मोमीन अहमद
मेरठ। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने आयुक्त सभागार मंे कोरोना महामारी नियंत्रण के कार्यांे की मण्डलीय समीक्षा करते हुये कहा कि टेस्ट, ट्रेस व ट्रीट को ध्यान में रखकर कार्य करें। टीम-9 की तर्ज पर हर जिले में टीमें गठित हो। प्रत्येक कोविड अस्पताल की माॅनिटरिंग सीसीटीवी कैमरो के माध्यम से की जाये। जनप्रतिनिधियों को सत्यापन के लिए कोराना मरीजो, होम आईसोलेट व्यक्तियों व सेनेटाईजेषन, फागिंग कार्यों की सूची उपलब्ध कराये। उन्होने कहा कि जनता के प्रति संवेदना दिखाने का व उनका मनोबल बढाने का समय है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत 15 करोड लोगो को तीन माह तक मुफ्त राषन उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होने कहा कि कम्युनिटी किचन की व्यवस्था की जाये, प्रदेष में कोई भी भूखा नहीं रहना चाहिए। आदित्यनाथ जी ने कहा कि वह प्रदेष के विभिन्न जनपदों में जाकर कोरोना नियंत्रण की तैयारियों की समीक्षा स्वयं कर रहे है यह उनकी नवीं कमिष्नरी में बैठक है। उन्होने कहा कि टेस्टिंग को बढाना होगा। उन्होने कहा कि वर्तमान स्थिति में दोहरी चुनौतियां है लेकिन अधिकारियों को जागरूक रहकर कार्य करना होगा। उन्होने कहा कि आरटीपीसीआर एवं एंटीजन को दोगुना करना होगा। उन्होने कहा कि गत एक सप्ताह में 20 हजार से ज्यादा एक्टिव केस कम हुये है तथा बेडो की संख्या में बढोत्तरी हुयी है।
उन्होने कहा कि प्रदेष में आॅक्सीजन प्लांट बढाये जाने पर भी कार्य किया जा रहा है। उन्होने कहा कि कोरोना की पहली लहर में अक्टूबर-नवंबर में 01 लाख कोरोना मरीजो के होने की आषंका व्यक्त की गयी थी लेकिन परस्पर टीमवर्क के साथ कार्य करते हुये इसको अपेक्षाकृत काफी कम ही रोकने में उप्र सफल रहा है। उन्होने कहा कि हर जिले में अलग-अलग कार्यों के लिए अलग-अलग टीमे गठित हो तथा टीम-9 की तर्ज पर हर जिले में टीमें गठित हो। उन्होने कहा कि हमें भविष्य की चिन्ता करनी है, कार्यों का विकेन्द्रीकरण करना है तथा अलग-अलग कार्यों को अलग-अलग टीम के माध्यम से कराना है और उनको जिम्मेदारी निर्धारित करनी है। उन्होने कहा कि पुलिस भी अलग-अलग जिम्मेदारियों का वहन सुनियोजित ढग से करें। उन्होने कहा कि प्रत्येक कोविड अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे लगे हो तथा प्रत्येक अस्पताल की माॅनिटरिंेग उन सीसीटीवी कैमरो के माध्यम से की जाये तथा प्रत्येक अस्पताल में यह देखा जाये कि वहां समय पर भोजन व दवा मरीजो को उपलब्ध है अथवा नहीं, साफ सफाई की व्यवस्था, टीकाकरण व अन्य सुविधाओं की व्यवस्थाओं को भी जांचा जाये। उन्होने कहा कि प्रत्येक जिले के जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी एक बैठक एकीकृत कमाण्ड कंट्रोल सेन्टर में करें तथा एक बैठक किसी कोविड अस्पताल में करे। उन्होने कहा कि इससे चीजो के नियंत्रण में सफलता मिलेगी।
उन्होने कहा कि बेड की संख्या बढानी पडेगी। उन्होने कहा कि कोविड अस्पताल में लगे स्वास्थ्य कर्मियों के 25 प्रतिषत मानदेय बढाने के निर्देष दिये गये है। उन्होने कहा कि होम आईसोलेषन में रह रहे मरीज को मेडिकल किट उपलब्ध करायी जाये तथा उसके निरंतर संपर्क में रहा जाये। उन्होने कहा कि निगरानी समितियां स्क्रीनिंग का कार्य करें तथा बिना देर किये मरीज को मेडिकल किट उपलब्ध कराये। उन्होने कहा कि निगरानी समितियां मरीजो की सूची प्रत्येक दिन आईसीसीसी को उपलब्ध कराये तथा आईसीसीसी उसका सत्यापन करें।
उन्होने कहा कोरोना मरीजो की सूची जनप्रतिनिधियों को भी उपलब्ध करायी जाये ताकि वह भी उनकी कुषल-क्षेम व उनको दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ले सके और यदि मरीज को कोई परेषानी है तो उसका निस्तारण भी करा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि होम आईसोलेषन में रह रहे व्यक्तियों की विधानसभावार सूची जनप्रतिनिधियों को उपलब्ध करायी जाये ताकि वह भी उनसे अपने कार्यालय के माध्यम से काॅल कराकर फीडबैक ले सके। उन्होने कहा कि ग्रामों व शहरो में सघन सेनेटाईजेषन के कार्य कराये जायें तथा इसके लिए मा0 जनप्रतिनिधियों को जिन गांवो में व शहर के विभिन्न स्थानों पर सेनेटाईजेषन व फांिगंग आदि का कार्य कराया जाना है इसकी सूची उपलब्ध करायी जाये ताकि वह भी अपने स्तर से इसका सत्यापन कर सके।
उन्होने कहा कि रैपिड रेस्पान्स टीम (आरआरटी) की संख्या दुगुना व तिगुना की जाये। उन्होने कहा कि अंतिम संस्कार के लिए पैसे की किल्लत नहीं होनी चाहिए, प्रषासन को पैसे की किल्लत होेने पर या अन्य कारणो से मरीज का अंतिम संस्कार न होने के कारण बिना देरी किये कोरोना से मृत व्यक्ति का अंतिम संस्कार उसकी परंपरा व आस्था के अनुरूप कराया जाये।
उन्होने कहा कि जनता के प्रति संवेदना दिखाने का समय है उनका मनोबल बढाने का समय है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत 15 करोड लोगो को तीन माह तक मुफ्त राषन उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होने कहा कि अगर किसी जरूरतमंद का कार्ड नहीं बना है तो उसकी जांच कर 24 घंटे में कार्ड बनाते हुये उसको मुफ्त राषन अवष्य उपलब्ध कराया जाये। जनप्रतिनिधियों की संस्तुति पर भी त्वरित कार्यवाही की जाये। उन्होने कहा कि प्रदेष सरकार ने ठेला-खोमचा आदि लगाने वालो व अन्य के लिए रू0 01 हजार भरण-पोषण भत्ता देने का निर्णय लिया है। उन्होने कहा कि कम्युनिटी किचन की व्यवस्था की जाये तथा इसके माध्यम से मरीज के परिजन व अन्य जरूरतमंदो को दो वक्त का भोजन उपलब्ध कराया जाये। उन्होने कहा कि प्रदेष में कोई भी भूखा नहीं रहना चाहिए। उन्होने कहा कि कंटेनमेंट जोन में सख्ती की जाये तथा वहां डोर स्टेप डिलीवरी की व्यवस्था की जाये। औद्योगिक इकाईयो के लिए भी सप्लाई चेन की व्यवस्था व राॅ मैटिरियल के लिए भी मदद की जाये।
उन्होने कहा कि मंडल में टीकाकरण की प्रगति अच्छी है। उन्होनें कहा कि 45 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों के लिए भारत सरकार व 18 से 44 वर्ष तक के व्यक्तियों के लिए उ0प्र0 सरकार मुफ्त में टीका उपलब्ध करा रही है। उन्होने कहा कि सरकारी अस्पतालों में टेस्टिंग, इलाज व अन्य सुविधाएं निःषुल्क है। उन्होने कहा कि टीकाकरण पर ध्यान दिया जाये तथा काॅल सेन्टर के माध्यम से टीकाकरण के लिए एक से दो घंटे का स्लाॅट व्यक्तियों को आवंटित किया जाये ताकि उन्हें लाईन में ज्यादा देर के लिए खडा न होना पडे और सुगमता से उनका टीकाकरण हो जाये।
उन्होने कहा कि यह मानवता की सेवा है इसलिए पूरी प्लानिंग व गंभीरता से कार्य करे। उन्होने कहा कि महामारी से लड रहे है इसलिए अपना मनोबल व सबल ऊंचा रखें। उन्होने कहा कि सावधानी व सतर्कता बनाये रखने की आवष्यकता है, सभी टीमवर्क के साथ कार्य करे, हर जिले में महिलाओं व बच्चो के लिए डेडिकेटेड कोविड अस्पताल हो यह सुनिष्चित किया जाये। उन्होने कहा कि अगर कोरोना मरीज को डायलेसिस की आवष्यकता है तो उसे वह सुविधा उपलब्ध करायी जाये।
उन्होने कहा कि जो निजी अस्पताल ओवरचार्ज करते है उनको चिन्हित कर उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाये। उन्होने कहा कि जनप्रतिनिधियो के साथ बेहतर संवाद रखे तथा सप्ताह में एक बार उनके साथ जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी वर्चुअल संवाद जरूर करें। उन्होने कहा कि रिकवरी रेट बढेगा और पाजिटीव रेट कम होगा। मा0 मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मेडिकल कालेज में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा को दुगुना करने के निर्देष दिये गये है।
जनप्रतिनिधियो ने अपने अनुभव व सुझाव मुख्यमंत्री के समक्ष साझा किये। सांसद श्री राजेन्द्र अग्रवाल ने कहा कि एलएलआरएम मेडिकल कालेज में 1200 बेड की क्षमता है वह अपनी पूर्ण क्षमता के साथ संचालित हो तथा नाॅन कोविड यूनिट को कोविड यूनिट में बदलने पर विचार करें। उन्होने कहा कि डीआरडीओ 200 बेड का अस्पताल मेरठ में स्थापित करें तो इससे मेरठ व आसपास के जनपद के लोगो को सुविधा होगी।
सांसद विजय पाल सिंह तोमर ने कहा कि मेडिकल कालेज में आॅक्सीजन प्लांट स्थापित हो तथा प्रधानो से भी वर्चुअल संवाद किया जाये। मा0 संासद श्रीमती कांता कर्दम ने कहा कि महिलाओं व बच्चो के लिए अलग से कोविड अस्पताल बनाया जाये। मा0 संासद बागपत श्री सत्यपाल सिंह ने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में कोरोना नियंत्रण में प्रदेष में अच्छा कार्य हुआ है।
मा0 विधायक श्री सोमेन्द्र तोमर ने कहा कि मेडिकल कालेज में सुधार हो तथा निजी अस्पतालो पर ठीक माॅनिटरिंग व सख्ती हो। मा0 विधायक श्री दिनेष खटीक ने कहा कि निगरानी समितियों के माध्यम से कोरोना नियंत्रण में मदद मिली है। मा0 विधायक श्री सत्यवीर त्यागी ने कहा कि उन्होने बूथ अध्यक्ष को आॅक्सीमीटर व डिजिटल थर्मामीटर उपलब्ध कराया है। मा0 विधायक श्री जितेन्द्र सिंह ने कहा कि कोरोना नियंत्रण में अच्छा कार्य हुआ है ग्रामीण क्षेत्र में विषेष ध्यान देने की आवष्यकता है।
मा0 विधायक श्री सत्य प्रकाष अग्रवाल ने कहा कि अच्छा कार्य हुआ है अभी और सजगता व सतर्कता की आवष्यकता है। मा0 एमएलसी श्रीमती सरोजिनी अग्रवाल ने कहा कि आॅक्सीजन की किल्लत कम हुई है। उन्होने कहा कि हर जिले में आरटीपीसीआर टेस्टिंग की सुविधा होनी चाहिए। मा0 एमएलसी अश्वनी त्यागी ने एल-3 अस्पताल बढाये जाने के लिए कहा।
आयुक्त मेरठ मंडल श्री सुरेन्द्र सिंह ने मंडल की प्रगति आख्या रखते हुये कहा कि आक्सीजन की किसी अस्पताल में कमी नहीं है। मंडल में 479 आॅक्सीजन कंसन्टेªटर है, 95 गत सप्ताह बढाये गये है, 400 और जल्द मिलने की संभावना है। उन्होने बताया कि मंडल में 1309 रैपिड रेस्पान्स टीम कार्यरत है, जिसमें 514 शहरी क्षेत्र में व 795 ग्रामीण क्षेत्रो में कार्यरत है। उन्होने कहा कि मंडल में 10 आॅक्सीजन प्लांट है जिसमें से 04 मेरठ में है। उन्होने कहा कि 35 नये प्रस्ताव आये है, जिसमें से 13 पर वर्कआर्डर जारी किया गया है और 03 क्रियाषील हो गये है। उन्होने बताया कि मंडल में 3937 निगरानी समितियां है, मंडल में 4258 कंटेनमेंट जोन है तथा 13057 रेमडेसिवर इंजेक्षन उपलब्ध है। उन्होने कहा कि आॅक्सीजन सिलेण्डर की दर रू0 400 निर्धारित की गयी है तथा इसकी सप्लाई को विकेन्द्रीकृत किया जा रहा है।