सोमवार, 3 मई 2021

तीन नगर निकास क्षेत्रों में 13 तक संपूर्ण लाॅकडाउन

हरिओम उपाध्याय                        
जौनपुर। जिला मजिस्ट्रेट मनीष कुमार वर्मा ने जिले में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते हुए मामलेे को देखते हुए तीन नगर निकास क्षेत्रों में 13 मई तक संपूर्ण लाॅकडाउन घोषित कर दिया है। इसमें सभी दुकानें और बाजार बंद रखकर केवल आवश्यक सेवाओं को चालू करने का आदेश दिया गया है।
सोमवार को जिला मजिस्ट्रेट मनीष कुमार ने बताया कि कोविड-19 पर प्रभावी नियंत्रण के लिये बड़े भौगोलिक क्षेत्र जैसा कि शहर या जिला अथवा इस प्रकार के अन्य स्थान जहां ऐसे मामले बहुत अधिक हैं और लगातार उसमें बढ़ोतरी हो रही है, को भौतिक रूप से कंटेंन का निर्माण किए जाने के लिये जिला मजिस्ट्रेट को अधिकार प्रदान किए गए हैं। जिसके अंतर्गत नगर पालिका परिषद जौनपुर में 122, नगर पालिका परिषद शाहगंज में 11, नगर पंचायत मछलीशहर में 6 सक्रिय मरीज होने के कारण संक्रमण दर 13 से 15 प्रतिशत है।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 में प्रसार के कारण प्राण का संकट बना हुआ है। जिसके कारण भौतिक वृहद कंटेन बनाए जाना आवश्यक है। उक्त शासनादेश के अनुपालन में नगर पालिका परिषद जौनपुर में के प्रकरणों पर नियंत्रण के जिला मजिस्ट्रेट द्वारा 30 अप्रैल से 13 मई 2021 दिन तक संपूर्ण नगर पालिका परिषद जौनपुर, थाना क्षेत्र कोतवाली व लाइन बाजार, नगर पंचायत मछलीशहर, थाना क्षेत्र मछलीशहर, नगरपालिका परिषद शाहगंज, थाना क्षेत्र शाहगंज का आदेश पारित किया है।
नगर पालिका परिषद आवश्यक सेवाओं तथा मतगणना कार्यों से जुड़े कार्यो के अलावा अन्य किसी आवागमन की अनुमति नहीं होगी। नगर पालिका परिषद एवं फायर ब्रिगेड के द्वारा अभियान चलाकर व्यापक रूप से सैनिटाइजेशन का कार्य किया जाएगा।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की

कोलंबो। श्रीलंका के आलराउंडर और पूर्व कप्तान थिसारा परेरा ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से तुरंत प्रभाव से संन्यास लेने की घोषणा की। श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) को भेजे पत्र में परेरा ने कहा कि उन्होंने लगता है कि यह उनके संन्यास लेने और युवा खिलाड़ियों को मौका देने का सही समय है।
परेरा 32 साल के हैं। उन्होंने छह टेस्ट, 166 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय और 84 टी20 अंतरराष्ट्रीय में श्रीलंका का प्रतिनिधित्व किया। उनके दुनिया भर में फ्रेंचाइजी क्रिकेट में खेलने की उम्मीद है। परेरा ने एसएलसी को लिखे पत्र में कहा, ‘‘मुझे गर्व है कि मैं सात क्रिकेट विश्व कप में श्रीलंका का प्रतिनिधित्व कर पाया और बांग्लादेश में भारत के खिलाफ 2014 टी20 विश्व कप में टीम की जीत में योगदान दिया। यह मेरे जीवन का अहम पल रहा।एसएलसी ने भी राष्ट्रीय टीम की सफलता में परेरा के योगदान को स्वीकार किया। एसएलसी के सीईओ एश्ले डिसिल्वा ने बयान में कहा, ‘‘थिसारा परेरा शानदार आलराउंडर थे, जिन्होंने एक खिलाड़ी के रूप में श्रीलंका क्रिकेट को काफी योगदान दिया और देश के शानदार क्रिकेट लम्हों में भूमिका निभाई।

पाकिस्तानी सैनिकों ने सांबा सेक्टर में गोलीबारी की

सांबा। पाकिस्तान अपनी हरकतों से कभी बाज नहीं आ सकता। सोमवार सुबह पाकिस्तानी सैनिकों ने सांबा सेक्टर में सीमा से सटे रामगढ़ इलाके में गश्त लगा रहे बीएसएफ जवानों के गश्ती दल को निशाना बनाते हुए अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। इस गोलीबारी में किसी भारतीय जवान को नुकसान नहीं पहुंचा है। भारतीय जवानों ने भी पाकिस्तानी गोलीबारी का कड़ा जवाब दिया। भारतीय जवानों की जवाबी कार्रवाई के बाद गोलीबारी का यह सिलसिला कुछ ही समय तक चला। उसके बाद पाकिस्तानी सैनिकों ने गोलीबारी बंद कर दी। इस गोलीबारी के बाद सीमांत इलाकों में एकबार फिर दहशत का माहौल है।

आयोग पर हत्या का मुकदमा, याचिका पर सुनवाईं

अकांशु उपाध्याय                      
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने मद्रास हाईकोर्ट की निर्वाचन आयोग पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मौखिक टिप्पणी के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए निर्वाचन आयोग से कहा है। कि इसे सही परिप्रेक्ष्य में लीजिए। जस्टिस एमआर शाह ने निर्वाचन आयोग से कहा कि आप हाईकोर्ट की टिप्पणी को उसी तरह लीजिए जैसे डॉक्टर की कड़वी दवाई को लिया जाता है।
सुनवाई के दौरान निर्वाचन आयोग के वकील राकेश द्विवेदी ने कहा कि हमें सुने बिना, यह जाने बिना कि आपदा प्रबंधन किसका काम है, मद्रास हाईकोर्ट ने आयोग के खिलाफ टिप्पणी कर दी। तब जस्टिस शाह ने पूछा कि आयोग का क्या काम है। तब द्विवेदी ने कहा हमारे पास इतना फोर्स नहीं होता कि हर कार्यक्रम पर अंकुश लगाएं। इसपर जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि जज को सवाल करते समय सावधान रहना चाहिए। लेकिन यह नहीं कह सकते कि मीडिया जज की टिप्पणी को रिपोर्ट न करे। अक्सर सिर्फ लिखित आदेश नहीं जज की टिप्पणी भी लोगों के मन में भरोसा जगाती हैं। तब द्विवेदी ने कहा कि हम सिर्फ इस टिप्पणी की बात कर रहे हैं। इसका केस से कोई संबंध नहीं था।
जस्टिस शाह ने कहा कि हर जज का अलग स्वभाव होता है। कई बार टिप्पणी भी सार्वजनिक हित में की जाती है। इसे सही सन्दर्भ में लेना चाहिए। लेकिन चुनाव आयोग पर लोगों की हत्या का आरोप लगाना अनुचित है। जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा हम आपकी बात समझते हैं। पर हम हमारे हाईकोर्ट को हतोत्साहित भी नहीं करना चाहते हैं। जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि ऐसा नहीं कि जज सोचकर आते हैं कि यह बोलना है। बात के क्रम में कई बात कही जाती है। हम एक संवैधानिक संस्था के रूप में चुनाव आयोग का सम्मान करते हैं। द्विवेदी ने कहा कि जो टिप्पणी हुई उसका केस से संबंध नहीं था। यह टिप्पणी भी नहीं थी, एक तरह से हमारे खिलाफ फैसला था।

वैक्सीनेशन ड्राइव का तीसरा चरण 1 मई से शुरू हुआ

अकांशु उपाध्याय                          
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्‍ली में कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन ड्राइव का तीसरा चरण 1 मई से शुरू हो चुका है। इस दौरान 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को टीका लगाया जा रहा है। जबकि अरविंद केजरीवाल सरकार ने तीसरे चरण में कोरोना वैक्‍सीनेशन को तेज करने के लिए दिल्ली के 77 सरकारी स्कूलों को वैक्सीनेशन सेंटर बनाने का ऐलान किया है।
जानकारी के मुताबिक, 18-44 साल के लोगों के कोरोना वैक्‍सीनेशन के लिए दिल्‍ली सरकार ने जिन 77 सरकारी स्‍कूलों का चयन किया है, उनको नजदीकी अस्पताल से अटैच किया गया है। बता दें कि दिल्‍ली सरकार ने स्कूलों के अंदर वैक्‍सीनेशन सेंटर इसलिए बनाए हैं, ताकि टीका लगवाने के लिए ज्यादा संख्या में लोग आ जाएं तो कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा कम हो।
दिल्‍ली के जिन सरकारी स्‍कूलों को वैक्‍सीनेशन सेंटर बनाया गया है उनमें केवी एयरफोर्स तुगलकाबाद (संगम विहार), सर्वोदय कन्या विद्यालय (बसईदारपुर), शहीद हेमू कलानी जीएसबीवी (लाजपत नगर), सरकारी गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल 2 (उत्तम नगर), सर्वोदय विद्यालय (मानसरोवर गार्डन), सर्वोदय बाल विद्यालय( वेस्ट पटेल नगर), ईशानी सरकारी कन्या विद्यालय( साकेत) और सर्वोदय विद्यालय सेक्टर 3 रोहिणी सहित कई अन्य स्कूल शामिल हैं।
यही नहीं, इस दौरान दिल्ली के न्यू अशोक नगर के एक वैक्सीनेशन सेंटर पर 18 साल से अधिक उम्र के लोग कोरोना वायरस की वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंचे हैं। जबकि एक व्यक्ति ने बताया, ‘मेरा स्लॉट 10-12 बजे के बीच है लेकिन मैं थोड़ा पहले आ गया हूं। वैक्सीन लेना बहुत जरूरी है। सभी लोगों को वैक्सीन लगवानी चाहिए।

सीएम भूपेश ने केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला को लिखा पत्र

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर प्रदेश में वर्तमान में 9 अप्रैल से 6 मई की सुबह तक कंटैनमेंट जोन घोषित होने के कारण राज्य के लघु और मध्यम व्यवसायियों की परेशानियों को देखते हुए उन्हें वांछित राहत प्रदान करने का अनुरोध किया है। श्री बघेल ने छत्तीसगढ़ चैम्बर ऑफ कामर्स एण्ड इण्डट्रीज के अनुरोध पर केन्द्र सरकार से मांग की है कि व्यवसायियों द्वारा विभिन्न प्रकार की विवरणियों को प्रस्तुत करने की अप्रैल एवं मई माह की तिथियों को दो माह के लिए बढ़ाया जाए साथ ही व्यवसाय संचालन हेतु लिए गए ऋण के मूलधन और ब्याज की किश्तों के भुगतान की समय-सीमा को कम से कम 3 माह की स्थगन अवधि प्रदान करने पर विचार किया जाए।
मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय वित्त मंत्री को पत्र में लिखा है कि - कोविड-19 महामारी की दूसरी और अधिक घातक लहर को रोकने के अंतिम प्रभावी कदम के रूप में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर सहित लगभग सभी जिलों में दिनांक 9 अप्रैल से प्रारंभ कर 6 मई की सुबह तक पूर्ण कटेनमेंट जोन घोषित किये जाने के कारण राज्य में आर्थिक गतिविधियां एवं व्यापार-व्यवसाय लगभग बंद है। इससे राज्य में लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यवसायियों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। छत्तीसगढ़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने इस आर्थिक परेशानी में उनकी सहायता के उद्देश्य से कुछ फौरी राहतों की मांग की गई है, जिन पर मैं आपका ध्यान आकृष्ट करना चाहता हूँ।

छत्तीसगढ़ में कुल 56,22,933 डोज वैक्सीन लगीं

रायपुर।  छत्तीसगढ़ में रविवार शाम तक  कुल 56 लाख 22 हजार 933 डोज वैक्सीन लग चुकी है। जो कि जनसंख्या के अनुपात में 19.6 फीसदी है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ से ऊपर हिमाचल प्रदेश, गोवा और केरल ही हैं परंतु हिमाचल प्रदेश और गोवा की आबादी 1 करोड़ भी नहीं है। इस प्रकार एक करोड़ से अधिक आबादी वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ वैक्सीनेशन के मामले में केरल के बाद दूसरे नंबर पर है। कोविड टीकाकरण के क्षेत्र में अनेक बड़े राज्य जैसे उत्तरप्रदेश, बिहार, तमिलनाडु, पंजाब, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, दिल्ली, राजस्थान आदि छत्तीसगढ़ से पीछे हैं।
राज्य स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार  छत्तीसगढ़ में अब तक 72 लाख, 70 हजार से ज़्यादा टेस्ट हुए हैं। जो जनसंख्या के अनुपात में 25.1 प्रतिशत हैं। छत्तीसगढ़ में टेस्ट की संख्या बढ़ाये जाने की अभी गुंजाइश शेष है। हालांकि पंजाब, उड़ीसा, महाराष्ट्र, बिहार, हिमाचल प्रदेश, झारखण्ड, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, पं.बंगाल व मध्यप्रदेश जैसे राज्य छत्तीसगढ़ से कहीं पीछे हैं।
छत्तीसगढ़ में कोविड से अब तक कुल 9 हजार, 009 लोगों की मृत्यु हुई है । छत्तीसगढ़ से ज़्यादा मृत्यु दर वाले राज्यों में पंजाब, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, दिल्ली, पं.बंगाल, गोवा, गुजरात और तमिलनाडु शामिल हैं। छत्तीसगढ़ में  कुल 7 लाख, 44 हजार 602 मामलों में से वर्तमान में 1 लाख, 21 हजार 99 सक्रिय हैं और 6 लाख 14 हजार 693 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात...