रविवार, 23 मई 2021

येरुशलम: पवित्र स्थल पर जाने की अनुमति मिलीं

येरूशलम। इजराइली पुलिस ने रविवार को करीब 50 यहूदी श्रद्धालुओं को सुरक्षा प्रदान करते हुए यरुशलम के उस पवित्र स्थल पर जाने की अनुमति दी। जहां पुलिस की कार्रवाई के बाद हाल के सप्ताहों में प्रदर्शन शुरू हो गए थे और हिंसा बढ़ने के बाद गाजा में इजराइल और हमास के बीच संघर्ष हुआ। पवित्र स्थल की निगरानी करने वाले इस्लामिक प्राधिकरण ने यह जानकारी दी।

वक्फ ने कहा कि पुलिस ने अल-अक्सा मस्जिद परिसर में युवा यहूदियों को प्रवेश करने की अनुमति दी। जबकि 45 साल से कम उम्र के मुस्लिमों को अंदर जाने नहीं दिया गया। जिन मुस्लिमों को प्रवेश करने की अनुमति दी गई। उन्हें प्रवेश द्वार पर पुलिस को अपने पहचान-पत्र जमा कराने पड़े। उन्होंने कहा कि एक गार्ड समेत तीन मुस्लिमों को गिरफ्तार किया गया।

हादसा: 2 बाइकों की भिड़ंत में 3 लोगों की मौंत हुईं

शाहजहांपुर। कटरा-जलालाबाद रोड पर शनिवार शाम दो बाइकों की आमने-सामने भिड़ंत हो गई। इस हादसे में दोनों वाहनों पर सवार ममेरे-फुफेरे भाई समेत तीन लोगों की मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस ने तीनो के शव पोस्टमार्टम को भेजे गए। वहीं दोनो बाइके भी पुलिस ने कब्जे में ले लीं हैं। उधर घटना के बाद परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। थाना मदनापुर के गांव जौराभूड़ निवासी रनपाल कश्यप(19) पुत्र जदुनाथ कश्यप के मौसेरे भाई विमल पुत्र ऋषिपाल जलालाबाद के गांव सिकंदरपुर में रहते हैं। विमल की शनिवार को शादी थी। इसी बारात में शामिल होने के लिए रनपाल शनिवार शाम सिंकदरपुर जाने के लिए बाइक से गांव के ही अपने ममेरे भाई हम उम्र पप्पू पुत्र रामदास के साथ निकला था।

पीलीभीत: ब्लैक फंगस से एक शिक्षिका की मौंत

बृजेश केसरवानी            

पीलीभीत। कोरोना के साथ ब्लैक फंगस ने भी पीलीभीत में दस्तक दे दी है। अब तक पीलीभीत में ब्लैक फंगस के दो मरीज मिले थे। लेकिन आज बरेली के एक प्राइवेट अस्पताल में एक शिक्षिका की ब्लैक फंगस की वजह से मौत हो गई। शिक्षका काफी दिनों से कोरोना संक्रमित चल रही थी। 

प्राथमिक शिक्षक संघ अमरिया के अध्यक्ष मोहम्मद मियां मनाजिर की धर्मपत्नी गौहर जमाल मनाजिर भी शिक्षिका है और अमरिया ब्लॉक में ही तैनात हैं। वह मोहल्ला फीलखाना में रहते हैं। गौहर जमाल मनाजिर को कुछ दिन पहले बुखार आया तो पहले उनका इलाज पीलीभीत में कराया गया। उसके बाद हालत बिगड़ने पर उन्हें तुरंत बरेली ले जाया गया।

लोगों की मदद करने से नदारद दिखे, मंत्री: सरकार

हरिओम उपाध्याय              

लखनऊ। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने गरीब कोटे से असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति पाने वाले राज्य के बेसिक शिक्षा मंत्री के भाई के मामले को आपदा में अवसर बताते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार के मंत्री कोरोना महामारी के संकट काल में आम लोगों की मदद करने से तो नदारद दिख रहे हैं। लेकिन आपदा में अवसर हड़पने में वह जरा सी भी पीछे नहीं हैं। रविवार को अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट करते हुए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर की चपेट में आकर लोग लगातार बीमार हो रहे हैं। अस्पतालों में बेड की कमी है तो ऑक्सीजन व दवाओं की किल्लत से लोगों को इधर से उधर धक्के खाने पड़ रहे हैं। कोरोना महामारी के इस संकट काल में उत्तर प्रदेश के मंत्री आम लोगों की मदद करने से नदारद दिख रहे हैं। लेकिन वह आपदा में अवसर हड़पने में जरा से भी पीछे नहीं हैं।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सिद्धार्थनगर में गरीब कोटे से असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति पाने वाले बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ सतीश द्विवेदी के भाई अरूण द्विवेदी को इसका जीता जागता उदाहरण बताया है। उन्होंने बताया असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य अभ्यर्थियों का चयन होना था। लेकिन इस पद के लिए इटावा सीट से विधायक एवं राज्य के बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ सतीश द्विवेदी के भाई अरुण द्विवेदी आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य अभ्यर्थियों के कोटे में मनोविज्ञान विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति पा गए हैं।

उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश के लाखों युवा रोजगार की बाट जोह रहे हैं। लेकिन नौकरी आपदा में अवसर तलाशने वालों को मिल रही है। उन्होंने कहा कि मंत्रीगण गरीबों के साथ-साथ आरक्षण का भी मजाक बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रियों की मनोदशा का इसी बात से पता चलता है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में डयूटी करने वाले कोरोना शिक्षकों की मौत की संख्या को नकारते हुए उन्होंने इसे विपक्ष की साजिश करार दे दिया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मुख्यमंत्री से उम्मीद जाहिर की है कि क्या वह इस साजिश पर कोई एक्शन लेंगे।

12वीं की परीक्षाएं रद्द, विचार कर रहीं हैं सरकार

अकांशु उपाध्याय            

नई दिल्ली। सीबीएसई और अन्य राज्यों की 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के अलावा अन्य विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं को लेकर आयोजित की गई हाईलेवल मीटिंग समाप्त हो गई है। जिसके चलते अब दिल्ली सरकार 12वीं की परीक्षाएं रद्द करने पर विचार कर रही है।

रविवार को आयोजित की गई बैठक में भाग लेने के बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मीडिया से बातचीत करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से आयोजित की गई बैठक में हुई बातें उजागर की। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार समेत अन्य कई राज्यों ने केंद्र सरकार को सुझाव दिए हैं कि परीक्षाएं रदद की जाएं। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने राज्यों के सामने दो प्रस्ताव रखे हैं। जिसमें पहला कुछ चुने हुए प्रमुख विषयों की ही परीक्षाएं कराई जाए। जिनके आधार पर बाकी विषयों का मूल्यांकन किया जाए। दूसरे प्रस्ताव में 12वीं की परीक्षाएं छात्रों के ही स्कूल में कराते हुए उसकी अवधि 3 घंटे की बजाय डेढ़ घंटा की जाय और परीक्षाओं की कॉपियां स्कूलों में ही चेक की जाएं। इसमें एक ऑप्शन यह भी था कि छात्रों से पूछा जाए कि उन्हें सभी विषयों की परीक्षाओं के बजाय कौन से तीन या चार विषयों की परीक्षाएं देनी है। बैठक के दौरान दिल्ली सरकार की ओर से सुझाव रखा गया कि 12वीं की परीक्षाएं कराना छात्र-छात्राओं के लिए मौजूदा हालातों में सुरक्षित नहीं होगा। जिसके चलते दो-तीन वर्षों के एकेडमिक के रिकॉर्ड के अनुसार ही 12वीं के छात्रों का रिजल्ट तैयार कराया जाए। इसके अलावा कई अन्य बिंदुओं पर भी बैठक के दौरान विचार किया गया और सुझाव रखे गए।

गाजियाबाद में कोरोना के 159 नए संक्रमित मिलें

अश्वनी उपाध्याय            

गाज़ियाबाद। जिलें में संक्रमण की रफ्तार कम होती जा रही है। राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दैनिक बुलेटिन के अनुसार, गाज़ियाबाद में 159 नए मरीज मिले हैं और कोई मृत्यु दर्ज नहीं की गई है। जिले में अब 2160 सक्रिय मरीज हैं।

गौतम बुद्ध नगर में 146 नए संक्रमित मिले और 594 को डिस्चार्ज किया गया। यहाँ 3 मरीजों की मौत के बाद सक्रिय संक्रमितों की संख्या 4177 हो गई है। मेरठ जिले में 297 नए मरीज मिले और 809 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। यहाँ 9 मरीजों की मौत के बाद सक्रिय संक्रमितों की संख्या 5525 हो गई है।


सोशल वैल्फेयर बोर्ड के सदस्यों की नियुक्तियां की

राणा ओबराय             
चंडीगढ। कोरोना महामारी के दौरान हरियाणा सरकार ने सोशल जस्टिस एवं इम्पॉवरमेंट विभाग में हरियाणा राज्य सोशल वैल्फेयर बोर्ड के सदस्यों की नियुक्तियां की है। यदि यह कुछ समय के बाद होती तो सरकार की वाही वाही होती। सरकार की तरफ से इसके लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। इस में आठ अलग अलग सदस्यों की नियुक्तियां की गई है। हरियाणा सरकार ने चऱखी दादरी से डॉ. बलवान सिंह सांगवान, करनाल से सुरेंद्र गर्ग, रोहतक से सुनील फौगाट, रेवाड़ी से इंद्रपाल, महेंद्रगढ़ से सुरेश शर्मा, पलवल से भगत सिंह बैनीवाल, सिरसा से सरोज डूडी और अंबाला से दलजीत बच्चई को सदस्य नियुक्त किया है।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...