शनिवार, 5 जून 2021

जज पर चप्पलें फेंकने के अपराध में 18 माह की सजा

राजकोट। गुजरात के राजकोट जिले में चाय बेचने वाले एक व्यक्ति को यहां मजिस्ट्रेट अदालत ने जज पर चप्पलें फेंकने के अपराध में 18 महीने की सजा सुनाई। आरोपी व्यक्ति ने उसके एक मामले में सुनवाई लंबित पड़े होने से नाराज होकर 2012 में हाई कोर्ट के एक जज पर चप्पलें फेंकी थी। मिर्जापुर ग्रामीण अदालत के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट वी-ए-धधल ने गुरुवार को आरोपी भवानीदास बावाजी को आईपीसी की धारा 353 (एक सरकारी कर्मचारी को उसके कर्तव्य का निर्वहन करने से रोकने के लिए हमला) के तहत दोषी ठहराया है। पुलिस ने बताया कि बावाजी ने दावा किया था कि वह उसके मामले की सुनवाई लंबित होने से नाराज था। इसलिए उसने हताश होकर जज पर चप्पलें फेंक दी।
यह देखते हुए कि जज पर चप्पल फेंकने का मामला निदंनीय है, मजिस्ट्रेट ने बावाजी को प्रोबेशन के तहत राहत देने से इंकार कर दिया। इस प्रावधान के तहत दोषी के अच्छे आचरण को देखते हुए उसे रिहा कर दिया जाता है। मजिस्ट्रेट ने राजकोट के रहने वाले बावाजी को 18 महीने कैद की सजा सुनाई है। कोर्ट ने उसकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए उस पर कोई जुर्माना नहीं लगाया है।
इस मामले के मुताबिक, आरोपी ने 11 अप्रैल 2012 को सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट के जज केएस झावेरी पर अपनी चप्पलें फेंक दी थी। लेकिन वे उन्हें लगी नहीं थी। जब जज ने कारण पूछा, तो बावाजी ने कहा था कि उन्होंने हताशा में ऐसा किया था। क्योंकि उनका मामला लंबे समय से सुनवाई के लिए नहीं आया था। इसके बाद बावाजी को सोला पुलिस थाने के हवाले कर दिया गया था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 186 और 353 के तहत मामला दर्ज कर लिया था।
पुलिस की जांच में पता चला था कि बावाजी भयवदार में सड़क किनारे चाय की दुकान चलाते थे। 
जब भयवदार नगर पालिका ने उन्हें स्टाल हटाने के लिए कहा, तो बावाजी गोंडल जिला कोर्ट से नगर निकाय के खिलाफ मोहलत लेने का आदेश मिलने में सफल रहे। इसके बाद नगर पालिका ने हाई कोर्ट में अपील दायर की।
सुनवाई में जाने के लिए नहीं उठा पा रहा था खर्च
बावाजी ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि उस अपील के आधार पर नगर पालिका ने उनकी चाय की दुकान हटा दी, इससे वह बेरोजगार हो गए। आरोपी ने बताया कि कमाई का दूसरा जरिए न होने के कारण उसने अपना मानसिक संतुलन खो दिया था, क्योंकि उसे सुनवाई में भाग लेने के लिए अहमदाबाद जाने के लिए उधार लेना पड़ा था। इसके कारण उसे दूसरों से उधार पैसे मांगने पड़ते थे।

जियो: नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग की सुविधा

अकांशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। जियो के प्लान आज भी अन्य टेलीकॉम कंपनियों के मुकाबले सस्ते हैं। आप चाहें 84 दिन वाले प्लान से तुलना करें या फिर किसी मासिक प्लान से, जियो के प्लान आपको सस्ते ही नजर आएंगे। जियो के पास दो तरह के प्री-पेड प्लान हैं। जिनमें एक स्मार्टफोन के लिए है और दूसरा जियो फोन (फीचर फोन) के लिए है। जियो फोन के प्लान स्मार्टफोन के प्लान के मुकाबले काफी सस्ते हैं। 
जियो फोन के लिए सबसे सस्ते  प्लान की कीमत 39 रुपये है। जियो फोन के इस प्लान में आपको सभी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग की सुविधा मिलती है। इसके अलावा इस प्लान 1400 एमबी इंटरनेट भी मिलता है। जियो फोन के 39 रुपये वाले प्लान की वैधता 14 दिन की है यानी हर रोज आपको 100 एमबी इंटरनेट मिलेगा। डाटा खत्म होने के बाद 64kbps की स्पीड से इंटरनेट मिलेगा। इस प्लान में भी आपको स्मार्टफोन वाले प्लान की तरह जियो के सभी एप्स का सब्सक्रिप्शन मिलेगा।
जियो फोन के लिए 69  रुपये का भी एक प्लान है जिसमें 14 दिनों की वैधता मिलती है। इस प्लान में 500एमबी डाटा मिलता है। साथ ही सभी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग के साथ जियो के सभी एप्स का सब्सक्रिप्शन भी मिलता है। जियो फोन के लिए 28 दिनों वाले प्लान की कीमत 75 रुपये है। इसमें भी आपको 500एमबी डाटा + 200एमबी एक्स्ट्रा डाटा मिलता है। यदि आप अधिक डाटा चाहते हैं तो आप 155 रुपये वाला रिचार्ज करा सकते हैं। इस प्लान में 28 दिनों की वैधता मिलेगी और रोज 1 जीबी डाटा मिलेगा। इस प्लान में भी सभी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग के साथ जियो एप्स के सब्सक्रिप्शन मिलेंगे।

ब्लैक फंगस से लड़ने के लिए 'धूप' का उपचार बताया

संदीप मिश्र                  
बरेली। कोविड की दूसरी लहर का प्रभाव धीरे-धीरे कम हो रहा है। वहीं अब ब्लैक फंगस से निपटने के लिए शासन-प्रशासन ने कमर कस ली है। चिकित्सक ब्लैक फंगस से लड़ने के लिए धूप का उपचार बताया है।चिकित्सकों का कहना है कि ब्लैक फंगस गंदगी, नमी और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण पैदा होता है। ऐसे में धूप ही दवा का काम करेगी और ब्लैक फंगस उसके सामने दम तोड़ता नजर आएगा। शरीर को धूप से तपाने पर विटामिन डी, आक्सीजन और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। 300 बेड कोविड अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. बागीश वैश्य के अनुसार ब्लैक फंगस कोरोना पॉजिटिव और निगेटिव दोनों मरीजों में हो सकता है।
स्टेरायड का अधिक प्रयोग शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम करता है। जिससे मरीज के उच्च रक्त चाप, मधुमेह व लाइलाज बीमारी कैंसर आदि से पीड़ित होने और लंबे समय तक आक्सीजन मास्क लगाने की वजह से नमी का दबाव बढ़ता है और ब्लैक फंगस होने का खतरा ज्यादा रहता है। धूप शरीर पर प्रभाव छोड़ने वाले अनेक संक्रमणों को निष्क्रिय कर देती है। सूर्योदय में व दिन की कड़ाके की धूप दोनों ही शरीर के लिए लाभदायक हैं। धूप में एंटी कैंसर तत्व भी पाए जाते हैं। सूर्य की रोशनी से शरीर में श्वेत रक्त कणिकाओं का निमार्ण होता है। शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है, साथ ही नसें सिकुड़ने नहीं देती है और नसों में खून का प्रवाह भी निरंतर बना रहता है। धूप से जठराग्नि सक्रिय रहकर भोजन के धातु तत्व पुष्ट करके पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है।

कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में हैं: शिवराज

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है। प्रदेश में कल 81 हजार टेस्ट हुए थे।जिनमें केवल 718 पॉजीटिव प्रकरण आए हैं। पॉजिटिविटी रेट अब घटकर 0.8 प्रतिशत हो गया है।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चौहान स्मार्ट सिटी पार्क में वृक्षारोपण के उपरांत मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पाँच जिले ऐसे हैं। जिनमें कल कोरोना का एक भी प्रकरण नहीं आया। हमें आशा है कि प्रदेश के कई जिले अगले कुछ दिनों में पूरी तरह कोरोना मुक्त हो जायेंगे। 

उन्होंने कहा कि अभी इंदौर, भोपाल और जबलपुर में कोरोना के प्रकरणों की कुछसंख्या हैं, अभी लगातार सावधानी रखी जा रही है। अगर पाँच प्रतिशत से कम पॉजिटिविटी दर होती है तो कोरोना संक्रमण नियंत्रण में माना जाता है। हम 0.8 प्रतिशत पॉजिटिविटी रेट पर पहुँच चुके। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चौहान ने कहा कि अभी भी जनता का सहयोग आवश्यक है। ग्राम, वार्ड, नगर और जिलों की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियाँ अनलॉक की प्रक्रिया में पूरी सतर्कता बरत रही हैं। हमें कोविड अनुकूल व्यवहार अर्थात मास्क लगाना, दूरी बनाए रखना, बार-बार हाथ साफ करना आदि को अपनी आदत में शामिल करना होगा। दुकानदारों को भी दूरी बनाये रखने, दुकानों पर भीड़ नहीं लगने देने जैसी सावधानियों को अपनाना होगा।


प्रकृति के साथ सद्भाव में रहना भारतीय लोकाचार

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को कहा कि प्रकृति के साथ सद्भाव में रहना भारतीय लोकाचार के केंद्र में रहा है।विश्व पर्यावरण दिवस प्रतिवर्ष 5 जून को मनाया जाता है।

कोविंद ने ट्वीट किया, "प्रकृति के साथ सद्भाव में रहना और जैव विविधता की रक्षा करना भारतीय लोकाचार और संस्कृति के केंद्र में रहा है। विश्व पर्यावरण दिवस पर, जब मानवता कोविड-19 के खिलाफ लड़ रही है, हम एक स्थायी भविष्य के लिए वैश्विक समुदाय के साथ काम करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं।"

लीज बढ़ाने से मना किया, वापिस रूस भेजी पनडुब्बी

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। रूस से 10 साल की लीज पर ली गई पनडुब्बी आईएनएस चक्र शुक्रवार को वापस चली गई। दरअसल, भारत ने ​लीज अवधि को आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया है। आईएनएस चक्र भारतीय नौसेना के पास इकलौती ऐसी पनडुब्बी थी, जो परमाणु हमला करने की क्षमता से लैस थी। अब भारत को चार साल बगैर परमाणु पनडुब्बी के गुजारने पड़ेंगे, क्योंकि रूस से 2025 में 10 साल के लिए परमाणु क्षमता से लैस दूसरी पनडुब्बी मिलेगी।

भारत ने 2012 में लगभग 1 बिलियन डॉलर की लागत से परमाणु हमला करने में सक्षम पनडुब्बी आईएनएस चक्र को 10 वर्षों की अवधि के लिए पट्टे पर लिया गया था। अकुला-2 श्रेणी की आईएनएस चक्र को 04 अप्रैल, 2012 को भारतीय नौसेना में शामिल करके विशाखापत्तनम में तैनात किया गया था। इस पनडुब्बी की दस साल की लीज जनवरी, 2022 में समाप्त होने वाली है लेकिन पट्टे की समाप्ति से लगभग दस महीने पहले उसे रूस को लौटा दिया गया है। 8,140 टन की पनडुब्बी वर्तमान में रूस के व्लादिवोस्तोक के रास्ते में है। पनडुब्बी को एक भारतीय दल संचालित कर रहा है। उसके साथ एक रूसी और भारतीय युद्धपोत भी जा रहा है।

भारत के पास इस समय दो परमाणु संचालित पनडुब्बियां थीं, जिसमें से आईएनएस चक्र को लीज खत्म होने से पहले ही रूसी शिपयार्ड में वापस भेज दिया गया है। दरअसल भारत ने पट्टे की अवधि 10 साल से आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है। अब भारतीय नौसेना के पास स्वदेश निर्मित परमाणु चालित पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत बची है, जो बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस है। लीज खत्म होने से पहले पनडुब्बी आईएनएस चक्र की वापसी उसके 'अविश्वसनीय पावरप्लांट और रखरखाव के मुद्दों' की वजह से आवश्यक हो गई थी। इसका उपयोग भारतीय नौसेना ने उन्नत परमाणु पनडुब्बियों पर कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए किया था। इसी का नतीजा था कि नौसेना के अधिकारियों को भारत में निर्मित बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बियों, आईएनएस अरिहंत और आईएनएस अरिघाट पर कार्य करने की दक्षता हासिल हुई। ​

भारत ने 2019 में रूस से अकुला श्रेणी की तीसरी परमाणु संचालित हमला पनडुब्बी आईएनएस चक्र-III को पट्टे पर देने के लिए 3.3 बिलियन डॉलर के सौदे पर हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते के तहत रूस से 2025 तक पनडुब्बी चक्र-II की जगह चक्र-III भारतीय नौसेना को सौंप दिए जाने की संभावना है। रूस से 3.3 बिलियन डॉलर के सौदे में भारतीय संचार और सेंसर सिस्टम के साथ पनडुब्बी का नवीनीकरण, स्पेयर पार्ट सपोर्ट और इसके संचालन के लिए तकनीकी बुनियादी ढांचे का प्रशिक्षण शामिल है। हालांकि अंतरराष्ट्रीय संधियों के कारण नई पनडुब्बी लंबी दूरी की परमाणु मिसाइलों से लैस नहीं होगी।

भारतीय नौसेना को इस समय पनडुब्बियों की कमी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि उसने पिछले 15 वर्षों में तीन पनडुब्बियों को सेवा से हटा दिया है। भारतीय नौएना ने आईएनएस वेला को जून 2010 में, आईएनएस वागली को दिसम्बर, 2010 में और आईएनएस सिंधुरक्षक को जून, 2017 में डिकमीशन कर दिया गया था। हिन्द महासागर में चीन का मुकाबला करने के लिए भारत को स्वदेशी प्रोजेक्ट-75आई के तहत छह स्टील्थ पनडुब्बियों का निर्माण करने की मंजूरी 04 जून को ही मिली है। विदेशी सहयोग से घरेलू निर्माण के लिए 14 साल से लंबित 43 हजार करोड़ रुपये की इस परियोजना की पनडुब्बियों को नौसेना के बेड़े में शामिल होने में लगभग एक दशक लगेगा।

100 फुट लंबे काले झंडे के साथ बंदी का विरोध

श्रीराम मौर्य   
रूद्रपुर। बाजार को अनलॉक करने की मांग को लेकर रूद्रपुर के व्यपारियो द्वारा 100 फिट का काल झंडा लेकर बाजार में रैली निकाल कर सरकार से बाजार खोलने की मांग की। इस दौरान व्यपारियो ने सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाजी भी की। बाजार को ऑन लॉक करने की मांग को लेकर प्रांतीय व्यापार मंडल द्वारा आज 100 फिट का ब्लेक कपड़ा घूम कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान व्यपारियो ने सरकार के खिलाफ जम कर नारे बाज़ी करते हुए सरकार से अतिशीघ्र बाजार खोलने के आदेश जारी करने की मांग की है। 
प्रदर्शन के दौरान व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जुनेजा ने बताया कि व्यपारी इस कोरोना कर्फ्यू में पीस रहा है। उसके सामने भुखमरी जैसे हालात खड़े होने लगे है। एक तो दुकान का किराया ऊपर से बैंक का ऋण ओर घर का खर्चा तीनो ही बात व्यपारी को डरा रही है। उन्होंने बताया कि व्यपार मंडल द्वारा पिछले कई दिनों से प्रदर्शन किया जा रहा है। यहा तक कि कल मुख्यमंत्री से प्रशासन द्वारा भेंट भी नही करने दी। उन्होंने कहा कि आज उनके द्वारा 100 फिट के काले झंडे के साथ विरोध प्रदर्शन किया गया है। अगर सरकार अपने फैसले पर विचार नही करती तो उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। 

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। संसद सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर...