शनिवार, 5 जून 2021

पुलिस अधीक्षक का निर्देश, पौधारोपण किया गया

कौशाम्बी। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पुलिस महकमे द्वारा बड़े पैमाने पर पौधारोपण कर धरती को हरा-भरा करने का प्रयास किया गया है। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पूरे पुलिस विभाग में पौधारोपण किया गया है। विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून के अवसर पर पुलिस ऑफिस प्रांगण में स्थित नंदन पार्क के साथ साथ पुलिस ऑफिस पुलिस लाइन व समस्त थानों व पुलिस चौकियों पर वृक्षारोपण पुलिस अधीक्षक के निर्देशन पर कराया गया। पर्यावरण दिवस के अवसर पर धरती को हरी-भरी करने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक व अपर पुलिस अधीक्षक के द्वारा वृक्षारोपण किया गया है। इस मौके पर वृक्षारोपण के लाभ के बारे में पुलिस अधीक्षक ने लोगों को बताया और अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने का उन्होंने लोगों को सुझाव दिया। इस अवसर पर तमाम पुलिस कर्मी मौजूद रहे।

उज्ज्वल केशरवानी 

सोने-चांदी की कीमत में ब्रेक लगता हुआ नजर आया

अकांशु उपाध्याय            
नई दिल्ली। पिछले 2 महीने से लगातार तेजी का रुख दिखा रहे सोने और चांदी की कीमत में शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान ब्रेक लगता हुआ नजर आया। इस कारोबारी सप्ताह के दौरान सोना गिरकर 48,578 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ गया। जबकि सप्ताह की शुरुआत में सोमवार को सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 48,654 रुपये थी। सोने के साथ ही चांदी की कीमत में भी गिरावट दर्ज की गई है। पिछले सप्ताह के कारोबार के दौरान चांदी में तेजी भी आई, लेकिन आखिरी दो दिनों के दौरान हुई गिरावट ने इसकी कीमत में प्रति किलोग्राम कुल 333 रुपये की कमी करा दी। 
पिछले सप्ताह चांदी का बंद भाव 70,500 रुपये प्रति किलो था जो शुक्रवार को कमजोरी दिखाते हुए 70,167 रुपये प्रति किलो के भाव पर पहुंच गया। भारतीय बाजार में सोने की कीमत में आई इस कमी की एक बड़ी वजह अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में गिरावट को माना जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले सप्ताह सोने का बंद भाव 1,904 डॉलर प्रति औंस था, जो अब गिरकर 1,891 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर आ गया है। जानकारों का कहना है कि इस सप्ताह के आखिरी तीन दिनों के दौरान अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में आई मजबूती की वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में नरमी आई है।  
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत घटने का असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा है। इस नरमी के बावजूद जानकार आने वाले दिनों में सोने की कीमत में एक बार फिर तेजी आने की उम्मीद कर रहे हैं। माना जा रहा है कि चीन के बैंकों द्वारा सोने की खरीद शुरू करने के बाद एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में तेजी का दौर शुरू हो जाएगा, जिसके कारण सोना का वैश्विक मूल्य प्रति औंस 2,000 डॉलर के स्तर तक भी पहुंच सकता है। ऐसा होने पर भारतीय बाजार में भी सोने की कीमत में तेजी आने की संभावना बनेगी। 
पिछले 2 महीने से सोने और चांदी की कीमत में लगातार तेजी का रुख बना हुआ था। अप्रैल और मई के दौरान सोने की कीमत में प्रति 10 ग्राम 4,842 रुपये की और चांदी की कीमत में प्रति किलोग्राम 8,488 रुपये की तेजी दर्ज की गई। 
सिर्फ मई में ही सोने की कीमत में 2,241 रुपये की तेजी दर्ज की गई, वहीं चांदी की कीमत में भी मई के महीने में 3,550 रुपये की मजबूती आई। इसी तरह अप्रैल में भी सोने की कीमत में प्रति 10 ग्राम 2,601 रुपये और चांदी की कीमत में प्रति किलोग्राम 4,938 रुपये की मजबूती आई थी। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के चरम के दौरान सोना पिछले साल अगस्त में 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था। हालांकि बाद के दिनों में जैसे जैसे कोरोना के संक्रमण में कमी आई, वैसे वैसे सोने के दाम में भी कमी आती गई। कीमत में हुई इस गिरावट के कारण एक समय सोना अपने रिकॉर्ड लेवल से करीब 12,000 रुपये तक सस्ता हो गया था लेकिन उसके बाद सोने की कीमत में एक बार फिर तेजी का रुख बना, जो पिछले कारोबारी सप्ताह तक जारी था।  
इस कारोबारी सप्ताह में सोने की कीमत में मामूली कमी जरूर आई है लेकिन आने वाले दिनों में इसमें तेजी आने की संभावना जताई जा रही है। सर्राफा बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि मामूली गिरावट के बावजूद सोना इस साल के अंत तक प्रति 10 ग्राम 57,000 रुपये के स्तर तक जा सकता है, वहीं चांदी की कीमत में भी मौजूदा स्तर से करीब 12,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया जा रहा है। 

डीएम समेत 8 आईएएस अफसरों के तबादले किए

हरिओम उपाध्याय         
लखनऊ। शासन ने शनिवार को प्रयागराज, कौशाम्बी और बहराइच जिलों के जिलाधिकारी समेत आठ आईएएस अफसरों के तबादले किए है। प्रयागराज के जिलाधिकारी रहे भानु चंद्र गोस्वामी को हटा दिया हैं। अब उन्हें मुख्य कार्यपालक अधिकारी ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के पद पर नयी तैनाती दी गई है। उनके स्थान पर संयुक्त प्रबंध निदेशक जल निगम व विशेष सचिव नगर विकास संजय खत्री प्रयागराज के नए जिलाधिकारी बनाये गए हैं। 
कौशाम्बी जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह को संयुक्त प्रबंध निदेशक जल निगम व विशेष सचिव नगर विकास बनाया गया है। उनकी जगह पर ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के सीईओ सुजीत कुमार कौशाम्बी के नये डीएम  जिलाधिकारी होंगे। बहराइच के जिला अधिकारी शंभू कुमार को हटाकर माध्यमिक शिक्षा विभाग में विशेष सचिव के पद पर तैनात किया है। उनके स्थान पर विशेष सचिव संस्कृति दिनेश चंद्रा को बहराइच का डीएम बनाया गया है। लखनऊ के मुख्य विकास अधिकारी प्रभास कुमार को प्रतापगढ़ का मुख्य विकास अधिकारी बनाया गया है। प्रतापगढ़ के मुख्य विकास अधिकारी अश्वनी पांडे लखनऊ के मुख्य विकास अधिकारी बनाए गए हैं।

तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करना चाहिए: कांग्रेस

अकांशु उपाध्याय                

नई दिल्ली। कांग्रेस ने तीनों कृषि कानूनों से जुड़े अध्यादेश जारी किए जाने के एक साल पूरा होने के मौके पर शनिवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार को इन तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करना चाहिए। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह आरोप भी लगाया कि इन कानूनों के जरिए सरकार देश के किसानों को ‘बंधुआ मजदूर’ बनाना चाहती है। सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, ”मोदी सरकार तीन काले कृषि अध्यादेश आज ही के दिन 5 जून, 2020 को लेकर आई थी। मोदी जी ने कहा था कि महामारी की आपदा के समय वे इन काले कानून से अन्नदाता के लिए अवसर लिख रहे हैं। सही मायने में उन्होंने 25 लाख करोड़ सालाना के कृषि उत्पादों के व्यापार को अपने मुट्ठीभर पूंजीपति दोस्तों के लिए ‘अवसर’ लिखा और 62 करोड़ किसानों के हिस्से में उन्होंने ‘अवसाद’ लिख दिया।”

उन्होंने दावा किया, ”मोदी सरकार अनुबंध पर खेती के अनैतिक प्रावधानों के माध्यम से अन्नदाता भाइयों को चंद पूंजीपतियों का ‘बंधुआ मज़दूर’ बनाना चाहती है।” उनके मुताबिक, ”मोदी सरकार ने सत्ता में आते ही 2014 में अध्यादेश के माध्यम से किसानों की जमीन हड़पने की कोशिश की। साल 2015 में उच्चतम न्यायालय में शपथपत्र दे दिया कि किसानों को लागत के अलावा 50 प्रतिशत मुनाफा कभी भी समर्थन मूल्य के तौर पर नहीं दिया जा सकता। फिर 2016 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लेकर आए, जिससे चंद बीमा कंपनियों ने 26,000 करोड़ रुपये का मुनाफा कमवाया।” उन्होंने आरोप लगाया, ”5 जून, 2020 को लाए गए तीन काले कानूनों के माध्यम से किसानों की आजीविका पर फिर से डाका डालना चाहती है।” सुरजेवाला ने कहा, ”काले कानूनों की बरसी पर मोदी सरकार को चाहिए कि वो अपने निर्णय को वापस ले और इन कानूनों को फौरन खारिज करे।

जज पर चप्पलें फेंकने के अपराध में 18 माह की सजा

राजकोट। गुजरात के राजकोट जिले में चाय बेचने वाले एक व्यक्ति को यहां मजिस्ट्रेट अदालत ने जज पर चप्पलें फेंकने के अपराध में 18 महीने की सजा सुनाई। आरोपी व्यक्ति ने उसके एक मामले में सुनवाई लंबित पड़े होने से नाराज होकर 2012 में हाई कोर्ट के एक जज पर चप्पलें फेंकी थी। मिर्जापुर ग्रामीण अदालत के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट वी-ए-धधल ने गुरुवार को आरोपी भवानीदास बावाजी को आईपीसी की धारा 353 (एक सरकारी कर्मचारी को उसके कर्तव्य का निर्वहन करने से रोकने के लिए हमला) के तहत दोषी ठहराया है। पुलिस ने बताया कि बावाजी ने दावा किया था कि वह उसके मामले की सुनवाई लंबित होने से नाराज था। इसलिए उसने हताश होकर जज पर चप्पलें फेंक दी।
यह देखते हुए कि जज पर चप्पल फेंकने का मामला निदंनीय है, मजिस्ट्रेट ने बावाजी को प्रोबेशन के तहत राहत देने से इंकार कर दिया। इस प्रावधान के तहत दोषी के अच्छे आचरण को देखते हुए उसे रिहा कर दिया जाता है। मजिस्ट्रेट ने राजकोट के रहने वाले बावाजी को 18 महीने कैद की सजा सुनाई है। कोर्ट ने उसकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए उस पर कोई जुर्माना नहीं लगाया है।
इस मामले के मुताबिक, आरोपी ने 11 अप्रैल 2012 को सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट के जज केएस झावेरी पर अपनी चप्पलें फेंक दी थी। लेकिन वे उन्हें लगी नहीं थी। जब जज ने कारण पूछा, तो बावाजी ने कहा था कि उन्होंने हताशा में ऐसा किया था। क्योंकि उनका मामला लंबे समय से सुनवाई के लिए नहीं आया था। इसके बाद बावाजी को सोला पुलिस थाने के हवाले कर दिया गया था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 186 और 353 के तहत मामला दर्ज कर लिया था।
पुलिस की जांच में पता चला था कि बावाजी भयवदार में सड़क किनारे चाय की दुकान चलाते थे। 
जब भयवदार नगर पालिका ने उन्हें स्टाल हटाने के लिए कहा, तो बावाजी गोंडल जिला कोर्ट से नगर निकाय के खिलाफ मोहलत लेने का आदेश मिलने में सफल रहे। इसके बाद नगर पालिका ने हाई कोर्ट में अपील दायर की।
सुनवाई में जाने के लिए नहीं उठा पा रहा था खर्च
बावाजी ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि उस अपील के आधार पर नगर पालिका ने उनकी चाय की दुकान हटा दी, इससे वह बेरोजगार हो गए। आरोपी ने बताया कि कमाई का दूसरा जरिए न होने के कारण उसने अपना मानसिक संतुलन खो दिया था, क्योंकि उसे सुनवाई में भाग लेने के लिए अहमदाबाद जाने के लिए उधार लेना पड़ा था। इसके कारण उसे दूसरों से उधार पैसे मांगने पड़ते थे।

जियो: नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग की सुविधा

अकांशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। जियो के प्लान आज भी अन्य टेलीकॉम कंपनियों के मुकाबले सस्ते हैं। आप चाहें 84 दिन वाले प्लान से तुलना करें या फिर किसी मासिक प्लान से, जियो के प्लान आपको सस्ते ही नजर आएंगे। जियो के पास दो तरह के प्री-पेड प्लान हैं। जिनमें एक स्मार्टफोन के लिए है और दूसरा जियो फोन (फीचर फोन) के लिए है। जियो फोन के प्लान स्मार्टफोन के प्लान के मुकाबले काफी सस्ते हैं। 
जियो फोन के लिए सबसे सस्ते  प्लान की कीमत 39 रुपये है। जियो फोन के इस प्लान में आपको सभी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग की सुविधा मिलती है। इसके अलावा इस प्लान 1400 एमबी इंटरनेट भी मिलता है। जियो फोन के 39 रुपये वाले प्लान की वैधता 14 दिन की है यानी हर रोज आपको 100 एमबी इंटरनेट मिलेगा। डाटा खत्म होने के बाद 64kbps की स्पीड से इंटरनेट मिलेगा। इस प्लान में भी आपको स्मार्टफोन वाले प्लान की तरह जियो के सभी एप्स का सब्सक्रिप्शन मिलेगा।
जियो फोन के लिए 69  रुपये का भी एक प्लान है जिसमें 14 दिनों की वैधता मिलती है। इस प्लान में 500एमबी डाटा मिलता है। साथ ही सभी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग के साथ जियो के सभी एप्स का सब्सक्रिप्शन भी मिलता है। जियो फोन के लिए 28 दिनों वाले प्लान की कीमत 75 रुपये है। इसमें भी आपको 500एमबी डाटा + 200एमबी एक्स्ट्रा डाटा मिलता है। यदि आप अधिक डाटा चाहते हैं तो आप 155 रुपये वाला रिचार्ज करा सकते हैं। इस प्लान में 28 दिनों की वैधता मिलेगी और रोज 1 जीबी डाटा मिलेगा। इस प्लान में भी सभी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग के साथ जियो एप्स के सब्सक्रिप्शन मिलेंगे।

ब्लैक फंगस से लड़ने के लिए 'धूप' का उपचार बताया

संदीप मिश्र                  
बरेली। कोविड की दूसरी लहर का प्रभाव धीरे-धीरे कम हो रहा है। वहीं अब ब्लैक फंगस से निपटने के लिए शासन-प्रशासन ने कमर कस ली है। चिकित्सक ब्लैक फंगस से लड़ने के लिए धूप का उपचार बताया है।चिकित्सकों का कहना है कि ब्लैक फंगस गंदगी, नमी और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण पैदा होता है। ऐसे में धूप ही दवा का काम करेगी और ब्लैक फंगस उसके सामने दम तोड़ता नजर आएगा। शरीर को धूप से तपाने पर विटामिन डी, आक्सीजन और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। 300 बेड कोविड अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. बागीश वैश्य के अनुसार ब्लैक फंगस कोरोना पॉजिटिव और निगेटिव दोनों मरीजों में हो सकता है।
स्टेरायड का अधिक प्रयोग शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम करता है। जिससे मरीज के उच्च रक्त चाप, मधुमेह व लाइलाज बीमारी कैंसर आदि से पीड़ित होने और लंबे समय तक आक्सीजन मास्क लगाने की वजह से नमी का दबाव बढ़ता है और ब्लैक फंगस होने का खतरा ज्यादा रहता है। धूप शरीर पर प्रभाव छोड़ने वाले अनेक संक्रमणों को निष्क्रिय कर देती है। सूर्योदय में व दिन की कड़ाके की धूप दोनों ही शरीर के लिए लाभदायक हैं। धूप में एंटी कैंसर तत्व भी पाए जाते हैं। सूर्य की रोशनी से शरीर में श्वेत रक्त कणिकाओं का निमार्ण होता है। शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है, साथ ही नसें सिकुड़ने नहीं देती है और नसों में खून का प्रवाह भी निरंतर बना रहता है। धूप से जठराग्नि सक्रिय रहकर भोजन के धातु तत्व पुष्ट करके पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है।

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भविष्यवाणी क...