मंगलवार, 22 जून 2021

फूड प्रासेसिंग फैक्ट्रियां स्थापित, 4074.02 करोड़

हरिओम उपाध्याय                 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के ग्रामीण अंचलों में फल और सब्जियों के प्रसंस्करण की क्षमता बढ़ाने को लेकर जागरूकता बढ़ी है। छोटे-छोटे कारोबारी ग्रामीण क्षेत्रों में सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत फूड प्रोसेसिंग (खाद्य प्रसंस्करण) यूनिट लगाने में रूचि दिखा रहे हैं। इन छोटे कारोबारियों को सरकार 10 लाख रुपये तक लागत वाली फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने पर 35 प्रतिशत की दर से ऋण में सब्सिडी देकर उनका उत्साह बढ़ा रही है जिसके चलते गावों में छोटे उद्योगों को आधुनिक बनाने और फूड प्रोसेसिंग की क्षमता बढ़ाने को लेकर तमाम प्रस्ताव उद्यान विभाग को प्राप्त हुए हुए जिन्हे जल्द ही मंजूरी मिल जायेगी।आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सरकार ने इस वित्तीय वर्ष में 9301 सूक्ष्म खाद्य फूड प्रोसेसिंग उद्यमों को बढ़ावा देने का लक्ष्य तय किया है। इन उद्यमों में करीब 20 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। और हजारों किसानों को उनके उत्पाद की वाजिब कीमत मिल गांव में ही मिलेंगी, उन्हें लाभ होगा। उत्तर प्रदेश देश में फल और सब्जियों का सबसे बड़ा उत्पादक है। फिर भी राज्य में उत्पादित फल और सब्जियों की 10 फीसदी से कम की ही प्रोसेसिंग हो पाती थी। बड़ी मात्रा में जल्द खराब होने वाले खाद्य पदार्थ हर साल बर्बाद हो जाते थे। जिसके चलते किसानों को उनकी फसल का वाजिब दाम नहीं मिल पाता था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों की दिक्कतों को दूर करने के लिए कई फैसले लिए। किसानों के कर्ज को माफ़ करने के बाद किसानों को गन्ना, धान तथा गेहूं की खरीद का मूल्य दिलाने की व्यवस्था लागू की और इसके साथ ही फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में निवेश को बढ़ाबा देने के लिए खाद्य प्रसंस्करण नीति 2017 तैयार कराई।सूत्रों ने बताया कि इस नीति में फूड प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करने वाले उद्यमी को कई तरह की रियायते देने का ऐलान किया गया। प्रदेश सरकार की इस नीति से प्रभावित होकर वर्ष 2018 से अब तक 4109.74 करोड़ रुपए की लागत वाले 803 आवेदन उद्यमियों से प्राप्त हुए। इन आवेदनों में फल -सब्जी प्रसंस्करण के 81, उपभोक्ता उत्पाद के 232, खाद्यान्न मिलिंग के 397, हर्बल प्रोसेसिंग के 03, दुग्ध प्रसंस्करण के 35, तिलहन प्रसंस्करण के 27, दलहन प्रसंस्करण के 15, मांस प्रसंस्करण के 08, रेफर वैन के 10, मेगा फ़ूड पार्क और एग्रो प्रोसेसिंग का एक प्रस्ताव है। इन उद्योगों के लिए सरकार के स्तर से उद्यमियों को जमीन उपलब्ध कराई गई है और कई यूनिटों में उत्पादन भी शुरु हो गया है। इसके अलावा बड़े उद्योगपतियों ने भी प्रदेश सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर अपनी इकाई राज्य में लगाने की पहल ही है। इन उद्योगपतियों ने बीते चार सालों में 9105.58 करोड़ रुपए की लागत वाली 139 फूड प्रासेसिंग यूनिट (फैक्ट्री) राज्य में स्थापित करने के प्रस्ताव सरकार को सौंपे, जिनमें से 101 से फूड प्रासेसिंग फैक्ट्रियों में उत्पादन शुरू हो गया है। इन 101 से फूड प्रासेसिंग फैक्ट्रियों की स्थापना पर 4074.02 करोड़ रुपए की लागत आयी है और इन फूड प्रासेसिंग फैक्ट्रियों में 20,176 लोगों को रोजगार मिला है। जबकि 38 फूड प्रासेसिंग फैक्ट्रियों के निर्माण का कार्य चल रहा है। इन फैक्ट्रियों में 21,111 लोगों को रोजगार मिलेगा।

दूसरी तिमाही में कारों की कीमतों में बढ़ोतरी: मारुति

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार विनिर्माता मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने सोमवार को कहा कि कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते वह चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में अपनी कारों की कीमतों में बढ़ोतरी करेगी। एमएसआई के कार्यकारी निदेशक (बिक्री एवं विपणन) शशांक श्रीवास्तव ने बताया, ”इस्पात और कुछ कीमती धातुओं, जैसे रोडियम और पैलेडियम की कीमतें काफी बढ़ गई हैं। अप्रैल में हमने उपभोक्ताओं पर बढ़ी हुई लागत का एक हिस्सा यह सोचकर डाला था, कि इन वस्तुओं की कीमतें आखिरकार नीचे आ जाएंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अंतिम उपाय के रूप में हम कंपनी की वित्तीय सेहत को बचाने के लिए ऐसा कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि इस्पात की कीमत 38 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 68 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है, जबकि रोडियम की कीमत 19,000 रुपये प्रति ग्राम से बढ़कर लगभग 66,000 रुपये प्रति ग्राम हो गई है, जिससे उत्पादन लागत प्रभावित हुई है। दुनिया भर में सख्त उत्सर्जन मानकों को लागू किए जाने के चलते रोडियम और पैलेडियम की मांग कई गुना बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि इस बात का कोई संकेत नहीं है कि निकट भविष्य में इन धातुओं की कीमतों में कमी आएगी, इसलिए बढ़ी हुई कीमतों के भार का कुछ हिस्सा जुलाई-सितंबर तिमाही में उपभोक्ताओं पर डाला जाएगा। इससे पहले मारुति सुजुकी ने शेयर बाजार को बताया, ”पिछले एक साल में विभिन्न कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण कंपनी के वाहनों की लागत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। 
ऐसे में कंपनी के लिए कीमतों में बढ़ोतरी के जरिये उपरोक्त अतिरिक्त लागत का कुछ प्रभाव ग्राहकों पर डालना अनिवार्य हो गया है। कंपनी ने अभी यह नहीं बताया कि कीमतों में कितनी बढ़ोतरी की जाएगी। वाहन कंपनी ने इससे पहले अप्रैल में भी कीमतों को बढ़ाया था। कंपनी ने कहा कि कीमतों में वृद्धि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर अवधि) में की जाएगी और यह विभिन्न मॉडलों के लिए अलग-अलग होगी।

अपना नाम बदलकर लोगों के दिल में जगह बनाएं

मनोज सिंह ठाकुर                      
ग्वालियर। भाजपा के राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस को सलाह दी है कि वह अपना नाम बदलकर लोगों के दिल में जगह बनाए। सिंधिया ग्वालियर का नाम बदलने की कांग्रेस नेताओं की हालिया मांग के बारे पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। सिंधिया ने कहा, ” कोरोना जैसी महामारी के समय कांग्रेस नेताओं को राजनीति दिखाई दे रही है। पहले बोले कि वैक्सीन (टीके) नहीं लगवाना, फिर कहा गया कि वैक्सीन में किसी का मांस मिला हुआ है और ऐसे लोग ही स्वयं वैक्सीन लगवाने के लिए भाग रहे हैं। 

अब नाम बदलने में इतनी ही रुचि है तो कांग्रेस को चाहिए कि पहले वे अपनी पार्टी का नाम बदल लें और दोबारा से जनता के मन व दिल में स्थान बनाएं। मालूम हो कि ग्वालियर के कुछ स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने 18 जून को ग्वालियर का नाम बदलकर महारानी लक्ष्मीबाई नगर करने की मांग की थी। सिंधिेया ने कहा, ” हमारे प्रधानमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि कांग्रेस नामदार लोगों की पार्टी है और भाजपा कामदार लोगों की।” उन्होंने बताया कि ग्वालियर में जल्द ही एक हजार बिस्तर की क्षमता वाला अस्पताल शुरु किया जाएगा। सिंधिया भाजपा में शामिल होने से पहले कांग्रेस में थे।

ट्रेन और बस की टक्कर लगने से 2 लोगों की मौंत

काहिरा। मिस्र की राजधानी काहिरा के समीप हेलवान शहर में ट्रेन और बस की टक्कर होने से दो लोगों की मौत हो गई एवं छह अन्य घायल हो गए। स्वास्थ्य मंत्रालय यह जानकारी दी है। मंत्रालय के प्रवक्ता खालिद मुजाहिद ने यहां जारी बयान में बताया कि सोमवार को हुई इस दुर्घटना में यात्रियों को मामूली चोटें आई हैं और फ्रैक्चर हुआ है। घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिये घटनास्थल पर 16 एम्बुलेंस पहुंची। मुजाहिद ने बताया कि सभी घायलों का अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।

24 घंटे में कोरोना के 42,640 नए मामलें सामने आएं

अकांशु उपाध्याय           

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) के मामलों में आ रही कमी के बीच पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के 42,640 नये मामले सामने आये और यह संख्या पिछले 91 दिनों में सबसे कम है। इस बीच सोमवार को 86 लाख 16 हजार 373 लोगों को कोरोना के टीके लगाये गये। देश में अब तक 28 करोड़ 87 लाख 66 हजार 201 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में कोरोना के 42,640 नये मामले सामने आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर दो करोड़ 99 लाख 77 हजार 861 हो गया है। इस दौरान 81 हजार 839 मरीजों के स्वस्थ होने के बाद इस महमारी को मात देने वालों की कुल संख्या बढ़कर दो करोड़ 89 लाख 26 हजार 038 हो गई हैं। सक्रिय मामले 40 हजार 366 कम होकर छह लाख 62 हजार 521 रह गये हैं। इसी अवधि में 1,167 मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर तीन लाख 89 हजार 302 हो गया है। देश में सक्रिय मामलों की दर कम होकर 2.21 फीसदी, रिकवरी दर बढ़कर 96.49 फीसदी और मृत्यु दर 1.30 फीसदी हो गई है।

महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में सक्रिय मामलों में 7,840 कमी आने के बाद यह संख्या घटकर 1,27,523 रह गयी है। इसी दौरान राज्य में 13,758 और मरीजों के स्वस्थ हाेने के बाद कोरोनामुक्त होने वालों की तादाद बढ़कर 57,33,215 हो गयी है। जबकि 352 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 1,18,313 हो गया है। केरल में इस दौरान सक्रिय मामले 6,241 कम होकर 1,00,135 रह गये हैं तथा 13,596 मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोना को मात देने वालों की संख्या बढ़कर 27,04,554 हो गयी है। जबकि 94 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या 12,154 हो गयी है।

मिजोरम के मंत्री ने सरकारों को करारा झटका दिया

अकांशु उपाध्याय                          
आइजोल। जनसंख्या नियंत्रण के प्रयासों में लगी केंद्र और कई राज्य सरकारों को मिजोरम के एक मंत्री ने अनोखा ऐलान करते हुए करारा झटका दिया है। खेलमंत्री ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में सबसे अधिक बच्चों वाले माता-पिता को 100000 रूपये की नकद प्रोत्साहन राशि देने के साथ एक प्रमाण-पत्र और एक ट्राफी दिए जाने की भी घोषणा की है। बढ़ती जनसंख्या के कारण पैदा हो रही अव्यवस्थाओं को थामने के लिए देश के कई राज्य जनसंख्या नियंत्रण नीति का समर्थन कर रहे हैं। 
उत्तर प्रदेश में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर एक मसौदा भी तैयार किया जा रहा है। ऐसे हालातों के बीच मिजोरम के खेल मंत्री राबर्ट रोमाविया रोयते ने एक अटपटी घोषणा करते हुए कहा है कि वह अपने विधानसभा क्षेत्र आइजोल पूर्वी-2 में सर्वाधिक संतान वाले पुरुष या महिला को 100000 रूपये की नगद प्रोत्साहन राशि देने के साथ उसे एक प्रमाण पत्र और एक ट्राफी भी देंगे। दरअसल खेलमंत्री रोमाविया रोयते के इस कदम का उद्देश्य कम जनसंख्या वाले मिजो समुदायों को जनसंख्या वृद्धि के लिए प्रोत्साहित करना है। खेलमंत्री ने कहा है कि मिजो समुदाय में जनसंख्या वृद्धि की दर का कम होना अत्यंत गंभीर चिंता का विषय है। मिजोरम में कई मिजो जनजातियां निवास करती हैं। अरुणाचल प्रदेश के बाद मिजोरम का जनसंख्या घनत्व देश में सबसे कम है। 
उधर बढती जनसंख्या को जूझ रहे मिजोरम के पड़ोसी राज्य असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिसवा सरमा ने हाल ही के दिनों में घोषणा की थी कि उनकी सरकार क्रमिक रूप से 2 बच्चों की नीति राज्य में लागू करेगी। इस बीच उत्तर प्रदेश के विधि आयोग के अध्यक्ष आदित्यनाथ मित्तल ने भी कहा है कि बढ़ती जनसंख्या पर रोक लगनी चाहिए। क्योंकि यह राज्य में तरह-तरह की समस्याएं पैदा कर रही है। इसके लिए उन्होंने एक मसौदा भी तैयार करना शुरू कर दिया है। जिसे जल्दी राज्य सरकार को लागू करने के लिए सौंप दिया जाएगा।

खतरों का 'मुकाबला' करने के लिए​ तैयार हैं राफेल

अकांशु उपाध्याय           

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के ​​​​हाशिमारा एयरबेस में​ ​​​राफेल ​फाइटर जेट की दूसरी ​स्क्वाड्रन ​​चीन के साथ पूर्वी मोर्चे पर खतरों का मुकाबला करने के लिए​ तैयार है​​। भारतीय वायुसेना ने पांच ​​​जेट विमानों के साथ शुरू की गई इस दूसरी स्क्वाड्रन ​का नाम 101 ​​'फाल्कन्स ऑफ चंब और अखनूर' ​रखा है।​ हालांकि स्क्वाड्रन ​शुरू करने का ​​औपचारिक समारोह ​​कोरोना महामारी की वजह से नहीं हो पाया है। लेकिन अगले एक या दो महीने के भीतर होने की सम्भावना है। फ्रांस के साथ ​सितम्बर, 2016 में​ हुए ​59​ हजार करोड़ रुपये के सौदे के तहत ​36 में से अब तक सात खेपों में 23 राफेल जेट भारत आ चुके हैं​ वायुसेना को मिलने वाले 36 राफेल विमानों में से 30 युद्धक विमान और छह प्रशिक्षण विमान होंगे फ्रांसीसी कम्पनी से पांच राफेल जेट का पहला जत्था 29 जुलाई​, 2020 को अंबाला एयरबेस पहुंचा था। 

भारतीय वायुसेना ने औपचारिक रूप से इन फाइटर जेट्स को अपने बेड़े में 10 सितम्बर को शामिल किया था। पश्चिमी और पूर्वी मोर्चों पर 'टू फ्रंट वार' की तैयारियों के बीच राफेल फाइटर जेट की मिसाइल स्कैल्प को पहाड़ी इलाकों में अटैक करने के लिहाज से अपग्रेड किया ​गया है।​ ​एलएसी पर चीन से तनातनी के बीच भारत ने राफेल लड़ाकू विमानों को लद्दाख के फ्रंट-लाइन एयरबेस पर तैनात किया है। वायुसेना की एक स्क्वाड्रन 16 युद्धक विमानों और पायलट ट्रेनिंग के दो विमानों से मिलकर बनती है। राफेल के लिए अम्बाला में बनाई गई पहली 17 'गोल्डन एरोज' स्क्वाड्रन 18 जेट्स मिलने के बाद पूरी हो गई है। भारत को अब तक मिले 23 विमानों में से 5 राफेल जेट विमानों के साथ अब पश्चिम बंगाल के हाशिमारा एयरबेस ​की ​दूसरी ​​स्क्वाड्रन शुरू​ की गई है। पूर्वी लद्दाख में चीन से चल रही तनातनी के बीच राफेल फाइटर जेट्स की इस दूसरी स्क्वाड्रन की जिम्मेदारी सिक्किम से लेकर अरूणाचल प्रदेश तक से सटी एलएसी की होगी। 

पूर्वी क्षेत्र में चीन-भूटान ट्राइ-जंक्शन के बेहद करीब ​​हाशिमारा ​एयर​बेस उसी विवादित डोकलाम इलाके के बेहद करीब है, जहां वर्ष 2017 में भारत और चीन की सेनाओं के बीच 75 दिन लंबा टकराव हुआ था। ​​​ एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने 19 जून को वायुसेना अकादमी डुंडीगल में आयोजित संयुक्त स्नातक परेड (सीजीपी) को संबोधित करते हुए कहा था कि शेड्यूल के अनुसार 2022 तक सभी 36 राफेल विमानों को भारतीय वायुसेना में शामिल कर लिया जायेगा। हाशिमारा ​एयर​बेस स्थित 101 ​​स्क्वाड्रन पहले पुराने मिग-21 लड़ाकू विमानों को संचालित करती थी। भारतीय वायु सेना ने ​​पश्चिम बंगाल के हाशिमारा एयरबेस ​को '101 फाल्कन्स ऑफ चंब और अखनूर' ​नाम दिया है​ ​​​राफेल ​फाइटर जेट की दूसरी ​स्क्वाड्रन चीन के साथ पूर्वी मोर्चे पर खतरों का मुकाबला करने के लिए है। 

ग्रुप कैप्टन रोहित कटारिया 17 स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर हैं, जबकि ग्रुप कैप्टन नीरज झाम्ब 'जैमी' 101 स्क्वाड्रन के प्रमुख हैं यानी इन्हीं दोनों वायुसेना अधिकारियों के हाथों में राफेल जेट की कमान होगी। ​दोनों एयरबेस पर राफेल के लिए हैंगर, शेल्टर, मेंटेनेंस सुविधाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किए गए हैं। चीन के साथ 1962 की लड़ाई के बाद हासिमारा एयरबेस का निर्माण किया गया था। यह एयरबेस सिक्किम-भूटान-तिब्बत के ट्राइ-जंक्शन के करीब है। तेजपुर और चबुआ में पहले से ही रूसी मूल के सुखोई-30 एमकेआई तैनात हैं। हाशिमारा एयरबेस पर राफेल की तैनाती हो जाने से पूर्वी मोर्च पर वायु सेना की ताकत और बढ़ जाएगी। राफेल घातक हथियार पैकेज, उन्नत एवियोनिक्स, रडार और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली से लैस हैं। 

ताकि दुश्मन के हवाई क्षेत्र में बेहतर हमले सुनिश्चित किये जा सके। राफेल 300 किलोमीटर से अधिक दूरी की हवा से जमीन पर मार करने वाली क्रूज मिसाइल स्कैल्प मिसाइल और 120 से 150 किमी की स्ट्राइक रेंज के साथ हवा से हवा में मार करने वाली उल्का मिसाइलों से भी लैस हैं। 

अभिनेत्री नम्रता ने अपनी कुछ तस्वीरें शेयर की

अभिनेत्री नम्रता ने अपनी कुछ तस्वीरें शेयर की  कविता गर्ग  मुंबई। भोजपुरी सिनेमा की बोल्ड अदाकारा नम्रता मल्ला ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर ...