शुक्रवार, 9 जुलाई 2021

अशासकीय विद्यालयों में शिक्षण-शुल्क जमा होगा

मनोज सिंह ठाकुर            
भोपाल। मध्यप्रदेश में गैर अनुदान प्राप्त अशासकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों या पालकों को केवल शिक्षण-शुल्क ही जमा करना पड़ेगा। निजी स्कूल इसके अतिरिक्त अन्य कोई फीस आगामी आदेश तक नहीं वसूल सकेंगे। इसके साथ ही कोई भी निजी विद्यालय शैक्षणिक सत्र 2021-22 में आगामी आदेश तक कोई फीस वृद्धि नहीं कर सकेगा। यह जानकारी प्रदेश के स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) और सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने गुरुवार को दी।
स्कूल शिक्षा मंत्री परमार ने बताया कि प्रदेश के समस्त सीबीएसई, आईसीएसई, म.प्र. माध्यमिक शिक्षा मण्डल और अन्य बोर्ड से संबद्ध गैर अनुदान प्राप्त अशासकीय विद्यालयों पर यह निर्देश समान रूप से लागू होंगे। शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए यदि किन्ही अशासकीय विद्यालयों द्वारा फीस वृद्धि की गई है तो ऐसी वृद्धि के द्वारा एकत्र की गई फीस को संबंधित छात्रों की आगामी देय फीस से समायोजित की जायेगी। 
मंत्री परमार ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण की विगत वर्ष की परिस्थितियों से विद्यार्थी और पालक प्रभावित हुए हैं। 
वर्तमान में भी उसी तरह की परिस्थितियां बनी हुई है। इसलिए विगत वर्ष में माननीय उच्च न्यायालय द्वारा पारित 4 नवंबर 2020 के निर्णय के अनुक्रम में इस वर्ष भी शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए यह निर्देश जारी किए गए हैं। 
स्कूल शिक्षा विभाग ने इस संबंध में सभी जिलों के कलेक्टर्स, सभी संभागीय संयुक्त संचालक लोक शिक्षण और जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए है। शैक्षणिक सत्र 2020-21 के संबंध में एक मार्च 2021 को जारी विभागीय परिपत्र द्वारा जारी निर्देश की कण्डिका 2 की उप-कण्डिका 4 को आगामी आदेश तक निष्प्रभावी किया है। इसके साथ ही अशासकीय विद्यालयों के द्वारा फीस वृद्धि के संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा 29 जून 2021 को जारी निर्देश को आगामी आदेश तक निष्प्रभावी किया गया है।

अभिनेता सलमान समेत 7 लोगों को तलब किया: मुंबई

कविता गर्ग              
मुंबई। पुलिस ने बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान और उनकी बहन अलवीरा खान तथा अन्य सात लोगों को धोखाधड़ी में एक मामले में तलब किया है। चंडीगढ़ पुलिस के अधीक्षक केतन बंसल ने बताया की, उन्हें जवाब देने के लिए 13 जुलाई तक का समय दिया गया है। 
मामला धोखाधड़ी से जुड़ा हुआ है। पुलिस के अनुसार सलमान और अन्य का जवाब आने के बाद ही तय किया जायेगा कि क्या और कौन सा जुर्म बनता है और उसके मुताबिक ही कार्रवाई की जाएगी।
 सलमान और अन्य पर आरोप है कि उन्होंने 'बीइंग ह्यूमन' के नाम पर उससे दो करोड़ रुपये फ्रेंचाइस  के लिए ले लिए। इसके लिए शिकायतकर्ता के स्टोर पर सलमान खान के आने की बात थी। लेकिन उसके शो रूम खुलने के बाद ऐसा  नहीं हुआ।  इस बात को डेढ़ वर्ष हो चुका है। सलमान उसके पत्रों का जवाब भी नहीं दे रहे। 

सरकार को नोटिस जारी कर सुनवाई की: हाईकोर्ट

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट ने मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना के तहत खरीदे गए अनाज और ड्राई राशन किट को जरूरतमंद लोगों तक बांटने का दिशा-निर्देश देने की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया है। चीफ जस्टिस डीएन पटेल की अध्यक्षता वाली बेंच ने 23 अगस्त तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया।संपूर्ण नामक एनजीओ ने याचिका दायर की है। याचिकाकर्ता की ओर से वकील प्रशांत रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना के तहत खरीदे गए अनाज और ड्राई राशन किट दिल्ली के कई स्थानों पर स्टोरेज में पड़े हुए हैं। 
याचिका में कहा गया है कि स्टोरेज में इन अनाज की बर्बादी नहीं होनी चाहिए। स्टोरेज में पड़े अनाज और ड्राई राशन किट को कोरोना की दूसरी लहर से पीड़ित जरूरतमंदों के बीच बांट दी जानी चाहिए।
याचिका में कहा गया है कि जनवितरण प्रणाली और गैर जनवितरण प्रणाली में पड़े अनाजों के बर्बाद होने से बचाने के लिए इनकी मॉनिटरिंग का दिशा-निर्देश जारी करना चाहिए। अनाज की बर्बादी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। 
याचिका में कहा गया है कि दिल्ली सरकार प्रवासी मजदूरों, निर्माण मजदूरों, दैनिक मजदूरों, बेरोजगारों और बुजुर्ग लोगों तक राशन पहुंचाने में विफल रही है। अप्रैल 2020 में दिल्ली सरकार ने उन लोगों को भी अनाज और सूखे राशन देने की योजना बनाई थी जिनके पास कोई राशनकार्ड नहीं है। 

दिल्ली: संक्रमित संख्या-14 लाख,34 हजार,873 हुईं

अकांशु उपाध्याय                    
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट जारी है। गुरुवार देर रात जारी आंकड़ों के अनुसार, 24 घंटों में कोरोना के 93 नए मरीज सामने आए हैं। यह लगातार आठवां दिन रहा, जब यहां 100 से कम कोरोना केस सामने आए। इस दौरान 101 मरीज ठीक भी हुए हैं। दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़ कर 14 लाख,34 हजार,873 हो गई है। अब तक 14 लाख,09 हजार,018 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। यहां संक्रमण दर सिर्फ 0.12 प्रतिशत रह गई है। 
राजधानी में पिछले 24 घंटों  में तीन मरीजों की मौत हो गई। इनके साथ राष्ट्रीय राजधानी में इस संक्रमण से मरने वालों का कुल आंकड़ा 25 हजार,008 पर पहुंच गया। सक्रिय मरीजों की संख्या 847 है, जबकि होम आइसोलेशन में 260 मरीज हैं।
सक्रिय कोरोना मरीजों की दर लगातार दूसरे दिन 0.05 प्रतिशत है, जबकि रिकवरी दर लगातार चौथे दिन 98.19 प्रतिशत रही। पिछले 24 घंटों में 77 हजार,979 टेस्ट किए गए। इनमें 52 हजार,879 आरटीपीसीआर और 25 हजार,100 एंटीजन टेस्ट शमिल हैं। इन्हें मिलाकर टेस्ट का कुल आंकड़ा दो करोड़,20 लाख,72 हजार,721 हो गया है। 
केंद्र और राज्य सरकारों के प्रयास से कोरोना की रफ्तार रुकी है। इस बीच वैक्सीनेशन की रफ्तार भी बढ़ाई गई है। लेकिन आठ राज्य ऐसे हैं, जहां पर संक्रमण दर अभी चिंताजनक बनी हुई है। इसे देखते हुए केंद्र सरकार की तरफ से इन राज्यों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि कोरोना के खिलाफ ढील नहीं देनी है और तेज एक्शन लिए जाने की जरूरत है। 
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इन राज्यों को खत लिखा है। उन्होंने राज्यों से अपील की है कि कोरोना के खिलाफ न सिर्फ एक्शन तेज किए जाएं, बल्कि इनसे संबंधित जानकारी भी केंद्र से साझा की जाए। उल्लेखनीय है कि देश में तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही हैं। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की तरफ से रिपोर्ट जारी कर इस बारे में जानकारी दी गई है। एसबीआई  ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत में कोरोना की तीसरी लहर अगले महीने दस्तक दे सकती है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सितंबर महीने तक यह लहर अपने चरम पर पहुंच सकती है।

भुपेंद्र ने परिवर्तन मंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया

राणा ओबरॉय               
चंडीगढ़। भुपेंद्र यादव ने गुरुवार को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री के रूप में अपना पदभार ग्रहण कर लिया है। इस अवसर पर मीडिया से बातचीत करते हुए, उन्होंने सरकार में काम करने का मौका देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया। यादव ने कहा कि वह प्रधानमंत्री द्वारा उन्हें दी गई। सभी जिम्मेदारियों को पूरा करने का हर संभव प्रयास करेंगे। 
भूपेन्द्र यादव ने पदभार ग्रहण करने से पहले पर्यावरण मंत्रालय के परिसर में एक पौधा लगाया। पर्यावरण, वन तथा जलवायु परिवर्तन सचिव रामेश्वर प्रसाद गुप्ता ने मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मंत्री  का स्वागत किया।

कोरोना: सर्वाधिक वैक्सिीनेशन का रिकॉर्ड बनाया

हरिओम उपाध्याय            
लखनऊ। कोरोना से बचाव के लिये देश भर में जारी टीकाकरण अभियान में उत्तर प्रदेश ने अन्य राज्यों को पीछे छोड़ते हुए सर्वाधिक वैक्सिीनेशन का रिकॉर्ड बनाया है। 
इस मामले में उप्र ने महाराष्ट्र को भी पछाड़ते हुए देश में पहला स्थान हासिल कर लिया है।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने गुरुवार को बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लगातार मॉनिटरिंग तथा लक्ष्य निर्धारण के कारण उत्तर प्रदेश अब कोरोना वैक्सीनेशन में देश के राज्यों में अव्वल स्थान पर है। प्रवक्ता ने बताया कि उप्र में आज ही करीब पांच लाख लोगों को वैक्सीनेशन की डोज दी गई। अब तक प्रदेश में कुल तीन करोड़ 58 लाख, 35,932 लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज दे दी गई हैं। 
इनमें तीन करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी गई है।
उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में अभी तक तीन करोड़, 56 लाख 98,916 लोगों को डोज दी गई है। इसके बाद गुजरात में दो करोड़ 73 लाख, 45,476, राजस्थान में दो करोड़ 60 लाख, 92,848 तथा कर्नाटक में दो करोड़ 49 लाख, 211 लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज दी गई। सरकारी प्रवक्ता के अनुसार गुरुवार को उप्र में पांच लाख 98,833 डोज दी गई, जबकि महाराष्ट्र में दो लाख, 63,015, गुजरात में सिर्फ 5,559, राजस्थान में एक लाख 57,713 तथा कर्नाटक में एक लाख 66,323 लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज दी गई है।

राजनीति जैसी शतरंज के उम्दा खिलाड़ी बनें मनोहर

राणा ओबराय                     
चंडीगड़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल अब राजनीति जैसी शतरंज के एक उम्दा खिलाड़ी बन चुके हैं। परिपक्व नेता की भांति वह हर काम को सही तरीके से करने का गुर सीख चुके हैं। 
अभी हाल ही में उन्होंने दिल्ली में राव इंद्रजीत के सामने ब्यान दिया था की दक्षिण हरियाणा से दोनों मंत्री सही कार्य कर रहे हैं। उनके इस ब्यान से राजनीतिक जानकारी रखने वाले लोगों का मानना है कि खट्टर साहब परिपक्व खिलाड़ी की तरह अब कहते कुछ हैं और करते कुछ और हैं। 
कुछ समय पहले तक सीएम खट्टर मंत्रिमंडल फेरबदल को लेकर न नूकर करते आ रहे थे। परंतु अब हरियाणा में मंत्रिमंडल में फेरबदल दूर नहीं है। निजी सूत्रों के अनुसार हरियाणा मंत्रिमंडल के कई ऐसे मंत्री जिनका कार्य संतोषजनक नहीं माना जा रहा। वह सीएम की नजर में है औऱ हो सकता है इन मंत्रियों को पुनः विधायक ही रहना पड़ जाए। हरियाणा के वर्तमान मंत्रियों को यह नही भूलना चाहिये यदि केन्द्र सरकार से डॉ हर्षवर्धन, पोखरियाल, जैसे दिग्गज नेताओं की छुट्टी हो सकती है तो हरियाणा मंत्रिमंडल फेरबदल में भी यह सम्भव है।

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...