शनिवार, 5 जून 2021

महामारी के लिए चीन को जिम्मेदार बताया, दबाव

बीजिंग/ मास्को। कोरोना महामारी के लिए जहां एक तरफ अमेरिका सहित अधिकतर देश चीन को जिम्मेदार बताते हुए वायरस की उत्पत्ति की जांच के लिए दबाव बना रहे हैं, तो दूसरी तरफ रूसी राष्ट्रपति कन्नी काटते हुए भी बचाव कर गए। उन्होंने कहा है कि संकट का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। उन्होंने इस मुद्दे पर अधिक बोलने से बचते हुए कहा कि उनके पास इस मामले में कुछ दिलचस्प कहने के लिए नहीं है।

रूसी राष्ट्रपति ने प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया, एसोसिएटेड प्रेस और रॉयटर्स सहित प्रमुख अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसियों के वरिष्ठ संपादकों के साथ ऑनलाइन बातचीत के दौरान कहा कि इस विषय के बारे में बहुत कुछ कहा गया है और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि संकट का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। वह कोविड महामारी के कारण पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे। 

गाजियाबाद: 4 अस्पतालों को टीकाकरण की अनुमति

अश्वनी उपाध्याय             
गाजियाबाद। कोरोना संक्रमण के चलते वैक्सीनेशन की गति को बढाने के लिए अब निजी अस्पतालों को फिर से टीकाकरण अनुमति दी जा रही है। फिलहाल जिले में केवल चार अस्पतालों को इसके लिए मंजूरी दी गई है। इसके अलावा महिला स्पेशल और नियर होम वैक्सीन सेंटर बनाए जा रहे हैं। जहां रोजाना लगभग 1 हजार लोगों का वैक्सीनेशन किया जाएगा। जिला प्रशासन ने अब घरेलू सहायिका, खोखा-पटरी वाले, रिक्शा वाले, मजदूर, दिव्यांग और बुजुर्गों आदि को भी वैक्सीन लगाने के लिए दो स्पेशल बूथ बनाने के निर्देश दिए गए हैं। 
महिला स्पेशल बूथ पर 18 से वर्ष से अधिक आयु वाली महिलाओं का टीकाकरण किया जाएगा। 
लेकिन उन्हें स्लॉट लेना जरूरी होगा। जिले में दो महिला स्पेशल बूथ बनाए जाएंगे। 8 से 44 साल की उम्र के लोगों के टीकाकरण के लिए अभिभावकों, कर्मचारियों व शिक्षकों के लिए अलग-अलग बूथ लगाए जा जाएंगे। इसके अलावा विभिन्न आरडब्ल्यूए के सहयोग से घरेलू सहायिकाओं के लिए भी स्पेशल बूथ लगाए जा जाएंगे। इन बूथों पर ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन के बाद मेड को टीका लगाया जाएगा। इसके लिए आरडब्ल्यूए से सोसाइटी में आने वाली मेड की लिस्ट मांगी जाएगी और लिस्ट के आधार पर वैक्सीनेशन किया जाएगा। बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए नियर होम वैक्सीनेशन बूथ बनाए जाएंगें।
सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता ने बताया कि नियर होम बूथ पर ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन की सुविधा होगी। इन बूथों पर बुजुर्ग और दिव्यांग टीकाकरण करवा सकेंगे। सीएमओ ने कहा कि फिलहाल जिले में संचालित 10 बूथों को नियर होम बूथ में तबदील कर दिया गया है। इनमें लोनी, मुरादनगर में 2-2 बूथ और भोजपुर, डासना में 3-3 बूथ हैं। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. नीरज अग्रवाल ने बताया कि महिला स्पेशल बूथ सोमवार से शुरु किए जाएंगे। इनमें एक बूथ टीएचए में और एक बूथ सिटी क्षेत्र में बनाया जाएगा। इन बूथों पर केवल महिलाओं का टीकाकरण किया जाएगा और प्रीरजिस्ट्रेशन जरूरी होगा।

पेड़ लगाकर पर्यावरण रक्षित करने का संदेश दिया

अतुल त्यागी          
हापुड़। जिलाधिकारी अनुज सिंह ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कलेक्ट्रेट हापुड़ के प्रांगण में अशोक का पेड़ लगाकर पर्यावरण रक्षित करने का संदेश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि पृथ्वी हमारी सबसे बड़ी धरोहर है, उसका संरक्षण करना जरूरी है। पौधारोपण के अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि इस प्रांगण में गुलमोहर और पलाश के पौधे भी रोपित किए जाएं। जिससे यह प्रांगण हरा भरा बना रहे। उन्होंने कहा कि पौधारोपण कर आने वाली पीढ़ियों को पर्यावरण के महत्व से अवगत कराएं नहीं तो वसुंधरा कहीं जाने वाली पृथ्वी एक दिन बंजर होकर रह जाएगी।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी उदय सिंह ने भी अशोक का पौधा रोपण कर यह संदेश दिया कि स्वच्छ पर्यावरण हमारे लिए सबसे बड़ा उपहार है। पेड़-पौधों को लगातार काटे जाने से वातावरण दूषित होता जा रहा है। इसी क्रम में अपर जिलाधिकारी जयनाथ यादव के द्वारा भी बरगद का पेड़ लगाया और कहा कि हम पर्यावरण के प्रति सजग बने। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रकृति की सुरक्षा के लिए उसका संरक्षण जरूरी है। इसी के साथ- साथ उप जिलाधिकारी विशाल यादव के द्वारा भी अशोक का पौधा वृक्षारोपण कर इस कार्यक्रम में अपना सहयोग देते हुए वातावरण को स्वच्छ रखने का संदेश दिया।

पुलिस अधीक्षक का निर्देश, पौधारोपण किया गया

कौशाम्बी। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पुलिस महकमे द्वारा बड़े पैमाने पर पौधारोपण कर धरती को हरा-भरा करने का प्रयास किया गया है। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पूरे पुलिस विभाग में पौधारोपण किया गया है। विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून के अवसर पर पुलिस ऑफिस प्रांगण में स्थित नंदन पार्क के साथ साथ पुलिस ऑफिस पुलिस लाइन व समस्त थानों व पुलिस चौकियों पर वृक्षारोपण पुलिस अधीक्षक के निर्देशन पर कराया गया। पर्यावरण दिवस के अवसर पर धरती को हरी-भरी करने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक व अपर पुलिस अधीक्षक के द्वारा वृक्षारोपण किया गया है। इस मौके पर वृक्षारोपण के लाभ के बारे में पुलिस अधीक्षक ने लोगों को बताया और अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने का उन्होंने लोगों को सुझाव दिया। इस अवसर पर तमाम पुलिस कर्मी मौजूद रहे।

उज्ज्वल केशरवानी 

सोने-चांदी की कीमत में ब्रेक लगता हुआ नजर आया

अकांशु उपाध्याय            
नई दिल्ली। पिछले 2 महीने से लगातार तेजी का रुख दिखा रहे सोने और चांदी की कीमत में शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान ब्रेक लगता हुआ नजर आया। इस कारोबारी सप्ताह के दौरान सोना गिरकर 48,578 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ गया। जबकि सप्ताह की शुरुआत में सोमवार को सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 48,654 रुपये थी। सोने के साथ ही चांदी की कीमत में भी गिरावट दर्ज की गई है। पिछले सप्ताह के कारोबार के दौरान चांदी में तेजी भी आई, लेकिन आखिरी दो दिनों के दौरान हुई गिरावट ने इसकी कीमत में प्रति किलोग्राम कुल 333 रुपये की कमी करा दी। 
पिछले सप्ताह चांदी का बंद भाव 70,500 रुपये प्रति किलो था जो शुक्रवार को कमजोरी दिखाते हुए 70,167 रुपये प्रति किलो के भाव पर पहुंच गया। भारतीय बाजार में सोने की कीमत में आई इस कमी की एक बड़ी वजह अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में गिरावट को माना जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले सप्ताह सोने का बंद भाव 1,904 डॉलर प्रति औंस था, जो अब गिरकर 1,891 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर आ गया है। जानकारों का कहना है कि इस सप्ताह के आखिरी तीन दिनों के दौरान अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में आई मजबूती की वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में नरमी आई है।  
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत घटने का असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा है। इस नरमी के बावजूद जानकार आने वाले दिनों में सोने की कीमत में एक बार फिर तेजी आने की उम्मीद कर रहे हैं। माना जा रहा है कि चीन के बैंकों द्वारा सोने की खरीद शुरू करने के बाद एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में तेजी का दौर शुरू हो जाएगा, जिसके कारण सोना का वैश्विक मूल्य प्रति औंस 2,000 डॉलर के स्तर तक भी पहुंच सकता है। ऐसा होने पर भारतीय बाजार में भी सोने की कीमत में तेजी आने की संभावना बनेगी। 
पिछले 2 महीने से सोने और चांदी की कीमत में लगातार तेजी का रुख बना हुआ था। अप्रैल और मई के दौरान सोने की कीमत में प्रति 10 ग्राम 4,842 रुपये की और चांदी की कीमत में प्रति किलोग्राम 8,488 रुपये की तेजी दर्ज की गई। 
सिर्फ मई में ही सोने की कीमत में 2,241 रुपये की तेजी दर्ज की गई, वहीं चांदी की कीमत में भी मई के महीने में 3,550 रुपये की मजबूती आई। इसी तरह अप्रैल में भी सोने की कीमत में प्रति 10 ग्राम 2,601 रुपये और चांदी की कीमत में प्रति किलोग्राम 4,938 रुपये की मजबूती आई थी। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के चरम के दौरान सोना पिछले साल अगस्त में 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था। हालांकि बाद के दिनों में जैसे जैसे कोरोना के संक्रमण में कमी आई, वैसे वैसे सोने के दाम में भी कमी आती गई। कीमत में हुई इस गिरावट के कारण एक समय सोना अपने रिकॉर्ड लेवल से करीब 12,000 रुपये तक सस्ता हो गया था लेकिन उसके बाद सोने की कीमत में एक बार फिर तेजी का रुख बना, जो पिछले कारोबारी सप्ताह तक जारी था।  
इस कारोबारी सप्ताह में सोने की कीमत में मामूली कमी जरूर आई है लेकिन आने वाले दिनों में इसमें तेजी आने की संभावना जताई जा रही है। सर्राफा बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि मामूली गिरावट के बावजूद सोना इस साल के अंत तक प्रति 10 ग्राम 57,000 रुपये के स्तर तक जा सकता है, वहीं चांदी की कीमत में भी मौजूदा स्तर से करीब 12,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया जा रहा है। 

डीएम समेत 8 आईएएस अफसरों के तबादले किए

हरिओम उपाध्याय         
लखनऊ। शासन ने शनिवार को प्रयागराज, कौशाम्बी और बहराइच जिलों के जिलाधिकारी समेत आठ आईएएस अफसरों के तबादले किए है। प्रयागराज के जिलाधिकारी रहे भानु चंद्र गोस्वामी को हटा दिया हैं। अब उन्हें मुख्य कार्यपालक अधिकारी ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के पद पर नयी तैनाती दी गई है। उनके स्थान पर संयुक्त प्रबंध निदेशक जल निगम व विशेष सचिव नगर विकास संजय खत्री प्रयागराज के नए जिलाधिकारी बनाये गए हैं। 
कौशाम्बी जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह को संयुक्त प्रबंध निदेशक जल निगम व विशेष सचिव नगर विकास बनाया गया है। उनकी जगह पर ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के सीईओ सुजीत कुमार कौशाम्बी के नये डीएम  जिलाधिकारी होंगे। बहराइच के जिला अधिकारी शंभू कुमार को हटाकर माध्यमिक शिक्षा विभाग में विशेष सचिव के पद पर तैनात किया है। उनके स्थान पर विशेष सचिव संस्कृति दिनेश चंद्रा को बहराइच का डीएम बनाया गया है। लखनऊ के मुख्य विकास अधिकारी प्रभास कुमार को प्रतापगढ़ का मुख्य विकास अधिकारी बनाया गया है। प्रतापगढ़ के मुख्य विकास अधिकारी अश्वनी पांडे लखनऊ के मुख्य विकास अधिकारी बनाए गए हैं।

तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करना चाहिए: कांग्रेस

अकांशु उपाध्याय                

नई दिल्ली। कांग्रेस ने तीनों कृषि कानूनों से जुड़े अध्यादेश जारी किए जाने के एक साल पूरा होने के मौके पर शनिवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार को इन तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करना चाहिए। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह आरोप भी लगाया कि इन कानूनों के जरिए सरकार देश के किसानों को ‘बंधुआ मजदूर’ बनाना चाहती है। सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, ”मोदी सरकार तीन काले कृषि अध्यादेश आज ही के दिन 5 जून, 2020 को लेकर आई थी। मोदी जी ने कहा था कि महामारी की आपदा के समय वे इन काले कानून से अन्नदाता के लिए अवसर लिख रहे हैं। सही मायने में उन्होंने 25 लाख करोड़ सालाना के कृषि उत्पादों के व्यापार को अपने मुट्ठीभर पूंजीपति दोस्तों के लिए ‘अवसर’ लिखा और 62 करोड़ किसानों के हिस्से में उन्होंने ‘अवसाद’ लिख दिया।”

उन्होंने दावा किया, ”मोदी सरकार अनुबंध पर खेती के अनैतिक प्रावधानों के माध्यम से अन्नदाता भाइयों को चंद पूंजीपतियों का ‘बंधुआ मज़दूर’ बनाना चाहती है।” उनके मुताबिक, ”मोदी सरकार ने सत्ता में आते ही 2014 में अध्यादेश के माध्यम से किसानों की जमीन हड़पने की कोशिश की। साल 2015 में उच्चतम न्यायालय में शपथपत्र दे दिया कि किसानों को लागत के अलावा 50 प्रतिशत मुनाफा कभी भी समर्थन मूल्य के तौर पर नहीं दिया जा सकता। फिर 2016 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लेकर आए, जिससे चंद बीमा कंपनियों ने 26,000 करोड़ रुपये का मुनाफा कमवाया।” उन्होंने आरोप लगाया, ”5 जून, 2020 को लाए गए तीन काले कानूनों के माध्यम से किसानों की आजीविका पर फिर से डाका डालना चाहती है।” सुरजेवाला ने कहा, ”काले कानूनों की बरसी पर मोदी सरकार को चाहिए कि वो अपने निर्णय को वापस ले और इन कानूनों को फौरन खारिज करे।

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। संसद सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर...