गुरुवार, 8 जुलाई 2021

भोपाल गैस त्रासदी पर सीरिज बनाने जा रहे हैं मेहता

कविता गर्ग             

मुंबई। फिल्मकार रिची मेहता 1984 की भोपाल गैस त्रासदी पर सीरिज बनाने जा रहे हैं। इसके लेखक और निर्देशक दोनों वही होंगे। निर्माता रॉनी स्क्रूवाला की निर्माण कम्पनी ‘आरएसवीपी’ और रमेश कृष्णमूर्ति की ‘ग्लोबल वन स्टूडियो’ के बैनर तले इसका निर्माण किय जाएगा। लेखक डोमिनिक लैपिएरे और जेवियर मोरो की 1997 में आई किताब ‘फाइव पास्ट मिडनाइट इन भोपाल: द एपिक स्टोरी ऑफ द वल्र्ड्स डेडलिएस्ट इंडिस्ट्रीयल डिजाज़स्टर’ पर आधारित होगी। रिची मेहता ने नेटफ्लिक्स की अपनी सीरिज ‘दिल्ली क्राइम’ के लिए काफी लोकप्रियता हासिल की है।

पिछले साल, 48वें अंतरराष्ट्रीय एमी पुरस्कार में उन्हें सर्वश्रेष्ठ ड्रामा सीरिज का पुरस्कार भी मिला था। मेहता ने कहा कि इस सीरिज के जरिए उनका मकसद लोगों को उस त्रासदी के बारे में ”निष्पक्ष” रूप से अवगत कराना है, जिसे शायद लोग भूल गए हैं। ऐसी त्रासदी जिसमें 15000 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। रिची ने एक बयान में कहा, ” त्रासदी के 1980 के दशक में होने के कारण युवाओं को इसके बारे में अधिक नहीं पता। कई लोगों को इसके बारे में कुछ नहीं पता और कुछ ने भारत तथा विदेश में इसके बारे में अटकलें सुनी है। 

इसलिए मुझे लगता है कि इसे निष्पक्ष रूप से और इस पर अच्छी तरह जानकारी हासिल कर पेश करना जरूरी है, जैसा कि किताब में लेखक ने किया है।” रिची के भाई शॉन मेहता इस सीरिज के सह-लेखक होंगे। सीरिज में छह से आठ धारावाहिक होने की संभावना है। इसकी शूटिंग 2022 की शुरुआत में शुरू की जाएगी।

30 दिन के भीतर साइटोमेगलो संक्रमण का पता चला

अकांशु उपाध्याय           
नई दिल्ली। दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स में छह मरीजों में कोरोना वायरस की जांच में संक्रमित पाए जाने के 20 से 30 दिन के भीतर साइटोमेगलोवायरस (सीएमवी) संक्रमण का पता चला है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि अपोलो में भर्ती किए गए इन सभी मरीजों को पिछले महीने कोविड के कारण गंभीर निमोनिया हो गया था।
उन्हें स्टेरॉयड की बहुत ज्यादा खुराकें दी गईं थीं और सीएमवी बीमारी का पता चलने के दौरान वे कोविड नेगेटिव हो गए थे।साइटेमेगलोवायरस संक्रमण आम हर्रपीज वायरस का संक्रमण है जिसमें कई लक्षण नजर आते हैं : कोई लक्षण नहीं दिखने से ले कर बुखार और थकान से लेकर गंभीर लक्षण जो आंखों, दिमाग या अन्य आंतरिक अंगों को प्रभावित करते हैं। साइटोमेगलोवायरस (सीएमवी) बीमारी अकसर उन मरीजों में दिखने को मिलती है। जिनकी प्रतिरक्षा तंत्र पहले से ही कमजोर होता है। 
जैसे एचआईवी, कम सीडी4 संख्या, या कैंसर ट्रांसप्लांट मरीज जिन्हें प्रतिरक्षा तंत्र दबाए रखने की दवा दी जाती है।कोविड-19 के कारण प्रतिरक्षा तंत्र का कमजोर पड़ जाने और स्टेरॉयड दिए जाने से सीएमवी को मरीजों को हमला करने का मौका मिल जाता है। यह वायरस वैसे अंतर्निहित प्रतिरक्षा के कारण 80 से 90 प्रतिशत भारतीय आबादी में मौजूद रहता है। इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स में कंसल्टेंट (रेस्पिरेटरी, क्रिटिकल केयर और स्लीप मेडिसिन) डॉ अतहर अंसारी ने कहा, “पिछले महीने, हमने कोविड-19 बीमारी के बाद छह मरीजों में सीएमवी बीमारी का पता लगाया था जो विभिन्न स्वरूपों के साथ सामने आया।सीएमवी के लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि शरीर का कौन सा हिस्सा प्रभावित हो रहा है। अगर यह सीधे फेफड़ों को प्रभावित कर रहा है तो मरीज को बुखार होगा, सांस लेने में दिक्कत होगी, सीने में दर्द या खांसी होगी।
” उन्होंने बताया कि कोविड-19 की जांच में संक्रमित पाए जाने के 20-30 दिन बाद मरीजों में फेफड़े और जिगर में सूजन- हाइपोक्सिया और इनमें से एक में मेलोइड ल्यूकेमिया भी देखा गया। अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट डॉ अवधेश बंसल ने कहा कि इन मरीजों में सीएमी वायरस सक्रिय होने का कारण कोविड-19 के कारण प्रतिरक्षा तंत्र का कमजोर होना और स्टेरॉयड थैरेपी की उच्च डोजा देना हो सकता है।

अमेजन इंडिया ने सूरत में डिजिटल केंद्र शुरू किया

अकांशु उपाध्याय             

नई दिल्ली। अमेजन इंडिया ने गुरुवार को गुजरात के सूरत में अपना पहला डिजिटल केंद्र शुरू किया। जो कंपनी द्वारा 2025 तक भारत के एक करोड़ छोटे और मझोले उद्योगों को डिजिटल बनाने की पहल का हिस्सा है। कंपनी द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने आभासी रूप से इस डिजिटल केंद्र का उद्घाटन किया। रूपाणी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अपने संबोधन में इस पहल के लिए अमेजन को धन्यवाद दिया और भरोसा जताया कि केंद्र सूरत शहर में सक्रिय लगभग 41,000 एमएसएमई के लिए फायदेमंद साबित होगा।

अमेजन डिजिटल केंद्र एमएसएमई को ई-कॉमर्स से होने वाले फायदों की जानकारी देगा और उन्हें माल भेजने, डिजिटल मार्केटिंग सेवाओं, जीएसटी और कराधान जैसी सेवाओं के लिए भी सहायता देगा। इस मौके पर अमेजन इंडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और कंट्री हेड अमित अग्रवाल ने कहा कि कंपनी ने जब 2013 में देश में अपना परिचालन शुरू किया था, तब ई-कॉमर्स आमतौर पर शहरों से संबंधित था।

प्राइड ऑफ इंडिया की रिलीज डेट का ऐलान किया

कविता गर्ग               

मुंबई। भुज द प्राइड ऑफ इंडिया की रिलीज डेट का ऐलान कर दिया गया है। अजय देवगन, संजय दत्त, एमी विर्क, सोनाक्षी सिन्हा, शरद केलकर और नोरा फतेही अभिनीत यह फिल्म 13 अगस्त को डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज होगी। अभिषेक दुधैया का निर्देशन 1971 के भारत-पाक युद्ध की वास्तविक घटनाओं पर आधारित है। जब पाकिस्तान ने ऑपरेशन चंगेज़ खान के हिस्से के रूप में भुज एयरबेस पर हमला किया था।  टीजर से पता चलता है कि भुज एयरफील्ड पर 14 दिनों में 35 बार हमला किया गया। भुज: द प्राइड ऑफ इंडिया आईएएफ स्क्वाड्रन विजय कार्णिक (अजय देवगन) की यात्रा से प्रेरित है। 

जिन्होंने 300 स्थानीय महिलाओं की मदद से भुज एयरबेस का पुनर्निर्माण किया ताकि वे वापस लड़ सकें और देश की सेवा कर सकें। भुज: द प्राइड ऑफ इंडिया का निर्माण कर रहे भूषण कुमार ने पहले एक बयान में कहा था, “इस साहसी कहानी को बताने की जरूरत है क्योंकि हम चाहते हैं कि वर्तमान और आने वाली पीढ़ी इस बहादुर सैनिक, स्क्वाड्रन लीडर विजय कार्णिक के बारे में जाने, जो  1971 के युद्ध में भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।  वह युद्ध में नागरिकों को शामिल करने का यह साहसिक कदम उठाने के लिए पर्याप्त वीर था।

अभिनेता दिलीप के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया

हरिओम उपाध्याय         
लखनऊ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई नेताओं ने जाने-माने फिल्म अभिनेता दिलीप कुमार के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। राज्यपाल ने अपने शोक संदेश में कहा कि दिलीप कुमार के निधन से फिल्म जगत ने एक ऐसे बेहतरीन कलाकार को खो दिया है, जिनकी पूर्ति असंभव है। राज्यपाल ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोकाकुल परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि भारतीय सिनेमा जगत के पुरोधा, अभिनय सम्राट, असंख्य कलाकारों के प्रेरणास्रोत दिलीप कुमार का निधन फिल्म जगत की अपूरणीय क्षति है। उन्होंने दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान व शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुख सहने की शक्ति देने की प्रार्थभारतीय सिनेमा जगत के पुरोधा, अभिनय सम्राट, असंख्य कलाकारों के प्रेरणास्रोत श्री दिलीप कुमार का निधन फिल्म जगत की अपूरणीय क्षति है।

धनिया के खाने के फायदे, विषय पर चर्चा की: गुण

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। हरी धनिया लगभग सभी रोज ही खाते है।किंतु इसे खाने के फायदे के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। आज हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे। ताकि इसे सही ढंग से जानकर हम इसका लाभ उठा सकते है।
यह सब्जियों की शान होती है। यह सब्जियों को सजाने के का म आती है। इसका फ्लेवर बहुत अच्छा होता है। इसीलिए इसका उपयोग करते है। अधिकांश लोग तो बस केवल इतना ही जानते हैं। तो चलिए जानते हैं, धनिया की क्या तासीर हैं। विभिन्न रोगों में इसका क्या फायदा है। इसे उपयोग करने का क्या तरीका है और आयुर्वेद क्या कहता है। धनिया के बारे में 
यह ठंडी तासीर की होती है। किंतु इसके बीज सौम्य अर्थात कम ठंडे होते हैं।
इसे हमेशा ताजा ही प्रयोग करना चाहिए। स्टोर करके या सुखा कर 1 महीने से अधिक उपयोग नहीं करना चाहिए।
धनिया के बीच 1 वर्ष पुराने ज्यादा फायदेमंद होते हैं।
थायराइड, खांसी, जुकाम, अस्थमा, उल्टी आदि में इसका काढ़ा बनाकर दिया जाता है।
यह एसिडिटी होने पर तथा गर्भवती महिला को उल्टी आने पर चावल के पानी के साथ बीजों का काढ़ा बनाकर पिलाने से लाभ होता है।
महिलाओं को मासिक धर्म के समय अतिरिक्त ब्लीडिंग होने पर एवं खूनी बवासीर में।
धनिया के पत्तों में मिश्री मिलाकर जैसे गुलकंद बनाते हैं।उस तरह धनिया कंद बनाकर एक चम्मच खिलाने से तत्काल लाभ होता है।
धनिया के पत्तों का पेस्ट बनाकर, लू लगने या धूप से आने पर गर्मी बढ़ने पर माथे पर इसका लेप किया जाता है। आंखें लाल होने या आंखों के आंसू सूखने पर भी इस पेस्ट की पुल्टिस बनाकर आंखों के ऊपर रखने से लाभ होता है।
यूटीआई अर्थात यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन मे भी धनिया के बीज पीसकर पानी में उबालकर आधा पानी रहने पर,
ठंडा कर इसे छानकर पिलाने से लाभ होता है।
छोटे बच्चों को अस्थमा होने पर उन्हें दवाइयां नहीं दी जा सकती ऐसे में धनिया के बीजों के काढ़े में शक्कर मिलाकर बच्चों को दो चार चम्मच और बड़ों को आधा गिलास तक दिए जाने पर लाभ होता है।
यह पचने मे हल्का होता है और त्रिदोष नाशक भी है।अतः इसका उपयोग सीमित मात्रा में करना चाहिए।
अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से यह धातु को और शारीरिक शक्ति को नष्ट कर देती है।
जिन्हें धनिया सूट नहीं करता वे धनिया के साथ लहसुन मिलाकर खा सकते हैं।
हरी धनिया का उपयोग !
हरी धनिया का उपयोग भोजन में चटनी बनाकर तथा सब्जियों में ऊपर से सजाकर किया जाता है।
कहीं-कहीं हरी धनिया की सब्जी भी बनाई जाती है। जिसे सरसों के तेल में बनाना चाहिए।
किंतु अधिक मात्रा में इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
निष्कर्षतः!
इस प्रकार प्रतिदिन में उपयोग लाया जाने वाला धनिया इतना गुणकारी और हेल्थ के लिए लाभदायक होता है। अतः धनिया खाने के फायदे जानकर इसका सही इस्तेमाल करना चाहिए। हमारी वेबसाइट पर दी गई समस्त जानकारी विभिन्न स्रोतों के अध्ययन एवं अनुभव के आधार पर दी जाती है। अतः किसी भी प्रयोग से पूर्व संबंधित विशेषज्ञ से अवश्य सलाह लें।

हर की पैड़ी पर मस्ती करने वालों को गिरफ्तार किया

पंकज कपूर                    
हरिद्वार। हरिद्वार स्थित हर की पौड़ी पर मौज मस्ती करने के मामले बढ़ते जा रहे है। रोजाना यात्रियों द्वारा नियमों के उलंघन के साथ ही धार्मिक मर्यादा को ठेस पहुंचाने जैसे काम किये जा रहे है। कभी यहाँ फिल्मी गानों पर डांस के वीडियो वायरल हो रहे है तो कभी बर्थडे पार्टी। अब एक और वीडियो वायरल हो रहा है जिसमे हरियाणा के कई युवक हर की पौड़ी पर हुक्का पार्टी करते हुए नजर आ रहे है।
हालांकि इन युवकों को आसपास मौजूद व्यापारियों और श्री गँगा सभा के पदाधिकारियों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। इतना ही नही कुछ एक की मौके पर सबक भी सिखाया गया। इनके पास हुक्कों का तम्बाकू भी वीडियो में दिखाई दे रहे है। पुलिस ने सभी युवकों का आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत चालान कर दिया है।

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...