शनिवार, 26 जून 2021

कांग्रेस नेता द्वारा लिखें पत्र ने परेशानी में डाला: तोमर

अकांशु उपाध्याय           

नई दिल्ली। किसान आंदोलन को लेकर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा लिखे गए एक पत्र ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को परेशानी में डाल दिया है। पत्र का आशय है कि तोमर का किसानों से कभी कोई लेना-देना नहीं रहा है और न ही उनकी पृष्ठभूमि किसानों की है, वे तो समाज सेवी हैं। पत्र के मुताबिक, यह तथ्य तोमर ने निर्वाचन आयोग को दिए शपथ पत्र में स्वयं दर्ज कराए हैं। उल्लेखनीय है कि किसान आंदोलन की शुरुआत में कृषि मंत्री तोमर ने किसानों को संबोधित 8 पेज का एक पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने स्वयं को किसान परिवार से बताया था। मगर दिग्विजय सिंह के पत्र के मुताबिक तोमर ने लोकसभा चुनाव 2014 के दौरान चुनाव आयोग को दिए गए शपथ पत्र में अपनी संपत्ति की जानकारी में यह स्वीकार किया था कि उनके पास कोई भी कृषि भूमि नहीं है।

तोमर ने अपने व्यवसाय के कॉलम में किसान नहीं बल्कि समाजसेवी होने का तथ्य दर्ज कराया था। दिग्विजय सिंह ने उसी शपथ पत्र के आधार पर तोमर को पत्र लिखकर पूछा है यदि आप किसान हैं तो शपथ पत्र झूठा है और यदि शपथ पत्र सही है तो आप किसान नहीं है। अभी तक कृषि मंत्री ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के पत्र का जवाब नहीं दिया है। यह भी एक संयोग है कि दोनों नेता एक ही राज्य से है। इस पत्र के आधार पर तोमर के संसदीय क्षेत्र के कुछ लोगों ने केंद्रीय निर्वाचन आयोग को भी पत्र भेजा है और शपथ पत्र की जांच करवाने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि पिछले 7 महीने से कृषि से संबंधित तीन कानूनों के विरोध में किसान आंदोलनरत हैं। उसी संदर्भ में कांग्रेस नेता ने उन्हें पत्र लिखा था कि यदि कृषि कानूनों को संसद की प्रवर समिति को सौंप दिया होता तो किसान आंदोलन की नौबत ही न आती।

कांग्रेस सहित सभी पार्टियों ने कृषि विधेयकों पर चर्चा कराने की मांग की थी मगर उसे भी निरस्त कर दिया गया था जबकि संसदीय परंपराओं में यदि एक भी सदस्य मत विभाजन की मांग करता है तो लोकसभा अध्यक्ष को मानना पड़ता है। उन्होंने अपने पत्र के माध्यम से कृषि मंत्री पर आरोप लगाया है कि सभी संसदीय परंपराओं को ठुकराते हुए मनमाने तरीके से कृषि बिल पास कराए गए और भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक काला अध्याय जोड़ दिया गया। यह सब कार्पोरेट जगत को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया है।

इस पत्र के माध्यम से उन्होंने कृषि मंत्री से 10 सवाल किए थे मगर लंबा अरसा बीत जाने के बाद भी जवाब नहीं मिला है। उल्लेखनीय है कि कृषि क्षेत्र के तीनों कानूनों के विरोध में किसान देशभर में आंदोलनरत है और दिल्ली सीमा पर पिछले 6 माह से ज्यादा समय से धरने पर बैठे हुए हैं। जिसमें कई किसानों की अब तक मृत्यु भी हो चुकी है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी हाईकमान ने कुछ बड़े लोगों को आंदोलन समाप्त करवाने के लिए लगाया है। कृषि मंत्री तोमर ने भी किसानों को फिर से बातचीत का न्योता भेजा है।

स्वास्थ्य पर खर्च के केस में भारत का स्थान 176वां हैं

अकांशु उपाध्याय               

नई दिल्ली। स्वास्थ्य पर खर्च के मामले में भारत का स्थान विश्व के 196 देशों में 176वां है। भारत अपने सकल घरेलू उत्पाद का सिर्फ 1.8 फीसद स्वास्थ्य पर खर्च करता है। जबकि मालदीव जैसा नन्हा-सा देश भी अपने नागरिकों को स्वस्थ रखने के लिए जीडीपी का 6.65 फीसद खर्च कर देता है। 

विश्व स्वास्थ्य संगठन के ग्लोबल हेल्थ एक्सपेंडीचर डेटाबेस के मुताबिक विकासशील देशों में मालदीव के अलावा लेटिन अमेरिकी देश अर्जेंटीना जीडीपी का 5.91 फीसद तथा कोलंबिया 5.47 फीसद स्वास्थ्य सुविधाओं पर खर्च करता है। जहां तक विकसित देशों का सवाल है तो स्वीडन इस मामले में सबसे आगे है। वो अपने नागरिकों को स्वस्थ रखने के लिए हर वर्ष जीडीपी की 9.27 फीसद राशि खर्च कर देता है। स्वीडन के बाद जापान का नंबर आता है। जिसका खर्च 9.21 फीसद है। इस क्रम में जर्मनी जीडीपी का 8.88 फीसद, नॉर्वे 8.57 फीसद तथा अमेरिका 8.51 फीसद स्वास्थ्य सुविधाओं पर खर्च करता है।

बरेली: पटेल चौक पर स्काई वॉक बनाने की तैयारी शुरू

संदीप मिश्र                

बरेली। स्मार्ट सिटी के तहत पटेल चौक पर स्काई वॉक बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। इंजीनियरों ने इसका डिजाइन बनाना शुरू कर दिया है। जल्द ही करीब 10 करोड़ के टेंडर किए जाएंगे। स्काई वॉक बनने के बाद पटेल चौक पर लगने वाले जाम से लोगों को काफी राहत मिल जाएगी। स्मार्ट सिटी के इंजीनियरों का कहना है कि इसका काम अगस्त में शुरू करने की कोशिश की जा रही है।

स्मार्ट सिटी परियोजना में पटेल चौक की तस्वीर काफी बदल जाएगी। शहर के अति व्यस्त रहने वाले इस चौराहे पर यातायात का काफी दबाव रहता है। इस वजह से लोगों को आवागमन में परेशानी होती है। अभी कुछ दिन पहले स्मार्ट सिटी बोर्ड की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल चुकी है। स्काई वॉक को बनाने के लिए अनुमानित लागत लगभग दस करोड़ रुपए आंकी गई है।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-315 (साल-02)
2. रविवार, जून 27, 2021
3. शक-1984,अषाढ़, शुक्ल-पक्ष, तिथि-तीज, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 05:42, सूर्यास्त 07:16।
5. न्‍यूनतम तापमान -21 डी.सै., अधिकतम-38+ डी.सै.।
बरसात की संभावना
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शुक्रवार, 25 जून 2021

राष्ट्रपति बाइडन ने प्रतिद्वंद्वी अब्दुल्ला से मुलाकात की

वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशर्रफ घानी और उनके पूर्व राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी अब्दुल्ला से शुक्रवार को मुलाकात की। बीस सालों के युद्ध के बाद अमेरिकी सैन्य बलों की वापसी का रास्ता खुलते देखकर अमेरिका ने खुलकर अफगानिस्तान सरकार का साथ देते हुए विद्रोही संगठन तालिबान से बातचीत जारी रखने की भरपूर कोशिश जारी रखी है।

अमेरिकी राष्ट्रपति के ओवल आफिस में हुई बैठक संभवत: घानी के लिए सांकेतिक रूप से बेहद अहम रही होगी। अमेरिका उनकी मदद कर रहा है। क्योंकि वह तालिबान से लड़ाई में बढ़त ले रहे हैं। बाइडन, घानी व अब्दुल्ला के बीच यह पहली मुलाकात थी। काबुल में अमेरिकी राजदूत रोनाल्ड न्यूमैन ने कहा कि घानी को आमंत्रित करने का अर्थ यही है कि अमेरिका अभी भी उनकी मदद करने को तत्पर है। उल्लेखनीय है कि बाइडन ने अमेरिकी कांग्रेस से 3.3 अरब डालर अफगानिस्तान के लिए मंजूर कराए थे। ताकि, तीस लाख वैक्सीन की डोज उसे पहुंचाई जा सकें। पेरिस में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका इस बात का आकलन कर रहा है कि क्या तालिबान अफगानिस्तान में संघर्ष को खत्म करने के लिए तत्पर है।

दिल्ली: कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की

अकांशु उपाध्याय            

नई दिल्ली। दिल्ली में गुरुवार के मुकाबले शुक्रवार को कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई। हालांकि, मरने वालों की संख्‍या घटी है। संक्रमण दर में भी इजाफा हुआ है। शुक्रवार को कोविड-19 के 115 नए मामले सामने आए हैं और चार लोगों की मौत हो गई। शहर में संक्रमण दर 0.15 प्रतिशत रही। एक स्वास्थ्य बुलेटिन से यह जानकारी मिली है। बुलेटिन में बताया गया, कि चार और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 24,952 हो गई।

दिल्ली में गुरुवार को संक्रमण की वजह से आठ लोगों की मौत हुई थी और 109 नए मामले सामने आए थे। संक्रमण दर 0.14 प्रतिशत थी। वहीं बुधवार को संक्रमण के 111 नए मामले सामने आए तथा सात लोगों की मौत हो गई थी। संक्रमण दर 0.15 प्रतिशत थी। आंकड़ों के अनुसार सोमवार को दिल्ली में कोविड-19 के 89 मामले सामने आए और संक्रमण दर 0.16 प्रतिशत दर्ज की गयी। वहीं 11 मरीजों की मौत हो गई थी।

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। संसद सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर...