अमित शर्मा
चंडीगढ़। पंजाब में कोरोना की पाज़िटिविटी दर घटकर 0.4 प्रतिशत आने पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने शुक्रवार को सप्ताहांत (वीकैंड) और रात का कर्फ़्यू हटाने के आदेश दिए हैं।
इसके साथ ही सोमवार से इनडोर हाल में 100 व्यक्तियों और आउटडोर हाल में आयोजित समारोहों में 200 व्यक्तियों के इकट्ठा होने की इजाज़त दी गई है। डीजीपी को कोरोना नियमों का उल्लंघन कर रैलियां और मीटिंग करने वाले सभी राजनीतक दलों के चालान करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने बार, सिनेमा हाल, रैस्टोरेंट, स्पा, तैराकी पुल, जिम, माल, स्पोर्ट्स कांपलेक्स, म्युजियम, चिड़ियाघर आदि खोलने के भी आदेश दिए हैं, बशर्ते सभी स्टाफ मेंबर और आगंतुकों को टीके की कम से कम एक खुराक जरूर लगी हो।
स्कूल चाहे निरंतर बंद रहेंगे परन्तु कालेजों, कोचिंग सेंटर और सभी अन्य उच्च शिक्षण संस्थाओं को सम्बन्धित उपायुक्तों की तरफ से खोलने की आज्ञा लेनीहोगी बशर्ते कि सभी टीचिंग, नान-टीचिंग स्टाफ और विद्यार्थियों को दो हफ्ते पहले टीकाकरण की कम से कम एक खुराक जरूर लगी हो। इस आशय के सर्टिफिकेट भी देने होंगे।
कोरोना की स्थिति की वर्चुअल समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 जुलाई को कोरोना के हालात की दोबारा समीक्षा की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिबंधों में छूट देते हुए हर हाल में मास्क का प्रयोग सख्ती से किया जाए।
स्वास्थ्य सचिव हुसन लाल ने कहा कि चार जिलों में पाजिटिवटी दर एक प्रतिशत या इससे कम है परन्तु अभी भी लुधियाना, अमृतसर, गुरदासपुर, फिरोजपुर और रूपनगर जिलों में चौकसी बरतने की जरूरत है।ब्लैक फंगस के मामलों का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को कहा कि ऐसे मरीजों के इलाज के लिए सहयोग और मदद के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाये। स्वास्थ्य सचिव ने मीटिंग में बताया कि 623 मामलों में से 67 केस राज्य से बाहर के हैं, 337 केस उपचाराधीन है और 154 को छुट्टी मिल गई है जबकि 51 मरीजों की मौत हुई है। एक दिन में सबसे अधिक 34 केस 27 मई को रिपोर्ट हुए। जुलाई के पहले हफ्ते में रोजमर्रा औसतन 5 केस आ रहे हैं।