हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को लेकर योगी सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा है कि अब भाजपा भी उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की शैली को अपनाते हुए लोकतंत्र को आघात पहुंचा रही है।
सोमवार को बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश में चल रही जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव की प्रक्रिया को लेकर सरकार की कार्यशैली पर बड़ा हमला बोला है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद चुनाव में अब भारतीय जनता पार्टी भी समाजवादी पार्टी की शैली को अपनाते हुए जबरिया अपने जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित कराने के प्रयासों में लगी हुई है।
उन्होंने कहा है कि सरकार की बदनीयती को देखते हुए ही उनकी पार्टी ने इस समय प्रदेश में हो रहे जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को नहीं लड़ने का निर्णय लिया है।
यदि निष्पक्ष ढंग से चुनाव होते तो शायद उनकी पार्टी जरूर इसमें हिस्सा लेती। उन्होंने कहा है कि बसपा अगले वर्ष उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है और उनकी पार्टी राज्य में अकेले ही चुनाव लड़ेगी। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा है कि उनकी पार्टी का इस समय पूरा ध्यान आगामी विधानसभा चुनावों पर है। उन्होंने कहा कि भी बसपा को यदि उत्तर प्रदेश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव का भरोसा होता तो निश्चित ही उनकी पार्टी जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ती और बड़ी संख्या में उसके उम्मीदवार चुनाव भी जीतते। बसपा प्रमुख मायावती ने दावा किया है कि उत्तर प्रदेश में जब भी उनकी पार्टी सत्ता में रही है।
उस दौरान कोई भी चुनाव छोटा रहा हो या बड़ा। कहीं भी कोई धांधली या बेईमानी नहीं की गई है। ताकि लोगों का लोकतंत्र के प्रति भरोसा और विश्वास बना रहे। उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश की जनता को लोकतंत्र को बचाने के लिए इन सभी बातों को गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि विरोधी साम, दाम, दंड, भेद हर तरह की रणनीति अपना रहे हैं। इसके तहत मीडिया के जरिए जानबूझकर अफवाह फैलाई जा रही है कि बसपा आगामी यूपी विधानसभा चुनावों को लेकर सक्रिय नहीं है। जबकि ऐसा नहीं है। यह सब कार्यकर्ताओं का मनोबल और उत्साह खत्म कम करने की साजिश है। उन्होंने बताया कि सभी को मालूम होना चाहिए कि कोरोना की पहली लहर के मद्धिम पड़ते ही फरवरी 2021 से वह लखनऊ में ही हैं। यही नहीं कोरोना नियमों का पालन करते हुए संगठन को मजबूत बनाने के लिए लगातार छोटी-बड़ी बैठकें करती रहती हैं। उन्होंने मीडिया को भी बसपा को कम करके नहीं आकंने की हिदायत दी। कहा कि बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते अन्य राज्यों की भी बैठकें वह करती रहती हैं। लेकिन इन बैठकों को प्रचारित करने के लिए अन्य दलों की तरह मीडिया को नहीं बुलातीं।