हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से तीन महीने तक 14.81 करोड़ लाभार्थियों को मुफ्त राशन वितरण रविवार से शुरू हो गया। प्रदेश सरकार 80 हजार कोटेदारों के माध्यम से गरीब व बेसहारा लोगों को राशन वितरण कर रही है। वहीं, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना तहत जो लाभार्थियों को राशन वितरण किया जा रहा है। वह भी पूर्व की तरह जारी रहेगा। ऐसे में इतने विशाल स्तर पर निःशुल्क राशन वितरण का यह अपनी तरह का सबसे बड़ा अभियान है। मुख्यमंत्री ने कोविड प्रोटोकाल के तहत सरकारी राशन की दुकानों से टोकन सिस्टम के तहत राशन वितरित किए जाने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि राज्य सरकार की ओर से अंत्योदय और पात्र गृहस्थी राशन कार्डधारकों को 30 जून तक राशन दिया जाएगा। इसके अलावा जुलाई और अगस्त में भी मुफ्त राशन दिया जाएगा। वहीं, अंत्योदय कार्डधारकों को न्यूनतम दर पर तीन किलो चीनी भी दी जाएगी। अन्त्योदय कार्डधारकों को 35 किलो राशन (20 किलो गेहूं और 15 किलो चावल) और पात्र गृहस्थी राशन कार्डों से सम्बद्ध यूनिटों पर पांच किलो राशन प्रति यूनिट (तीन किलो गेहूं और दो किलो चावल) दिया जाएगा। वहीं, ‘प्रधानमंत्री गरीब अन्न कल्याण योजना’ के तहत भी नवम्बर तक राशन लाभार्थियों को मुफ्त दिया जाएगा। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि अन्त्योदय राशन कार्डधारक 1 करोड़ 30 लाख 07 हजार 969 और पात्र गृहस्थी राशन कार्डधारक 13करोड़ 41 लाख 77 हजार 983 मिलाकर कुल लगभग 14.81 करोड़ लाभार्थियों को राशन वितरण किया जाना है। इस योजना से दिहाड़ी मजूदर, पटरी दुकानदार, व ठेला लगाने वाले सैकड़ों लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
इसके अलावा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत प्रदेश में जो राशन वितरण किया जा रहा है। वह पहले की तरह जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि कोविड प्रोटोकाल के तहत उचित दर की दुकानों पर राशन वितरण के दौरान टोकन सिस्टम लागू किया जाएगा। इसमें दुकान पर एक समय में पांच उपभोक्ता ही मौजूद रहेंगे। सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए दो उपभोक्ताओं के बीच दो गज की दूरी रखी जाएगी। वहीं, ई पॉस से वितरण के दौरान दुकानों पर सेनीटाइजर, साबुन व पानी अनिवार्य रूप से रखना होगा। इसके उपयोग के बाद ही उपभोक्ता ई पॉस मशीन का प्रयोग करेगा।