गुरुवार, 6 मई 2021

होम्योपैथिक कफ सिरप पीने से 8 लोगों की मौत

बिलासपुर। सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के कोरमी के ग्रामीणों ने होमियोपैथी कप सिरप पीने वाले ग्रामीणों में मृतकों की संख्या आठ हो गई है। इस घटना से पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ गई है। यहां शराब की जगह नशीली सिरप पीने वाले ग्रामीणों की जांच कर अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। दो ग्रामीणों की हालत अभी गंभीर बताई जा रही है।

कोरमी में रहने वाले कमलेश धुरी पिता बल्दूप्रसाद (32 वर्ष), अक्षय धुरी पिता पुन्न्ूलाल (21 वर्ष), राजेश धुरी पिता दशरथ (21 वर्ष), समारू धुरी पिता गजानंद (25 वर्ष), खेमचंद धुरी पिता रामलाल (40 वर्ष) व कैलाश धुरी पिता उमाशंकर (50 वर्ष) सहित अन्य ग्रामीणों को सर्दी-जुकाम व खासी की शिकायत थी। इस दौरान ग्रामीणों ने गांव के ही होम्योपैथिक डाक्टर को दिखाया। दरअसल, सर्दी-जुकाम व खांसी आने पर ग्रामीणों को कोरोना महामारी का खतरा हुआ।

इसके चलते उन्होंने स्थानीय होमियोपैथी क्लीनिक में उपचार कराना शुरू कर दिया। इस दौरान डाक्टर ने उन्हें ड्रोसेरा कप सिरप दवाई दी, जिसे ग्रामीणों को गुनगुने पानी में मिलाकर पीना था। इस दौरान ग्रामीणों ने इसे नशे के रूप में बिना पानी मिलाए ही पीना शुरू कर दिया। बीमार ग्रामीणों की देखादेखी अन्य ग्रामीणों ने भी ड्रोसेरा सिरप खरीद कर पीना शुरू कर दिया। इधर, बुधवार को सिरप पीने वाले ग्रामीणों की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें उल्टी होने लगी। इस दौरान ग्रामीण युवकों ने स्वजनों को दवा पीने की जानकारी दी। उल्टी होने के कारण परिवार वालों ने भी नजरअंदाज कर दिया।

इस बीच कमलेश और राजेश की मौत हो गई। इससे घबराए परिवार के लोगों को कोरोना से मौत की आशंका हुई और आनन-फानन में उनकी अंत्येष्टि भी कर दी। इधर, बुधवार दोपहर अक्षय और समारू की भी मौत हो गई। उन्हें भी कोरोना होने का संदेह हुआ और उनकी भी अंत्येष्टि कर दी गई। एक ही दिन में गांव में चार युवकों की मौत से हड़कंप मच गया। इसकी सूचना ग्रामीण ने सिरगिट्टी पुलिस की दी। खबर मिलते ही बुधवार की देर शाम थाना प्रभारी फैजूल शाह गांव पहुंचे। उन्होंने मृतक के परिवार वालों से इस संबंध में पूछताछ की। इसमें युवकों के कफ सीरप पीने की जानकारी मिली।

700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन देने पर आभार व्यक्त

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर पहली बार 700 मीट्रिक टन से ज्यादा ऑक्सीजन दिल्ली को देने पर आभार व्यक्त किया है। इसके साथ ही केजरीवाल ने कहा कि कम से कम इतनी ऑक्सीजन दिल्ली को रोजाना जरूर दिलवाई जाए। 

  मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने पत्र में लिखा है 'दिल्ली की खपत 700 टन प्रतिदिन है। हम लगातार केंद्र सरकार से प्रार्थना कर रहे थे कि इतनी ऑक्‍सीजन हमें दी जाए। कल पहली बार दिल्ली को 730 टन ऑक्‍सीजन मिली है'' उन्‍होंने लिखा, 'मैं दिल्ली के लोगों की तरफ़ से दिल से आपका आभार व्यक्त करता हूं। आपसे निवेदन है कि कम से कम इतनी ऑक्‍सीजन दिल्ली को रोज़ ज़रूर दिलवाई जाए और इसमें कोई कटौती न की जाए।पूरी दिल्ली इसके लिए आपकी आभारी रहेगी।' 
 उल्लेखनीय है दिल्ली में ऑक्सीजन की मांग लगातार बढ़ती जा रही है । यही वजह है कि दिल्ली सरकार लगातार केंद्र सरकार से राष्ट्रीय राजधानी में ऑक्सीजन के कोटे को बढ़ाने के लिए निवेदन करती रही है। 

कांग्रेस नेता ने 21 लोगों का अंतिम संस्कार कराया

तिरुपति। वाईएसआर कांग्रेस के नेता और तिरुपति के विधायक भुमना करुणाकर रेड्डी ने मंगलवार को COVID-19 के कारण मारे गए 21 लोगों का अंतिम संस्कार किया। ये 21 शव तिरुपति के रुया अस्पताल की मोर्चरी में लावारिस पड़े थे। रेड्डी ने इन शवों को पारंपरिक तरीके से सरकारी गाड़ियों से लेजाकर जमीन में दफन करवाया।

इन शवों पर दुःख व्यक्त करते हुए रेड्डी ने कहा, "COVID महामारी के इन मरीजों के पॉजिटिव आ जाने के कारण परिजन द्वारा अंतिम संस्कार नहीं किया जा सका। उन्होंने कहा कि अंतिम संस्कार ना करने का कारण कोई वित्तीय समस्या नहीं है बल्कि लोगों को डर है कि अगर वो शवों की अंतिम क्रिया करते हैं तो उन्हे भी कोविड हो जाएगा।

विधायक ने की जेएसी की सराहना

वहीं तिरुपति के विधायक ने मुस्लिम जेएसी की सराहना की, JAC एक स्वयंसेवी संगठन है जिसने COVID ​​की पहली लहर के बाद से 501 शवों का अंतिम संस्कार किया। रेड्डी ने कहा कि वह COVID से डरते नहीं हैं उन्हें पहले भी दो बार दो बार कोरोना हो चुका था।

उन्होंने कहा "60 साल की उम्र और एक जिम्मेदार विधायक होने के नाते मुझे अपने कर्तव्यों का पालन करना है, गलत धारणाओं के खिलाफ आवाज उठानी है।" शवों के दाह के समय विधायक ने व्यक्तिगत रूप से अंतिम संस्कार कार्यक्रम में भाग लिया था। उन्होंने मुस्लिम JAC के स्वयंसेवकों को पीपीई किट भी दिए।

कोरोना के मामले 4 लाख पार

वहीं दूसरी तरफ देशभर में कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। बुधवार को देश में कोरोना संक्रमण के कुल 4,12,784 मामले सामने आए। ये अब तक का सबसे अधिक आंकड़ा है। इससे पहले 30 अप्रैल को 4,02,351 मामले सामने आए थे। वहीं बुधवार को सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में महाराष्ट्र में 920, यूपी में 357, कर्नाटक में 346, पंजाब में 186, हरियाणा में 181, तमिलनाडु में 167 मौतें हुईं।

4 लाख की आर्थिक सहायता की मांग, लिखा पत्र

टीकम चंद  

भोपाल। मध्यप्रदेश प्रदेश में कोरोना का कहर जारी है। हर दिन संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ मौत का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। मौत के बढ़ते आंकड़ों पर चिंता जताते हुए पूर्व सीएम कमलनाथ ने कोरोना से मौत को आपदा मानकर 4 लाख की आर्थिक सहायता देने की मांग की है।

इसे लेकर कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। पत्र के जरिए कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश के हालात भयावाह हो गए हैं। हर दिन संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब तक 6 लाख से अधिक लोग कोरोना की चपेट में आ गए हैं।परिवार के कमाने वाले सदस्यों की मृत्यु से कई परिवार बेहद दर्द झेल रहे हैं। इन हालातों को देखते हुए सरकार को जल्द से जल्द आर्थिक सहायता की घोषणा करना चाहिए।

कर्फ्यू के दौरान और सख्ती का आदेश जारी किया

टीकम चंद  

ग्वालियर। अब न तो गली-मोहल्ले की किराना दुकानें खुलेंगी न घर में 20 लोगों की मौजूदगी में शादी हो सकेंगी। सुबह 9 बजे तक सिर्फ दूध, ब्रेड, फल और सब्जी ही मिल सकेंगी। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बुधवार शाम कोरोना कर्फ्यू के दौरान और सख्ती का आदेश जारी किया।

यह आदेश पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और फिर बुधवार को ग्वालियर आए प्रभारी सचिव अशोक शाह की आपत्ति के बाद निकाला गया है। मुख्यमंत्री व प्रभारी सचिव ने ग्वालियर में कोरोना कर्फ्यू के दौरान ढील पर आपत्ति दर्ज करायी थी। प्रभारी सचिव श्री शाह ने जब शहर का भ्रमण किया तो उन्हें दुकानें खुली मिलीं और सड़कों पर भारी संख्या में वाहन दौड़ते नजर आए थे।

कलेक्टर ने 29 अप्रैल को जारी 7 दिन के कोरोना कर्फ्यू के आदेश को बुधवार रात 7 मई तक के लिए संशोधित किया। इसमें उन्होंने शादियों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। अभी दोनों पक्षों के 20 लोगों के साथ घर में ही शादी समारोह आयोजित करने की छूट थी। कलेक्टर के इस आदेश के बाद शादी वाले परिवारों की परेशानी और बढ़ जाएंगी। अब उनके सामने शादी किसी दूसरे शहर में करने या फिर आयोजन निरस्त करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं रह गया है। ऐसे ही अंतिम संस्कार, गंगभोज व उठावनी में भी अब सिर्फ पांच लोग शामिल हो सकेंगे।

गुरुवार से और भी रहेंगे प्रतिबंध

  • किराना दुकानें नहीं खुलेंगी, सिर्फ होम डिलेवरी हो सकेगी। बड़ी-बड़ी कंपनियों सहित स्थानीय संस्थान अब खानपान की सामग्री की होम डिलेवरी नहीं कर सकेंगे।
  • ऑटो-ई रिक्शा अब नहीं चलेंगे। अभी तक दो सवारी की मंजूरी थी। अब सिर्फ सिर्फ प्राइवेट वाहन (कार) में बहुत जरूरी होने पर आना जाना होगा।
  • उपार्जन केंद्र, सरकारी राशन दुकानें व बैंक खुल सकेंगी पर यहां पर सोशल डिस्टेंस के लिए घेरे बनाने होंगे। व्यवस्था बनाने का जिम्मा इंसीडेंट कमांडर का होगा।
  • निर्माण कार्य सिर्फ वहीं पर चल सकेंगे जहां पर मजदूरों के रहने की व्यवस्था होगी। अन्य क्षेत्रों में निर्माण व मजदूरों के परिवहन की मंजूरी नहीं होगी।

केंद्रीय मंत्री वी. मुरलीधरन के काफिले पर हमला

मीनाक्षी लोधी   
कोलकाता। इस वक्त एक बड़ी खबर पश्चिम बंगाल से सामने आ रही है। पश्चिम बंगाल में केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन के काफिले पर हमला हुआ है। इस जानलेवा हमले में मंत्री वी मुरलीधरन की गाड़ी के शीशे चकनाचूर हो गए हैं। सुरक्षाकर्मियों पर भी हमले की बात सामने आ रही है। मंत्री ने खुद ट्वीट कर टीएमसी के ऊपर हमले का आरोप लगाया है।
घटना पश्चिम बंगाल के मेदिनापुर की है, जहां केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन के काफिले पर हमला किया गया। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसे खुद केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन ने ट्वीट किया है। वीडियो में कुछ लोग मंत्री वी मुरलीधरन की गाड़ी पर बांस-बल्ले से हमला करते दिख रहे हैं। पत्थर बरसाए जा रहे हैं। मुरलीधरन ने हमले का आरोप तृणमूल कार्यकर्ताओं पर लगाया है। बवाल बढ़ने और तोड़फोड़ होने पर मंत्री वहां से अपना काफिला लेकर वापस लौट आए। मुरलीधरन ने कहा कि जैसे ही वह इलाके में पहुंचे। लोगों के एक समूह ने उनके काफिले पर लाठियों और पत्थरों से हमला कर दिया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिस वाहन में वह यात्रा कर रहे थे उसकी खिड़कियां तोड़ दी गईं। उनके साथ आई पुलिस की गाड़ी में तोड़-फोड़ की गई और चालक घायल हो गया।

यात्रा स्थगित, धामों में कपाट खोल पूजा-अर्चना होगी

कपाट खोलने की ब्यवस्थायें जुटायेगा दल

-कोरोना महामारी के कारण मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के दिशानिर्देश से फिलहाल यात्रा स्थगित धामों में कपाट खुलेंगे, पूजा अर्चना चलती रहेगी:सतपाल महाराज

-कोरोना महामारी को देखते हुए सांकेतिक रूप से खुलेंगे कपाट,यात्रियों को अनुमति नहीं : रविनाथ रमन

पंकज कपूर 

उखीमठ/ रूद्रप्रयाग/ देहरादून। श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की ब्यवस्थाओं हेतु देवस्थानम् बोर्ड का 12 सदस्यीय दल आज प्रात: श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से प्रात: 8.30 बजे केदारनाथ हेतु रवाना हुआ। 
दल की अगवाई देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी. डी. सिंह कर रहे है।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि कोविड-19 को देखते हुए माननीय मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के दिशा निर्देश में फिलहाल चारधाम यात्रा पर रोक लगायी गयी है केवल कपाट खुलेंगे नियमित पूजाअर्चना चलती रहेगी। स्थितियां सामान्य होने पर चारधाम यात्रा को चरणबद्ध रूप से शुरू किया जायेगा।

देवस्थानम बोर्ड का अग्रिम दल केदारनाथ मन्दिर में पेयजल, विद्युत, बर्फ हटाने का कार्य को, साफ सफाई, सेनिटाईजेशन, रावल/पुजारी आवास निर्माण प्रगति के कार्यों का अवलोकन करेगा। गढ़वाल आयुक्त/उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने कहा है कि सरकार के निर्देश पर कोरोना महामारी को देखते हुए चारधाम यात्रा पूर्णत:स्थगित है केवल सांकेतिक रूप से धामों के कपाट खोले जाने हैं। कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए केवल रावल पुजारी एवं संबंधित हकहकूकधारियों के चुनिंदा प्रतिनिधि धामों में जायेंगे। देवस्थानम बोर्ड के कार्याधिकारी एनपी जमलोकी ने बताया कि अग्रिम दल में सहायक अभियंता गिरीश देवली, भंडार प्रभारी उमेश शुक्ला, अवर अभियंता विपिन कुमार सहित विद्युत कर्मी, पलंबर और सात स्वयंसेवक शामिल है।

इस अवसर पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल, प्रबंधक अरविंद शुक्ला, पुष्कर रावत, प्रेमसिंह रावत, पुजारी शिवशंकर लिंग, विदेश शैव भी मौजूद रहे। देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ के कपाट इस यात्रा वर्ष 17 मई प्रात: पांच बजे खुल रहे है जबकि यमुनोत्री धाम के 14 मई, गंगोत्री के 15 मई तथा श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई को खुल रहे है किसी भी धाम में फिलहाल यात्रियों को जाने की अनुमति नहीं है।

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नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिला अधिकारी उमेश मिश्रा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक ...