शुक्रवार, 18 जून 2021

पूजा स्थलों में प्रार्थना पर फिर रोक लगाईं: कश्मीर

श्रीनगर। कश्मीर घाटी में अधिकारियों ने कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के पॉजिटिव मामलों में वृद्धि को रोकने के लिए कोरोना कर्फ्यू लागू करते हुए सभी प्रमुख श्राइन, जामिया मस्जिदों और अन्य पूजा स्थलों में प्रार्थना पर फिर रोक लगा दी है। छोटी मस्जिदों में विशेष रूप से आंतरिक हिस्सों में शुक्रवार की नमाज अदा की गई और इस दौरान सामूहिक नमाज के दौरान लोग मास्क पहने और सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए देखे गए।

कश्मीर संभाग में गुरुवार को 466 कोरोना वायरस के नये मामले सामने आए और चार लोगों की मौत हुई है। पुराने टाउन शहर की ऐतिहासिक जामिया मस्जिद का मुख्य दरवाजा बंद रहा और रमजान के पवित्र महीने के बाद से पूजा स्थल में कोई नमाज अदा नहीं की गई।जबकि घाटी में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़ने के बाद अंजुमन औकाफ जामिया मस्जिद ने नमाज पर रोक लगाने की घोषणा की।

फिल्म ‘हम दिल दे चुके सनम’ के 22 साल पूरे हुएं

कविता गर्ग                

मुंबई। बॉलीवुड के सुपरस्टार अजय देवगन ने संजय लीला भंसाली की शानदार फिल्म ‘हम दिल दे चुके सनम’ के 22 साल पूरे होने के अवसर पर शुक्रवार को फिल्म से जुड़ी हुई कुछ यादें साझा कीं। अजय ने कहा कि फिल्म की पूरी टीम यह जानती थी कि वे एक बेहद संवेदनशील कहानी पर काम कर रहे हैं। लेकिन फिल्म को मिली अपार सफलता से सभी हैरान थे। 52 साल के दिग्गज अभिनेता ने ट्विटर पर फिल्म की शूटिंग के दौरान ली गईं कुछ तस्वीरें साझा करते हुए लिखा कि हम दिल दे चुके सनम के 22 साल पूरे हो चुके हैं। सलमान, संजय, ऐश्वर्या और मैं जानते थे कि हम एक बेहद संवेदनशील कहानी पर आधारित फिल्म कर रहे हैं। हमने यह कभी नहीं सोचा था कि, फिल्म सफलता का इतिहास रचेगी।

साल 1999 में रिलीज हुई रोमांटिक-ड्रामा-म्यूजिकल फिल्म ‘हम दिल दे चुके सनम’ का निर्देशन संजय लीला भंसाली ने किया था। फिल्म की कहानी एक प्रेम त्रिकोण पर आधारित है जिसमें समीर (सलमान खान), नंदिनी (ऐश्वर्या राय बच्चन) और वनराज (अजय देवगन) अहम किरदार हैं। ‘हम दिल दे चुके सनम’ भंसाली की दूसरी फिल्म थी जोकि एक बड़ी हिट साबित हुई और इसके साथ ही भंसाली बॉलीवुड के समकालीन सफल निर्देशकों की सूची में शामिल हो गए। भंसाली ने 1996 में आई फिल्म “खामोशी: द म्यूजिकल” के निर्देशन के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी।

फिल्म आलोचकों ने भी “हम दिल दे चुके सनम” को सराहा था। फिल्म के गाने जैसे ‘आंखों की गुस्ताखियां’, ‘ढोल बाजे’ और ‘तड़प तड़प’ दर्शकों और श्रोताओं के बीच बेहद लोकप्रिय हुए थे। फिल्म का संगीत इस्माइल दरबार ने दिया था जबकि गाने महबूब ने लिखे थे। “हम दिल दे चुके सनम” ने संगीत, छायांकन, कोरियोग्राफी और प्रोडक्शन डिजाइन के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार सहित कई अन्य पुरस्कार भी जीते थे। गौरतलब है कि अजय देवगन और संजय लीला भंसाली 22 साल बाद फिल्म “गंगूबाई काठियावाड़ी” में काम कर रहे हैं। जिसमें आलिया भट्ट अहम भूमिका निभा रही हैं।

ऑक्सीजन स्तर गिरने के बाद मिल्खा को बुखार आया

अमित शर्मा            

चंडीगढ़। भारत के महान धावक मिल्खा सिंह के स्वास्थ्य की जानकारी देते हुए पीजीआईएमईआर अस्पताल ने कहा कि शुक्रवार को उनका ऑक्सीजन स्तर गिर गया और उन्हें बुखार भी आ गया। लेकिन वह स्वस्थ होने के लिये संघर्ष कर रहे हैं। मिल्खा सिंह का कोविड-19 परीक्षण बुधवार को नेगेटिव आया था जिसके बाद उन्हें कोविड आईसीयू से सामान्य आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया था और डाक्टरों की एक टीम उनके स्वास्थ्य पर नजर रख रही है।

पीजीआईएमईआर के सूत्रों ने शुक्रवार को कहा, ‘‘उन्हें गुरूवार की रात को अचानक बुखार आ गया और उनका आक्सीजन का स्तर भी गिर गया। डॉक्टरों की टीम उनके स्वास्थ्य पर नजर रखे है। ’’इससे पहले उनकी हालत स्थिर थी। उनके परिवार के बयान के अनुसार, ‘‘मिल्खा जी के लिए दिन थोड़ा मुश्किल रहा। लेकिन वह इससे संघर्ष कर रहे हैं। ’’उन्हें पिछले महीने कोविड-19 संक्रमण हो गया था। उनकी पत्नी निर्मल कौर का कोविड-19 संक्रमण से जूझते हुए रविवार को मोहाली में एक निजी अस्पताल में निधन हो गया था।

24 घंटे में कोरोना के 165 नए मामलें सामने आएं

अकांशु उपाध्याय             

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के 165 नए मामले सामने आए तथा 14 और मरीजों की मौत हो गई लेकिन राहत की बात यह है कि स्वस्थ होने वालों की संख्या अधिक रही और यह संख्या 260 तक पहुंच गई। राजधानी में नए मामलों की तुलना में स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि होने से सक्रिय मामलों में गिरावट दर्ज की गई है।दिल्ली में शुक्रवार को सक्रिय मामले 109 और घट कर 2,445 पहुंच गए। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से आज जारी बुलेटिन के अनुसार इस अवधि में 165 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 14,32,033 तक पहुंच गई। जबकि 260 और मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोना मुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 14,04,688 हो गई।

दिल्ली में कोरोना सकारात्मता दर अब 0.22 फीसदी रह गई है। इस दौरान 14 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 24,900 पर पहुंच गया। राजधानी में मृत्यु दर महज 1.74 फीसदी रह गई है। मृतकों के मामले में देशभर में दिल्ली चौथे स्थान पर है। राजधानी में पिछले 24 घंटों के दौरान 76,480 नमूनों का परीक्षण किया गया। इस बीच, राजधानी में निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या घट कर अब 5,452 रह गई है।

पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं बढते तो खबर बनतीं हैं

अकांंशु उपाध्याय                  
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि देश में जिस तरह से रोजाना डीजल व पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी हो रही है। उसके चलते अब इनके दामों में बढ़ोतरी होने से नहीं, बल्कि जिस दिन डीजल-पेट्रोल के दाम नहीं बढते हैं। उस दिन यह बात खबर बन जाती है। शुक्रवार को देश की पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा डीजल और पेट्रोल के दामों में की गई बढ़ोतरी पर करारा तंज कसते हुए कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि देश में डीजल पेट्रोल के दाम बढ़ना रोजाना की आम बात हो गई है। भले ही कोरोना की दूसरी लहर की मार झेल रहे लोग डीजल पेट्रोल के बढ़ते दामों को लेकर महंगाई की मार से बुरी तरह से परेशान हो रहे हो लेकिन सरकार को इससे कोई सरोकार नही है। 
सबसे बड़ी बात यह है कि जिस दिन डीजल पेट्रोल के दाम देश में नहीं बढ़ते हैं तो यह बात सबसे बड़ी खबर बन जाती है। शुक्रवार को अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि मोदी सरकार के विकास का यह हाल है कि अगर किसी दिन पेट्रोल डीजल के दाम ना बढ़े तो यह बात बड़ी खबर बन जाती है। गौरतलब है कि शुक्रवार को ही देश की पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा डीजल और पेट्रोल के दामों में एक बार फिर से बढ़ोतरी की गई है। जिसके चलते दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 27 पैसे बढ़कर 96 रूपये 93 पैसे और डीजल की कीमत 28 पैसे का उछाला लेते हुए 87 रूपये 69 पैसे प्रति लीटर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। यदि देश की राजधानी दिल्ली की बात करें तो अकेले जून माह में अब तक पेट्रोल की कीमत 2 रूपये 70 पैसे और डीजल की कीमत 2 रूपये 56 पैसे बढ़ाई जा चुकी है। इससे पहले माह मई में पेट्रोल 2 रूपये 83 पैसे और डीजल 4 रूपये 42 पैसे प्रति लीटर महंगा हुआ था।

सड़क हादसें में 4 सवारियों की मौंत, 7 घायल हुएं

बीकानेर। जामसर के पास शुक्रवार सुबह एक सड़क हादसा हो गया। जिसमें चार सवारियों की मौत हो गई। जबकि सात घायल हो गए। घायलों को अब पीबीएम अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। सूचना पर जामसर पुलिस मौके पर पहुंच गई। जहां थानाधिकारी गौरव खिडिय़ा ने घायलों को ट्रॉमा सेंटर भेजा। सभी घायल नोखा के निवासी हैं और हनुमानगढ़ गए हुए थे। वापसी में ये हादसा हो गया। अब तक सरोज (30 साल), प्रभु (35 साल) और मूलाराम (37 साल) की मौत होने की पुष्टि हो गई है, जबकि एक अन्य की मौत के भी पुष्ट समाचार है। घायलों में हेम सिंह (23 साल), तीजा देवी (32 साल), नेनूराम (78 साल), अश्विनी (12 साल), भूमिका (6 साल), महावीर शामिल हैं। 
शुक्रवार सुबह करीब पांच बजे बोलेरो केम्पर और बजरी से भरा एक ट्रेलर आमने-सामने टकरा गए। टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि बोलेरो में सवार करीब दस सवारियां गंभीर रूप से घायल हो गईं, बाद में तीन की मौके पर ही मौत हो गई। एक महिला ने बाद में दम तोड़ दिया। इसके अलावा छह घायलों को पीबीएम अस्पताल के लिए रवाना किया गया। इनमें भी दो-तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना की जानकारी मिलने पर हेड कांस्टेबल कृष्णकुमार ने घायलों को जैसे-तैसे वाहनों से बीकानेर के लिए रवाना किया। घायल व मृतक नोखा के भाटों के बास के रहने वाले बताए जा रहे हैं।
ट्रक की टक्कर से बच्ची सहित दो की मौत हुईं।

नदी और झील के पानी में वायरस होने की पुष्टि हुईं

अहमदाबाद। देश में कोरोना की दूसरी लहर में गुजरात के अहमदाबाद शहर में सबसे ज्यादा मामले सामने आए। अब तक देश के कई शहरों की सीवेज लाइनों में जीवित कोरोना वायरस पाया गया है। लेकिन गुजरात में अब नदी और झील के पानी में भी कोरोना वायरस होने की पुष्टि हुई है। अहमदाबाद में साबरमती नदी, कांकरिया झील और चंडोला झील में कोरोना वायरस पाया गया है। तीनों के पानी के सैंपल लिए गए और सभी सैंपल संक्रमित पाए गए। चार महीने में 16 सैंपल लिए गए, जिसमें पांच सैंपल पॉजिटिव पाए गए। 
आईआईटी गांधीनगर सहित देश के 8 संस्थानों द्वारा किए गए एक अध्ययन में इस तरह के तथ्य उजागर हुए हैं। 
इनमें जेएनयू के स्कूल ऑफ एनवायर्नमेंटल साइंसेज के नई दिल्ली के शोधकर्ता भी शामिल हैं। असम के गुवाहाटी क्षेत्र में नदियों के एक अध्ययन में भी भरू नदी से लिए गए कोरोना के नमूने का खुलासा हुआ है। सीवेज का नमूना लेकर की गई जांच के दौरान कोरोना वायरस की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इस अध्ययन के बाद प्राकृतिक जल स्रोत की जांच के लिए अध्ययन फिर से शुरू किया गया। इन दो शहरों का चयन करके नमूने लिए गये, क्योंकि अहमदाबाद में अपशिष्ट जल उपचार संयंत्रों की संख्या सबसे अधिक है और गुवाहाटी में एक भी संयंत्र नहीं है। अहमदाबाद के लिए पानी से भरी साबरमती नदी और रिवरफ्रंट को शान माना जाता है।
लेकिन गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और पर्यावरण संरक्षण समिति द्वारा संयुक्त रूप से किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि साबरमती में गंभीर प्रदूषण है। खासकर अहमदाबाद से गुजरने के बाद गंदे प्रदूषित पानी के अलावा नदी में कुछ भी नहीं बहता। 
 साबरमती रिवरफ्रंट के बीच में लिए गए पानी के नमूनों में भी रिवरफ्रंट निर्धारित मात्रा से अधिक प्रदूषित पाया गया, जो प्रदूषित गंदे पानी से भरे हौज के समान है। रिपोर्ट के निष्कर्षों में आगे कहा गया है कि रिवरफ्रंट के बाद नदी के निचले इलाकों में नदी का अपना पानी नहीं है। रिवरफ्रंट के बाद साबरमती में दिखाई देने वाला पानी केवल नरोडा, ओढव, वटवा और नारोल उद्योगों का प्रदूषित बाहर आया कचरा मिश्रित जल और अहमदाबाद का सीवेज है। रिवरफ्रंट की वजह से भूजल बहना बंद हो गया है और अहमदाबाद को नर्मदा के पानी पर निर्भर रहना पड़ रहा है। 
साबरमती नदी में प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 22 फरवरी, 2017 को दायर एक रिट याचिका में एजेंसी को नदी को प्रदूषित करने वाली सभी औद्योगिक इकाइयों के साथ-साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में विफल रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने का निर्देश दिया गया था। नदी में गैर शोधित रासायनिक युक्त पानी डालने वाली इकाइयों को सील करने, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार प्रदूषण नियमों का पालन न करने के लिए इकाइयों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज करने और प्रदूषण को रोकने में विफल रहने के लिए लापरवाह नगरपालिका अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की गई। 
हाल ही में उपमुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि राज्य की जीवन रेखा सरदार सरोवर नर्मदा बांध में 13 मई, 2021 तक 123.38 मीटर पानी जमा किया जा चुका है। इस पानी को गर्मी के मौसम में राज्य के नागरिकों को पीने का पानी उपलब्ध कराने और किसानों और चरवाहों के समुचित उपयोग के लिए योजना बनाई गई है। नगर में नर्मदा का जल साफ करने के लिए नगर निगम ने 275 एमएलडी और 125 एमएलडी के दो वाटर फिल्टर प्लांट का निर्माण किया है। इनमें से 275 एमएलडी फिल्टर प्लांट को दो साल पहले 5.5 करोड़ रुपये की लागत से अपग्रेड किया गया था।

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...