पूर्व राज्यसभा सांसद एवं पूर्व विधायक विजय सिंह यादव के निधन पर हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने भी शोक जताया है। उन्होंने कहा कि विजय सिंह यादव जी के निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक रूप से अपूरणीय क्षति हुई है। ईश्वर उनके आत्मा को शांति और परिजनों को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। पूर्व सांसद विजय सिंह यादव साल 1996 में पहली बार भाजपा से दानापुर के विधायक चुने गए। इसके बाद विजय सिंह यादव 2000 में राज्यसभा के लिए बतौर सांसद चुने गए। तब से लगातार राजनीतिक में यह सक्रिय रहे हैं। वे भाजपा के अलावा राजद और कांग्रेस में भी रह चुके थे। पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के भी कभी करीबी माने जाते थे।
रविवार, 16 मई 2021
पूर्व सांसद-विधायक का कोरोना संक्रमण से निधन
3 ओलंपिक क्वालीफायर टूर्नामेंट रद्द करने पड़े
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। ओलंपिक से पहले टूर्नामेंटों में हिस्सा नहीं ले पाना भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों की बड़ी चिंता है लेकिन पीवी सिंधू के साथ ऐसा नहीं है जिन्हें कोरिया के अपने कोच पार्क तेइ सेंग पर विश्वास है कि वह उनके लिए ट्रेनिंग में ही मैच जैसी स्थिति तैयार करेंगे।कोविड-19 महामारी के कारण बैडमिंटन विश्व महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) को भारत, मलेशिया और सिंगापुर में बाकी बचे तीन ओलंपिक क्वालीफायर टूर्नामेंट रद्द करने के लिए बाध्य होना पड़ा।
जुलाई-अगस्त में होने वाले ओलंपिक से पहले ये तीनों अंतिम क्वालीफाइंग प्रतियोगिताएं थी। यह पूछने पर कि क्या प्रतियोगिताओं के रद्द होने से तैयारियों पर असर पड़ेगा, सिंधू ने कहा, ‘‘हम सोच रहे थे कि ओलंपिक से पहले सिंगापुर में आखिरी प्रतियोगिता होगी लेकिन अब हमारे पास और कोई विकल्प नहीं है इसलिए मैं अलग अलग खिलाड़ियों के खिलाफ मुकाबले खेल रही हूं और मेरे कोच पार्क ट्रेनिंग के दौरान मेरे लिए मैच जैसी स्थिति तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं।’’उन्होंने कहा, ‘‘अलग अलग खिलाड़ियों के खेलने की शैली अलग होती है जैसे ताइ जू यिंग या रतचानोक इंतानोन के खेलने की शैली अलग है लेकिन मेरे मार्गदर्शन के लिए पार्क मौजूद हैं जिससे कि मैं तैयारी कर सकूं।’’ सिंधू ने कहा, ‘‘बेशक हम एक दूसरे के खिलाफ कुछ महीनों के बाद खेलेंगे और हमारे खेल में कुछ नया होगा इसलिए मुझे इसके लिए तैयारी करनी होगी।’’ सिंधू ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके अन्य भारतीय खिलाड़ियों के साथ ट्रेनिंग नहीं कर रही हैं।
वह तेलंगाना के गचीबाउली इंडोर स्टेडियम में ट्रेनिंग कर रही हैं और अपनी फिटनेस ट्रेनिंग सुचित्रा अकादमी में करती हैं। पच्चीस साल की इस खिलाड़ी ने टूर्नामेंटों को रद्द करने के बीडब्ल्यूएफ के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि यह दुखद है कि प्रतियोगिताएं नहीं खेली जा सकीं लेकिन खेल से अधिक महत्वपूर्ण जीवन है। सिंधू ने कहा, ‘‘यह दुखद है कि पूरी दुनिया थम सी गई है लेकिन खिलाड़ियों से पहले हम इंसान है और जीवन सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर टूर्नामेंट होते हैं तो हमें नहीं पता कि हम सुरक्षित होंगे या नहीं, हम सोच सकते हैं कि हम सुरक्षित होंगे लेकिन हम सुनिश्चित नहीं हो सकते क्योंकि हमें नहीं पता कि वायरस कहां से आ जाएगा।’’ गत विश्व चैंपियन सिंधू ने कहा कि ओलंपिक जैसी शीर्ष प्रतियोगिता में आयोजकों और खिलाड़ियों के लिए कोविड-19 से जुड़े नियमों का पालन करना मुश्किल काम होगा और सभी को इस चुनौती के लिए तैयार रहना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘सभी देशों के कोविड-19 से जुड़े अपने नियम हैं। थाईलैंड में प्रत्येक दूसरे या तीसरे दिन हमारा परीक्षण होता था, आल इंग्लैंड में साथ यात्रा करने वालों में एक मामला आने के बाद पूरे दल को टूर्नामेंट से हटना पड़ा लेकिन हमें ऐसी चीजों से निपटना होगा।’’ सिंधू ने कहा, ‘‘मैंने सुना है कि ओलंपिक में प्रत्येक दिन हमारा परीक्षण होगा। खेलने से पहले हमें आरटी-पीसीआर परीक्षण में नेगेटिव आना होगा और मैच के बाद दोबारा परीक्षण होगा, निश्चित तौर पर यह मुश्किल काम है।’’
इस साल की शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन प्रतियोगिताओं में साइना नेहवाल और बी साई प्रणीत जैसे शीर्ष खिलाड़ियों को गलत पॉजिटिव नतीजों के कारण हटना पड़ा और सिंधू ने उम्मीद जताई कि ओलंपिक के दौरान ऐसा नहीं होगा। उन्होंने कहा, ‘‘यह ओलंपिक है और वहां इतने सारे देशों के इतने सारे खिलाड़ी होंगे लेकिन उन्हें काफी सतर्क भी रहना होगा। एक खिलाड़ी के रूप में हमें तैयारी करनी होगी और उम्मीद करनी होगी कि अगले कुछ महीनों में सब कुछ सही रहेगा।’’
दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी ने कहा, ‘‘जब तक आप अपना ख्याल नहीं रखते तब तक यह कभी भी फैल सकता है। इसलिए हालात मुश्किल हैं।’’सिंधू ने कहा, ‘‘इस साल अब तक प्रदर्शन अच्छा रहा है। एक खिलाड़ी के रूप में मैं सुधार कर रही हूं। मेरे कोच ने मेरे खेल का आकलन किया है इसलिए ओलंपिक को लेकर उत्सुक हूं। मेरे पिता ने भी मेरी काफी मदद की है।’’
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दूसरी ओर रामायण टोल पर किसानों की संख्या इस वक्त ज्यादा है। जिसके चलते वहां एसपी नितिका गहलोत पहुंच चुकी हैं। हालांकि स्थिति सामान्य है लेकिन किसान रामायण टोल पार कर हिसार में प्रवेश करने के प्रयास में कर रहे हैं
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर क्रिकेटर जडेजा का निधन
नरेश राघानी राजकोट। पूरा देश कोरोना की दूसरी लहर से जंग लड़ा रहा है। इस महामारी ने कई लोगों को अपनों से अलग कर दिया। अब खेल जगत से बड़ी खबर आ रही है। पूर्व भारतीय ऑलराउंडर राजेंद्र सिंह जडेजा कोरोना से जिंदगी की जंग हार गए हैं। उनके निधन से भारतीय क्रिकेट जगत सदमे में हैं। सौराष्ट्र के पूर्व तेज गेंदबाज और भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के रेफरी राजेंद्र सिंह जडेजा का कोविड-19 संक्रमण के कारण निधन हो गया। सौराष्ट्र क्रिकेट संघ (एससीए) ने रविवार को यह जानकारी दी। जडेजा 66 साल के थे।
एससीए ने बयान में कहा कि एससीए में सभी राजेंद्र सिंह जडेजा के असामयिक निधन से दुखी हैं जो सौराष्ट्र के अतीत के सबसे शानदार क्रिकेटरों में से एक थे। कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई लड़ते हुए रविवार सुबह उनका निधन हो गया। जडेजा दाएं हाथ के उम्दा तेज गेंदबाज होने के अलावा अच्छे आलराउंडर भी थे। उन्होंने 50 प्रथम श्रेणी और 11 लिस्ट ए मैचों में क्रमश: 134 और 14 विकेट चटकाए। उन्होंने इन दोनों फॉर्मेट में क्रमश 1536 और 104 रन भी बनाए। जडेजा 53 प्रथम श्रेणी, 18 लिस्ट ए और 34 टी20 मैचों में बीसीसीआई के आधिकारिक रैफरी भी रहे। वह सौराष्ट्र क्रिकेट संघ के चयनकर्ता, कोच और टीम मैनेजर भी रहे।
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