गुरुवार, 13 मई 2021

एमपी में बारिश का सिलसिला जारी, जताईं संभावना

मनोज सिंह ठाकुर              
भोपाल। मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में प्रदेश के कई हिस्सों में तेज हवा गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी की संभावना जताई है। मौसम वैज्ञानिक पीके शाह ने बताया कि साउथ-ईस्ट एमपी में ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इससे साउथ-ईस्ट एमपी से नॉर्थ केरल तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इससे प्रदेश में बादल बनने के साथ बारिश हो रही है। शाह ने बताया कि अगले दो दिन भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, चंबल, रीवा संभाग के हिस्सों में गरज-चमक और तेज हवा के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना है। भोपाल में बादल छाए रहेंगे।
मौसम विभाग ने सेंट्रल-साउथ ईस्ट अरब सागर में 15 और 16 मई को बनने वाले ताऊ साइक्लोन के कारण प्रदेश में 17 मई से फिर बारिश होने की संभावना जताई है। मौसम वैज्ञानिक पीके शाह ने कहा कि 17 से 19 मई तक तक प्रदेश में बारिश होने की संभावना ज्यादा है।

लॉकडाउन जून के दूसरे सप्ताह तक लगातार जारी

मनोज सिंह ठाकुर                 
भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना कर्फ्यू, लॉकडाउन मई के महीने से लेकर जून के दूसरे सप्ताह तक लगातार क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप अर्थात स्थानीय प्रशासन, मध्यप्रदेश शासन द्वारा मई के महीने में खत्म होने की स्थिति में दिखाई नहीं देता। इससे बढ़कर आगे स्पष्ट रूप से कहना होगा। जैसा कि मुख्यमंत्री ने आज के संदेश में संकेत दिए हैं। लॉकडाउन जून के द्वितीय सप्ताह तक लगातार जारी रहेगा।
आज प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देर शाम को पॉजिटिविटी रेट के संबंध में केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आदेश के अंतर्गत जिस तरीके से नापतोल का भाव लॉकडाउन से जोड़ते हुए संकेत दिए हैं। उसे स्पष्ट होता है कि मई का पूरा महीना लॉकडाउन में ही जाएगा। यही नहीं जून का द्वितीय सप्ताह भी पॉजिटिविटी रेट संपूर्ण मध्यप्रदेश के जिला स्तर तक एवं संभागीय स्तर तक देखे तो आने वाला 1 महीना ,बीते गए 1 महीने के अंदाज में तुलनात्मक अध्ययन के अनुसार लॉकडाउन में ही रहेगा।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज देर शाम को जो संकेत दिए हैं। उन संकेतों को केंद्र के गृह मंत्रालय के गणित के हिसाब से एवं लॉक डाउन की गाइडलाइन के अनुसार देखे तो मध्य प्रदेश के लगभग 98% जिलों में पॉजिटिविटी रेट अभी तक हाई पर है। अर्थात पॉजिटिविटी रेट 5% से ऊपर है। ऐसी स्थिति में संक्रमण की रफ्तार को कंट्रोल करने की अंतरराष्ट्रीय गाइडलाइन एवं गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के पालन में मध्य प्रदेश में लोक डाउन की स्थिति को समझें तो लॉकडाउन 5% पॉजिटिविटी रेट अर्थात 10% से कम की स्थिति में जब आएगा तब लॉकडाउन हटाया जाना उचित माना गया है। यही अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय गाइडलाइन कहती है।
अब मध्य प्रदेश की बात करें तो मध्य प्रदेश में पिछले 1 महीने के लोक डाउन के अंतर्गत देखा जाए तो ऐसा कोई भी जिला नहीं है जहां पॉजिटिविटी रेट 5% से नीचे आई हो , खंडवा , भिंड ,बुरहानपुर और छिंदवाड़ा में जो पॉजिटिविटी रेट 5% से कम बताई जा रही है। उसे केवल और केवल सरकारी आंकड़ा माना जा रहा है। इस बात को प्रदेश के मुख्यमंत्री ने संकेत के रूप में आज स्वीकार किया है। अन्य संपूर्ण मध्य प्रदेश के समस्त महानगरों से जिलों की स्थिति देखें तो 17 मई के बाद लॉकडाउन हटाने का कोई कारण एवं गाइड लाइन का अनुपालन दिखाई नहीं देता है। क्योंकि मध्य प्रदेश में वर्तमान में पॉजिटिविटी रेट 25% से नीचे भले ही आ गया हो परंतु 15% तक भी नहीं पहुंचा है।

साल की पहली किस्त 14 को खातों में ट्रांसफर होगीं

अकांशु उपाध्याय                           
नई दिल्ली। पीएम किसान योजना के लाखों लाभार्थी किसानों के लिए अच्छी खबर है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की इस साल की पहली किस्त (कुल मिलाकर आठवीं किस्त) इसी महीने 14 मई को खातों में ट्रांसफर की जाएगी। यह काम खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। पीएम मोदी 2000 रुपए की राशि ट्रांसफर करने के बाद चुनिंदा लाभार्थियों से बात भी करेंगे। केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह के हवाले से दी गई जानकारी के मुताबिक, यह कार्यक्रम सुबह 11 बजे होगा। इस कार्यक्रम का और दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण किया जाएगा। बता दें, पीएम किसान योजना के तहत केंद्र सरकार छोटे और सीमांत किसानों को साल में 6000 रुपए आर्थिक सहायता देती है। यह राशि सीधे खातों में जमा की जाती है। 6000 रुपए की यह 2000-2000 की तीन किस्तों में जमा की जाती है।
पीएम किसान योजना के तहत हर साल 2000 रुपए की पहली किस्त 1 अप्रैल से 31 जुलाई, दूसरी किस्त एक अगस्त से 30 नवंबर और तीसरी किस्त एक दिसंबर से 31 मार्च के बीच जमा की जाती है। जिन किसानों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है, उनके खातों में ही राशि जमा होती है। इस संबंध में
वेबसाइट पूरी जानकारी दी गई है। यहां पीएम किसान सम्मान निधि के लाभार्थियो की पूरी लिस्ट भी है, जिसे सरकार द्वारा समय-समय पर अपडेट किया जाता है।

ईंधनों की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया: कंपनी

अकांशु उपाध्याय                        
नई दिल्‍ली। अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में कच्‍चे तेल की कीमत में तेजी के बावजूद घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर रहे। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों ने दोनों ईंधनों की कीमतों में गुरुवार को कोई बदलाव नहीं किया है। गौरतलब है कि इसके पहले पिछले सात दिनों में पेट्रोल 1.68 पैसे प्रति लीटर और डीजल 1.88 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक, देश के चार महानगरों दिल्‍ली, मुंबई, चेन्‍नई और कोलकाता में पेट्रोल की कीमत क्रमश: 92.05 रुपये, 98.36 रुपये, 93.84 रुपये और 91.16 रुपये प्रति लीटर पर टिकी है। वहीं, इन महानगरों में डीजल भी क्रमश: 82.61 रुपये, 89.75 रुपये, 87.49 रुपये और 85.45 रुपये प्रति लीटर के भाव मिल रहा है। 
गौरतलब है कि देश के कई राज्‍यों में कोविड-19 की लहर की वजह से लागू लॉकडाउन से पेट्रोलियम पदार्थो की मांग में कमी आई है। हालांकि, अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड 0.63 डॉलर की तेजी के साथ 69.32 डॉलर प्रति बैरल और डब्ल्यूटीआई क्रूड भी 0.61 डॉलर की तेजी के साथ 66.08 डॉलर प्रति बैरल के स्‍तर पर टिका हुआ है।  

येरूशलम के विवादित क्षेत्र को लेकर तनाव पर चर्चा

अंकारा। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन ने रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से कहा कि फलस्तीनियों के प्रति इजराइल के रवैये के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय को 'उसे कड़ा एवं कुछ अलग सबक सिखाना' चाहिए।
तुर्की के राष्ट्रपति संचार निदेशालय के मुताबिक, दोनों देशों के नेताओं ने बुधवार को टेलीफोन पर यरूशलम के विवादित क्षेत्र को लेकर तनाव पर चर्चा की। बयान के अनुसार एर्दोआन ने कहा कि 'अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इजराइल को कड़ा एवं अलग सबक सिखाना' चाहिए और कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् को त्वरित हस्तक्षेप करना चाहिए ताकि।
बयान में कहा गया कि एर्दोआन ने पुतिन को सुझाव दिया कि फलस्तीनियों की रक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल पर विचार किया जाना चाहिए।
इस बीच इंस्तांबुल में हजारों लोगों ने मंगलवार की शाम देशव्यापी कोरोना वायरस कर्फ्यू का उल्लंघन कर इजराइली हमले के विरोध में प्रदर्शन किया। काफी संख्या में कारों का काफिला तुर्की एवं फलस्तीनी झंडे लहराते हुए इजराइली दूतावास की तरफ रवाना हुए।

माधुरी को मुख्य अभिनेत्री काम करने का मौला मिला

कविता गर्ग                 
मुंबई। अपनी मनमोहक मुस्कान से लाखों लोगों को दीवाना बनाने वाली खूबसूरत अदाकारा माधुरी दीक्षित का जन्म 15 मई, 1967 को महाराष्ट्र में हुआ था। 80 और 90 के दशक में रुपहले पर्दे पर अपनी ख़ूबसूरत और लाजवाब अदायगी का जलवा बिखेरने वाली माधुरी को बचपन से ही नृत्य में रुचि थी। महज तीन साल की उम्र में उन्होंने नृत्य सीखना प्रारम्भ कर दिया और आठ साल की उम्र में वह कत्थक नृत्य में पारंगत हो गईं। उन्होंने कभी भी नहीं सोचा था कि वो एक्टिंग को अपना करियर बनाएंगी। उनका रुझान माइक्रोबायोलॉजी की पढ़ाई में ज्यादा था और यही कारण है कि उन्होंने मुंबई के विले पार्ले के कॉलेज से इसकी पढ़ाई भी की।
माधुरी को राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म 'अबोध' में बतौर मुख्य अभिनेत्री काम करने का मौला मिला। साल 1984 में रिलीज हुई इस फिल्म में माधुरी के साथ बंगाली फिल्मों के मशहूर अभिनेता तपस पॉल भी मुख्य भूमिका में थे। हालांकि यह फिल्म फ्लॉप हो गई, लेकिन आलोचकों ने फिल्म में माधुरी के अभिनय को काफी पसंद किया। इसके बाद माधुरी को कई फिल्मों के ऑफर मिलने लगे, लेकिन उन्हें असली पहचान साल 1988 में आई फिल्म 'तेजाब' से मिली। इस फिल्म में मोहिनी के किरदार में उन्होंने दर्शकों का मन मोह लिया। इस फिल्म में उनके साथ अनिल कपूर मुख्य भूमिका में थे। फिल्म में इस जोड़ी को काफी पसंद किया गया और फिल्म के गाने भी काफी मशहुर हुए। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही और माधुरी फिल्मी दुनिया की सुपरहिट अभिनेत्री बन गई।इसके बाद माधुरी ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा।
साल 1992 में आई फिल्म 'बेटा' में पुनः उनकी जोड़ी अनिल कपूर के साथ नजर आई और फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही। इस फिल्म का उदित नारायण और अनुराधा पौडवाल की आवाज़ में गाया गाना 'धक-धक करने लगा' काफी मशहूर हुआ। यह गाना माधुरी दीक्षित के ऊपर फिल्माया गया था और जिसे दिवंगत कोरियोग्राफ़र सरोज खान ने कोरियोग्राफ किया था,से माधुरी दीक्षित बॉलीवुड में 'धक-धक गर्ल ' के रूप में पहचान मिली और वह लाखों लोगों की धड़कन बन गई। इस फिल्म में  माधुरी को उनके शानदार अभिनय के लिए एक बार फिर से फिल्म फेयर के सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार से नवाजा गया।
माधुरी ने अपने फिल्मी करियर में हर तरह के किरदार को बखूबी निभाया । माधुरी दीक्षित की प्रमुख फिल्मों में परिंदा, मृत्युदंड,खलनायक,राम लखन,दिल, कोयला, दिल तो पागल है,देवदास, आजा नचले, डेढ़ इश्कियां, गुलाब गैंग, कलंक आदि शामिल हैं। इसके अलावा माधुरी ने फिल्म 'गुलाब गैंग' के गाने 'रंगी साड़ी गुलाबी' में अपनी आवाज दी और फिल्म '15 अगस्त' को प्रोड्यूस भी किया। माधुरी बड़े पर्दे के साथ-साथ छोटे पर्दे शो में भी नजर आई। वह रियलिटी शो 'झलक दिखला जा' और 'डांस दीवाने' की जज भी रही। माधुरी सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हैं। उन्होंने पिछले साल ही अपना यूट्यूब चैनल भी लांच किया है। माधुरी दीक्षित को फिल्मों में उनके सराहनीय योगदान के लिए भारत सरकार ने साल 2008 में 'पद्मश्री' से सम्मानित किया। माधुरी दीक्षित ने साल 1999 में यूएसए बेस्ड डॉक्टर श्रीराम नेने से शादी की और उनके दो बेटे रियान और एरिन नेने हैं।

एम्स में भी आरटीपीसीआर की जांच होगी, तैयारी

हरिओम उपाध्याय                    
गोरखपुर। बाबा राघवदास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज और आरएमआरसी के बाद अब एम्स में भी आरटीपीसीआर की जांच होगी, तैयारी पूरी है। उम्मीद है कि अगले सप्ताह से जांच शुरू हो जाय। इसके साथ ही 30 बेड का एल-टू कोविड वार्ड भी शुरू होगा। 10 बेड पर आज से ही भर्ती शुरू हो गई है, जबकि 20 बेड पर एक सप्ताह के अंदर भर्ती प्रक्रिया शुरू होने की संभावना जताई जा रही है। 
 गोरखपुर स्थित एम्स के लैब में रोजाना लगभग 3000 नमूनों की जांच हो सकेगी। इससे न केवल मरीजों की सहूलियतें बढ़ेंगी बल्कि आरएमआरसी और बीआरडी के लैब से जांच का बोझ भी कम होगा। संदिग्ध संक्रमितों की रिपोर्ट भी जल्दी मिल जाएगी। 
  बता दें कि एंटीजन किट से जांच रिपोर्ट तुरंत आती है, लेकिन आरटीपीसीआर जांच में तीन दिन का समय लगता है। एम्स में आरटीपीसीआर जांच शुरू होने से 36 घंटे में रिपोर्ट मिलने की संभावनाएं बलवती हो गईं हैं। गोरखपुर स्थित आरएमआरसी और बीआरडी लैब में आरटीपीसीआर की जांच की क्षमता रोजाना 10 हजार की है। 
 

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...