बुधवार, 2 जून 2021

दिल्ली के लोगों को ऑक्सीजन संकट झेलना पड़ा

अकांशु उपाध्याय          

नई दिल्ली। जनता दल यूनाइटेड जदयू ने केजरीवाल सरकार की घरों तक शराब पहुँचाने की योजना की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि कोरोना महामारी की भविष्य में तीसरी लहर से निपटने की तैयारी करने की बजाए, सरकार मोबाइल एप के जरिए शराब पहुंचाने में ज्यादा दिलचस्पी ले रही है। जदयू के प्रवक्ता सत्य प्रकाश मिश्रा ने आज एक बयान जारी कर कहा कि दिल्ली सरकार को सबसे पहले कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन में आम जनता को राशन, रोजगार जाने के कारण और आर्थिक तंगी जैसी समस्या को पहले दूर करना चाहिए था न कि शराब की होम डिलीवरी कैसे हो ? इस बात की चिंता करनी चाहिए थी। कोरोना की दूसरी लहर में जिस तरह दिल्ली के आम लोगों को ऑक्सीजन संकट झेलना पड़ा। इसके लिये दर दर भटकना पड़ा और कई जाने इसकी कमी के कारण चली गयी। इतना ही नहीं रेमडीसीविर इंजेक्शन समेत अन्य दवाइयों और अस्पताल में बेड के लिये जिस संकट से गुजरना पड़ा इसको ध्यान में रखते हुए भविष्य में तीसरी लहर से निपटने की तैयारी करने की बजाए केजरीवाल सरकार मोबाइल एप के जरिए शराब पहुंचाने में ज्यादा दिलचस्पी ले रही है। सत्यप्रकाश मिश्रा ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार का एक कोरोना एप है। जिस पर व्हाट्सअप है। यदि उस पर कोई सहायता के लिये मैसेज डालता है तो उसका जवाब कभी नहीं आता। लेकिन दूसरी तरफ शराब एप को कारागार बनाने में जो दिलचस्पी केजरीवाल सरकार दिखा रही है। काश कोरोना एप से आम जनता को सीधा सहायता पहुंचाने में भी दिखाते। उन्होंने कहा कि काश केजरीवाल ऑक्सीजन भी उन लोगों तक पहुँचाने में समय पर काम करते ताकि दिल्ली की जनता को एक सिलेंडर की भारी कीमत न चुकानी पड़ती और काफी जिंदगियां भी बचाई जा सकती थी। उन्होंने कहा कि सीएम केजरीवाल ने दूसरी लहर की शुरुआत में ही कह दिया था कि दिल्ली में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है जिसके कारण वह भीषण कोरोना त्रासदी का सामना ही नहीं कर पाए। अब भी वह शराब की होम डिलीवरी पर फोकस करने की बजाय दिल्ली के आम लोगों को राशन और उनकी आर्थिक तंगी को दूर करने के उपायों पर ज्यादा ध्यान दें। आम आदमी पार्टी की सरकार आम लोगों की आम परेशानियों से दूर होती जा रही है। दिल्ली की जनता ने उन्हें दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया है न कि प्रचार मंत्री। बेहतर हो वह राशन समस्या, रोजागार संकट, आर्थिक तंगी और तीसरी लहर से निपटने पर ध्यान दें। दिल्ली को शराब आधारित आर्थिक नीति पर न धकेले और शराब बटवाने का मसीहा न बने।

संगठन महामंत्री ने कयासों पर लगाया पूर्ण विराम

हरिओम उपाध्याय             

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कई दिनों तक चले भाजपा नेताओं की बैठक के दौर के बीच योगी आदित्यनाथ सरकार के भविष्य को लेकर लगाए जा रहे तमाम कयासों पर संगठन महामंत्री ने पूर्ण विराम लगा दिया है। उन्होंने एक ट्वीट के जरिए कोरोना वायरस के संक्रमण से आए संकट से निपटने में योगी आदित्यनाथ सरकार की तारीफ की है। बुधवार को भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए कोरोना संकट से निपटने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार की तारीफ में कसीदे गढ़े हैं। उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर दिल्ली से उत्तर प्रदेश की तुलना करते हुए लिखा है कि एक केंद्र शासित प्रदेश के सीएम राज्य की डेढ़ करोड़ लोगों की आबादी को मैनेज करने में विफल रहे हैं। जबकि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 200000000 से भी अधिक आबादी वाले प्रदेश में कोरोना संक्रमण पर काबू प्राप्त किया है। गौरतलब है कि भाजपा के संगठन महासचिव बीएल संतोष राजधानी लखनऊ पहुंचे थे। जहां उन्होंने राज्य सरकार के कई मंत्रियों और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करते हुए उनसे सरकार के संबंध में फीडबैक प्राप्त किया था। 2 दिनों तक चले बैठकों व मंत्रियों तथा पार्टी नेताओं से मुलाकातों के दौर के बीच इस प्रकार के कयास लगाए जा रहे थे कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व उत्तर प्रदेश में पार्टी और सरकार के कामकाज को लेकर चिंतित है और इसी के चलते बैठकर आयोजित की गई हैं। एक बैठक में भाजपा के कई नेताओं ने संगठन महामंत्री बीएल संतोष से कहा था कि राज्य के अफसर उनकी कोई सुनवाई नहीं करते हैं। जिसके चलते वह लोगों के कोई कामकाज नहीं करा पा रहे हैं। राजनैतिक क्षेत्रों में इन शिकायतों को पार्टी और सरकार के बीच तालमेल की कमी के तौर पर देखा गया था।

सीमा पर संघर्षविराम का उल्लंघन, गोलाबारी की

श्रीनगर। पडोसी देश पाकिस्तार बार बार मुंह की खाने के बाद भी अपनी नापाक हरकतों से बाज नही आ रहा है। पाकिस्तान ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संघर्षविराम का उल्लंघन करते हुए गोलीबारी की। बुधवार को आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने बिना किसी उकसावे के आज सुबह अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर करीब 20 से 25 राउंड की गोलीबारी की। सूत्रों ने बताया कि भारत पाक सीमा पर सुरक्षा और चोकसी के लिये तैनात सीमा सुरक्षा बलों बीएसएफ के जवानों ने पाकिस्तान की इस गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया। पाकिस्तान की गोलीबारी में किसी के हताहत या किसी तरह के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। इससे पहले 18 मई को बीएसएफ के जवानों ने सांबा सेक्टर में घूसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया था और इस दौरान एक घायल घुसपैठिये को पकड़ लिया था। वहीं बीएसएफ ने 14 मई को सीमावर्ती सांबा जिले पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन से गिराये गये हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा बरामद किया था।

टी-20 विश्व कप का आयोजन संभव हैं या नहीं ?

आबुधाबी। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को यह तय करने के लिए 28 जून तक का समय दिया है कि वह अक्टूबर-नवम्बर में टी-20 विश्व कप का आयोजन करा सकता है या नहीं। आईसीसी ने मंगलवार को अपनी बोर्ड बैठक में यह फैसला किया। समझा जाता है कि आईसीसी टी-20 विश्व कप को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में कराने की तरफ झुक रही है और उसने ओमान के रूप में मध्य पूर्व में एक सह मेजबान और ढूंढा है। यदि टूर्नामेंट को भारत से बाहर ले जाया जाता है। आईसीसी बोर्ड ने भारतीय बोर्ड के अध्यक्ष सौरभ गांगुली से समय बढ़ाने के लिए आग्रह मिलने के बाद बीसीसीआई को 28 जून तक का समय दिया है। ताकि वह यह तय कर ले कि क्या वे विश्व कप की मेजबानी कर सकते हैं या नहीं ? आतंरिक रूप से आईसीसी बोर्ड ने यह निष्कर्ष निकाला है कि टूर्नामेंट को यूएई में कराना ज्यादा सुरक्षित होगा। जबकि बीसीसीआई के पास मेजबानी अधिकार रहेंगे।

दिल्ली में कोरोना संक्रमण की दर 0.78 प्रतिशत हुईं

अकांशु उपाध्याय         

नई दिल्ली। दिल्ली में कोविड-19 के 576 नये मामले सामने आने के बाद दिल्ली में संक्रमण की दर 0.78 प्रतिशत हो गई और बुधवार को 103 और मरीजों की बीमारी से मौत हो गई। यह लगातार तीसरा दिन है, जब राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण की दर एक प्रतिशत से कम दर्ज की गई है। दिल्ली में मंगलवार को कोविड-19 के ढाई महीनों में सबसे कम 623 मामले सामने आए थे और 62 लोगों की मौत हुई थी जबकि संक्रमण की दर एक प्रतिशत से नीचे थी। शहर में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 648 मामले सामने आए थे और 86 मरीजों की मौत हुई थी। जबकि संक्रमण दर 0.99 प्रतिशत थी। वहीं, रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में 946 नये मामले सामने आए थे और 78 मरीजों की मौत हुई थी। देश में कोविड-19 की दूसरी लहर का प्रसार होने के बाद, दिल्ली में रोजाना के मामलों और मौतों में 19 अप्रैल के बाद से वृद्धि देखी गई थी। तीन मई को शहर में एक दिन में सर्वाधिक 448 मरीजों की मौत हुई थी। हालांकि, पिछले कुछ दिनों से संक्रमण के दैनिक मामलों और मरीजों की मौत की संख्या में गिरावट देखी जा रही है। स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में 1,287 लोग संक्रमण से स्वस्थ हुए हैं। दिल्ली में आज सामने आए कोविड-19 के 576 मामलों के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 14,27,439 हो गई है, जबकि मृतक संख्या बढ़कर 24,402 हो गई है। संक्रमण से मृत्यु दर 1.71 प्रतिशत है। इलाज करा रहे लोगों की संख्या 9,364 है जिनमें से 4,531 लोग घरों में पृथकवास में हैं।

विकास की दावेदारी, बदहाली का जिम्मेदार कौन ?

अश्वनी उपाध्याय   
गाजियाबाद। स्थानीय जनप्रतिनिधि अपने हर सम्मेलन व भाषणो में लोनी में विकास की गंगा बहाने के दावे करते नजर आते है। वहीं लोनी के मुख्य रास्ते अपनी बदहाली बयां कर रहे हैं। सर्वाधिक आवाजाही वाले मुख्य रास्तों पर सबसे ज्यादा मुसीबतें बढ़ गईं। अंतर राज्य राजमार्ग दिल्ली-सहारनपुर रोड टूट जाने से दलदल मेंं ने तब्दील हो गई हैै। जिसके बाद लोगों की दिक्कतें और ज्यादा बढ़ गईं।
बता दें कि कुछ दिन पूर्व हुई बरसात में अशोक विहार वार्ड 50 और 47 के मुख्य रास्ते पर लगे पानी से गलियाँ दलदल में तब्दील हो गई थी। जिसपर प्रतिक्रिया स्वरूप कॉलोनीवासियों ने धान बोकर विरोध जताया था। लोनी की एक कॉलोनी में सोमवार रात तालाब का पानी नींव में भरने से एक मकान गिर गया। गनीमत रही कि घटना के समय मकान में कोई मौजूद नहीं था। नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था।
क्या कहते है अधिकारी ?
उपजिलाधिकारी लोनी, शुभांगी शुक्ला ने दिल्ली सहारनपुर रोड को जल्द गड्ढा मुक्त कराने की बात कही।

जलजमाव से गिरा मकान, एसडीएम ने दिए निर्देश

अश्वनी उपाध्याय   
गाजियाबाद। नगर पालिका परिषद लोनी की अशोक विहार कॉलोनी निवासी फुरकान ने बताया कि तालाब से कुछ दूरी पर उनका मकान है। उन्होंने बताया कि करीब 1 वर्ष पूर्व दो कमरे, रसोई, बाथरूम का निर्माण कराया था, लेकिन प्लास्टर का कार्य शेष बचा हुआ था। जिससे वह मकान में नहीं रह रहे थे। आरोप है कि जल निकासी की समुचित व्यवस्था ना होने के कारण कॉलोनी में मौजूद घरों का पानी तालाब में एकत्रित हो रहा है, जिसके चलते तालाब ओवरफ्लो हो गया है और दूषित पानी आसपास की गलियों में भरा हुआ है। सोमवार रात नींव में पानी भरने से मकान भरभरा कर गिर गया। 
मंगलवार को लोगों ने अधिकारियों पर कॉलोनी में जल निकासी की समुचित व्यवस्था ना कराए जाने का आरोप लगाते हुए उप जिलाधिकारी से शिकायत की। उप जिलाधिकारी शुभांगी शुक्ला का कहना है कि पालिका अधिकारियों को जल निकासी के लिए निर्देशित किया गया।

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में भक्तो...