सोमवार, 17 मई 2021

कोरोना रोधी दवा 2-डीजी की पहली खेप जारी की

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से विकसित की गयी कोविड-19 रोधी दवा 2-डीजी की पहली खेप सोमवार को जारी की। कोविड-19 के मध्यम लक्षण वाले तथा गंभीर लक्षण वाले मरीजों पर 2-डीऑक्सी-डी-ग्लुकोज (2-डीजी) दवा के आपातकालीन इस्तेमाल को भारत के औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई) की ओर से मंजूरी मिल चुकी है।

इस अवसर पर अपने संक्षिप्त संबोधन में राजनाथ सिंह ने कहा कि यह दवा कोविड-19 मरीजों के उपचार के लिए उम्मीद की किरण ले कर आई है। उन्होंने कहा, ‘‘यह देश के वैज्ञानिक कौशल का अनुपम उदाहरण है।’’ रक्षा मंत्री ने कहा कि यह समय थकने और आराम करने का नहीं है क्योंकि इस महामारी के स्वरूप को लेकर कुछ भी निश्चित जानकारी नहीं है। डीआरडीओ की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘‘हमें ना तो थकना है और ना ही आराम करना है।क्योंकि यह लहर दूसरी बार आई है और इसे लेकर कुछ निश्चित जानकारी नहीं है। हमें बहुत सावधानी से कदम आगे बढ़ाना है।’’उन्होंने कहा कि चाहे ऑक्सीजन की आपूर्ति का मामला हो या आईसीयू बिस्तरों या तरल ऑक्सीजन के परिवहन के लिए क्रायोजेनिक टैंकरों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात हो, सरकार ने पूरी स्थिति को बेहद गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि सशस्त्र बलों से सेवानिवृत्त हो चुके चिकित्सकों को स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के लिए मोर्चे पर लगाया गया है।

सेवा के बाद भी इस अभियान में जुड़े चिकित्सकों की मैं दिल से सराहना करता हूं।’’ रक्षा मंत्री ने इस अवसर पर सशस्त्र बलों की ओर से कोविड-19 के खिलाफ देश की लड़ाई में किए जा रहे योगदानों की चर्चा की और कहा कि इसके बावजूद सीमाओं पर उनके क्रियाकलापों पर कोई असर नहीं पड़ा है। उन्होंने कहा, ‘‘इन सब मुसीबतों के बीच हमने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि सीमाओं पर हमारी तैयारियों पर कोई असर ना पड़े। हमारे बलों के जज्बे में कहीं भी कोई कमी नहीं आई है। हम इसे अच्छी तरह जानते हैं। मुसीबत कितनी भी बड़ी क्यों ना हो, जीत हमारी होगी।’’

रक्षा मंत्रालय ने आठ मई को एक बयान में कहा था कि 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-डीजी) के क्लीनिकल परीक्षण में पता चला है कि इससे अस्पताल में भर्ती मरीजों की ऑक्सीजन पर निर्भरता को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही इस दवा से मरीज जल्दी ठीक होते हैं। इस दवा को ऐसे समय में मंजूरी मिली है जब भारत कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के चपेट में है और देश के स्वास्थ्य ढांचे पर इसका गहरा असर पड़ा है। कोविड-19 रोधी इस दवा को डीआरडीओ की अग्रणी प्रयोगशाला नाभिकीय औषधि तथा संबद्ध विज्ञान संस्थान (इनमास) ने हैदराबाद के डॉक्टर रेड्डीज प्रयोगशाला के साथ मिलकर विकसित किया है। यह दवा एक सैशे में पाउडर के रूप में उपलब्ध रहेगी जिसे पानी में मिलाकर मरीजों को पीना है।

हाइपरटेंशन से पीड़ित आमतौर पर जागरूक नहीं

हाइपरटेंशन, हाई ब्लड प्रेशर का ही दूसरा नाम है जो गंभीर हेल्थ कॉम्पलीकेशन जैसे कि दिल का दौरा, स्ट्रोक, डिमेंशिया, क्रोनिक किडनी डिजीज और विजन लॉस की वजह बन सकता है। हाइपरटेंशन से पीड़ित लोग आमतौर पर जागरूक नहीं होते हैं क्योंकि इस बीमारी के शुरुआती चरणों का पता लगाने के लिए कोई विशिष्ट लक्षण ही नहीं होते हैं।

इसलिए लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 17 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे 2021 मनाया जाता है। इस दिन की शुरुआत द वर्ल्ड हाइपरटेंशन लीग (WHL) के जरिए की गई थी, जो स्वयं 85 राष्ट्रीय हाइपरटेंशन लीग और समाजों के संगठनों के लिए एक छाते का काम करते हैं। हाइपरटेंशन कार्डियोवस्कुलर डिजीज के लिए प्राथमिक जोखिम कारक है जिसे इसके अज्ञात लक्षणों की वजह से साइलेंट किलर के रूप में भी जाना जाता है। 

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-275 (साल-02)
2. मंगलवार, मई 18, 2021
3. शक-1984, बैसाख, शुक्ल-पक्ष, तिथि- सप्तमी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 06:00, सूर्यास्त 07:07।
5. न्‍यूनतम तापमान -11 डी.सै., अधिकतम-36+ डी.सै.।
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रविवार, 16 मई 2021

चीन से 3600 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की खेप पहुंची

नई दिल्ली/ बीजिंग। चीन से रविवार को 3600 से ज्यादा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की खेप भारत पहुंची। यह देश में अब तक आई कंसंट्रेटर्स की सबसे बड़ी खेप है। एक साथ इतनी संख्या में कंसंट्रेटर्स अब तक देश में नहीं आए हैं। इनसे कोरोना मरीजों के उपचार में मदद मिलेगी, क्योंकि ऑक्सीजन की कमी के कारण आए दिन मौतें हो रही हैं।
एक साथ दिल्ली लाए गए 3600 कंसंट्रेटर्स का कुल वजन 100 टन से ज्यादा है। चीन के हांगझोऊ एयरपोर्ट से चीन का बोइंग 747 इन्हें लेकर आया। यह जंबो चार्टर विमान दोपहर बाद दिल्ली में उतरा। कंसंट्रेटर्स की यह खेप बेल्लोर लॉजिस्टिक्स ने बुलवाई है। इस आयात आर्डर को जल्दी पूरा करने में चीन के दूतावासों से भी मदद ली गई। 
बता दें, कि दिल्ली एनसीआर समेत समूचा देश भीषण कोरोना लहर से जूझ रहा है। महामारी के कारण देश में कंसंट्रेटर्स व अन्य जीवन रक्षक उपकरणों की मांग बढ़ गई है। रोजाना तीन लाख से अधिक मरीज मिलने के कारण ऑक्सीजन का संकट पैदा हो गया है। ऐसे में चीन समेत कई देशों से ये उपकरण आयात किए जा रहे हैं। आने वाले कुछ दिनों में चीन से ऐसी कुछ और खेप भारत आएंगी।

सीमा: संदिग्ध ड्रोन आसमान में उड़ता नजर आया

श्रीनगर। जम्मू में अंतराष्ट्रीय सीमा के पास एक संदिग्ध ड्रोन आसमान में उड़ता नजर आया। जिसके बाद सुरक्षाबलों ने यह पता करने के लिए सघन तलाशी अभियान चलाया कि उसने भारतीय सीमा के अंदर कुछ गिराया तो नहीं है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि तलाशी में कुछ भी संदिग्ध नहीं पाया गया। दो दिन पहले ही एक पाकिस्तानी ड्रोन ने जम्मू कश्मीर के सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक एके 47 राइफल, एक पिस्तौल और कुछ अन्य हथियार गिराये थे। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार देर रात यहां कनचक सेक्टर में एक संदिग्ध पाकिस्तानी ड्रोन आसमान में उड़ता नजर आया, कुछ स्थानीय निवासियों को कुछ देर तक आसामन में पीले रंग की धारी नजर आयी और फिर वह अंधेरे में गायब हो गयी। उन्होंने बताया कि रविवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे सेना, सीमा सुरक्षा बल और पुलिस की संयुक्त टीम ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब डेढ़ किलोमीटर के दायरे में पंच तल्ली और लालियाल के विशाल क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया।

विधि-विधान के साथ कपाट खोलने का समारोह होगा

पंकज कपूर           
देहरादून। केदारनाथ के कपाट सोमवार सुबह 5 बजे खोल दिए जाएंगे। यहां पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से की जाएगी। कोविड-19 के कारण कपाटोद्घाटन के दौरान श्रद्धालु उपस्थित नहीं रह पाएंगे। तीर्थ पुरोहितों समेत सीमित लोगों की मौजूदगी में विधि-विधान के साथ कपाट खोलने का समारोह होगा। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बाबा केदार के धाम के पट खुलने पर श्रद्धालुओं को शुभकामनांए देते हुए उनसे अपील की कि वे अपने घरों में रहकर ही पूजा अर्चना करें। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड एवं मंदिर समितियों द्वारा चारों धामों में पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से जनकल्याण के लिए की जा रही हैं। वहीं मंगलवार 18 मई को चमोली में स्थित भगवान बदरीनाथ के कपाट सुबह सवा चार बजे ब्रहम मुहूर्त में खुल जाएंगे। कोविड के कारण यहां भी श्रद्धालुओं को आने की अनुमति नहीं होगी। इससे पहले 14 मई को यमुनोत्री और 15 मई को गंगोत्री के कपाट खोले गए थे।

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भविष्यवाणी क...