बुधवार, 21 अप्रैल 2021

जनता के लिए सैन्य अस्पताल खोलने जा रहीं सरकार

अकांशु उपाध्याय            
नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर में बिगड़ती अस्पतालों की स्थिति को देखते हुए सरकार अब आम जनता के लिए देश भर के सैन्य अस्पताल खोलने जा रही है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस बावत ​मंगलवार को सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे से बात भी की है। देश भर में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए भी रक्षा संस्थान आगे आये हैं। इसके लिए स्वदेशी लड़ाकू विमान एलसीए तेजस में ऑक्सीजन पैदा करने वाली तकनीक प्राइवेट इंडस्ट्री को सौंप दी गई है। ​इस तकनीक से एक मिनट में 1000 लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा सकता है।
 ​देश में कोरोना से लड़ने के लिए अब सेना और रक्षा संस्थान भी युद्धस्तर पर जुट गए हैं। प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में आईसीयू बेड, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की कमी पड़ने से कोरोना मरीज बेहाल हैं। दिनों-दिन संक्रमितों और मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है। इन स्थितियों को देखते हुए केंद्र सरकार अब देश भर के सैन्य अस्पताल आम जनता के लिए खोलने पर विचार कर रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस बारे में सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे से बात करके सेना से आम लोगों के लिए सैन्य अस्पताल खोलने के लिए कहा है। सेना प्रमुख से बातचीत के दौरान रक्षा सचिव अजय कुमार भी रक्षा मंत्री के साथ मौजूद रहे। एक-दो दिन में फैसला होने के बाद देश के सैन्य अस्पतालों में आम नागरिक का इलाज शुरू हो सकेगा। इसके अलावा छावनी क्षेत्र के बाहर भी सेना चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराएगी।

जीवनरक्षक दवाओं की आपूर्ति की विस्तृत समीक्षा की

हरिओम उपाध्याय     
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को टीम-11 की बैठक में रेमडेसिविर इंजेक्शन और फैबीफ्लू जैसी जीवनरक्षक मानी जा रही दवाओं की आपूर्ति की विस्तृत समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने गृह विभाग को सख्त निर्देश दिए इन जीवनरक्षक दवाओं की कालाबाजारी में संलिप्त लोगों के विरुद्ध गैंगस्टर और रासुका जैसे एक्ट के अंतर्गत सख्त कार्रवाई की जाए, साथ ही, पुलिस महानिदेशक को इस संबंध में एक विशेष टीम गठित कर प्रदेश में छापा मार कार्रवाई के भी निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवनरक्षक दवाओं की निर्बाध आपूर्ति के लिए आवश्यक है कि इसकी लगातार माॅनिटरिंग की जाए। रेमेडेसीवीर उत्पादनकर्ता कंपनियों से लगातार संपर्क में रहें। इसके अलावा, सभी ऑक्सीजन रीफिल केंद्रों पर जिम्मेदार अधिकारियों की तैनाती की जाए। यह सुनिश्चित करें कि ऑक्सीजन का वितरण पारदर्शी ढंग से हो। ऑक्सीजन टैंकर को जीपीएस से जोड़ा जाए तथा प्लांट्स पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाए।

एफआईएच हॉकी प्रो लीग मुकाबलों को स्थगित किया

लंदन। भारत और ग्रेट ब्रिटेन के बीच आठ और नौ मई को लंदन में होने वाले एफआईएच हॉकी प्रो लीग मुकाबलों को बुधवार को स्थगित कर दिया गया। ब्रिटेन सरकार ने भारत को यात्रा से संबंधित ‘लाल सूची’ में डाल दिया है जिसके बाद यह फैसला किया गया। एफआईएच ने विज्ञप्ति में कहा, ‘‘एफआईएच, हॉकी इंडिया और ग्रेट ब्रिटेन हॉकी स्थिति की नजर रख रहे हैं और उन्हें किसी अन्य तारीख पर इन मैचों के आयोजन की उम्मीद है।’’
भारतीय टीम हालांकि मई में स्पेन (15-16 मई) और जर्मनी (22-23 मई) के दौरे पर जाएगी जबकि ग्रेट ब्रिटेन को जर्मनी (12-13 मई), अमेरिकी महिला टीम (22-23 मई) और स्पेन की पुरुष टीम (22-23 मई) की मेजबानी करनी है। आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड भी जैविक रूप से सुरक्षित माहौल तैयार करके मैचों के आयोजन का प्रयास कर रहे हैं। ब्रिटेन सरकार ने सोमवार को भारत को अपनी कोविड-19 यात्रा की ‘लाल सूची’ में डाल दिया।
ब्रिटेन के निवासी अगर 23 अप्रैल के बाद भारत से वहां पहुंचेंगे तो उन्हें होटल में 11 रातें पृथकवास में बितानी होंगी। बाकी लोग भारत से ब्रिटेन नहीं आ पाएंगे। भारत में पिछले 24 घंटे में कोविड संक्रमण के दो लाख 95 हजार 41 नए मामले सामने आए हैं जबकि सक्रिय मामलों की संख्या 21 लाख के पार पहुंच गई है।

कठिन परिस्थितियों में धैर्य नहीं खोना चाहिए: पीएम

अकांशु उपाध्याय                
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि हमें कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य नहीं खोना चाहिए। हम सभी का प्रयास है कि जीवन बचाने के साथ-साथ आजीविका कम से कमतर प्रभावित हो। 
प्रधानमंत्री ने मंगलवार को कहा कि कोरोना का दूसरा वेब तूफान बनकर आ गया है। जिन्होंने बीते दिनों अपनों को खोया है, उनके प्रति संवेदना प्रकट करता हूं और परिवार के एक सदस्य के रूप में उनके दुख में शामिल हूं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि हमें कठिन से कठिन परिस्थिति में भी धैर्य नहीं खोना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इस संकट को देखते हुए हमारी दवा कंपनियों ने अपना प्रॉडक्सन बढ़ा दिया है। 

केवल महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई करेगा एससी

अकांशु उपाध्याय            
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट 22 अप्रैल से केवल अति महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने एक नोटिफिकेशन के जरिये इसकी सूचना दी।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि केस दायर करनेवाले एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड को केसों को मेंशन करने की अर्जी दाखिल करते समय मामलों की तुरंत सुनवाई की जरुरत की वजह बतानी होगी। उसके बाद बेंच की उपलब्धता के आधार पर संबंधित मामले को लिस्ट किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट के नोटिफिकेशन के मुताबिक बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका, अग्रिम जमानत या फांसी के आदेश के मामलों की सुनवाई तुरंत की जाएगी। 22 अप्रैल से नियमित कोर्ट की सुनवाई नहीं होगी। 22 अप्रैल से आगे के लिए लिस्ट किए गए मामलों की सुनवाई अगले आदेश तक स्थगित रहेगी।

अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक लीक होने से 11 की मौत

कविता गर्ग  
मुबंई। कोरोना वायरस संकट के बीच महाराष्ट्र के नासिक में बड़ा हादसा हो गया है। यहां स्थित जाकिर हुसैन अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक लीक हो गया है। हादसे में 11 मरीजों की मौत हो गई है। वहीं, 25 लोगों की हालत गंभीर है। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि टैंकर भरने के दौरान यह रिसाव हुआ है। रिसाव होने की वजह से अस्पताल परिसर में ऑक्सीजन फैल गई थी। टैंक में से हुए रिसाव के चलते पूरे इलाके में ऑक्सीजन फैल गई थी। खबर है कि इस दौरान अस्पताल में 25 मरीजों का इलाज वेंटिलेटर पर जारी था। कई मरीजों का हालत गंभीर बनी हुई है। इसके अलावा 60 से ज्यादा मरीजों को ऑक्सीजन दी जा रही थी। महाराष्ट्र देश का कोरोना वायरस महामारी से सबसे प्रभावित राज्य है। 
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा ‘नासिक में टैंकर के वाल्व लीकेज के चलते बड़े स्तर पर ऑक्सीजन का रिसाव हुआ है।  उन्होंने कहा ‘जिस अस्पताल पर यह जा रही थी। वहां इसका निश्चित असर हुआ होगा।  लेकिन मुझे अभी और जानकारी जुटाना बाकी है। हम और जानकारी जुटाने के बाद प्रेस नोट जारी करेंगे। 
अधिकारी ने बताया ‘12.30 बजे कॉल आया था। कि ऑक्सीजन टैंक से लीक हो रहा है।  हम मौके पर पहुंचे और पाया कि ऑक्सीजन टैंक का वॉल्व खुला हुआ था।  जहां से ऑक्सिजन लीक हो रहा था।  एक टैंकर से ऑक्सीजन टैंक में ऑक्सीजन भरा जा रहा था। उन्होंने जानकारी दी ‘जो वॉल्व खुला था।  उसे हमने बंद कर दिया है। लेकिन काफी ऑक्सीजन लीक हो चुका है।

जिला अदालतों के आदेशों की अवधि 16 तक बढ़ाईं

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। उच्च न्यायालय ने कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के कारण लागू प्रतिबंधों के मद्देनजर अपने और जिला अदालतों के उन अंतरिम आदेशों की अवधि 16 जुलाई तक के लिए बढ़ा दी।जिनकी अवधि 19 अप्रैल या उसके बाद समाप्त होने वाली थी। न्यायमूर्ति विपिन सांघी, न्यायमूर्ति रेखा पल्ली और न्यायमूर्ति तलवंत सिंह की पूर्ण पीठ ने कहा कि उच्च न्यायालय ने स्वयं और जिला अदालतों को केवल अत्यावश्यक मामलों की ही सुनवाई करने को कहा है और दिल्ली में 19 अप्रैल की रात को लागू कर्फ्यू के कारण वकील एवं वादी उन अदालतों में पेश नहीं हो पाएंगे, जिनमें अंतरिम आदेश पारित किए गए हैं। आदेश में कहा गया है कि परिणामस्वरूप, 19 अप्रैल, 2021 से अंतरिम आदेशों की अवधि समाप्त होने लगेगी, ऐसे में ऐसे सभी आदेशों की अवधि 16 जुलाई तक बढ़ाई जाती है। अदालत ने इस मामले का स्वत: संज्ञान लिया है। उसने पिछले साल मार्च में लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान भी इसी प्रकार इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया था। 

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

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