बुधवार, 7 जुलाई 2021

मंत्रीमंडल फेरबदल में 14 नए मंत्रियों ने शपथ ली

अकांशु उपाध्याय              

नई दिल्ली। मोदी सरकार के मंत्रिमंडल फेरबदल में 14 नए कैबिनेट मंत्रियों ने शपथ ली है। सबसे पहले कैबिनेट मंत्री की महाराष्ट्र से सांसद नारायण राने ने ली। 2005 में शिवसेना ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया था। उसके बाद वो कांग्रेस में गए और राज्य में मंत्री और मुख्यमंत्री के रूप में काम करते रहे। कांग्रेस छोड़ने के बाद नारायण राणे बीजेपी में आ गए थे। दूसरे मंत्री के रूप में सर्बानंद सोनोवाल ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली। सोनोवाल कछारी जनजाति से आते हैं। असम में वो मुख्यमंत्री के रूप में काम कर चुके हैं। वर्तमान में वह माजुली से विधायक है। उनकी पहचान आक्रमक युवा नेता के तौर पर की जाती है।

तीसरे कैबिनेट मंत्री के रूप में डॉ वीरेंद्र कुमार ने शपथ ली। विरेंद्र कुमार महिला एवं बाल विकास एवं अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री रहे हैं। चार दशक से यह राजनीति में सक्रिय वीरेंद्र कुमार टीकमगढ़ से भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं। चौथे कैबिनेट मंत्री के रूप में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए ज्योतिराज सिंधिया ने शपथ ली। ज्योतिराज सिंधिया पूर्व में कांग्रेस की मनमोहन सरकार में भी केंद्रीय मंत्री के रूप में काम कर चुके हैं। मध्यप्रदेश में जब कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव जीत कर सरकार बनाई तो ज्योतिराज सिंधिया ने कांग्रेस से बगावत कर भाजपा की राह पकड़ ली और मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिराकर बीजेपी की सरकार बनवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। ज्योतिराज सिंधिया वर्तमान में राज्यसभा में भाजपा के सदस्य के रूप में काम कर रहे हैं। पांचवें कैबिनेट मंत्री के रूप में जेडीयू के खाते से रामचंद्र प्रताप सिंह ने शपथ ली। रामचंद्र प्रताप सिंह राज्यसभा में दूसरी बार सांसद है।.रामचंद्र प्रताप सिंह जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। रामचंद्र प्रताप सिंह पूर्व नौकरशाह है।

मोदी सरकार के छठे कैबिनेट मंत्री के रूप में उड़ीसा से राज्यसभा सांसद अश्वनी वैष्णव ने ने शपथ ली। अश्वनी वैष्णव आईआईटी कानपुर से एमटेक डिग्री धारक है तथा 1994 बैच के आईएफएस अधिकारी रहे हैं।कैबिनेट मंत्री के रूप में रामविलास पासवान के छोटे भाई हाजीपुर से सांसद पशुपति पारस शपथ ली। पशुपति पारस ने अभी हाल ही में अपने भतीजे चिराग पासवान को किनारे कर खुद लोकसभा में लोजपा के संसदीय दल के नेता बन गए हैं। अपने भतीजे से बगावत कर पशुपति पारस मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बन गए हैं।

आठवे कैबिनेट मंत्री के रूप में मोदी सरकार में राज्य मंत्री किरण रिजिजू शपथ ली। किरण रिजिजू मौजूदा मंत्रिमंडल में खेल राज्यमंत्री के रूप में काम कर रहे थे। किरण रिजिजू अरुणाचल प्रदेश से भाजपा के सांसद है। इनका मोदी सरकार में प्रमोशन किया गया है। किरण रिजिजू को भाजपा का नार्थ ईस्ट में मजबूत चेहरा माना जाता है। नोवे मंत्री के रूप में आरके सिंह ने शपथ ली । बिहार के आरा से सांसद आरके सिंह पूर्व नौकरशाह है तथा वर्तमान मोदी सरकार में ऊर्जा विभाग के स्वतंत्र प्रभार मंत्री के रूप में काम कर रहे हैं। स्वतंत्र प्रभार से कैबिनेट में लाकर उनका प्रमोशन किया गया है। आरके सिंह भारत सरकार में गृह सचिव के रूप में काम कर चुके हैं।

वर्तमान मंत्रिमंडल में नागरिक उड्डयन मंत्री के रूप में काम कर रहे हरदीप सिंह पुरी को भी कैबिनेट में जगह दी गई है। हरदीप पुरी 1974 बैच के आईएफएस अफसर है। वह यूएन में भारत के स्थाई प्रतिनिधि रहे हैं।मोदी सरकार के 11 कैबिनेट मंत्री के रूप में मनसुख मान्डविया ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। मनसुख मान्डविया अभी राज्य मंत्री के रूप में काम कर रहे हैं।इनका भी मोदी सरकार में प्रमोशन किया गया है। मनसुख मान्डविया 2014 में बनी मोदी सरकार में भी राज मंत्री के रूप में काम कर चुके हैं। गुजरात से राज्यसभा सांसद मनसुख मान्डविया गुजरात में भाजपा का प्रमुख चेहरा है।

मोदी सरकार के 12वीं कैबिनेट मंत्री के रूप में भूपेंद्र यादव ने शपथ ली। भूपेंद्र यादव बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव है। राजस्थान से आने वाले भूपेंद्र यादव 2012 से राज्यसभा में भाजपा सांसद के रूप में काम कर रहे हैं। भूपेंद्र यादव को संगठन मैनेजमेंट में मास्टर माना जाता है। राजनीति में आने से पहले भूपेंद्र यादव सुप्रीम कोर्ट में वकील थे। कई प्रदेशों में चुनावों में उन्होंने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 13 कैबिनेट मंत्री के रूप में गुजरात से ही आने वाले पुरुषोत्तम रुपाला ने शपथ ली। पुरुषोत्तम रुपाला तीन बार गुजरात विधानसभा में विधायक रहे। वर्तमान में पुरुषोत्तम रुपाला मोदी सरकार में राज्य मंत्री के रूप में काम कर रहे हैं। पुरुषोत्तम रुपाला का भी मोदी कैबिनेट में प्रमोशन किया गया है।

मोदी सरकार के ही एक और राज्यमंत्री किशन रेड्डी को मोदी कैबिनेट में जगह दी गई है। मौजूदा मंत्रिमंडल में जी किशन रेड्डी गृह राज्य मंत्री के रूप में काम कर रहे हैं। आंध्र प्रदेश के सिकंदराबाद से भाजपा के सांसद जी किशन रेड्डी, आंध्र प्रदेश में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में काम कर चुके हैं। कैबिनेट मंत्री के रूप में मोदी सरकार में वित्त विभाग के राज्यमंत्री के रूप में काम कर रहे अनुराग ठाकुर का भी प्रमोशन किया गया है। उनको राज्यमंत्री से कैबिनेट में जगह दी गई है। हिमाचल के हमीरपुर से भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर भाजपा का युवा चेहरा है। अनुराग ठाकुर बीसीसीआई के भी अध्यक्ष रहे हैं।

दिल्ली: कोरोना के नए वेरिएंट की होगीं जांच, आदेश

अकांशु उपाध्याय            

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को लोक नायक अस्पताल और मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के संयुक्त जेनेटिक लेबोरेटरी में सार्स सीओवी-2 जीनोम सिक्वेंसिंग (अनुक्रमण) सुविधा का उद्घाटन करते हुए कहा कि अब दिल्ली सरकार के अस्पताल में कोरोना के नए वेरिएंट की जांच हो सकेगी।अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उत्तर भारत में इस तरह की यह तीसरी सुविधा है। अभी तक हमें सैंपल केंद्र सरकार के एनसीडीसी लैब भेजने पड़ते थे, लेकिन अब हम अपनी लैब में जांच कर पाएंगे। जेनेटिक एनाॅलाइजर मशीन से विश्लेषण कर नए वेरिएंट का पता लगाया जा सकेगा और जब वेरिएंट का पता चल जाएगा, तो हमें उससे निपटने के लिए रणनीति बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह मशीन संभावित तीसरी लहर में बहुत मददगार साबित होगी और कोरोना खत्म होने के बाद भी इससे दूसरी बीमारियों का विश्लेषण किया जा सकेगा। 

मुख्यमंत्री ने लोगों से सामाजिक दूरी को पालन करने की अपील की है। अगर ऐहतियात नहीं बरतेंगे, तो फिर से कोरोना फैल जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अखबारों में रोज पढ़ते आ रहे हैं कि कोरोना के नए-नए वेरिएंट्स निकल कर आ रहे हैं। अभी तक हम लोग केंद्र सरकार की लैब एनसीडीसी के ऊपर निर्भर होते थे। हमें अपने सारे सैंपल जांच के लिए एनसीडीसी भेजने पड़ते थे। अब दिल्ली सरकार द्वारा एलएनजेपी अस्पताल में जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए जेनेटिक एनाॅलाइजर मशीन खरीदी गई है। 

इस मशीन के जरिए हम कोरोना के जो भी वेरिएंट्स होंगे, उसका यहां पर विश्लेषण (एनाॅलाइज्ड) कर पाएंगे और हम देख पाएंगे कि दिल्ली के अंदर जो कोरोना अभी है या भविष्य में कभी फैलेगा, तो उसका कौन सा वेरिएंट है। अगर हमें कोरोना के वेरिएंट का पता चल जाता है, तो उसके हिसाब से उसके खिलाफ कार्रवाई करने में मदद मिलती है और उससे निपटने में रणनीति बनाने में मदद मिलती है। अभी तक यह सुविधा नहीं थी, लेकिन आज से एलएनजेपी अस्पताल के अंदर यह सुविधा शुरू हो रही है। उन्होंने कहा कि संभवत: उत्तर भारत में इस तरह की यह तीसरी सुविधा है। इससे दिल्ली के लोगों को बहुत फायदा होगा। इसके लिए मैं एलएनजेपी अस्पताल और मेडिकल डायरेक्टर डाॅ. सुरेश कुमार की पूरी टीम को बधाई देता हूं कि उन्होंने इतने कम समय के अंदर इसको चालू किया। यह मशीन तीसरी लहर में बहुत ही मददगार साबित होगी। बताया जा रहा है कि जब कोरोना खत्म भी हो जाएगा, तब भी दूसरी बीमारियों के लिए इस मशीन में एनाॅलिसिस किया जा सकेगा। यह जेनेटिक एनाॅलाइजर कई सारी बीमारियों में काम आएगा। इसके अलावा दिल्ली सरकार के आईएलबीएस अस्पताल में एक और लैब का गुरुवार को उद्घाटन किया जाएगा। इसके साथ ही दिल्ली के अंदर अब एलएनजेपी और आईएलबीएस में दो लैब खुल जाएंगी।

अरविंद केजरीवाल ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हम लोगों ने काफी गतिविधियां खोल दी है और बाकी गतिविधियों को हम चरणबद्ध तरीके से खोलना चाहते हैं। मेरी दिल्ली की जनता से अपील है कि जहां पर गतिविधियां खोली जा रही हैं, वहा पर सामाजिक दूरी का भी पालन किया जाए। कई बाजारों में शिकायत आती है कि बहुत ज्यादा भीड़ हो गई है। अगर हम ऐहतियात नहीं बरतते हैं, तो फिर से कोरोना फैला जाएगा। इसलिए ऐहतियात बरतना हम सब लोगों की जिम्मेदारी है।

उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए दिल्ली सरकार की तैयारियों के तहत जेनेटिक लेबोरेटरी, लोक नायक अस्पताल और इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलियरी साइंसेज में सार्स सीओवी-2 जीनोम सीक्वेंसिंग सुविधा स्थापित की जा रही है। अब दिल्ली सरकार लगभग चार से पांच दिनों के टर्नअराउंड समय के साथ एक दिन में पांच से सात नमूनों का सिक्वेंस (अनुक्रम) करने में सक्षम होगी। यह सुविधा मुख्य रूप से निगरानी और सार्वजनिक स्वास्थ्य उद्देश्य के लिए होगी।

सीएम के लिए 1 पांच सूत्रीय ज्ञापन डीएम को सौंपा

गोपीचंद             
बागपत। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल जनपद बागपत के पदाधिकारियों द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिये एक पांच सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी श्री राजकमल यादव को दिया गया। जिसमें जिला अध्यक्ष भूपेश बब्बर ने बताया कि संगठन के राष्ट्रा अध्यक्ष श्री संदीप बंशल के निर्देशानुसार जिला बागपत की कार्यकारणी व्यापारी हित को ध्यान में रखते हुय प्रदेश के मुख्य मंत्री से निम्न पांच सूत्रीय मांग करती हैं।
1. प्रदेश में वरिष्ठ व्यापारी पेंशन योजना लागू की जाए।
2. कोरोना से मृत व्यापारी को मुख्यमंत्री व्यापारी दुर्घटना बीमा योजना के अंतर्गत शामिल करते हुए उसके परिजन को ₹10,00000/‐ का मुआवजा दिया जाए।
3. बिजली के फिक्स एवं सर चार्ज समाप्त किए जाएं।
4. प्रदेश में 3 सितंबर व्यापारी दिवस घोषित किया जाए।
5. व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ को प्रभावी बनाते हुए व्यापारियों को उचित सुरक्षा दी जाये। 
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष भूपेश बब्बर, अनुराग जैन, अमित चिकारा, कुलदीप राणा व संजय कुमार आदि उपस्थिय रहें।

सत्यपाल की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया

गोपीचंद             
बागपत। जिला कांग्रेस कमेटी के विधि विभाग के जिलाध्यक्ष एडवोकेट सत्यपाल सिंह पंवार की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें सत्यपाल सिंह ने बताया कि बैठक का आयोजन पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी एवं प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के आव्हान पर किया गया हैं और बैठक में देश में बढ़ती महंगाई व व्यापक बेरोजगारी के विकराल रूप पर चिंता करते हुये चर्चा की गयी और कहा कि देश में पेट्रोल, डीज़ल, रसोई गैस वह अन्य आवश्यक वस्तुओं के दामों में निरन्तर हो रही बढ़ोतरी से आम जन मंशा का जीवन त्रस्त हो चुका हैं। इस पर सरकार को तुरन्त कंट्रोल करना जरूरी है। कांग्रेस पार्टी इसका पुरजोर विरोध करती हैं। 
देश में बढ़ती महगाई पर अगर जल्द ही कंट्रोल नहीं किया गया, तो जनता सड़कों पर उतरने के लिये मजबूर होगी। देश में बढ़ती महंगाई को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने बड़ौत तहसील में जमकर नारेबाजी के साथ विरुद्ध प्रशसन किया और श्रीमान उपजिलाधिकारी को देश के राष्ट्रपति के नाम इस विषय पर ज्ञापन देकर आम जन मंशा की समस्याओं से अवगत कराया।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष ऐडवोकेट सत्यपाल सिंह पंवार, विधि विभाग, जिला महासचिव, जिला सचिव नरेंद्र कुमार, अनिल तोमर, एडवोकेट विनोद शर्मा, जिला सहसचिव एडवोकेट हरेंद्र सिंह, एडवोकेट प्रदीप कुमार, जगरोशन, नितिन, सचिन वह अन्य मुख्य व्यक्ति उपस्थित रहें।

सरकार के विरोध में कांग्रेसियों ने किया प्रदर्शन: यूपी

कौशाम्बी। भारतीय जनता पार्टी नीत केंद्र एवं राज्य सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा अब देश की और प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है। स्थिति यह है कि बढे पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्य व खाद्य पदार्थों के बड़े मूल्य ने लोगों को भुखमरी के कगार पर धकेल दिया है। सरकार लोगों को सहयोग करने का स्थान पर उनका आर्थिक शोषण अपने पूंजीपति उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने की नीयत से किया जा रहा है। इसके विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी और फ्रंटल संगठनों के सहयोग से जनपद के तीनों तहसीलों के मुख्यालयों पर सरकार के विरोध में कांग्रेसियों ने ताली बजाकर विरोध प्रदर्शन किया।
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश यूनिट के आवाहन पर बुधवार को जिले की तीनों तहसीलों में कांग्रेसी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा ताली ताली बजाकर बढ़ी हुई महंगाई के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया गया। मंझनपुर तहसील परिसर में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के जिलाध्यक्ष अमित द्विवेदी आजाद, मानवाधिकार कांग्रेस के जिलाध्यक्ष जितेंद्र शर्मा, अनुसूचित जाति कांग्रेस जिला अध्यक्ष विनोद चौधरी, सोशल मीडिया के जिलाध्यक्ष इज़हार अब्बास,प्रयागराज विश्वविद्यालय के इकाई अध्यक्ष अभिषेक द्विवेदी की अगुवाई में प्रदर्शन किया गया। यहां मौजूद पार्टी के लोगों ने ताली थाली बजा कर सरकार का विरोध किया। 
इस मौके पर बोलते हुए पार्टी के जिलाध्यक्ष ने कहा की यह सरकार ताली और थाली की आवाज को भी पहचानती है। इसलिए अपनी आवाज को जनता की आवाज को सरकार तक पहुंचाने के लिए ताली और खाली प्रदर्शन का आयोजन किया गया है। इसी तरह सिराथू तहसील परिसर में युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष अंकुर शुक्ला व अल्पसंख्यक कांग्रेस जिलाध्यक्ष तमजीद की अगुवाई में धरना एवं प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया तो चायल तहसील परिसर में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रजनीश पांडे की धरना एवं प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया। 
इस मौके पर प्रमुख रूप से अरुण विद्यार्थी, वेद प्रकाश पाण्डेय सत्यार्थी, डॉ मुमताज सिद्दीकी, विवेक मिश्रा माइकल, कौशलेश द्विवेदी, विनय पासी, भारत गौतम, राजू कुशवाहा, असगर मदनी, रामेन्द्र निषाद, मंजीत कैथवास, राम कुमार, मो सैफ, सौरभ कुशवाहा, अफ़न, संस्कार पाण्डेय, राम प्रकाश, नरेंद्र सिंह, बृजेश पाण्डेय, भागीरथी पटेल, राजकुमार, गुलाम, मुन्ना, वीरेन्द्र कुमार, सचिन साहू, राजकुमार गौतम के साथ बड़ी संख्या में कांग्रेसी तीनों तहसील परिसर में मौजूद रहे।
सुशील केसरवानी 

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता दिलीप का निधन हुआ

कविता गर्ग            
मुबंई। बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार का बुधवार सुबह निधन हो गया है। काफी समय से सांस लेने में हो रही दिक्कत की वजह से वह बार-बार अस्पताल में भर्ती हो रहे थे। दिलीप कुमार को 30 जून को हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसके बाद आज सुबह उनके निधन की खबर आई है। 98 साल के अभिनेता के निधन से पूरी फिल्म इंडस्ट्री दुखी है और देशभर के लोग सोशल मीडिया के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। 
बॉलीवुड स्टार्स से लेकर देश के बड़े राजनीतिक नेता दिलीप कुमार को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। पीएम मोदी, राहुल गांधी, नीतिश कुमार समेत बड़े-बड़े नेता सोशल मीडिया के जरिए उनके निधन पर दुख व्यक्त कर रहे हैं।
दिलीप कुमार को सांस संबंधित शिकायत होने के बाद उनके फेफड़ों की जांच की गई। जिसमें प्लयूरल एफ्यूशन पाया गया। जिससे उनके फेफड़ों के आसपास तरल पदार्थ जमा हो जा रहा था और इसी के चलते वो ठीक से सांस नहीं ले पा रहे थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका जाना हमारी सांस्कृतिक दुनिया के लिए एक क्षति है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने दिलीप कुमार की पत्नी सायरा बानो से फोन पर बात की है। प्रधानमंत्री ने इस गंभीर दुख की घड़ी में परिवार को ढांढस बंधाया है। प्रधानमंत्री ने करीब दस मिनट तक शायरा बानो से बात की।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ”दिलीप कुमार जी को एक सिनेमाई किंवदंती के रूप में याद किया जाएगा। उन्हें अद्वितीय प्रतिभा का आशीर्वाद प्राप्त था। जिसके कारण पीढ़ियों के दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए थे। उनका जाना हमारी सांस्कृतिक दुनिया के लिए एक क्षति है। उनके परिवार, दोस्तों और असंख्य प्रशंसकों के प्रति संवेदना, श्रद्धांजलि।
मोहम्मद यूसुफ खान के रूप में जन्मे, दिलीप कुमार ने फिल्म ज्वार भाटा (1944) में एक अभिनेता के रूप में शुरुआत की। पांच दशक से अधिक के करियर में, कुमार ने 65 से अधिक फिल्मों में काम किया। उन्हें रोमांटिक अंदाज़ (1949), दमदार आन (1952), सामाजिक नाटक दाग (1952), नाटकीय देवदास (1955), हास्यपूर्ण आज़ाद (1955), महाकाव्य ऐतिहासिक मुगल- जैसी फिल्मों में भूमिकाओं के लिए जाना जाता है। ई-आज़म (1960), सामाजिक डकैत अपराध नाटक गंगा जमुना (1961), और कॉमेडी राम और श्याम (1967)।
अभिनेता ने अपने दो भाइयों को पिछले साल सिर्फ दो सप्ताह के दौरान कोविड -19 में खो दिया। हालांकि, दिलीप को उनकी मौत के बारे में सूचित नहीं किया गया।  था। उनके परिवार में उनकी पत्नी सायरा बानो हैं।

खिलाड़ी एंजेलो मैथ्यूज ने संन्यास लेने के संकेत दियें

कोलंबो। श्रीलंका क्रिकेट और उसके क्रिकेटरों के बीच अनुबंध को लेकर लंबे समय से चले आ रहे विवाद ने बुधवार को नया मोड़ ले लिया जब सीनियर खिलाड़ी एंजेलो मैथ्यूज ने संन्यास लेने के संकेत दिये। भारत के खिलाफ 13 जुलाई से शुरू हो रही सीमित ओवरों की श्रृंखला से पहले यह घटनाक्रम हुआ है। मौजूदा खिलाड़ियों में सबसे सीनियर मैथ्यूज और टेस्ट कप्तान दिमुथ करूणारत्ने को राष्ट्रीय अनुबंध से बाहर रखा गया है। 
मैथ्यू ने श्रीलंका क्रिकेट प्रशासन को लिखा है कि वह संन्यास की सोच रहे हैं। वह अगले कुछ दिन में संन्यास का ऐलान कर सकते हैं। सूत्र ने कहा कि श्रीलंका क्रिकेट ने हर दौरे के आधार पर अनुबंध देने का फैसला किया है। कोई सालाना करार नहीं होंगे क्योकि अभी फौरी जरूरत भारत के खिलाफ श्रृंखला के लिये खिलाड़ियों के साथ अनुबंध करने की है।
खिलाड़ियों को आठ जुलाई तक की समय सीमा दी गई है। पहले इस पर हस्ताक्षर करने से इनकार करने वाले खिलाड़ियों ने भी अब हस्ताक्षर कर दिये हैं। प्रदर्शन के आधार पर 24 शीर्ष खिलाड़ियों को चार श्रेणियों में अनुबंध दिये गए हैं। छह खिलाड़ियों को ए श्रेणी के करार मिले हैं जिनकी सालाना तनख्वाह 70000 से एक लाख डॉलर के बीच होगी। श्रीलंकाई टीम राष्ट्रीय अनुबंध पर हस्ताक्षर किये बिना इंग्लैंड दौरे पर गई थी।

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भविष्यवाणी क...