शनिवार, 26 जून 2021

सयुंक्त किसान मोर्चा ने 'खेती बचाओ' दिवस मनाया

अकांशु उपाध्याय           
नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के विरोध में चलाए जा रहे किसान आंदोलन के 7 माह पूरे होने पर देशभर में संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से मनाए जा रहे खेती बचाओ-लोकतंत्र बचाओ दिवस के चलते भारी संख्या में किसान हरियाणा में राजभवन की तरफ मार्च कर रहे हैं। शनिवार को नए कृषि कानूनों के विरोध में देशभर में चलाए जा रहे किसान आंदोलन के साथ्त माह पूरे होने पर संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में खेती बचाओ-लोकतंत्र बचाओ दिवस मनाया जा रहा है। नए कृषि कानूनों के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए भारी संख्या में किसान हरियाणा के पंचकुला में राजभवन की तरफ मार्च करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। स्थिति को देखते हुए सड़कों पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई है।
पूरे पंचकूला शहर को पुलिस छावनी में तब्दील करते हुए सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किये गए हैं। उधर हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने किसानों के खेती बचाओ-लोकतंत्र बचाओ दिवस पर करारा तंज कसते हुए कहा है कि किसान सात माह से राजधानी के बाॅर्डरों पर बैठे हुए हैं। सरकार की ओर से सुनवाई न होने पर अब वह निराश हो गए है। इसलिए किसान आंदोलन को जिंदा रखने के लिए उनके नेता रोज एक नया कार्यक्रम बनाने को मजबूर हो गए हैं। आज किसान संगठनों की तरफ से राजभवन में ज्ञापन देने की बात कहीं गई है। ऐसा तो होता ही रहता है।
किसानों के खेती बचाओ-लोकतंत्र बचाओ दिवस पर निकाले जा रहे मार्च को लेकर पंचकूला के डीजीपी मोहित हांडा ने कहा है कि हमारे पास किसी भी हालात से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल है। हम हर तरह की स्थिति से निपटने के लिए शांति से कोशिश करेंगे। हमें उम्मीद है कि किसान संगठन आज के सभी कार्यक्रम बिना किसी कानून व्यवस्था की स्थिति को आघात पहुंचाएं आयोजित करेंगे। गौरतलब है कि केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनकारी किसान पिछले साल 26 नवंबर से दिल्ली और हरियाणा की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं। वे इन तीनों कानूनों को रद्द करने और फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी की गारंटी देने के लिए एक नया कानून लाने की मांग कर रहे हैं। इन विवादास्पद कानूनों पर बने गतिरोध को लेकर हुई किसानों और सरकार के बीच कई दौर की वार्ता बेनतीजा रही थी।

बंगाल मंत्रिमंडल ने क्रेडिट कार्ड स्कीम को स्वीकृति दी

कोलकाता। पश्चिम बंगाल मंत्रिमंडल ने गुरुवार को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड स्कीम को स्वीकृति दे दी हैं। जिसका तृणमूल कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था।  सीएम ममता बनर्जी ने मंत्रिमंडल के इस फैसले की जानकारी दी। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड की सहायता से छात्र उच्च अध्ययन के लिए 10 लाख रुपये तक का सॉफ्ट लोन ले सकेंगे। बनर्जी ने कहा कि ” मंत्रिमंडल ने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड स्कीम को हरी झंडी दे दी है। 
कोई भी छात्र जो पश्चिम बंगाल में 10 वर्षों से रह रहा है, वह इसका लाभ ले सकता है। लोन भारत या विदेश में ग्रेजुएशन,पोस्ट- ग्रेजुएशन, डॉक्टरेट और पोस्ट-डॉक्टरल स्टडी के लिए प्रदान किया जाएगा। राज्य में यह स्कीम 30 जून से आरंभ हो जाएगी। सीएम ममता ने कहा कि 40 वर्ष की आयु तक के छात्र इस योजना के लिए पात्र हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा प्राप्त करने के लिए अब किसी को घर नहीं बचेना पड़ेगा और न ही स्टूडेंट्स के माता -पिता को चिंता करनी पड़ेगी। राज्य सरकार 10 लाख तक के लोन की गारंटर होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्टूडेंट्स के साथ खड़ी है। 
इस लोन को स्टूडेंट नौकरी मिलने के बाद चुका सकेंगे। सीएम ममता ने आगे कहा कि, “एक छात्र को नौकरी मिलने के बाद कर्ज चुकाने के लिए पंद्रह वर्ष का वक़्त दिया जाएगा। इस लोन को लेने की प्रक्रिया को भी सुगम बनाया गया है। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन दिया जा सकेगा। बता दें कि तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनान के दौरान अपने चुनावी मैनिफेस्टो में ऐसी योजना का वादा किया था और अब इस पर अमल किया जा रहा है।

भालू के हमले में 2 भाइयों समेत 3 ग्रामीणों की मौंत

इकबाल अंसारी             
गढ़वा। जिले के बरगढ़ प्रखंड के बरकोल गांव के पास स्थित जंगल में एक भालू के हमले में दो भाइयों समेत तीन ग्रामीणों की मौत हो गई। इसके अलावा घटना में एक महिला समेत तीन लोग घायल हुए हैं। भालू के हमले में ये तीनों लोग किसी तरह अपनी जान बचाने में कामयाब रहे। मृतक और घायल सभी अपने गांव लौट रहे थे और इसी दौरान भालू ने उनपर हमला किया।
मृतकों की पहचान अनित गिद्ध (35), सुमित गिद्ध (38) और राजू मिंज (40) के रूप में की गई। जबकि घायलों में छोटू गिद्ध, उसकी पत्नी मरियम लकड़ा और कमलेश गिद्ध शामिल हैं। 
घायल एवं मृतक सभी लोग बरकोल गांव के कोरिया कोड़कर टोला के रहने वाले थे। ये सभी ग्रामीण बरकोल से अपने टोला में वापस लौट रहे थे। इसी दौरान कोरिया कोड़कर जंगल से गुजरने के दौरान एक भालू ने उन पर हमला कर दिया। इस हमले में बारी-बारी से भालू ने तीन लोगों को मार डाला, जबकि तीन लोग घायलावस्था में किसी तरह भालू से बचकर भागने में सफल रहे।

अंधकार-विनाश और तबाही लेकर आता है नशा: पीएम

अकांशु उपाध्याय                      
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समाज से नशीले पदार्थों के खतरे को कम करने के लिए जमीनी स्तर पर किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि नशा अपने साथ अंधकार, विनाश और तबाही लेकर आता है। प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ सेवन और तस्करी निरोध दिवस के मौके पर ट्वीट कर कहा कहा, "आज, अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ सेवन और तस्करी निरोध दिवस पर, मैं उन सभी लोगों की सराहना करता हूं जो हमारे समाज से नशीले पदार्थों के खतरे को खत्म करने के लिए जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं। जीवन बचाने के लिए ऐसा हर प्रयास महत्वपूर्ण है। 
आखिर नशा अपने साथ अंधकार, विनाश और तबाही लेकर आता है। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, "आइए हम दवाओं पर तथ्यों को साझा करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं और ड्रग्स मुक्त भारत के अपने दृष्टिकोण को साकार करते हैं। याद रखें- एडिक्शन न तो कूल होता है और न ही स्टाइल स्टेटमेंट। प्रधानमंत्री ने एक पुराने मन की बात एपिसोड को साझा करते हुए कहा इसमें ड्रग्स के खतरे पर काबू पाने के कई पहलू शामिल थे। प्रधानमंत्री द्वारा साझा वीडियो में उन्होंने कहा, ‘‘ड्रग्स ‘थ्री डी’ बुराइयों को लाने वाला है और ये बुराइयां जीवन में अंधेरा (डार्कनेस), बर्बादी (डिस्ट्रक्शन) तथा तबाही (डिवास्टेशन) हैं।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘नशा अंधेरी गली में ले जाता है। 
विनाश के मोड़ पर आकर खड़ा कर देता है और बर्बादी के मंजर के सिवाय नशे में कुछ नहीं होता है।

कोरोना की जंग में सीएम योगी के मंत्र का दिखा असर

हरिओम उपाध्याय           
गोरखपुर। कोरोना के खिलाफ शुरू जंग में 'टीका ही टिकायेगा, महामारी पर विजय दिलाएगा' का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्र का असर दिखने लगा है। टीकाकरण के रिकार्ड बन रहे हैं। शहर ही नहीं, गांवों में भी होने वाले वैक्सीनेशन के आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं। गोरखपुर में टीकाकरण की शुरुआत 16 जनवरी हुई, लेकिन 21 जून से शुरू महाभियान में काफी तेजी आ गई है। 
प्रतिदिन नए कीर्तिमान गढ़े जा रहे हैं। लक्ष्य से औसतन 40 प्रतिशत से अधिक टीकाकरण कर मुख्यमंत्री का गृह जनपद पूरे प्रदेश में जागरुकता की नजीर पेश कर रहा है। सिर्फ चार दिनों में 13 हजार का हुआ टीकाकरण 21 से 24 जून तक महज चार दिनों में यहां एक लाख 13 हजार 207 लोगों को कोविड वैक्सिन लगाई जा चुकी थी। 25 जून को शाम 07 बजे तक हुई रिपोर्टिंग के मुताबिक इस दिन 27 हजार 088 लोगों को टीका लगाया जा चुका था। जिले में कुल टीकाकृत लोगों की संख्या 08 लाख 43 हजार 823 हो गई थी। कुल टीकाकरण के मामले में गोरखपुर अब राज्य में छठवें स्थान पर पहुंच गया है। 
गोरखपुर में 21 जून से प्रतिदिन औसतन 20 हजार लोगों को वैक्सिन लगाने का लक्ष्य रखा गया, लेकिन 21 जून को लक्ष्य ही लक्ष्य से 35 प्रतिशत अधिक टीके लगाए गए। इस दिन 27 हजार 298 लोगों ने टीका लगवाया था। 22 जून को लक्ष्य से 45 प्रतिशत से अधिक टीकाकरण करते हुए 29 हजार 163 लोगों ने वैक्सीनेशन करवाया। इसी तरह 23 जून को टीकाकरण करवाने वालों की संख्या 25 हजार 544 रहा। यह भी लक्ष्य से 28 फीसद अधिक रहा। 24 जून को वैक्सिन को लेकर जबरदस्त उत्साह दिखा। लक्ष्य से 55 प्रतिशत अधिक 31 हजार 202 लोगों ने टीका लगवाया।

टी-20 वर्ल्ड कप यूएई में होना लगभग तय: आईपीएल

आबुधाबी। इंडियन प्रीमियर लीग के बचे हुए मैच और भारत की मेजबानी में होने वाला टी-20 वर्ल्ड कप यूएई में होना लगभग तय है। आईपीएल इस साल 19 सितंबर से 15 अक्टूबर तक हो सकता है। इसकी एक दिन बाद यानी 17 अक्टूबर से टी-20 वर्ल्ड कप खेला जा सकता है। 16 टीमों के इस टूर्नामेंट का खिताबी मुकाबला 14 नवंबर को हो सकता है।
यह खबर क्रिकेट वेबसाइट ईएसपीएन क्रिकइंफो ने चलाई है। इसके मुताबिक, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड वर्ल्ड कप को यूएई में शिफ्ट करने के लिए पहले ही इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल को लिख चुका है। प्लान के मुताबिक टी-20 वर्ल्ड कप का पहला राउंड 8 टीमों के बीच दो ग्रुप में खेला जाएगा। इसमें 12 मैच होंगे। इनमें से 4 टीमें (दोनों ग्रुप की टॉप-2 टीम) सुपर-12 के लिए क्वालिफाई करेंगी। यह 8 टीमें बांग्लादेश, श्रीलंका, आयरलैंड, नीदरलैंड, स्कॉटलैंड, नामीबिया, ओमान और पपुआ न्यू गिनी हैं। यह दोनों ग्रुप के मैच यूएई और ओमान में हो सकते हैं।

छात्रों के लिए परीक्षा आयोजित करेगा शिक्षा बोर्ड

अकांशु उपाध्याय             
नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने शुक्रवार को कहा कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) अगस्त में छात्रों के लिए बोर्ड परीक्षा आयोजित करेगा। ये परीक्षाएं उन छात्रों के लिए होंगी। जो बोर्ड के मूल्यांकन फार्मूले से खुश नहीं हैं या सोचते हैं कि परिणाम में उन्हें दिए गए अंक कम हैं। उन्होंने विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को आश्वस्त किया कि बोर्ड के मूल्यांकन प्रणाली के तहत परीक्षार्थियों को उनकी योग्यता के अनुरूप परिणाम मिलेगा। 
पोखरियाल ने सोशल मीडिया पर जारी अपने संबोधन में कहा कि सीबीएसई ने 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के मूल्यांकन और आंकलन पर व्यापक दिशा-निर्देश पहले ही जारी कर दिए हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को आश्वासन दिया कि मूल्यांकन प्रणाली से तैयार परिणाम से असंतुष्ट होने पर विद्यार्थियों को अगस्त में जब भी स्थिति अनुकूल होगी, परीक्षा देने का विकल्प प्रदान किया जाएगा। 
पोखरियाल ने छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई की 12वीं कक्षा की परीक्षाओं को रद्द करने का निर्णय लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सीबीएसई के मूल्यांकन प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का भी आभार व्यक्त किया। मंत्री ने दोहराया कि छात्रों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और भविष्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। मंत्री ने पूर्व में छात्रों से सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें अपने प्रश्न भेजने के लिए कहा था, लेकिन आज उन्होंने छात्रों के प्रश्न नहीं लिए। छात्रों ने सबसे अधिक सवाल मूल्यांकन मानदंड और परीक्षा तिथियों को लेकर थे। जेईई मेन और एनईईटी के उम्मीदवारों ने भी अपनी परीक्षा के बारे में स्पष्टता मांगी थी।

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया  कविता गर्ग  मुंबई। राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन से मु...