अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। पिछले 2 महीने से लगातार तेजी का रुख दिखा रहे सोने और चांदी की कीमत में शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान ब्रेक लगता हुआ नजर आया। इस कारोबारी सप्ताह के दौरान सोना गिरकर 48,578 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ गया। जबकि सप्ताह की शुरुआत में सोमवार को सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 48,654 रुपये थी। सोने के साथ ही चांदी की कीमत में भी गिरावट दर्ज की गई है। पिछले सप्ताह के कारोबार के दौरान चांदी में तेजी भी आई, लेकिन आखिरी दो दिनों के दौरान हुई गिरावट ने इसकी कीमत में प्रति किलोग्राम कुल 333 रुपये की कमी करा दी।
पिछले सप्ताह चांदी का बंद भाव 70,500 रुपये प्रति किलो था जो शुक्रवार को कमजोरी दिखाते हुए 70,167 रुपये प्रति किलो के भाव पर पहुंच गया। भारतीय बाजार में सोने की कीमत में आई इस कमी की एक बड़ी वजह अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में गिरावट को माना जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले सप्ताह सोने का बंद भाव 1,904 डॉलर प्रति औंस था, जो अब गिरकर 1,891 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर आ गया है। जानकारों का कहना है कि इस सप्ताह के आखिरी तीन दिनों के दौरान अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में आई मजबूती की वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में नरमी आई है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत घटने का असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा है। इस नरमी के बावजूद जानकार आने वाले दिनों में सोने की कीमत में एक बार फिर तेजी आने की उम्मीद कर रहे हैं। माना जा रहा है कि चीन के बैंकों द्वारा सोने की खरीद शुरू करने के बाद एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में तेजी का दौर शुरू हो जाएगा, जिसके कारण सोना का वैश्विक मूल्य प्रति औंस 2,000 डॉलर के स्तर तक भी पहुंच सकता है। ऐसा होने पर भारतीय बाजार में भी सोने की कीमत में तेजी आने की संभावना बनेगी।
पिछले 2 महीने से सोने और चांदी की कीमत में लगातार तेजी का रुख बना हुआ था। अप्रैल और मई के दौरान सोने की कीमत में प्रति 10 ग्राम 4,842 रुपये की और चांदी की कीमत में प्रति किलोग्राम 8,488 रुपये की तेजी दर्ज की गई।
सिर्फ मई में ही सोने की कीमत में 2,241 रुपये की तेजी दर्ज की गई, वहीं चांदी की कीमत में भी मई के महीने में 3,550 रुपये की मजबूती आई। इसी तरह अप्रैल में भी सोने की कीमत में प्रति 10 ग्राम 2,601 रुपये और चांदी की कीमत में प्रति किलोग्राम 4,938 रुपये की मजबूती आई थी। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के चरम के दौरान सोना पिछले साल अगस्त में 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था। हालांकि बाद के दिनों में जैसे जैसे कोरोना के संक्रमण में कमी आई, वैसे वैसे सोने के दाम में भी कमी आती गई। कीमत में हुई इस गिरावट के कारण एक समय सोना अपने रिकॉर्ड लेवल से करीब 12,000 रुपये तक सस्ता हो गया था लेकिन उसके बाद सोने की कीमत में एक बार फिर तेजी का रुख बना, जो पिछले कारोबारी सप्ताह तक जारी था।
इस कारोबारी सप्ताह में सोने की कीमत में मामूली कमी जरूर आई है लेकिन आने वाले दिनों में इसमें तेजी आने की संभावना जताई जा रही है। सर्राफा बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि मामूली गिरावट के बावजूद सोना इस साल के अंत तक प्रति 10 ग्राम 57,000 रुपये के स्तर तक जा सकता है, वहीं चांदी की कीमत में भी मौजूदा स्तर से करीब 12,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया जा रहा है।