अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पंजाब सरकार पर आरोप लगाया कि राज्य सरकार कोविड टीके लोगों को मुफ्त में उपलब्ध कराने के बजाय ऊंचे दामों पर बेच रही है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पंजाब में कोरोना के टीके जो लोगों को मुफ्त में लगायी जानी चाहिए, उन्हें राज्य सरकार अधिक कीमतों पर बेच रही है। राज्य सरकार 309 रुपये की कीमत वाली वैक्सीन की 1560 रुपये में बेच कर काला बाज़ारी कर रही है।
पुरी ने कहा "पंजाब सरकार के अधिकारी और कोविड टीकाकरण के प्रभारी ने 29 मई के कुछ आंकड़ों में इस बात का ज़िक्र किया था कि कोविशील्ड टीकों की 4.29 लाख डोज 13.25 करोड़ रुपये में खरीदी गई थी। इसकी औसत कीमत 309 रुपये है। वहीं 1,14,190 कोवैक्सिन टीकों को औसतन 4.70 करोड़ रुपये में खरीदी गई जिसके एक टीके का दाम 412 रुपये हैं।" उन्होंने कहा कि पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की केंद्र सरकार ने जनता के लिए 41 ऑक्सीजन प्लांट को मंजूरी दी है, जिसमें से कुछ तुरंत ही शुरू कर दिए जाएंगे और कुछ 15 अगस्त यानि कि देश की 74वीं आजादी की वर्षगांठ के दिन से शुरू किए जाएंगे।
पुरी ने कहा कि केंद्र सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर कृषि कानूनों के बारे में कोई संदेह है, तो हम किसान नेताओं के साथ बैठकर चर्चा के लिए तैयार हैं। हम सुझावों के लिए खुले तौर पर उनका स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें आंदोलन स्थल से दुष्कर्म की खबरें मिल रही हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। इससे पहले भी कई भाजपा नेता इस मुद्दे को उठा चुके हैं। केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार ने पंजाब के 333 सिखों को काली सूची से हटा दिया है। केंद्र सरकार के नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) की वजह से हजारों सिख भाई-बहनों को देश की नागरिकता मिली है। वहीं गुरुद्वारों के लिए केंद्र सरकार ने लंगर सेवा पर जीएसटी से छूट दी है।