शनिवार, 19 जून 2021

बांह पर काली पट्टी बांधकर खेलेंगी क्रिकेट टीम

साउथम्पटन। भारतीय क्रिकेट टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के दूसरे दिन फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह के प्रति सम्मान स्वरूप बांह पर काली पट्टी बांधकर खेलेगी। मिल्खा सिंह का कोरोना संक्रमण से जूझने के बाद कल देर रात चंडीगढ में निधन हो गया। कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री समेत शीर्ष भारतीय खिलाड़ियों ने ट्विटर पर शोक संदेश पोस्ट किया है। इसके अलावा पूरी भारतीय टीम बांह पर काली पट्टी बांधकर खेल रही है। ओलंपिक खेल के किसी महान खिलाड़ी की याद में भारतीय क्रिकेट टीम के बांह पर काली पट्टी बांधकर खेलने का यह दुर्लभ मौका है।

बीसीसीआई की मीडिया सेल ने पोस्ट किया, ‘भारतीय क्रिकेट टीम मिल्खा सिंह की याद में बांह पर काली पट्टी बांधकर खेल रही है।’’ इससे पहले कोहली ने ट्वीट किया ,‘‘ उन्होंने पूरे देश को उत्कृष्टता के लिये प्रेरित किया। उन्होंने कभी हार नहीं मानने और अपने सपने पूरे करने के लिये कोशिश करने की प्रेरणा दी । रेस्ट इन पीस मिल्खा सिंह। आपको कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।


6 कर्मियों के परिवारों को 1-1 करोड़ रुपये की राशि

अकांशु उपाध्याय               

नई दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को कहा कि अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए जान गंवाने वाले वायुसेना, दिल्ली पुलिस और असैन्य सुरक्षा के छह कर्मियों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। सिसोदिया ने बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार देश की सेवा करते हुए शहीद हुए जवानों के परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। उन्होंने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘जवानों का शहीद होना एक अपूरणीय क्षति होती है। केजरीवाल सरकार ने सत्ता में आने के बाद ऐसे कर्मियों के परिवारों को अनुग्रह राशि मुहैया करने के लिए योजना शुरू की है, ताकि यह उनके लिए आय का स्रोत बन सके और वे गरिमा के साथ जीवन जी सकें।’’

मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में 6 नए जजों की नियुक्ति हुईं

मनोज सिंह ठाकुर                     
भोपाल। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में 6 नए जजों की नियुक्ति हुई है। कॉलेजियम की अनुशंसा पर राष्ट्रपति द्वारा 6 न्यायिक अधिकारियों को हाईकोर्ट जज बनाए जाने के आदेश भी जारी किए गए हैं। इंदौर बेंच के प्रिंसिपल रजिस्टर अनिल वर्मा भी हाईकोर्ट के जज बन गए हैं। सर्वोच्च न्यायालय के कॉलेजियम ने वरिष्ठ जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिल वर्मा, अरुण कुमार शर्मा, सत्येंद्र कुमार सिंह ,सुनीता यादव, दीपक कुमार अग्रवाल तथा राजेंद्र कुमार वर्मा को मध्यप्रदेश हाईकोर्ट का न्यायाधीश बनाने की अनुशंसा राष्ट्रपति से की थी।
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में न्यायाधीशों के 53 पद हैं। वर्तमान में मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या 23 है, जिसमें से चार न्यायाधीश इसी वर्ष सेवानिवृत्त होने वाले हैं। सर्वोच्च न्यायालय की कॉलेजियम ने पूर्व में अधिवक्ता प्रणय वर्मा, अधिवक्ता विवेक शरण तथा अधिवक्ता निधि पाटनकर को न्यायाधीश बनाने की अनुशंसा की थी, जिस पर निर्णय लिया जाना लंबित है।
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या 29 हो गई है। इसके बाद भी हाईकोर्ट में न्यायाधीशों के 24 पद रिक्त हैं। बता दे इंदौर खंडपीठ में पदस्थ प्रिंसिपल रजिस्टर अनिल वर्मा लगभग 4 साल पहले इंदौर खंडपीठ में रजिस्ट्रार बनकर आए थे।

घोटाला: आरोपित मिशेल की जमानत याचिका खारिज

अकांशु उपाध्याय                   
नई दिल्ली। दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट ने अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला मामले के आरोपित क्रिश्चियन मिशेल की जमानत याचिका खारिज कर दी है। स्पेशल जज अरविंद कुमार ने जमानत खारिज करने का आदेश दिया। कोर्ट ने पिछले 22 अप्रैल को सीबीआई और ईडी को नोटिस जारी किया था। 3600 करोड़ रुपये के इस घोटाले में ईडी ने मिशेल को जनवरी 2019 में गिरफ्तार किया था। मिशेल को दुबई से प्रत्यर्पित कर दिसंबर 2018 में भारत लाया गया था। 23 अक्टूबर, 2020 को कोर्ट ने सीबीआई की ओर से दायर पूरक चार्जशीट पर संज्ञान लिया था। चार्जशीट में 13 को आरोपित बनाया गया है। 
इस मामले में सीबीआई ने 19 सितंबर, 2020 को पूरक चार्जशीट दाखिल की थी। चार्जशीट में क्रिश्चियन मिशेल, राजीव सक्सेना, अगस्ता वेस्टलैंट इंटरनेशनल के डायरेक्टर जी सापोनारो और वायुसेना के पूर्व प्रमुख एसपी त्यागी के रिश्तेदार संदीप त्यागी समेत 13 को आरोपित बनाया गया है। इस चार्जशीट में पूर्व सीएजी और पूर्व रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा को आरोपित नहीं बनाया गया है, क्योंकि उनके खिलाफ अभियोजन चलाने के लिए अभी सीबीआई को कोई स्वीकृति नहीं मिली है।

सरकार ने न्याय की उम्मीद का गला घोट दिया: प्रियंका

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने आगरा के अस्पताल में मरीजों की ऑक्सीजन बंद करके की गई माॅकड्रिल पर की गई जांच में सरकार की ओर से दी गई। क्लीनचिट पर गहरी चिंता जताते हुए कहा है कि मरीजों के परिजनों की गुहार को अनसुना करते हुए सरकार ने न्याय की उम्मीद का गला घोट दिया है। शनिवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि आगरा में पिछले दिनों अस्पताल में भर्ती कोरोना वायरस मरीजों की ऑक्सीजन बंद करते हुए अस्पताल की ओर से माॅकड्रिल करते हुए कई लोगों की मौत का रास्ता साफ कर दिया था। 
इस मामले को लेकर देषभर में मचे हो-हल्ले के बाद भाजपा की योगी सरकार ने तमाम घटनाक्रम की जांच कराई। जिसमें जांच करने वाली टीम ने आरोपी अस्पताल के अधिकारियों के ही बयान लिए और अस्पताल प्रबंधन को क्लीन चिट देकर तमाम जांच पड़ताल की मॉकड्रिल कर दी है। उन्होंने कहा है कि सरकार की ओर से माॅकड्रिल पर दी गई क्लीनचिट से सरकार और अस्पताल दोनों का रास्ता साफ हो गया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि मॉकड्रिल में मौत का शिकार हुए मरीजों के परिजनों की न्याय की गुहार को अनसुना करते हुए सरकार ने न्याय की उम्मीद का गला घोट दिया है। उन्होंने सरकार से पूछा है कि क्या यही उसका न्याय है।

मिल्खा के निधन पर सीएम योगी ने जताया शोक

हरिओम उपाध्याय                    
लखनऊ। 'फ्लाइंग सिख' के नाम से विख्यात भारत के मशहूर एथलीट मिल्खा सिंह का शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात चंडीगढ़ के अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन पर शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई नेताओं ने शोक जताया है। ट्वीट करके मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि मिल्खा सिंह का निधन खेल जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका जीवन राष्ट्र के लिए अप्रतिम प्रेरणा है। प्रभु श्रीराम दिवंगत पुण्यात्मा को अपने परम धाम में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भारत के जाने-माने एथलीट एवं 'फ़्लाइंग सिख' के नाम से मशहूर मिल्खा सिंह के कोरोना से निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। उन्होंने शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करत हुए कहा कि ईश्वर उन्हें सहने की शक्ति प्रदान करें। श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मिल्खा सिंह जिदंगी से अपनी जंग हार गये। परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं। ओलंपिक की यह ऐतिहासिक तस्वीर भारत को समूचे विश्व में गौरवान्वित करती है। 
उप्र विधानसभा अध्यक्ष हृदयनाराण दीक्षित ने कहा कि उनका निधन देश के लिए बेहद दुखद एवं अपूरणीय क्षति है। जिद और जुनून से भरा उनका जीवन सभी के लिए एक प्रेरणा है। उल्लेखनीय है कि कोरोना से संक्रमित होने के बाद चंडीगढ़ के पीजीआईएमईआर में 91 वर्षीय मिल्खा सिंह को भर्ती कराया गया था। बुधवार को रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उनको कोविड अस्पताल से आईसीयू में शिफ्ट किया गया था।
उन्होंने 400 मीटर की दौड़ में एशियाई खेलों के साथ-साथ कॉमनवेल्थ खेलों में भी स्वर्ण पदक जीता था। 

राज्य के हालात पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक

अकांशु उपाध्याय                
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने और उसके दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजन के करीब तीन साल बाद जल्द ही एक बड़ी राजनीतिक पहल शुरू होने वाली है। खबर है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अगले सप्ताह राज्य के हालात पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई है। बैठक में राजनीतिक गतिरोध के अलावा जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने सम्बंधी विषयों पर चर्चा हो सकती है। बैठक में जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी चर्चा की उम्मीद है।
इसके पहले गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को गृह मंत्रालय में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, गृह सचिव अजय भल्ला, इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक अरविंद कुमार, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) प्रमुख सामंत कुमार गोयल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक कुलदीप सिंह और जम्मू- कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह शामिल हुए। ज्ञातव्य है कि इसके पहले गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा से भी बातचीत की थी। ये दोनों बैठकें जम्मू-कश्मीर के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं।
खबर है कि राज्य से जुड़े मसलों पर अंदरखाने इस तरह की उच्चस्तरीय बैठकें चल रही हैं। अब प्रधानमंत्री के साथ होने वाली बैठक के लिए सभी दल के नेताओं को सूचना भेज दी गई है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है।
राज्य के विशेष दर्जे की समाप्ति के बाद वहां 2018 से चुनाव भी लंबित हैं। उस समय तब महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी और भाजपा के बीच सत्तारुढ़ गठबंधन टूट गया था। बाद में विपक्ष ने गुपकार समूह बनाया था और हाल में इस समूह ने भी केंद्र सरकार से बातचीत पर नरम रुख अपनाने के संकेत दिए थे।
ज्ञातव्य है कि अगस्त 2019 में केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया था। इसके साथ राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू - कश्मीर और लद्दाख में विभाजित किया गया था। तब महबूबा मुफ्ती, फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला समेत कई बड़े नेताओं को उनके घरों में ही नजरबंद कर लिया गया था। वैसे अब ये नेता रिहा किए जा चुके हैं।

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...