गुरुवार, 1 जुलाई 2021

धोखाधड़ी से निपटने के लिए अधिकारियों की तारीफ

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि हाल के महीनों में राजस्व संग्रह में वृद्धि अब स्थाई रूप से होनी चाहिए। उन्होंने साथ ही जीएसटी धोखाधड़ी से निपटने के लिए कर अधिकारियों की तारीफ की। जीएसटी की चौथी वर्षगांठ पर कर अधिकारियों को भेजे संदेश में सीतारमण ने कहा कि पिछले चार वर्षों में करदाताओं का आधार 66.25 लाख से लगभग दोगुना होकर 1.28 करोड़ हो गया है।उन्होंने कहा कि लगातार आठ महीनों से जीएसटी राजस्व एक लाख करोड़ रुपये से अधिक है और अप्रैल 2021 में 1.41 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड जीएसटी राजस्व संग्रह देखा गया। 
सीतारमण ने कहा, ”पिछले साल सुविधा और प्रवर्तन दोनों क्षेत्र में सराहनीय काम किया गया है, जिसमें धोखाधड़ी करने वाले डीलरों और आईटीसी के कई मामले दर्ज किए गए। हाल के महीनों में बढ़ा हुआ राजस्व संग्रह अब स्थाई रूप से होना चाहिए।वित्त मंत्री ने कोविड-19 महामारी की चुनौतियों के बीच जीएसटी कार्यान्वयन पर संतोष व्यक्त किया और करदाताओं को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने जीएसटी लागू करने के लिए केंद्र और राज्य, दोनों के कर अधिकारियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत जैसे बड़े और विविधता वाले देश में बड़े पैमाने पर किया जाने वाला कोई भी सुधार बेहद चुनौतीपूर्ण हो सकता है। वित्त मंत्रालय 54,000 से अधिक जीएसटी करदाताओं को सही समय पर रिटर्न दाखिल करने और कर का नकद भुगतान करने पर प्रशंसा प्रमाणपत्र जारी कर उन्हें सम्मानित करेगा।पहचान किये गये इन करदाताओं में 88 प्रतिशत से अधिक सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमी है। 
इसमें सूक्ष्म (36 प्रतिशत), लघु (41 प्रतिशत) और मध्यम श्रेणी के उद्यमी (11 प्रतिशत) शामिल हैं। ये उद्यमी विभिन्न राज्यों और संघ शासित प्रदेशों से हैं जहां यह माल की आपूर्ति और सेवा प्रदाता कार्य करते हैं।
केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) इन करदाताओं को प्रशंसा प्रमाणपत्र जारी करेगा। मंत्रालय ने कहा है कि जीएसटी व्यवस्था लागू होने के बाद से अब तक 66 करोड़ से अधिक रिटर्न दाखिल की गई हैं। जीएसटी के तहत दरें कम होने से कर अनुपालन बढ़ा है।
इस दौरान जीएसटी राजस्व में धीरे धीरे वृद्धि होती रही और पिछले आठ महीने से यह लगातार एक लाख करोड़ रुपये से ऊपर बना हुआ है। देश में एक जुलाई 2017 को जीएसटी व्यवस्था लागू की गई। अप्रत्यक्ष करों के क्षेत्र में एक बड़े बदलाव के तौर पर इस व्यवस्था को शुरू किया गया। जीएसटी में केन्द्र और राज्यों के स्तर पर लगाने वाले उत्पाद शुल्क, सेवा कर, वैट और 13- उपकर जैसे कुल 17 तरह के करों को समाहित किया गया है।

तीसरी लहर: जिला प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किया

हरिओम उपाध्याय                  
जौनपुर। कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिये उत्तर प्रदेश के जौनपुर में 12 ऑक्सीजन प्लांट लगाये जा रहे हैं। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने आज कहा कि कोरोना की सम्भावित तीसरी लहर को देखते हुए जिला प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम कर लिया है। जिले के 12 अस्पतालो में आक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है। सभी प्लांट जुलाई माह में काम करना शुरू कर देगें। इन प्लांटो के माध्यम से 12 सौ लेकर डेढ़ हजार बेडो पर आक्सीजन सप्लाई होना शुरू हो जायेगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर ने भारी तबाही मचायी है। 
आक्सीजन की कमी के चलते पचासों मरीजों को जान गंवानी पड़ी थी। दूसरी लहर के बाद जिला प्रशासन ने सभी प्रमुख अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट लगाना शुरू कर दिया है।जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि तीसरी लहर को देखते हुए जिले 12 अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है। जुलाई माह में एक प्लांट को छोड़कर सभी आक्सीजन प्लांट काम करना शुरू कर देगें। इनसे ढ़ाई हजार एलपीएम आक्सीजन मिलेगा। जिससे 12 सौ से लेकर 15 सौ तक बेडो पर आक्सीजन सप्लाई होगा।

सीएम योगी ने अखिलेश को फोन कर बधाई दी: यूपी

हरिओम उपाध्याय                    
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का आज जन्मदिन है। इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें फोन कर बधाई दी। 
योगी ने उन्हें ट्वीट कर भी बधाई दी और कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को जन्मदिवस की हार्दिक बधाई। उन्होंने कहा कि प्रभु श्री राम से आपके उत्तम स्वास्थ्य एवं सुदीर्घ जीवन की कामना करता हूं।

9 देशों ने भारत मे निर्मित कोविशील्ड का लोहा माना

अकांशु उपाध्याय                      
नई दिल्ली। यूरोपीय संघ के नौ देशों ने भारत मे निर्मित कोविशील्ड वैक्सीन को मान्यता दे दी है तथा एस्टोनिया ने कोवैक्सीन सहित सभी भारतीय टीकों को मान्यता देने का ऐलान किया है। इन यूरोपीय देशों ने यह कदम भारत द्वारा इस आशय के आग्रह के बाद उठाया है। भारत ने कल यूरोपीय संघ के सदस्य देशों से कोविड के भारतीय टीकों एवं कोविन प्रमाणपत्र को मान्यता देने का आग्रह करते हुए कहा था कि ऐसा होने पर ही भारत में यूरोपीय संघ (ईयू) के डिजिटल कोविड प्रमाणपत्र को कोविड प्रोटोकॉल से छूट दी जायेगी।
सूत्रों ने बताया कि अभी तक ऑस्ट्रिया, स्लोवेनिया, आइसलैंड, आयरलैंड और स्पेन ने ईयू डिजीटल कोविड प्रमाणपत्र में कोविशील्ड को शामिल कर लिया है। स्विट्ज़रलैंड ने भी शेनजेन समूह का देश होने के नाते कोविशील्ड को मान्यता दे दी है। इसबीच एस्टोनिया ने पुष्टि की है कि वह भारत सरकार द्वारा अधिकृत सभी टीकों को मान्यता देगा और टीका लगा कर आने वाले भारतीय नागरिकों को यात्रा की अनुमति प्रदान करेगा
बुधवार की देर शाम भारत ने एक जुलाई से प्रभावी ईयू डिजिटल कोविड प्रमाणपत्र फ्रेमवर्क में भारतीय टीकों को शामिल नहीं किये जाने पर नाराज़गी व्यक्त की थी। यूरोपीय संघ ने इस फ्रेमवर्क के तहत यूरोपीय मेडिकल एजेंसी (ईएमए) द्वारा अधिकृत टीके लगवाने वाले लोगों को यूरोपीय संघ के दायरे में यात्रा प्रतिबंधों से छूट देने और मुक्त आवाजाही सुलभ करने का ऐलान किया था।सूत्रों के अनुसार भारत ने यूरोपीय संघ के सदस्य देशों से आग्रह किया था कि वे अपने राष्ट्रीय स्तर पर भारत में कोविड टीका लगवाने वाले लोगों को भी इसी तरह की छूट प्रदान करें और कोविन पोर्टल पर जारी प्रमाणपत्र को मान्यता दें। 
भारत ने यूरोपीय संघ के देशों से कहा था कि भारत में यूरोपीय संघ डिजिटल कोविड प्रमाणपत्र को मान्यता देने की नीति पारस्परिकता पर आधारित होगी। भारतीय टीके कोविशील्ड और कोवैक्सीन को ईयू डिजिटल कोविड प्रमाणपत्र में अधिसूचित करने और कोविन टीकाकरण प्रमाणपत्र को मान्यता दिए जाने पर भारतीय स्वास्थ्य विभाग पारस्परिकता के आधार पर उक्त ईयू सदस्य देश या देशों के ईयू डिजिटल कोविड प्रमाणपत्र धारक लोगों को अनिवार्य क्वारंटीन से छूट प्रदान करेगा।

बाधाओं ने अमेरिका की कूटनीति की गति धीमी की

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन दुनियाभर में जून के अंत तक कोरोना वायरस रोधी आठ करोड़ टीके देने के अपने लक्ष्य से बहुत पीछे चल रहे हैं और कई साजोसामान और नियामक संबंधी बाधाओं ने अमेरिकी की टीका कूटनीति की गति धीमी कर दी है। बाइडन प्रशासन ने घोषणा की थी कि करीब 50 देशों को कोविड-19 रोधी टीके दिए जाएंगे लेकिन ‘एसोसिएटेड प्रेस’की गणना के अनुसार, अमेरिका ने 10 देशों को 2.4 करोड़ से भी कम टीके भेजे हैं।व्हाइट हाउस ने कहा कि आगामी दिनों में और टीके भेजे जाएंगे और उसने कहा कि बाइडन ने अपने वादे को पूरा करने के लिए हरसंभव कदम उठाया है। व्हाइट हाउस ने बताया कि टीकों की कमी नहीं है। सभी अमेरिकी टीके भेजे जाने के लिए तैयार हैं।
लेकिन कानूनी औपचारिकताओं, स्वास्थ्य संहिता, सीमा शुल्क मंजूरी, कोल्ड स्टोरेज श्रृंखलाएं, भाषायी बाधाएं और वितरण कार्यक्रम की जटिलता के चलते अधिक वक्त लग रहा है।उसने कहा कि किसी देश को टीके दान देने के लिए अपने मंत्रिमंडल की मंजूरी की आवश्यकता होती है, किसी को अमेरिकी टीकों के लिए सुरक्षा जांच के लिए निरीक्षकों की आवश्यकता होती है और कुछ देशों ने अभी टीका वितरण की योजनाएं ही नहीं बनायी है जिससे यह सुनिश्चित हो कि टीके बर्बाद होने से पहले सही हाथों में पहुंचे। व्हाइट हाउस ने यह स्पष्ट करने से इनकार कर दिया कि किस देश के सामने कौन-सी बाधाएं हैं। 
उसने कहा कि वह वितरण की बाधाओं को खत्म करने के लिए देशों से बातचीत कर रहा है। बाइडन ने 17 मई को यह कहते हुए आठ करोड़ टीके देने की घोषणा की थी। यह किसी भी देश द्वारा दिए गए टीकों के मुकाबले अधिक टीके होंगे जो किसी भी देश से पांच गुना अधिक होंगे, रूस और चीन से भी अधिक होंगे।” अपने लक्ष्य को हासिल न करने के बावजूद बाइडन ने अमेरिका को दुनियाभर में टीकों का सबसे बड़ा दानदाता बना दिया है। उसने रूस या चीन से भी अधिक टीके वितरित किए हैं।

जवानों से भरा ट्रक खाई में गिरने से 3 की मौंत, हादसा

पंकज कपूर                   
देहरादून। सिक्किम से बेहद दुखद ख़बर आयी है। सिक्किम में कुमाऊं रेजिमेंट के जवानों से भरा ट्रक खाई में जा गिरा। जिसमें 3 जवानों की मौत हो गई है। जिसमें से एक जवान का नाम बृजेश रौतेला है।
मिली जानकारी के अनुसार पूर्वी सिक्किम में सेना के जवानों को ले जा रहा एक ट्रक बुधवार को खाई में जा गिरा जिससे तीन जवानों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि यह दुर्घटना न्यू जवाहलाल नेहरू रोड पर हुई। यह मार्ग गंगटोक को सोमगो झील और भारत-चीन सीमा के निकट नाथुला से जोड़ता है।
अधिकारी के मुताबिक ट्रक में कुमाऊं रेजिमेंट के छह जवान सवार थे जो गंगटोक की तरफ जा रहे थे। यह हादसा चालक के वाहन से नियंत्रण खोने के चलते हुआ। वाहन 600 फुट गहरी खाई में जा गिरा। चालक एवं दो अन्य जवानों की मौत मौके पर ही हो गई। सेना, बीआरओ, पुलिस और स्थानीय लोगों ने इस दुर्गम क्षेत्र में खराब मौसम के बीच बचाव अभियान चलाया। तीन घायल जवानों को गंगटोक के सेना अस्पताल में भर्ती कराया। बाद में घायल जवानों को गंगटोक के सेना अस्पताल से बंगाल के सिलीगुड़ी में इलाज के लिए भेजा गया।

1 जुलाई से सिलेंडर के दामों में 25 रूपये की बढ़ोत्तरी

अकांंशु उपाध्याय                    
नई दिल्ली। एक बार फिर घरेलू गैस सिलेंडर के दाम बढ़ा दिये गये हैं। आज 1 जुलाई बृहस्पतिवार से दामों में 25 रूपये की बढ़ोत्तरी कर दी गई है। हालांकि मई—जून में सिलेंडर के दाम सामान्य रहे और अप्रैल में एलपीजी सिलेंडर में दस रूपये की कटौती हुई। लेकिन अब पेट्रोल—डीजल के बाद सिलेंडर के दाम भी बढ़ने से उपभोक्ताओं की जेब पर सीधा असर पड़ने लगा है।अब घरेलू गैस सिलेंडर अलग—अलग शहरों में 834 से लेकर 850 तक में मिलेंगे। जून में इनकी कीमत 809 से 825 के बीच थी। 
मई व अप्रैल में यही दाम स्थिर थे। जबकि मार्च माह में 819 से 835 तक रहे। फरवरी में 719 से 810 तक रहे, जो कि माह में तीन बार बदले थे। जनवरी में 694 से 710 तक इसकी कीमत रही। ज्ञात रहे कि तेल कंपनियों द्वारा समय—समय पर कीमत में किए जाने वाले बदलावा का असर सीधे उपभोक्ताओं पर पड़ता है। सरकारी तेल कंपनियां प्रति माह पहली तारीख को गैस सिलेंडर के दामों में बदलाव करती हैं। 

सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली

सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली  इकबाल अंसारी  रांची। झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन ने गुरुवार को शपथ ली। ...