गुरुवार, 17 जून 2021

सीएम ने फाइल को उपराज्यपाल अनिल के पास भेजा

अकांशु उपाध्याय            

नई दिल्ली। दिल्ली में आम आदमी पार्टी नीत सरकार ने घर-घर राशन आपूर्ति योजना से संबंधित फाइल को मंजूरी के लिए एक बार फिर उपराज्यपाल अनिल बैजल के पास भेजा है। आधिकारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। इस महीने के शुरू में, अरविंद केजरीवाल सरकार ने दावा किया था कि उपराज्यपाल ने यह योजना खारिज कर दी है और कहा है कि इसके लिए केंद्र की मंजूरी नहीं ली गई तथा इस बाबत अदालत में एक मामला लंबित है। 

सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री केजरीवाल ने फिर से उपराज्यपाल को फाइल भेजी है और कहा है कि यह कानून सम्मत है तथा केंद्र द्वारा पूर्व में जताई गईं आपत्तियों का समाधान कर दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि केजरीवाल ने जोर दिया है कि केंद्र के निर्देशों का पालन किया गया है और दावा किया है कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान योजना को ‘रोकना’ गलत है।


परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयार हैं यूपी

हरिओम उपाध्याय           
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सभी तरह की परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयार है। प्रदेश ऑक्सीजन जेनेरेशन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो रहा है। कल (बुधवार) 05 और प्लांट की स्वीकृति दी गई है। प्रदेश में 441 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित की स्थापना की जा रही है। इनमें से लगातार प्रयासों से अब 100 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो चुके हैं। प्लांट स्थापना से जुड़े कार्यों की सतत समीक्षा की जाए। इस संबंध में भारत सरकार से समन्वय बनाए रखा जाए। 50 बेड से अधिक सभी अस्पताल ऑक्सीजन की आवश्यकता के लिहाज से आत्मनिर्भर होंगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेजों के भवन निर्माण की प्रक्रिया तेजी से पूरी की जाए। गुणवत्ता और समयबद्धता पर फोकस रहे। 09 मेडिकल कॉलेजों में प्राचार्यों की नियुक्ति हो चुकी है, जबकि शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया चल रही है। इन कार्यों को यथासंभव शीघ्रता से पूरा किया जाए। वहीं, 14 अन्य प्रस्तावित नए मेडिकल कॉलेजों में अगले सत्र से पठन-पाठन शुरू की तैयारियों के लिए निर्देश दिए। 
नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश में होम आइसोलेशन में 03 हजार 749 मरीजों का उपचार चल रहा है। प्रदेश में कोरोना रिकवरी रेट 98.4 प्रतिशत दर्ज हुई है। बीते 24 घंटे में 02 लाख 90 हजार 234 सैम्पल टेस्ट हुए हैं। प्रदेश में अब तक 05 करोड़ 44 लाख 36 हजार 119 कोविड टेस्ट हो चुके हैं।
 उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोविड टीकाकरण की पहली डोज प्राप्त कर चुके लोगों की संख्या 02 करोड़ से अधिक हो चुकी है, जबकि 39 लाख 11 हजार लोगों को दोनों डोज मिल चुकी है। 18 से 44 आयु वर्ग के 50 लाख 81 हजार युवाओं को वैक्सीन कवर मिल चुका है। 24 घंटों में 03 लाख 64 हजार 723 लोगों ने टीका-कवर प्राप्त किया। इस तरह अब तक 02 करोड़ 42 लाख 57 हजार से अधिक वैक्सीन लगाई जा चुकी है। 

मुंबई: मधु का जन्मदिन मना रही हैं प्रियंका चौपड़ा

कविता गर्ग            
मुंबई। बॉलीवुड की 'देसी गर्ल' प्रियंका चोपड़ा आज अपनी माँ मधु चोपड़ा का जन्मदिन मना रही है। हालांकि, इस खास मौके पर प्रियंका अपनी माँ मधु चोपड़ा के साथ उपस्थित नहीं है। लेकिन उन्होंने सोशल मीडिया के जरिये अपनी माँ को खास अंदाज में जन्मदिन की बधाई दी है। प्रियंका ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा है। "मेरी माँ बुद्धि और आकर्षण का एक कॉम्बिनेशन है। जब भी वह  मेहमानों से मिलने के लिए तैयार होती थीं तो मैं उन्हें ध्यान से श्रृंगार, क्रीम, और परफ्यूम लगाते हुए देखती थी। उनकी अलमारी में सभी रंग शामिल थे। 
फ्लोरल प्रिंट की पिंक शिफॉन साड़ी, चटक ओरंग ,लाल रंग, और गोल्डन येलो। उनके बाल कमर तक आते थे जिसकी वह या तो चोटी या जुड़ा बनाती थीं। जब वह आंखों में काजल, होंठो पर लिपस्टिक और माथे पर बिंदी लगाया करती थीं, उन्हें सजते हुए देखना मुझे बहुत अच्छा लगता था। मैं भी एक दिन उनकी तरह कॉंफिडेंट और परफेक्ट लगना चाहती थी। उनका आत्मविश्वास उनकी खूबसूरती को और भी तेज देता था। चाहे फिर वह साड़ी पहने या वेकेशन पर मॉडर्न ड्रेस वह मुझे हमेशा ही प्यारी लगती थीं। प्रियंका चोपड़ा ने वीडियो के कैप्शन में लिखा -हैप्पी बर्थडे मॉम। अपने जन्मदिन को एक साथ मनाने के हमारे रिचुअल की मुझे याद आ रही है । लव यू। आपसे जल्द मिलूंगी।'
सोशल मीडिया पर प्रियंका का यह पोस्ट काफी पसंद किया जा रहा है। प्रियंका के इस पोस्ट पर फैंस के साथ -साथ मनोरंजन जगत की हस्तियां भी उनकी माँ मधु चोपड़ा को  जन्मदिन की बधाई दे रही हैं। प्रियंका चोपड़ा अपनी माँ के बहुत करीब हैं और अक्सर अपनी माँ के साथ अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करती रहती हैं।

महामारी के दौर में बच्‍चों का जीवन प्रभावित हुआ

अकांशु उपाध्याय           
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के इस दौर में बच्‍चों का जीवन काफी प्रभावित हुआ है। बाहर खेलने की बजाए वे घर में फोन और लैपटॉप पर समय गुजार रहे हैं। यही नहीं, स्‍कूल की पढ़ाई भी अब मोबाइल लैपटॉप तक सीमित हो गई है। जिसकी वजह से उनकी आंखों की सेहत को लेकर एक डर बना रहता है कि कहीं ये खराब ना हो जाएं। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि आप अपने बच्चों के आंखों को सुरक्षित बनाए रखने के लिए कुछ खास बातों का ध्यान में रखें तो उनकी आंखों की रोशनी कमजोर होने से बचा सकते हैं, तो आइए जानते हैं कि बच्‍चों की आंखों का ख्‍याल रखने के लिए किन खास बातों का ध्‍यान रखना जरूरी है।
1.हर साल कराएं आंखों का चेकअप...
यह जरूरी नहीं कि जब आंखों में किसी प्रकार की समस्‍या आए तभी डॉक्टर को दिखाया जाए। डॉक्‍टर यह सलाह देते हैं कि बच्‍चों की आंखों का चेकअप हर साल जरूर कराना चाहिए। यदि आप अपने बच्चे की आंखों की जांच हर साल कराते रहेंगे तो उनकी आंखों की रोशनी लंबे समय तक ठीक रहेगी।

विश्व: गुणवत्‍ता के आधार पर तीसरा सबसे बड़ा 'हीरा'

वाशिंगटन डीसी। अफ्रीका की सरजमीं अपने अंदर कई अनमोल खजाने को समेटे हुए है। अब एक ऐसा ही खजाना अफ्रीकी देश बोत्‍सवाना में हाथ लगा है। बोत्‍सवाना में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा हीरा खुदाई में हाथ लगा है। इस हीरे की खोज करने वाली कंपनी देबस्‍वाना ने कहा कि यह अद्भुत हीरा 1,098 कैरेट का है। गत एक जून को यह हीरा देश के राष्‍ट्रपति मोकगवेत्‍सी मसीसी को दिखाया गया है। देबस्‍वाना की प्रबंध निदेशक लयनेटे आर्मस्‍ट्रांग ने कहा, ‘ऐसा माना जा रहा है कि यह दुनिया में गुणवत्‍ता के आधार पर तीसरा सबसे बड़ा हीरा है।’ उन्‍होंने कहा कि यह दुर्लभ और असाधारण पत्‍थर हीरा उद्योग और बोत्‍सवाना के लिए काफी महत्‍वपूर्ण है। उन्‍होंने कहा कि यह विशाल हीरा संघर्ष कर रहे हमारे देश के लिए आशा की नई किरण लेकर आया है। अभी तक इस हीरे को नाम नहीं दिया गया है।

देबस्‍वाना कंपनी ने बताया कि यह हीरा 73mm लंबा और 52mm चौड़ा है। उसने कहा कि हमारे इतिहास में अब तक की यह सबसे बड़ी खोज है। देबस्‍वाना कंपनी को बोत्‍सवाना की सरकार तथा दुनिया की दिग्‍गज हीरा कंपनी डी बीयर्स ने मिलकर बनाया है। इससे पहले वर्ष 1905 में दक्षिण अफ्रीका में दुनिया का सबसे बड़ा हीरा मिला था। यह करीब 3,106 कैरेट का था। दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा हीरा टेनिस के बॉल के आकार का था और इसे वर्ष 2015 में पूर्वोत्‍तर बोत्‍सवाना में बरामद किया गया था। यह हीरा 1109 कैरेट का था और इसे लेसेडी ला रोना नाम दिया गया था। बोत्‍सवाना अफ्रीका का शीर्ष हीरा उत्‍पादक देश है। कोरोना वायरस संकट के बीच इस हीरे के मिलने से बोत्‍सवाना की सरकार को बड़ी राहत मिली है। देबस्‍वाना कंपनी जितना हीरा बेचती है, उसका 80 फीसदी राजस्‍व सरकार के पास जाता है। कोरोना वायरस संकट में हीरे की बिक्री काफी गिर गई है। इससे देश की आमदनी कम हो गई है।

एक संस्था का सीईओ बना वफादार कुत्ता, नाम मिला

पंकज कपूर                 

नैनीताल। जानवर भले ही बेजुबान होते हैं और इनमें सोच समझ का भी अभाव हो। लेकिन इनके अंदर भी भावनाएं होती हैं। जानवरों में सबसे वफादार कुत्ते को माना जाता रहा है। जबकि हम आपको ऐसी ऐसी हैरान करने वाली कहानी बता रहे हैं। जहां कुत्ता बन गया एक संस्था का सीईओ और नाम मिला कुंवर सिंह.दरअसल, यह एकदम सच है और कहानी उत्तराखंड के नैनीताल के एक गांव की है।

ये कोई आवारा कुत्ता नहीं बल्कि कुंवर सिंह है और वो भी गीली मिट्टी संस्था का सीईओ. सुनने में अटपटा जरूर लग रहा होगा, लेकिन ये सच है। नैनीताल के महरोडा गांव में गिली मिट्टी की संस्थापिका शगुन सिंह का ये एनिमल प्रेम एक मिसाल भी है। कैम्प में आने वालों का ध्यान रखना हो या फिर उनको आसपास घूमना कुंवर अपनी जिम्मेदारी निभाता है और परेशान लोगों को भी दुखी देख उनके पास बैठकर सुकून देता है।

ब्राजील में कोरोना के 19 वेरिएंट की पहचान की गई

ब्रासीलिया। दुनियाभर में जारी कोरोना वायरस का खतरा अब भी लगातार जारी है। इसी बीच ब्राजील के वैज्ञानिकों ने एक चौंकाने वाली जानकारी दी है। ब्राजीली वैज्ञानिको के मुताबिक, ब्राजील के साओ पाउलो राज्य में कोरोना वायरस के कम से कम 19 वेरिएंट (प्रकारों) की पहचान की गई है। ब्राजील के जैविक अनुसंधान केंद्र, इंस्टीट्यूट बुटानटन ने एक बयान देकर ये जानकारी दी। बयान में कहा गया कि साओ पाउलो राज्य में 19 कोरोना वायरस वैरिएंट घूम रहे हैं। जिनमें P.1 (अमेज़ॅन) स्ट्रेन 89.9 प्रतिशत मामलों के लिए जिम्मेदार है। इसके बाद स्ट्रेन बी.1.1.7 (यूके वेरिएंट) आता है। जो 4.2 प्रतिशत कोरोना मामलों के लिए जिम्मेदार है। साओ पाउलो राज्य ब्राजील का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य हैष यहां पर 4.6 करोड़ लोगों की आबादी रहती है और देश के सबसे अधिक कोरोना के मामले यहीं पर पाए गए हैं।

इसी बीच, रूस की स्पुतनिक-वी कोविड वैक्सीन की पहली खेप जुलाई के शुरुआत में ब्राजील पहुंच सकती है। ब्राजील के सेरा राज्य के गवर्नर कैमिलो सैन्टाना ने इसकी जानकारी दी, उन्होंने कहा- स्पुतनिक-वी वैक्सीन से जुड़े रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष के प्रतिनिधियों और उत्तर-पूर्व (ब्राजील) के गवर्नरों के बीच एक बैठक हुई। फंड ने जुलाई की शुरुआत में वैक्सीन की पहली बैच की डिलीवरी की पुष्टि की और इस महीने के अंत तक वैक्सीन वितरण कार्यक्रम तैयार हो जाएगा।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...