच में जच्चा और बच्चा पांचों स्वस्थ पाए गए हैं। जन्म के बाद देखभाल के लिए सभी बच्चों को फिलहाल बाल नर्सरी में रखा गया है। 
जन्म लेने वाले बच्चों में एक लड़की और 3 लड़के शामिल हैं। अस्पताल की वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ शशि अरोड़ा ने बताया है कि अस्पताल में एक महिला इमरजेंसी में लेबर पेन के कारण भर्ती हुई थी। प्राथमिक उपचार के बाद महिला का ऑपरेशन किया गया। जिसके बाद महिला ने 4 बच्चों को जन्म दिया है। डॉक्टरों की टीम ने महिला का सफल ऑपरेशन करते हुए पांच जिंदगी को बचा लिया है। उन्होंने बताया कि जन्म के बाद नवजात बच्चों की जान को खतरा रहता है। इसलिए डॉक्टर सचिन दुबे के संरक्षण में बच्चों को फिलहाल नर्सरी में रखा गया है।

14 को राजधानी लखनऊ का दौरा करेंगी प्रियंका

हरिओम उपाध्याय             

लखनऊ। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा अपने मिशन यूपी फतह की शुरुआत करने के लिए 14 जुलाई को राजधानी लखनऊ का दौरा करेंगी। इस दौरान वह पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करते हुए विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेंगी। उत्तर प्रदेश में पार्टी की जड़ों को फिर से जमाने में पूरी शिद्दत के साथ जुटी कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा अपने मिशन यूपी फतह की शुरुआत करने के लिए आगामी 14 जुलाई को राजधानी लखनऊ में पहुंच रही है। 

राज्य में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसके चलते कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात करते हुए राज्य में चल रही विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेंगी। लखनऊ दौरे के दौरान कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सभी जिला और शहर अध्यक्षों समेत प्रदेश की सभी समितियों के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेगी और प्रदेश के विभिन्न किसान संगठनों के साथ मुलाकात करेंगी। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा इस दौरान बेरोजगार युवाओं के समूह के साथ भी बातचीत करेंगी जो विभिन्न भर्तियों के मुद्दे को लेकर सरकार के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी वाड्रा कांग्रेस नेताओं के साथ अगले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का घोषणा पत्र बनाने के दौरान शामिल किए जाने वाले मुद्दों पर भी चर्चा करेंगी। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बाद राज्य में कांग्रेस महासचिव की यह पहली फिजिकल बैठक होगी। 

सोमवार को उन्होंने कांग्रेस की सलाहकार परिषद से मुलाकात की और उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख चुनाव में बड़े पैमाने पर हुई हिंसा को लेकर अपनी चिंता जताई। गौरतलब है कि कांग्रेस देश में बढ़ती हुई महंगाई का लगातार विरोध कर रही है और उत्तर प्रदेश में भी पार्टी के लोग जनता के मुद्दों को उठाकर भाजपा सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। प्रयागराज में कार्यकर्ताओं ने सोमवार को डीजल, पेट्रोल के अलावा खाद्य तेलों व अन्य वस्तुओं के बढ़ते दामों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है।

क्रिकेटरों के मुआवजे के लिए 1 कार्यदल बनाया

अकांशु उपाध्याय         

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने घरेलू क्रिकेटरों के मुआवजे के लिए एक कार्यदल बनाया है। हैदराबाद क्रिकेट संघ (एचसीए) के अध्यक्ष मोहम्मद अजहरुद्दीन ने इस पर कहा कि बीसीसीआई की ओर से घरेलू क्रिकेट के लिए नव निर्मित कार्यदल घरेलू क्रिकेटरों के हितों की रक्षा सुनिश्चित करेगा। पूर्व भारतीय कप्तान अजहरुद्दीन को शनिवार को युद्धवीर सिंह (मध्य क्षेत्र), देवजीत सैकिया (पूर्वोत्तर क्षेत्र), संतोष मेनन (दक्षिण क्षेत्र), रोहन जेतली (उत्तरी क्षेत्र), अभिषेक डालमिया (पूर्वी क्षेत्र) और जयदेव शाह (पश्चिम क्षेत्र) के साथ सदस्य के रूप में कार्यदल के 11 सदस्यीय पैनल में शामिल किया गया है। जिसमें बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली, सचिव जय शाह, उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और कोषाध्यक्ष अरुण धूमल भी मौजूद हैं।

80 और 90 के दशक में भारत के लिए 99 टेस्ट, 334 वनडे खेलने वाले अजहरुद्दीन ने कहा, " हमने घरेलू क्रिकेट के लिए आगे का रास्ता तय करने का फैसला लिया है। इस समय मेरे पास बैठक का एजेंडा नहीं है और मैं कुछ नहीं कह सकता, लेकिन मुझे यकीन है कि हमारे दिमाग में घरेलू क्रिकेटरों की बेहतरी है। खिलाड़ियों का हित हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता होती है। समझा जाता है कि कार्यदल की बैठक की तिथि अभी तय नहीं हुई है। लेकिन यह जल्द ही होने की उम्मीद है। इस पर अजहरुद्दीन ने कहा, " हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि घरेलू क्रिकेट आगे बढ़े। जैसा कि आप जानते है।

पिछले साल हमारे पास पूरा घरेलू सीजन नहीं था, जिसका कारण सब जानते हैं। हमें यह देखना होगा कि समय के साथ स्थिति कैसे बदल सकती है। "उल्लेखनीय है कि बीसीसीआई पिछले साल सीनियर टीमों के लिए केवल सफेद गेंद के घरेलू टूर्नामेंट का आयोजन कर सका था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण रणजी ट्रॉफी नहीं खेली जा सकी थी। बीसीसीआई ने इस साल के घरेलू क्रिकेट के लिए एक विस्तृत समयसीमा तैयार की है और इसे सितंबर तक शुरू करने की योजना है।

बीसीडी में पंजीकृत अधिवक्ताओं को मिलेगा लाभ

अकांशु उपाध्याय                 

नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने कहा है कि मुख्यमंत्री अधिवक्ता कल्याण योजना का लाभ ‘बार काउंसिल ऑफ दिल्ली’ (बीसीडी) में पंजीकृत सभी अधिवक्ताओं को मिलेगा। भले ही वे राष्ट्रीय राजधानी में मतदाता के रूप में पंजीकृत हों या नहीं। न्यायमूर्ति प्रतिभा एम सिंह ने कहा कि प्राथमिकता वकील के निवासस्थल के बजाय इस बात को दी जाएगी कि वह वकालत कहां कर रहा है। उन्होंने कहा कि भले ही कोई व्यक्ति राष्ट्रीय राजधानी में वकालत करता हो। लेकिन हर कोई यहां रहने का खर्च वहन नहीं कर सकता। अदालत ने यह भी माना कि दिल्ली में वकालत करने वाले और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में रहने वाले वकील यहां न्याय दिलाने में भूमिका निभाते हैं।

उसने कहा कि मुख्यमंत्री योजना ने समाज और कानूनी पेशे में अधिवक्ताओं की भूमिका को मान्यता दी है। अदालत ने उन याचिकाओं की सुनवाई के दौरान यह फैसला सुनाया, जिनमें अनुरोध किया गया था कि बीसीडी के तहत पंजीकृत सभी वकीलों को योजना का लाभ देने का निर्देश दिया जाए। भले ही उनके नाम राष्ट्रीय राजधानी की मतदाता सूची में शामिल हों या नहीं हों।


यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...