बुधवार, 23 जून 2021

सीएम द्वारा लखनऊ से ऑनलइन प्रसारण किया

कौशाम्बी। ऑनलाइन स्वरोजगार संगम ऋण वितरण मेला के आयोजन कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लखनऊ से ऑनलइन प्रसारण किया गया। मुख्यमंत्री ने अपने कर कमलों द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, ओडीओपी योजना, वित्त पोषण योजना एवं विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना सहित अन्य योजनाओं के लाभार्थियों को अपना स्वयं का उद्यम प्रारम्भ करने हेतु ऋण एवं टूलकिट का वितरण किया।
इसी क्रम में बुधवार को जिलाधिकारी सुजीत कुमार ने कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी कार्यालय कक्ष में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, ओडीओपी योजना एवं विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के 5 लाभार्थियों अजय कुमार, अनिल कुमार, राज कुमार, नत्थू लाल एवं आशा देवी को चेक वितरित किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी, जिला उद्योग अधिकारी सहित अन्य कर्मचारी एवं उद्यमीगण उपस्थित रहे।
उज्ज्वल केसरवानी

दिल्ली से चोरी की बाइक सहित आरोपी अरेस्ट किया

अतुल त्यागी                
हापुड़। दिल्ली से चोरी की गई मोटरसाइकिल पिलखुवा में बरामद हुई और आरोपी गिरफ्तार किया। पिलखुवा पुलिस ने एक ऐसे वाहन चोर को गिरफ्तार किया है, जिसने दिल्ली से मोटरसाइकिल चुराई थी। कप्तान के निर्देशों पर चलाए जा रहे चेकिंग अभियान के दौरान पिलखुवा पुलिस ने दिल्ली से चोरी की बाइक सहित गिरफ्तार किया। हापुड़ पुलिस द्वारा जनपद में अपराध की रोकथाम एवं शातिर/वाहन चोरों की गिरफ्तारी के लिए चलाए जा रहे अभियान के दौरान थाना पिलखुवा पुलिस ने एक शातिर वाहन चोर को गिरफ्तार किया। जिसके कब्जे से दिल्ली से चोरी की गई फर्जी नम्बर प्लेट लगी। एक मोटर साइकिल व एक अवैध चाकू बरामद किया। पिलखुवा पुलिस को सफलता मिलीं।

जन स्वास्थ्य संबंधी उचित कदम उठाने की सलाह दी

अकांशु उपाध्याय            
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश में डेल्टा प्लस स्वरूप (वेरिएंट) के लगभग 40 मामले सामने आए हैं। इसे चिंताजनक स्वरूप (वीओसी) के रूप में वर्गीकृत किया है। मंत्रालय ने बताया कि डेल्टा के अलावा डेल्टा प्लस समेत डेल्टा के सभी उप-वंशों को वीओसी की श्रेणी में रखा गया है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘ भारत में अब तक 45,000 से अधिक नमूनों के अनुक्रमण के बाद डेल्टा प्लस स्वरूप एवाई 1 के करीब 40 मामले महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं सामने आए हैं और इसकी मौजूदगी में कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं देखी गई है।
इन तीन राज्यों को सतर्कता बढ़ाने और जन स्वास्थ्य संबंधी उचित कदम उठाने की सलाह दी गई है। पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) ने 11 जून को एवाई 1 संबंधी रिपोर्ट दी थी, जिसके बाद नमूनों के विश्लेषण से पता चला कि इस स्वरूप के संक्रमण का पहला मामला महाराष्ट्र से एकत्र किए गए नमूने में मिला। यह नमूना पांच अप्रैल को एकत्र किया गया था। बयान में बताया गया कि 18 जून तक दुनिया भर में एआई 1 स्वरूप के 205 अनुक्रमों का पता चला, जिनमें से 50 फीसद मामलों का पता अमेरिका और ब्रिटेन में चला।इंडियन सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम’  (आईएनएसएसीओजी) ने हाल में वायरस के इस स्वरूप (डेल्टा, बी.1.617.2) की पहचान की थी। यह स्वरूप दुनिया के नौ अन्य देशों में भी पाया गया है। आईएनएसएसीओजी राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं का एक समूह है।
जिसे केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने गठित किया है। आईएनएसएसीओजी वायरस के नए स्वरूपों तथा महामारी के साथ उनके संबंधों का पता लगा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया भर में वायरस के कई स्वरूप सामने आने के मद्देनजर उन्हें वीओसी (वेरिएंड ऑफ कंन्सर्न यानी चिंताजनक स्वरूप) और वीओआई (वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट यानी रुचि के स्वरूप) के रूप में वर्गीकरण किया है। बयान के अनुसार, डेल्टा स्वरूप के साथ साथ डेल्टा प्लस समेत डेल्टा वंश के सभी स्वरूपों को वीओसी में रखा गया है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘सभी डेल्टा उप-वंशों को वीओसी माना जाता है, हालांकि एवाई.1 के संबंध में अभी जांच की जा रही है। वर्तमान में, भारत में एवाई 1 के मामले कम हैं। एवाई.1 के ज्यादातर मामले यूरोप, एशिया और अमेरिका के नौ देशों में सामने आए हैं। गोवा सरकार ने महाराष्ट्र में कोविड-19 के डेल्टा प्लस स्वरूप के मामले सामने आने के मद्देनजर निकटवर्ती राज्य के साथ लगती सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी है। राज्य के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि गोवा में कोविड-19 के डेल्टा स्वरूप के मामले सामने आए है।
लेकिन राज्य में ‘डेल्टा प्लस’ का अभी तक एक भी मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा कि गोवा से सटे महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में डेल्टा प्लस स्वरूप के मामले सामने आए हैं, ऐसे में सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। सावंत ने बताया कि गोवा में कोविड-19 के डेल्टा स्वरूप के 26 मामले सामने आए हैं, जो पुणे की प्रयोगशाला में भेजे गए नमूनों में पाए गए। उन्होंने कहा कि गोवा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पणजी के पास स्थित), उत्तरी गोवा जिला अस्पताल (मापुसा), दक्षिण गोवा जिला अस्पताल (मडगांव) और विक्टर अस्पताल (मडगांव) कोविड-19 रोगियों के नमूने एकत्र कर रहे हैं जिन्हें पुणे स्थित प्रयोगशाला में स्वरूप की जांच के लिए भेजा जाता है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने गोवा एवं महाराष्ट्र की सीमा के पास निजी प्रयोगशालाओं को अपने केंद्र स्थापित करने की अनुमति दी है। 
उन्होंने कहा, ‘‘यदि हमें कोई संदिग्ध (गोवा में प्रवेश करने वाला कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति) मिलता है, तो उसे पृथक-वास में रखा जाता है और राज्य में प्रवेश से पहले उसकी जांच की जाती है।
राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, गोवा में मंगलवार को संक्रमण के 303 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,64,957 हो गए तथा 11 और लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 3,008 हो गई। कर्नाटक में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस स्वरूप का पहला मामला मैसुरू में सामने आया है। हालांकि संक्रमित व्यक्ति में रोग के कोई लक्षण नहीं हैं तथा उसके संपर्क में आया कोई भी व्यक्ति संक्रमित नहीं है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने बुधवार को यह जानकारी दी। सुधाकर ने संवाददाताओं से कहा, “मैसुरु में एक मरीज डेल्टा प्लस स्वरूप से संक्रमित है।
जिसे हमने अलग कर दिया है, लेकिन उसमें संक्रमण के कोई लक्षण नहीं हैं।’’ उन्होंने कहा कि उसके संपर्क में आया कोई भी व्यक्ति संक्रमित नहीं है जो एक अच्छा संकेत है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नए स्वरूपों को लेकर सावधानीपूर्वक निगरानी कर रही है और राज्य में छह जीनोम प्रयोगशालाएं स्थापित करने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में प्रतिदिन लगभग 1.5 लाख से दो लाख कोविड-19 जांच की जा रही है।

स्वामी रामदेव ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया

अकांशु उपाध्याय             
नई दिल्ली। एलोपैथी को लेकर की गयी अपनी हालिया विवादित टिप्पणी के कारण देश के विभिन्न राज्यों में दर्ज प्राथमिकी को दिल्ली स्थानांतरित किये जाने को लेकर स्वामी रामदेव ने उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। योग गुरू स्वामी रामदेव ने शीर्ष अदालत में याचिका दायर करके अलग-अलग राज्यों में दर्ज हुई प्राथमिकी के मद्देनजर किसी भी प्रकार की दंडात्मक कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की है। बाबा रामदेव ने देश के अलग-अलग हिस्सों में दर्ज प्राथमिकी को एक साथ करने की मांग की है।
इतना ही नहीं, उन्होंने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की पटना और रायपुर इकाई द्वारा दर्ज मुकदमों में कोई भी दंडात्मक कार्रवाई न करने की मांग की है।

रोज 12 लाख लोगों को टीका लगाने के निर्देश: यूपी

हरिओम उपाध्याय             
लखनऊ। वैश्विक महामारी कोविड-19 की दूसरी लहर पर नियंत्रण लगाने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार टीकाकरण अभियान की रफ्तार बढाने की तैयारी में है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक जुलाई से हर रोज दस से 12 लाख लोगों को कोरोना का टीका लगाने के निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कोविड-19 प्रबंधन के लिये गठित टीम-09 की बैठक में कहा कि जून के लिए उत्तर प्रदेश ने एक करोड़ वैक्सीनेशन के लक्ष्य तय किया है। अब तक 89 लाख से अधिक डोज एडमिनिस्टर किये जा चुके हैं। 21 जून से प्रारंभ हुए वैक्सीनेशन महाभियान के लगातार दूसरे दिन निर्धारित 06 लाख के लक्ष्य से अधिक लोगों को टीका-कवर प्रदान किया गया। पहले दिन जहां 07 लाख 29 हजार 197 लोगों को टीका-कवर प्रदान किया गया था, वहीं कल 22 जून को 08 लाख 24 हजार 08 लोगों ने टीका-कवर प्राप्त किया। 
अब तक 02 करोड़ 72 लाख 53 हजार से अधिक वैक्सीन डोज एडमिनिस्टर किये गए हैं। 41 लाख से अधिक लोगों ने वैक्सीन के दोनों डोज प्राप्त कर लिए हैं। उन्होने कहा कि कल हुए 08 लाख से अधिक वैक्सीनेशन में 05 लाख 32 हजार से अधिक लोग 18 से 44 आयु वर्ग के हैं। टीकाकरण के लिए ब्लॉक को आधार बनाकर गांवों में वैक्सीनेशन को तेज करने का पायलट प्रोजेक्ट चल रहा है। एक जुलाई से क्लस्टर आधारित इस कार्ययोजना को सभी जिलों में लागू किया जाए। एक जुलाई से हर दिन 10 से 12 लाख वैक्सीन लगाने के लक्ष्य के सापेक्ष तैयारी की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि लगातार कोशिशों से उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर की स्थिति नियंत्रण में है। संक्रमण दर न्यूनतम स्थिति में है। वर्तमान में 3,666 कोरोना मरीज उपचाराधीन हैं। प्रदेश में कोरोना से स्वस्थ हुए लोगों की संख्या 16 लाख 78 हजार 788 हो चुकी है। 
प्रदेश की कोविड रिकवरी दर 98.5 फीसदी हो गई है, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.1 फीसदी है। प्रदेश में अब तक 05 करोड़ 59 लाख 99 हजार 840 टेस्ट हो चुके हैं। उन्होने बताया कि पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 02 लाख 69 हजार 472 कोविड टेस्ट किए गए। इसी अवधि में संक्रमण के 208 नए मामले आये हैं, जबकि 302 मरीज उपचारित होकर स्वस्थ हुए हैं। 2,205 लोग होम आइसोलेशन में हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश, ऑक्सीजन जेनेरेशन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो रहा है। सभी 75 जिलों में सवा 05 सौ से अधिक ऑक्सीजन प्लांट स्थापित कराये जा रहे हैं। अब तक 110 प्लान्ट क्रियाशील हो चुके हैं। प्लांट स्थापना से जुड़े कार्यों की सतत समीक्षा की जाए।

चार धाम यात्रा शुरू करने की इजाजत देनी चाहिए

पंकज कपूर             
देहरादून। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कहा है, कि कोरोना की दूसरी लहर का कहर अब धीमा पड़ गया है और जन जीवन भी सामान्य होता जा रहा है। इसलिए उत्तराखंड सरकार को चार धाम यात्रा शीघ्र शुरू करने की इजाजत देनी चाहिए। श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता एवं दूधेश्वरनाथ मठ गाजियाबाद के श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा है कि अखाड़ा परिषद के महामंत्री एवं श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीहरिगिरी महाराज ने उत्तराखंड सरकार से बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम में श्रद्धालुओं को दर्शन करने की अनुमति देने की अपील की और कहा कि जब स्थिति सामान्य हो रही है तो कोरोना से बचाव के नियमों का सख्ती से पालन करने के साथ यात्रा की अनुमति दी जानी चाहिए। 
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में स्थित ये चारों धाम सिर्फ गर्मियों में सिर्फ छह महीने के लिए खुलते हैं और इन धामों में यात्रा का यही सर्वोत्तम काल होता है। कोरोना की दूसरी लहर का असर भी अब कम हो गया है और उत्तराखंड शासन ने भी अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
इसलिए राज्य सरकार को चारों धामों की यात्रा कोरोना दिशानिर्देशों के पालन के साथ प्रारंभ करने की अनुमति देनी जानी चाहिए। प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पवित्र गंगा में स्नान की अनुमति प्रदान कर दी है और प्रयागराज में लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगायी है। लेकिन उत्तराखंड में गंगा में श्रद्धालुओं को स्नान की अभी अनुमति नहीं है। उन्होंने कहा कि इससे राज्य का पर्यटन उद्योग भी प्रभावित हो रहा है। इसलिए चार धाम यात्रा की अनुमति दी जानी चाहिए।

10 बच्चों को जन्म देने वाली महिला को अरेस्ट किया

जोहानसबर्ग। दक्षिण अफ्रीका की एक महिला ने कुछ दिनों पहले दावा किया था कि उसने एक साथ 10 बच्चों को जन्म दिया है। इस महिला के बारे में अब कहा जा रहा है कि उसने खुद से ये कहानी बनाई थी। पुलिस ने इस महिला को अरेस्ट कर लिया है और उसे एक अस्पताल के मनोरोग वार्ड में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने 37 साल की महिला गोसियामी को जोहानसबर्ग में एक रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार किया है। इस महिला को लेकर उनके पार्टनर तेबोहो सोतेत्सी ने दावा किया था कि इस खबर के वायरल होने के बाद से ही ना तो वे गोसियामी को मिल पाए हैं और ना ही इन बच्चों को उन्होंने देखा है। 
37 साल की इस महिला ने 7 जून को सुर्खियां बटोरी थीं जब दक्षिण अफ्रीका की स्थानीय मीडिया में सामने आया था कि इस महिला ने 10 बच्चों को एक साथ जन्म दिया है। तेबोहो ने शुरुआत में खुद ही मीडिया को इन बच्चों को लेकर जानकारी दी थी लेकिन कुछ दिनों बाद वे अपने बयान से पलट गए थे। तेबोहो ने कहा था कि गोसियामी ना तो अपनी लोकेशन के बारे में कोई जानकारी दे रही है और ना ही बच्चों को लेकर कुछ बता रही है। दक्षिण अफ्रीका नेशनल डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ का कहना है कि उन्होंने खुद जांच की है और पाया है कि इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं कि इस महिला ने एक साथ 10 बच्चों को पैदा किया है।

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में भक्तो...