शुक्रवार, 25 जून 2021

कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश को दरकिनार किया: एससी

अकांशु उपाध्याय               

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने नारद स्टिंग मामले में पश्चिम बंगाल सरकार के हलफनामे को रिकॉर्ड में लेने से इंकार करने के कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश को शुक्रवार को दरकिनार कर दिया। शीर्ष अदालत ने संबंधित हलफनामा समय पर दायर न करने का कारण बताते हुए उच्च न्यायालय में अर्जी दाखिल करने का राज्य सरकार, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कानून मंत्री मलय घटक को अनुमति दे दी। न्यायमूर्ति विनीत सरन और न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी की अवकाशकालीन खंडपीठ ने इन सभी को 28 जून तक अपनी अर्जियां दाखिल करने का निर्देश दिया है। उसने उच्च न्यायालय का नौ जून का आदेश निरस्त कर दिया, ताकि अर्जियों का दाखिल किया जाना सुनिश्चित हो सके।

सर्वोच्च न्यायालय ने याचिकाकर्ताओं को यह भी निर्देश दिया है कि वह सीबीआई को 27 जून तक अपनी अर्जियों की प्रति उपलब्ध करा दें। खंडपीठ ने साथ ही उच्च न्यायालय को सलाह दी कि वह हलफनामों को स्वीकार करने की अर्जी पर सुनवाई के लिए निर्धारित तारीख 29 जून को विचार करे।

ममता बनर्जी और मलय घटक ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के नौ जून के आदेश के विरुद्ध शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया है। उच्च न्यायालय ने नौ जून को नारद स्ट्रिंग टेप मामले को स्थानांतरित करने की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की अर्जी पर सुनवाई के दौरान उनके हलफनामे रिकॉर्ड पर लेने से इंकार कर दिया था। गत 22 जून को मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता और न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस की पीठ के समक्ष सूचीबद्ध थी, लेकिन न्यायमूर्ति बोस ने सुनवाई से खुद को अलग कर लिया था। उसके बाद मामले की सुनवाई के लिए मौजूदा पीठ का गठन किया गया था। नयी पीठ ने मामले की सुनवाई के लिए आज की तारीख मुकर्रर की थी।

मोदी सरकार की चाल का विरोध करना चाहिए: सचिन

कविता गर्ग            

मुंबई। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव एवं प्रवक्ता सचिन सावंत ने शुक्रवार को केंद्र पर हमला बाेलते हुए कहा कि सभी जांच एजेंसियां नरेंद्र मोदी नीत सरकार के समक्ष पूरी तरह समर्पण कर चुकी हैं और उनका उपयोग विपक्ष के खिलाफ राजनीतिक हथियार के रूप में किया जा रहा है। सचिन सावंत ने ट्वीट कर कहा, “ एमवीए सरकार में शामिल तीनों दलों को राज्य सरकार को बदनाम करने की मोदी सरकार की इस चाल का एक साथ विरोध करना चाहिए। हमें लोकतंत्र को बचाना चाहिए।” 

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, “ ईडी अनिल देशमुख के आवास पर छापेमारी के दौरान क्या तलाशने की कोशिश कर रहा है। यहां तक ​​कि वाजे और परमबीर सिंह ने भी कभी नहीं कहा कि पैसा दिया गया था। उन्होंने आगे कहा , “ अगर ईडी को लगता है कि पैसा दिया गया था तो वाजे और परमबीर के यहां छापे क्यों नहीं मारे गए। जिन्होंने कथित तौर पर पैसे दिए थे। यह लोकतंत्र की दुखद स्थिति है।” उल्लेखनीय है कि ईडी की एक टीम ने पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के आवास पर आज ही छापा मारा है।

सभी स्वास्थ्य केंद्रों को सक्रिय करने के आदेश दिएं

अश्वनी उपाध्याय               

गाजियाबाद। सरकारी कागजों में गाज़ियाबाद जिले में 118 स्वास्थ्य उप-केंद्र हैं। किन्तु, इनमें से 28 केंद्र ऐसे हैं, जो कई सालों से ताला लटका हुआ है और अब ये केंद्र जर्जर अवस्था में पहुँच चुके हैं। तत्कालीन जिलाधिकारी डॉ. अजय शंकर पांडेय ने भी निरीक्षण के बाद सभी स्वास्थ्य केंद्रों को सक्रिय करने के आदेश दिए थे। लेकिन अभी तक एक भी शुरू नहीं हुआ है।

बंद पड़े उप-केन्द्रों में से अधिकांश केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे स्थान पर हैं। जो आबादी से काफी दूर सुनसान क्षेत्रों में हैं। इस वजह से वहां आशा और एएनएम अकेले जाने में डरती हैं। कई जगहों पर एएनएम सामुदायिक भवन या आंगनबाड़ी केंद्र में टीकाकरण करती हैं।

बलात्कार के आरोप में मुजलिमों के नाम पर मुकदमा

कौशाम्बी। दो वर्ष पूर्व पूरामुफ्ती थाना से बलात्कार के आरोप में जेल गए मुजलिमों के नाम पर एफआईआर लगाने के लिए आरोपी के परिजन से पूरामुफ्ती थाना में तैनात एक हेड कांस्टेबल ने एक लाख पंचानबे हजार रुपए ले लिया था। अब जो चायल सर्किल के एक थाना में तैनात है। एक लाख पंचानबे हजार रुपए में नीचे से लेकर ऊपर तक के अफसरों ने मिलकर बंदरबाट किया है। 
अब उक्त लोगों का जेल जाना तय हो गया है।
अवैध वसूली के प्रकरण को एडीजी प्रयागराज गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए क्षेत्राधिकारी चायल को निष्पक्ष जांच के लिए आदेश दे दिए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रिश्वतखोर सिपाही आलाधिकारियों को गुमराह कर रेपोस्टिंग कराने में भी कामयाब रहा और इसी थाना क्षेत्र के रहीमाबाद चौकी में कई वर्ष गुजारने के पश्चात फिर उसी थाना में तैनात है। जो नियम विरुद्ध है और तो और उक्त सिपाही पुलिस की ड्यूटी करते हुए अवैध वसूली की काली कमाई के दम पर साम्राज्य स्थापित करने में कामयाब रहा। प्रयागराज के राजरूपपुर और कौशाम्बी जनपद के रसूलाबाद उर्फ कोइलाहा में अवैध वसूली के दाम पर बेशकीमती जमीन खरीदने में भी कामयाब रहा। 
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कौशाम्बी और प्रयागराज जनपद में कार्यकाल पूर्ण होने के पश्चात उच्चाधिकारियों ने इनका ट्रांसफर गैर जनपद कर दिया है। लेकिन फिर भी इस जनपद और थाना से मोहभंग नही हो रहा है। इस थाना और जनपद में उक्त सिपाही को क्या मिल गया है। जो इस जनपद और थाना से मोहभंग नही हो रहा है। यह जांच का विषय है।
राजकुमार 

पुलिस ने छापेमारी कर 1 युवक को गिरफ्तार किया

बृजेश केसरवानी                
प्रयागराज। सोनी पिक्चर का सिग्नल चोरी करके जिलें में मुफ्त में चैनल दिखाने का खेल चल रहा था। शातिरों ने इसके लिए सेटटॉप बॉक्स में छेड़छाड़ करके नया सर्वर बना दिया था। इसका खुलासा होने के बाद कर्नलगंज पुलिस ने छापेमारी करके एक युवक को गिरफ्तार किया है। उसकी निशानदेही पर सेटटॉप बॉक्स की बरामदगी की जा रही है।
सोनी इंटरप्राइजेज से जुड़े मुंबई के अरुण दुबे ने कर्नलगंज थाने में कटरा के आदिल अहमद के खिलाफ कॉपी राइट एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। अरुण दुबे ने बताया कि प्रयागराज से शिकायत मिली थी कि कुछ लोग सोनी पिक्चर्स का सिग्नल चोरी करके कंपनी को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इस जानकारी पर वह अपनी टीम के साथ प्रयागराज पहुंचे। डिस्ट्रीब्यूटर से मिली जानकारी के आधार पर उन्होंने सिग्नल चोरी करके पिक्चर दिखाने वाला सेटटॉप बॉक्स खरीदने के लिए कटरा के आदिल अहमद से संपर्क किया। 
आदिल ने 1300 में सेट टॉप बॉक्स दिया था। उस सेटटॉप बॉक्स को चेक किया तो पता चला कि उसमें सोनी के पेड चैनल भी दिख रहे हैं। इसी आधार पर उन्होंने आदिल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
अरुण दुबे की माने तो इस नकली सेटटॉप बॉक्स में सीसी कैम की मदद से एक नया सर्वर बना दिया गया है। इसके बाद उसे वाईफाई की मदद से उसको किसी भी डीटीएच से जोड़ देते थे। ऐसे में सोनी का पेड चैनल भी उसमें दिखने लगता है। इसकी शिकायत उन लोगों ने भी की थी जिन्होंने सोनी पिक्चर दिखाने के लिए कंपनी से समझौता किया था। कर्नलगंज इंस्पेक्टर विनीत सिंह ने बताया कि इस मामले में छानबीन चल रही है।

हत्या के प्रयास के मुकदमे के आरोपी को अरेस्ट किया

बृजेश केसरवानी         
प्रयागराज। थाना कौंधियारा पर पंजीकृत हत्या के प्रयास के मुकदमे के वाँछित आरोपी को आज कौंधियारा जारी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दर्ज मामला के बाद पुलिस द्वारा हर संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही थी, आज पकड़ने में कामयाबी मिली। पुलिस उप महानिरिक्षक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रयागराज सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी के निर्देशन में जनपद प्रयागराज में अपराध एवं अपराधियो के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान में एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित व सीओ बारा अवधेश कुमार शुक्ला के कुशल निर्देशन में थानाध्यक्ष प्रिंन्स दीक्षित के नेतृत्व में चौकी प्रभारी मनीष कुमार सिंह द्वारा हत्या के प्रयास के मुकदमे के वाँछित आरोपी राजेन्द्र मौर्या पुत्र पारस नाथ निवासी जारी थाना कौंधियारा प्रयागराज उम्र 30 वर्ष को आज करीब साढ़े इग्यारह बजे पुलिस हिरासत में लिया। पुलिस के अनुशार पुलिस हिरासत में आये हुए अपराधी को थाने पर ले गए। जहाँ आगे की कार्यवाही पूरा करते हुए न्यायालय भेजा गया।

किसी भी अधिकारी को अतिरिक्त कार्यभार नहीं दिया

राणा ओबरॉय          
पानीपत। मिली जानकारी के अनुसार, लगभग तीन सप्ताह से पानीपत में एसडीएम का पद रिक्त पड़ा हुआ है और जिले के किसी भी अधिकारी को अतिरिक्त कार्यभार नही दिया गया है। इसलिए स्थानीय लोगो में सरकार के प्रति घोर निराशा देखने को मिल रही है। क्योंकि, जो लोग अपना कामकाज छोड़कर अपना ड्राइविंग लाइसेंस व विहकल का रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए एसडीएम आफिस आते हैं। 
उन्हें कनिष्ठ अधिकारी एक ही जवाब देते हैं कि साहिब का तबादला हो गया है। इसलिए जब कोई नया एसडीएम आएगा। तब आपका काम होगा। तीन सप्ताह से यह जवाब सुनकर स्थानीय निवासियों में घोर निराशा देखने को मिल रही है। इसलिए खट्टर सरकार को चाहिए कि वह तुरन्त प्रभाव से पानीपत में एसडीएम की नियुक्ति करें। ताकि, पानीपत के लोगो की परेशानी दूर हो सके।

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। संसद सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर...