शनिवार, 15 मई 2021

डेढ़ साल से बेड़ियों में जकड़ कर रखा हत्यारा हाथी

संदीप मिश्र  

वाराणसी। करीब डेढ़ साल से ज्यादा वक्त से बेड़ियों में जकड़े हाथी मिठ्ठू की पैरोल पर रिहाई की उम्मीद जगी है। ये पहल खुद वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने एक ट्वीट पर की है। तस्वीर में दिख रहे इस हाथी का नाम है मिठ्ठू। मिठ्ठू पर 302 यानी हत्या का मुकदमा दर्ज है। मिठ्ठू बीते डेढ़ साल से ज्यादा समय से इसी तरह बेड़ियों में जकड़ा हुआ है।

मिठ्ठू बीते डेढ़ साल से ज्यादा समय से इसी तरह बेड़ियों में जकड़ा हुआ है। जानकार और रामनगर वन्यजीव संरक्षण से जुड़े आसपास के लोग बताते हैं कि मिठ्ठू डेढ़ साल से खड़ा है, बैठा नहीं है। मिठ्ठू के इस दर्द को किसी ने ट्वीट के जरिए वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश तक पहुंचाया तो उन्होंने अपने पुराने परिचित और चिड़िया घर के डायरेक्टर रमेश पांडेय से बात कर पैरोल पर रिहा कराने की बात की.बात आगे बढ़ी और अब मिठ्ठू को जल्द रिहा होकर लखीमपुर खीरी के दुधवा नेशनल पार्क भेजने की उम्मीद जगी है। पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए जानकारी हुई कि चंदौली में पिछले साल की एक घटना में एक व्यक्ति की जान चली गई थी। उस संबंध में एक बेजुबान जानवर हाथी को रामनगर वन्यजीव संरक्षण में रखा गया है।
जानकारी ली गई कि पता चला कि व्यक्ति की जान चली गई थी। इसमे महावत को जमानत मिल गई है लेकिन इस बेजुबान जानवर को कोई राहत नहीं मिली है। इस संबंध में मैंने फॉरेस्ट सर्विस के अपने साथी रमेश पांडेय सें संपर्क किया जो कि नई दिल्ली चिड़ियाघर के डायरेक्टर हैं। रमेश पांडेय ने दुधवा नेशनल पार्क के अधिकारियों से बात की। अभी लॉकडाउन और कोरोना कर्फ्यू चल रहा है। जैसे ही हालात सामान्य होंगे, मुझे पूर्ण विश्वास है कि जंगली जानवरों के लिए संरक्षित स्थान दुधवा नेशनल पार्क के जंगल में उसे शिफ्ट किया जाएगा और जल्दी उसे इन हालातों से मुक्ति मिलेगी।
घटना 20 अक्तूबर 2020 की है। महावत के बेटे रिंकू ने बताया कि वो रामनगर की रामलीला में आया था। लौट रहा था तो छेड़खानी से गुस्से में आए नर हाथी मिठ्ठू ने एक व्यक्ति को मार दिया। जिसके बाद से मिठ्ठू यहीं है। मिट्ठू ने चंदौली के बबुरी क्षेत्र में रमा शंकर सिंह नाम के व्यक्ति को कुचलकर मार डाला था। बताया जाता है कि उस वक्त महावत के साथ ही इस गजराज के ऊपर वन्य जीव अधिनियम के तहत मुकदमा चन्दौली के बबुरी थाने में लिखा गया था।
महावत को अब बेल मिल गयी परंतु इस विशाल नर हाथी के मालिक को अब भी हाथी के बरी होने का इंतज़ार है। महावत का बेटा अपने इस हाथी से प्यार करता है। यही वजह है कि अपने गजराज की सेवा में दिन रात लगा रहता है।

एंबुलेंसों के रेट लिस्ट को एंबुलेंसों पर चस्पा किया

विजय भाटी   

गौतम बुध नगर। कोविड-19 संक्रमित मरीजों के लिए प्रशासन द्धारा जारी एंबुलेंसों के रेट लिस्ट को एंबुलेंसों पर चस्पा करने के लिए ट्रैफिक पुलिस इन दिनों शहर में अभियान चला रही है। इसके साथ ही अन्य वाहनांे की भी चेकिंग की जारी है, जो बिना ई पास के सड़कों पर चल रहे हंै। कोरोना महामारी के बीच सुविधाओं के नाम पर ठगी के साथ मनमाने ढंग से लूट के मामले भी सामने आ रहे हैं। इसी बीच एंबुलेंस संचालकों की मनमानी वसूली की शिकायत पर गौतमबुद्ध नगर के प्रशासन ने कोविड-19 संक्रमित मरीजों के लिए एंबुलेंसों की रेट लिस्ट जारी कर दी है। नोएडा ट्रैफिक पुलिस द्धारा रेट लिस्ट को एंबुलेंसों पर चस्पा करने के लिए अभियान चलाया जा रहा हैं जिससे लोग जागरूक हो और एंबुलेंस का भुगतान रेट लिस्ट के मुताबिक करें। यदि कोई एबुलेंस संचालक कोरोना मरीज व उसके परिजनों से निर्धारित दरों से अधिक शुल्क लेता है तो पुलिस उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।

डीसीपी ट्रैफिक गणेश शाहा ने बताया कि कोविड-19 संक्रमित मरीजों को अस्पतालों तक ले जाने पर एबुलेंस संचालकों की तरफ से मनमाने तरीके से पैसे वसूलने की शिकायत मिल रही है। एम्बुलेंस सर्विसेज की मनमानी पर रोक लगाने के लिए प्रशासन द्धारा रेट लिस्ट जारी की गई है। अधिक शुल्क वसूलने पर एंबुलेंस संचालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अधिक शुल्क वसूलने पर मरीज व उसके परिजन पुलिस हेल्पलाइन नंबर-112 और कोविड कंट्रोल रूम नं0-18004192211 पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा शहर में वेबजह घूमने और कोविड़ पोटोकाल और शहर में लगे लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के चेकिंग के लिए भी अभियान चलाया जा रहा है। बिना ई पास के चल रहे गाड़ियों का चालान भी काटा जा रहा है। गौतमबुद्धनगर में कई जगह बेरिगेटिंग लगाकर पुलिस द्वारा चेकिंग की जा रही है और आने-जाने वाले वाहन चालकों से ई-पास चेक किया जा रहे है, जिनके पास ई-पास नहीं पाया जा रहा है उनके खिलाफ चालान की कार्रवाई की जा रही है।

मोदी के आपत्तिजनक पोस्टर लगाए, 9 लोग अरेस्ट

रईस खान   
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कई जगहों पर लगाए गए आपमानजनक पोस्टर के दिल्ली पुलिस हरकत में आ गई है। दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पोस्टर लगाने के आरोप में 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। पोस्टर किसकी ओर से लगाए जा रहे हैं पोस्टर में उसके नाम का जिक्र नहीं है। पोस्टर लगान के बाद दिल्ली पुलिस ने भजनपुरा, खजूरी, गोकलपुरी और मानसरोवर पार्क समेत कई थानों में मुकदमे दर्ज किए गए हैं। पोस्टर लगाने के आरोप में कल्याणपुरी थाना ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने उनके पास से 800 से ज्यादा पोस्टर और 20 बैनर बरामद किए हैं। पुलिस के मुताबकि इस मामले में आप पार्षद की संलिपत्ता सामने आ रही है।
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए सभी लोग कल्याणपुरी से आप पार्षद धीरेंद्र उर्फ बंटी गौतम के कहने पर पोस्टर लगाने का काम कर रहे थे। पुलिस ने इन सभी के खिलाफ संपत्ति को बदरंग करने, डीडीएमए नियम के तहत एफआईआर दर्ज किया है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि यमुनापार के क्षेत्र में जगह-जगह काले रंगे के पोस्टर लगाए गए थे। पोस्टर पर लगाने वाले किसी व्यक्ति या किसी पार्टी का नाम नहीं है। पोस्टर लगने के बाद यह सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा था।
पुलिस ने बताया कि पोस्टर के जरिये इनकी मंशा थी कि लोगों के बीच प्रधानमंत्री की छवि को धूमिल किया जाए। पुलिस ने बताया कि वह इस मामले को लेकर जल्द ही आप पार्षद से पूछताछ कर सकती है।

मृत्यु दर 1.09 फीसदी, रिकवरी रेट 83 फीसदी

हरिओम उपाध्याय   
नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण से हालात अभी भी भयावह बने हुए हैं। हर दिन तीन लाख से ज्यादा नए केस आ रहे हैं और करीब चार हजार संक्रमितों की जान जा रही है। हालांकि अच्छी बात ये है कि नए केस से ज्यादा रिकवरी हो रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 326,098 नए कोरोना केस आए और 3890 संक्रमितों की जान चली गई है।
 वहीं 3,53,299 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं. यानी कि 31,091 एक्टिव केस कम हुए हैं.14 मई तक देशभर में 18 करोड़ 4 लाख 57 हजार 579 कोरोना डोज दिए जा चुके हैं। बीते दिन 11 लाख 3 हजार 625 टीके लगाए गए. वहीं अबतक 31.30 करोड़ से ज्यादा कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं। बीते दिन 17 लाख कोरोना सैंपल टेस्ट किए गए, जिसका पॉजिटिविटी रेट 17 फीसदी से ज्यादा है।
देश में आज कोरोना की ताजा स्थिति-
कुल कोरोना केस- दो करोड़ 43 लाख 72 हजार 907
कुल डिस्चार्ज- दो करोड़ 4 लाख 32 हजार 898
कुल एक्टिव केस- 36 लाख 73 हजार 802
कुल मौत- 2 लाख 66 हजार 207
देश में कोरोना से मृत्यु दर 1.09 फीसदी है जबकि रिकवरी रेट 83 फीसदी से ज्यादा है। एक्टिव केस घटकर 16 फीसदी से कम हो गए हैं। कोरोना एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का दूसरा स्थान है। कुल संक्रमितों की संख्या के मामले में भी भारत का दूसरा स्थान है। जबकि दुनिया में अमेरिका, ब्राजील के बाद सबसे ज्यादा मौत भारत में हुई है।
महाराष्ट्र में संक्रमण से होने वाली मौत के आंकड़ों में गिरावट
महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोविड के नए मामलों और इसकी वजह से जान गंवाने वालों की संख्या में कमी देखने को मिली। हालांकि राज्य में अभी तक सामने आए कोरोना के कुल मामलों की संख्या 53 लाख से अधिक हो चुकी है, जबकि प्रदेश में 79,000 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
गुरुवार को हुई 850 मौतों की तुलना में, शुक्रवार को राज्य में मरने वालों की संख्या 695 दर्ज की गई। इसके साथ ही यहां कोरोना से दम तोड़ने वालों की संख्या 79,552 तक पहुंच चुकी है। राहत की बात यह रही कि शुक्रवार को नए संक्रमणों की संख्या 50,000 के स्तर से नीचे रही। यहां पिछले 24 घंटों के दौरान 39,923 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं, जिसके बाद अब राज्य में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 53,09,215 हो गई है।

गाइडलाइन उल्लंघन में 3754 का चालान, गिरफ्तार

सत्येंद्र ठाकुर   

नई दिल्ली। द्वारका जिले की पुलिस ने लॉकडाउन के दौरान आईपीसी, एपिडेमिक और कालाबाज़ारी के मामलों को मिला कर 566 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही इस दौरान डीडीएमए की गाइडलाइन उल्लंघन मामले में 3754 लोगों का चालान भी किया है।

डीसीपी द्वारका, संतोष मीणा के अनुसार द्वारका जिले की पुलिस ने अप्रैल महीने के 19 तारिख से 12 मई के बीच कुल 566 लोगों को गिरफ्तार किया है। 3754 लोगों को चालान किया गया है। इस दौरान द्वारका जिले की पुलिस ने आईपीसी के तहत 442 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा, वहीं 116 आरोपियों को एपिडेमिक एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया। जबकि 8 आरोपी कालाबाज़ारी के मामले में गिरफ्तार हुए हैं।

मंगल पर सूक्ष्म जीवन तो नहीं हो गया संक्रमित ?

कविता गर्ग   
मंगल ग्रह पर इंसानी बस्ती बसाने की तैयारी चल रही है। इसी बीच वहां सतह और उसके नीचे सूक्ष्मजीवन और उसके संकेतों की खोज जारी है। जब से मंगल ग्रह को इंसान ने धरती पर से ध्यान से देखना शुरु किया है तभी से वहां जीवन की संभावनाओं कई अटकलें लग रही हैं और 30 ज्यादा अभियानों के मंगल और उसके पास पहुंचने के बाद भी इसे खारिज नहीं किया जा सका है। लेकिन यह भी संभव है जीवन के संकेतों की तलाश में वहां सूक्ष्मजीवन पृथ्वी से पहुच कर संक्रमित कर चुका हो।
तेजी से बढ़ी संक्रमण की संभावना

पिछले कुछ सालों में मंगल अभियानों की संख्या में बहुत तेजी आई है। हाल ही में मंगल पर प्रोब, रोवर और ऑर्बिटर की संख्या बढ़ गई है। जहां यूएई और चीन के यान अब भी मंगल के चक्कर लगा रहे हैं। अमेरिका के नासा के बहुत से रोवर मंगल पर घूम रहे हैं। अब एक अनुवांशिकीविद का कहना है कि इस बात की संभावना है कि कुछ सूक्ष्मजीवी पृथ्वी से मंगल पर पहुंच गए होंगे।

हो सकती है बड़ी समस्या

अगर ऐसा वाकई हो गया है तो यह वैज्ञानिकों के लिए एक बहुत बड़ी समस्या हो सकता है। यह उन आंकड़ों में गड़बड़ी कर सकता है जो मंगल पर जीवन की तलाश के लिए जमा किए जा रहे हैं। इससे मंगल ग्रह पर जीवन या जीवन के संकेत खोजने के पर सवाल पैदा कर सकता है जो बहुत से अभियानों को प्रमुख उद्देश्य है।
आसानी से खारिज नहीं किए जा सकते ये सवाल

मंगल ग्रह पर इस तरह के गंभीर सवालों को खारिज करना आसान नहीं है। मिडिया के मुताबिक अमेरिका के कोर्नेल यूनिवर्सिटी में वेइल कॉर्नेल मेडिसिन में जैवभौतिकी, फिजियोलॉजी और जीनोमिक्स के प्रोफेसर क्रिस्टोफर मेसन का कहना है कि वैज्ञानिकों का दूसरे ग्रह पर जीवन की खोज करते समय यह सुनिश्चित करना होगा कि वह वाकई उसी ग्रह का जीवन है ना कि पृथ्वी में पले बढ़े संक्रमण के कारण जीवन।

मंगल यात्रियों के लिए भी हो सकती समस्या

इस संक्रमण से केवल शोध में ही समस्या होगी ऐसा नहीं है बल्कि मंगल पर जाने वाले अंतरिक्ष यात्रियों को भी समस्या हो सकती है। भविष्य में ये सूक्ष्मजीवी उनके स्वास्थ्य के साथ ही उनकी सहायता के लिए गए उपकरणओं के लिए भी समस्या बन सकते हैं। मेसन को संदेह है कि हो सकता है कि मंगल पर मानव डीएनए भी 1971 और उसके बाद पहुंच गया हो। 1971 में मंगल ग्रह पर सोवियत संघ के दो अन्वेषण यान मंगल की सतह पर उतरे थे।

यह तय करना जरूरी

मेसन का कहना है कि मंगल पर धूल की वैश्विक आंधी से इन यानों से डीएनए मंगल की सतह तक पहुंच गए हों। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि जो जीवन हम पता लगा रहे हैं वह पृथ्वी से ही आया जीवन ना हो। ऐसा होने पर यह तय करना आसान नहीं होगा कि जो संकेत मिले हैं वे मंगल के मूल जीवन के ही संकेत हैं या नहीं।
नासा यह प्रयास करता है अभी वैसे तो नासा यह सुनिश्चित करता है कि उसके अंतरिक्ष यान, लैंडर, और रोवर पूरी तरह से विसंक्रमित हों। इसके लिए वह इन्हें खास तरह के कमरों में विकसित करता है जिससे किसी भी तरह का संक्रमण और अशुद्धता किसी नाजुक उपकरण में गड़बड़ी ना पैदा कर दे जिससे वहां से संकेत आने में किसी तरह की कोई समस्या हो। इसके लिए नासा ISO-5 जैसे कठोर प्रोटोकॉल का पालन करता है।

मेसन का दावा है कि यह असंभव है कि मंगल के अभियानों में जो भी यान आदि गए हैं वे सौ प्रतिशत ही सूक्ष्मजीवन से मुक्त हों। नासा के इन सफाई कमरों में भी सूक्ष्मजीवन के प्रमाण पाए गए हैं। वे विकिरण रोधी होने के साथ ठंडे वातावरण में भी पनप सकते हैं। ऐसे में मंगल पर एक मजबूत किस्म के सूक्ष्मजीव पहुंचे हों इससे इनकार नहीं किया जा सकता है।

संक्रमण से सीएम ममता के छोटे भाई का निधन

मीनाक्षी लोधी   

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के छोटे भाई असीम बनर्जी का आज (शनिवार को) निधन हो गया। उनकी मौत की वजह कोरोना बताई जा रही है। शनिवार सुबह उन्होंने आखिरी सांस ली। जानकारी के अनुसार वह मेडिका हाॅस्पिटल में भर्ती थे। मुख्यमंत्री के परिवार में शोक है।

बता दें कि कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटे में कोरोना के नए 3,26,098 मामले देशभर में सामने आए, जबकि 3,890 लोगों की वायरस की वजह से मौत हो गई। हालांकि 3,53,299 मरीज कोरोना से रिकवर भी हुए।

'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं

'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर थाना खालापार पर आय...